नई दिल्ली।कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 136 दिन के बाद संसद सदस्यता बहाल हो गई है। लोकसभा सचिवालय ने इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। बता दें कि मोदी सरनेम मानहानि मामले में 23 मार्च को निचली अदालतने राहुल को 2 साल की सजा सुनाई थी। सजा होने के बाद नियमों के तहत 24 मार्च को उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
इसको लेकर कांग्रेस में खासा रोष देखने को मिला था। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट से राहुल गांधी को बड़ी राहत मिली। शुक्रवार को मोदी सरनेम मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सजा पर रोक लगा दी थी। इसके बाद राहुल गांधी का संसद में वापसी का रास्ता साफ हो गया था।
बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश से चंडीगढ़ और दिल्ली की दूरी अब और कम हो गई है। किरतपुर-नेरचौक फोरलेन रविवार सुबह 8 बजे वाहनों की आवाजाही के लिए आधिकारिक रूप से खोल दिया गया।
एनएचएआई के अधिकारियों ने डैहर और गड़ामोड़ा में पूजा-अर्चना की। करीब 9 साल के लंबे इंतजार के बाद फोरलेन शुरू होने से लोगों में खुशी की लहर है।
हालांकि, फोरलेन शुरू होने के पहले दिन ही पंजाब और हिमाचल के लोगों ने इस फोरलेन पर लगाए गए टोल प्लाजा का विरोध भी शुरू कर दिया है।
किरतपुर-नेरचौक फोरलेन खोले जाने के शुरुआती कुछ घंटों के दौरान ही काफी वाहनों की आवाजाही शुरू हुई। लेकिन, जैसे ही स्थानीय लोगों का टोल प्लाजा लगना शुरू हुआ तो काफी संख्या में लोगों की भीड़ वहां जमा हो गई।
गड़ामोड़ा टोल प्लाजा पर पंजाब और हिमाचल की साथ लगती पंचायतों के सरपंच और प्रधान जमा हो गए। यहां जमा हुए प्रधानों ने कहा कि स्थानीय लोगों को 20 किलोमीटर के दायरे तक टोल प्लाजा लागू नहीं होना चाहिए।
छोटी कार और जीप के लिए पूरी तरह से टोल प्लाजा निशुल्क होना चाहिए। इसके साथ ही क्षेत्र के बड़े कमर्शियल वाहनों के लिए भी 50 फीसदी तक छूट होनी चाहिए।
लोगों के विरोध के बाद एनएचएआई ने एक हफ्ते का समय लोगों से मांगा है, ताकि उनकी मांग पर विचार किया जा सके। एक हफ्ते के आश्वासन के बाद स्थानीय लोगों ने टोल प्लाजा से जमावड़ा हटा लिया।
बता दें कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर (बीओटी) के बजाय हाइब्रिड वार्षिकी मॉडल (एचएएम) और इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (ईपीसी) मानक पर बनकर तैयार हुआ है। 87 किलोमीटर लंबे फोरलेन के निर्माण कार्य पर 2100 करोड़ रुपये की राशि खर्च हुई है।
नई अलाइनमेंट को ग्रीन फील्ड का नाम दिया गया है। 47 किलोमीटर फोरलेन ग्रीन फील्ड है। कंस्ट्रक्शन कंपनी 15 साल तक इसकी देखरेख करेगी।
4.85 किलोमीटर लंबी पांचों सुरंगें भी ग्रीन फील्ड में बनी है। जो सफर को सुगम बनाएंगी। ब्राउन फील्ड में पुराने मनाली चंडीगढ़ हाईवे को दो से चार लेन बनाया गया है। इसकी लंबाई करीब 30 किलोमीटर है। कंस्ट्रक्शन कंपनी पांच साल तक इसकी देखभाल करेगी।
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की और हिमाचल प्रदेश से संबंधित महत्वपूर्ण विकासात्मक मुद्दों पर सार्थक चर्चा की।
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भेंट की और हिमाचल प्रदेश से संबंधित महत्वपूर्ण विकासात्मक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नड्डा को हिमाचल में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान से भी अवगत कराया। जेपी नड्डा ने इस चुनौतीपूर्ण समय में राज्य को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
सोलन। चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे 5 (NH-5) गुरुवार को भी बंद है। एनएचएआई द्वारा कालका-शिमला फोरलेन पर चक्की मोड़ के पास डंगा लगाए जाने व मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
बुधवार को पूरी रात काम चलता रहा। एनएचएआई द्वारा दावा किया जा रहा है कि यदि आज दिन भर मौसम साफ रहा तो शाम तक फोरलेन को बहाल कर दिया जाएगा।
गौर हो कि चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे 5 बुधवार को चक्की मोड़ के समीप भूस्खलन की वजह से बंद हो गया था। हालांकि दोपहर 12 बजे मार्ग को छोटी गाड़ियों के लिए खोल दिया गया था।
इसके बाद फिर से पहाड़ी से मलबा आने के कारण रोड़ पूरी तरह से बंद हो गया। फोरलेन का करीब 50 मीटर का हिस्सा धंसने के लिए वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया था।
आज भी शिमला से चंडीगढ़ जाने वाली सभी बसें नाहन से होकर जाएंगी। जबकि सेब की सप्लाई लेकर जाने वाले ट्रकों को जौहड़जी कामली होकर भेजा जा रहा है।
एनएचएआई के परियोजना निदेशक आनंद दहिया का कहना है कि चक्की मोड़ के समीप फोरलेन को ठीक करने का काम शुरू कर दिया गया है। पूरी उम्मीद है कि आज शाम तक यातायात को बहाल कर दिया जाएगा।
चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे 5 होने के बाद सोलन-शिमला के लिए ब्रेड व दूध की सप्लाई भी ठप हो गई है। बुधवार को भी शहर में अवश्यक खाद्य वस्तुओं की सप्लाई नहीं हो पाई। वीरवार को भी दूध ब्रेड की सप्लाई प्रभावित हो सकती है।
मनाली। हिमाचल प्रदेश के मनाली में भयंकर बाढ़ के चलते ब्यास नदी में समाई पंजाब रोडवेज (PRTC) की बस के मलबे से तीन शव मिले हैं। इनमें एक पुरुष, एक महिला और एक बच्ची का शव मिला है।
मनाली पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने बताया कि आज जेसीबी की मदद से PRTC बस के मलबे को बाहर निकाला गया जिसमें एक परिवार के तीन सदस्यों के शव मिले हैं। ये परिवार उत्तर प्रदेश का रहने वाला था।
बता दें कि 9 जुलाई को PRTC की चंडीगढ़ से मनाली बस (PB65BB4893 ) मनाली के पास बाढ़ के चलते ब्यास में समा गई थी। चंडीगढ़ 43 सेक्टर से मनाली के लिए निकली पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (PRTC) की लापता बस 13 जुलाई को ब्यास नदी में मिली थी।
बस के साथ ड्राइवर सतगुरू सिंह का शव मिला था। इसके बाद से बस में सवार लोगों की तलाश की जा रही थी। 23 जुलाई को बस को ट्रेस कर लिया गया था। मनाली ग्रीन टैक्स से 300 से 400 मीटर दूर ब्यास में बस के कुछ पार्टस ट्रेस हुए थे।
बस भारी मलबे के बीच दबी थी। टायर और कुछ हिस्सा ब्यास में दिखने के बाद जेसीबी से बस को मलबे से निकालने की कोशिश शुरू की पर कामयाबी हाथ न लगी।मनाली पुलिस मलबा निकालने की कोशिश में लगी थी। आज मलबे के साथ तीन शव भी मिले हैं।
अमरोहा। इन दिनों लोगों के सिर पर सोशल मीडिया पर रील बनाने का खूब भूत सवार है। लोग अजीबोगरीब हरकतें कर सोशल मीडिया पर फेसम होना चाहते हैं लेकिन इस चक्कर में बड़ी गलती कर बैठते हैं।
ऐसी ही गलती की एक युवक ने जब उसने पेट्रोल पंप पर खड़े होकर पेट्रोल से ही अपनी बाइक को नहला दिया। ये बात सोचकर ही रूह कांप जाती है कि अगर छोटी सी चिंगारी भी वहां लग जाती तो कितना बड़ा हादसा हो सकता था।
ये मामला है उत्तर प्रदेश के अमरोहा के हसनपुर का। यहां का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि युवक ने नोजिल और पाइप को हाथ से पकड़ा है और पानी की तरह पेट्रोल बहा रहा है। पेट्रोल को टंकी में डालने की बजाय वह पूरी बाइक को इस तरह पेट्रोल से नहला रहा है जैसे कि पानी हो।
उसके साथी जो ये वीडियो बना रहे थे उन्होंने भी उसको रोकने की जगह पर खूब उत्साह बढ़ाया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल तो हुआ लेकिन लोगों ने युवक को खूब खरी-खोटी सुनाना शुरू कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई।
युवकों की पहचान करते हुए उनको पकड़ लिया और थाने ले जाया गया। सीओ श्वेताभ भास्कर ने बताया कि पेट्रोल से बाइक नहलाने के मामले में तीन लोगों को पकड़ा है। इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
नई दिल्ली। हरियाणा रोडवेज के चालक व परिचालक ने एक महिला का पैसों व कीमती सामान से भरा पर्स लौटाकर ईमानदारी की मिसाल कायम की है। जानकारी के अनुसार सोमवार (24 जुलाई) को सुबह सोनीपत डिपो की बस संख्या HR69 GV6062 दिल्ली से जालंधर जा रही थी।
बस में सफर कर रही एक महिला का पैसों व कीमती सामान से भरा पर्स बस में ही गिर गया। पर्स में 10,000 रुपए और कुछ कीमती सामान था। बस के परिचालक देवीलाल मलिक व चालक नरेंद्र सरोहा ने ईमानदारी दिखाते हुए महिला का पर्स अंबाला डिपो के सब इंस्पेक्टर मिठन लाल की मौजूदगी में लौटया। हरियाणा रोडवेज के चालक व परिचालक के इस सराहनीय कार्य के लिए उनकी खूब प्रशंसा हो रही है।
अन्य आरोपियों को पकड़ने में जुटीं पुलिस की 12 टीमें
नई दिल्ली। मणिपुर में कुकी समुदाय की दो युवतियों को निर्वस्त्र सड़क पर घुमाने की शर्मनाक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से देशभर में रोष है। वीडियो सामने आने के बाद घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए मणिपुर पुलिस हरकत में आई और आज सुबह पहली गिरफ्तारी हुई। मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुख्य आरोपी का नाम खुयरूम हेरादास है। पुलिस ने उसे आज सुबह थॉउबल जिले से गिरफ्तार किया है। हेरादास की उम्र 32 साल है। पुलिस ने उसकी पहचान वायरल हुए वीडियो से की है, जिसमें वह हरी टी-शर्ट पहने हुए दिखाई दे रहा है।
मणिपुर पुलिस के मुताबिक, हेरादास ही इस मामले में मुख्य आरोपी है। वायरल हुए इस वीडियो के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 12 टीमें लगाई गई हैं। उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अब चुप्पी तोड़ी है और इस घटना पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने कड़े शब्दों में कहा, मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता। मणिपुर घटना पर मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा है।
मणिपुर की जो घटना सामने आई है, किसी भी सभ्य समाज के लिए यह शर्मसार करने वाली है। पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं कौन हैं, वे अपनी जगह पर हैं, लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है। उनके कारण 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है।
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से की अपील पीएम ने कहा, मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे अपने राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करें। खासकर हमारी माताओं और बहनों की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं। घटना चाहे राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो।
इस देश में हिंदुस्तान के किसी भी कोने में किसी भी राज्य सरकार में राजनीति से ऊपर उठकर के कानून व्यवस्था महत्व और नारी सम्मान होना चाहिए। मैं देशवासियों को भरोसा दिलाना चाहता हूं किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा। कानून अपनी पूरी शक्ति से एक के बाद एक कदम उठाएगा। मणिपुर में जो बेटियों के साथ हुआ है, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।
वहीं, मणिपुर के सीएम एन बिरेन सिंह ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा, “मेरी संवेदनाएं उन दो युवतियों के प्रति हैं, जिनके साथ बेहद अपमानजनक और अमानवीय कृत्य किया गया, जैसा कि कल सामने आए दुखद वीडियो में दिखाया गया है।
वीडियो सामने आने के तुरंत बाद घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए मणिपुर पुलिस हरकत में आई और आज सुबह पहली गिरफ्तारी की। अभी गहन जांच चल रही है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसमें मृत्युदंड की संभावना पर भी विचार किया जाए। हमारे समाज में ऐसे घिनौने कृत्यों के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं है।
मणिपुर में युवतियों के साथ हुई दरिंदगी पर सुप्रीम कोर्ट ने भी स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने केंद्र और मणिपुर सरकार से इस मामले में उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी मांगी है।
इस मामले में कोर्ट अगले शुक्रवार को सुनवाई करेगा। SC ने कहा, मणिपुर में दो युवतियों को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है, वो वास्तव में परेशान करने वाला है। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से कार्रवाई करने को कहा है।
CJI का कहना है कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है, सांप्रदायिक झगड़े के क्षेत्र में युवतियों को एक उपकरण के रूप में उपयोग करना। जो वीडियो सामने आए हैं उससे हम बेहद परेशान हैं।
अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो हम करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, अब समय आ गया है कि सरकार वास्तव में कदम उठाए और कार्रवाई करे। संवैधानिक लोकतंत्र में यह बिल्कुल अस्वीकार्य है। यह बहुत परेशान करने वाला है।
नई दिल्ली। मणिपुर में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। इसी बीच दिल दहला देने वाला एक मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक समुदाय की दो युवतियों को दूसरे पक्ष के कुछ लोग निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमा रहे हैं। इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। वीडियो मई माह का बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार वीडियो इस वजह से वायरल किया जा रहा है, ताकि उस समुदाय की दुर्दशा को उजागर किया जा सके। यह वीडियो इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) के गुरुवार को होने वाले प्रदर्शन से ठीक एक दिन पहले प्रसारित किया जा रहा है।
ITLF के प्रवक्ता के अनुसार कांगपोकपी जिले में 4 मई का है। इसमें दो युवतियों को निर्वस्त्र पुरुषों का एक झुंड घुमा रहा है। वीडियो में पुरुष पीड़ित युवतियों से लगातार छेड़छाड़ करते भी नजर आ रहे हैं। वहीं पीड़ित युवतियां बंधक बनी हुई हैं और लगातार मदद की गुहार लगा रही हैं। अपराधियों ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया है। ऐसा भी कहा जा रहा है कि भीड़ ने इनका रेप भी किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ITLF के प्रवक्ता ने इस ”घृणित कृत्य” की निंदा करते हुए मांग की कि केंद्र और राज्य सरकार, राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग इस मामले का संज्ञान लें और दोषियों को कानून के सामने लाएं। कुकी समुदाय गुरुवार को चुरचांदपुर में प्रस्तावित विरोध मार्च के दौरान इस मुद्दे को भी उठाने की योजना बना रहे हैं।
वहीं, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बताया कि सरकार ने उस वीडियो का स्वत: संज्ञान ले लिया है। इसमें 2 युवतियों को भीड़ द्वारा निर्वस्त्र कर घसीटते हुए दिखाया गया है। बी फेनोम गांव के 65 साल के प्रमुख थंगबोई वैफेई द्वारा सैकुल पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि भीड़ ने तीसरी महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया था। महिलाओं को निर्वस्त्र कर खेत में घसीटा। हिंसा प्रभावित मणिपुर में आज जो वीडियो वायरल हुआ है, वह घटना 4 मई को कांगकोपी जिले में हुई थी।
इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम का दावा है कि युवतियां कुकी-ज़ो जनजाति की थीं, जबकि उनके साथ छेड़छाड़ करने वाली भीड़ मैतेई समुदाय से थी। बताया जा रहा है कि घटना के एक महीने से अधिक समय बाद 21 जून को FIR दर्ज कराई गई थी। IPC की धारा के तहत धारा 153ए, 398, 427, 436, 448, 302, 354, 364, 326, 376, 34 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1सी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। मणिपुर में 3 मई को कुकी समुदाय की ओर से निकाले गए ‘आदिवासी एकता मार्च’ के दौरान हिंसा भड़की थी। हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।