सिटी इंटीमेशन स्लिप और एडमिट कार्ड की सूचना वेबसाइट पर ही होगी जारी
नई दिल्ली। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) – 2023 सत्र 2 (Joint Entrance Examination Main – 2023 Session 2) के संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दी जा रही फर्जी सूचनाओं के खिलाफ अलर्ट जारी किया है।
NTA के संज्ञान में लाया गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं, जो सिटी इंटीमेशन स्लिप और जेईई (मेन) – 2023 सत्र 2 (JEE Main-2023 Session 2) के एडमिट कार्ड जारी होने की तारीख पर “अंदरूनी” जानकारी रखने का दावा करते हैं। एनटीए ने इन दावों को फर्जी और भ्रामक बताकर खारिज कर दिया है। छात्रों और उनके माता-पिता से आग्रह किया है कि वे ऐसे वीडियो और इन वीडियो को होस्ट करने वाले YouTube चैनलों के बहकावे में न आएं।
जेईई (मुख्य) (JEE Main) परीक्षा पर प्रामाणिक जानकारी का एकमात्र स्रोत जेईई (मुख्य) के लिए एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट यानी https://jeemain.nta.nic.in/ और https://nta.ac.in हैं। सिटी इंटीमेशन स्लिप और एडमिट कार्ड जारी करने की तारीखों की घोषणा केवल उपरोक्त वेबसाइट पर सार्वजनिक सूचना के माध्यम से की जाती है।
जेईई (मुख्य) – 2023 सत्र 2 के लिए परीक्षा सिटी इंटिमेशन स्लिप या प्रवेश पत्र के बारे में अधिक स्पष्टीकरण के लिए उम्मीदवार 011-40759000 पर संपर्क कर सकते हैं या jeemain@nta.ac.in पर ई-मेल कर सकते हैं।
नई दिल्ली। पैन कार्ड (Pan Card) को आधार कार्ड (Aadhaar Card) से लिंक करने की डेट बढ़ा दी है। अब 30 जून 2023 तक पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करवा सकते हैं। पहले आखिरी डेट 31 मार्च 2023 निर्धारित थी। इसे तीन माह के लिए बढ़ाया गया है। इस बारे लिखित आदेश जारी कर दिए हैं। आयकर विभाग ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
इसके बाद भी अगर कोई पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करवाने में चूक जाता है तो पैन कार्ड किसी काम का नहीं रह जाएगा।
आयकर विभाग ने ट्वीट करते हुए लिखा कि करदाताओं को इस जरूरी काम के लिए कुछ और समय देने के लिए तारीख को 30 जून तक बढ़ाया गया है। पहले तय की गई डेडलाइन खत्म होने से तीन दिन पहले ही करदाताओं को ये राहत दी गई है।
बता दें कि पैन कार्ड आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है, जो आपके किसी भी वित्तीय कार्य के लिए बेहद जरूरी है। अगर कोई 30 जून तक पैन को आधार कार्ड के साथ लिंक नहीं करवाता है तो पैन कार्ड डिएक्टिवेट हो जाएगा। यह किसी काम का नहीं रह जाएगा। Pan Card डिएक्टिवेट होने पर अगर आप इसका इस्तेमाल किसी भी फाइनेंशियल कार्य के लिए दस्तावेज के रूप में करते हैं तो आपके ऊपर 10,000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है।
पैन कार्ड को आधार कार्ड के साथ लिंक करवाने के लिए इनकम टैक्स की ऑफिशियल वेबसाइट www.incometax.gov.in पर लॉग इन करें। क्विक लिंक्स सेक्शन में जाकर लिंक आधार पर क्लिक करें। आपके स्क्रीन पर एक नई विंडो खुलेगी। यहां अपना पैन नंबर, आधार नंबर और मोबाइल नंबर भर दें. ‘I validate my Aadhaar details’ के विकल्प को चुनें। आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP प्राप्त होगा, उसे भर दें और फिर ‘Validate’ पर क्लिक करें।
नई दिल्ली। मोदी सरनेम मानहानि मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक और बड़ा झटका लगा है। कोर्ट द्वारा दी गई दो साल की सजा के बाद लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की सदस्यता खत्म कर दी गई है। राहुल गांधी केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद हैं।
राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने का नोटिस भी जारी कर दिया गया है। लोकसभा सचिवालय ने नोटिफिकेशन में कहा है कि सूरत के चीफ जूडिशल मजिस्ट्रेट की अदालत में राहुल गांधी को मानहानि मामले में 2 साल की सजा सुनाई गई है। ऐसे में केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी की संसद सदस्यता 23 मार्च, 2023 से समाप्त की जाती है। नोटिफिकेशन में संविधान के आर्टिकल 102 (1) (e) के सेक्शन 8 के पीपल ऑफ रिप्रजेंटेशन एक्ट, 1951 के तहत ये फैसला किया गया है।
लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह के नाम से जारी इस नोटिफिकेशन की कॉपी राहुल गांधी को भी भेज दी गई है। इसके अलावा राहुल की सदस्यता जाने का नोटिस राष्ट्रपति सचिवालय, मुख्य चुनाव अधिकारी तिरुवनंतपुरम, केरल, एनडीएमसी से सचिव इसके अलावा लोकसभा सचिवालय के सभी ब्रांच को भेजा गया है।
गौर हो कि दो साल या उससे ज्यादा की सजा के बाद सांसदों या विधायकों की सदस्यता खत्म हो जाती है। उधर, कांग्रेस ने राहुल की संसद सदस्यता खत्म होने के बाद कहा कि उनके नेता को सच बोलने की सजा दी गई। वहीं, राहुल गांधी पर लोकसभा सचिवालय के फैसले को बीजेपी ने देशहित में बताया है।
नई दिल्ली। मोदी सरनेम मानहानि मामले में सूरत की अदालत ने राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए दो साल की सजा सुनाई है। कोर्ट ने सजा को 30 दिन के लिए सस्पेंड भी कर दिया है, ताकि वह ऊपरी अदालत में इसके खिलाफ अर्जी दे सके। 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने मोदी सरनेम पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि सारे चोरों के नाम मोदी कैसे?
सूरत की सीजेएम कोर्ट ने सुबह 11 बजे फैसला सुनाते हुए राहुल गांधी को दोषी करार दिया। सूरत की सीजेएम कोर्ट पहुंचने पर कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी करार दिया। इसके बाद कोर्ट ने राहुल गांधी से पूछा कि आप क्या कहना चाहते हैं तो राहुल गांधी ने कहा मैं तो हमेशा करप्शन के खिलाफ बोलता हूं। मैंने किसी के खिलाफ जानबूझ नहीं बोला। इससे किसी को नुकसान नहीं हुआ।
सूरत की अदालत ने राहुल के मोदी सरनेम वाले बयान पर 2 साल की सजा सुनाई है। माना जा रहा है कि राहुल के वकील अब उनकी जमानत की अर्जी देंगे। कोर्ट ने साथ ही साथ राहुल को जमानत भी दे दी है। कोर्ट ने इसके अलावा सजा को 30 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है। राहुल गांधी इस सजा के खिलाफ उच्च अदालत में जा सकते हैं।
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान राहुल गांधी ने कर्नाटक के कोलार में कहा था कि ‘सारे चोरों के सरनेम मोदी कैसे हैं? राहुल गांधी के इस बयान के बाद सूरत के वेस्ट से बीजेपी के विधायक पूर्णेश मोदी ने मानहानि का केस कर दिया था। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी ने मोदी समुदाय का अपमान किया। इसके बाद यह केस सूरत की कोर्ट में पहुंचा था।
राहुल गांधी को 9 जुलाई, 2020 को सूरत की कोर्ट में पेश होना पड़ा था। पिछले महीने पूर्णेश मोदी ने केस में जल्दी फैसला करने के लिए गुजरात हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इसके बाद हाईकोर्ट ने सूरत की कोर्ट से तेज सुनवाई का आदेश देते हुए ऊपरी अदालत में सुनवाई की अर्जी खारिज कर दी थी। इसके बाद पिछले एक महीने से सूरत कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही थी।
इसमें दोनों पक्षों की तरफ दलीलें रखी गई थीं। इस दौरान राहुल गांधी के वकील ने कहा था कि मोदी कोई समुदाय नहीं है। राहुल गांधी के सारे आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लक्षित थे। ऐसे में उन्हें मानहानि का केस करना चाहिए। इसके बाद सूरत कोर्ट में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा ने फैसला सुनाने के लिए 23 मार्च को तारीख निर्धारित की थी। इसके बाद कांग्रेस ने सूरत कूच का ऐलान किया था।
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में नाहन से करीब 23 किलोमीटर दूर शिवालिक पहाड़ियों के बीच महामाया बालासुंदरी का भव्य एवं दिव्य मंदिर त्रिलोकपुर नामक स्थल पर स्थित है। करीब 450 साल पुराने इस ऐतिहासिक शक्तिधाम से हिमाचल सहित पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड सहित उत्तर भारत के लाखों लोगों की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं।
महामाया बालासुंदरी के मंदिर के इतिहास की बात करें तो जनश्रुति के अनुसार त्रिलोकपुर महामाया बालासुंदरी मंदिर की स्थापना सन् 1573 (तिहतर) यानि सोलवीं सदी में तत्कालीन सिरमौर रियासत के राजा प्रदीप प्रकाश ने की थी। कहा जाता है कि सन् 1573 ईसवी के आसपास सरमौर जिले में नमक की कमी हो गई थी। ज्यादातर नमक देवबंद नामक स्थान से लाना पड़ता था। देवबंद वर्तमान में उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर का ऐतिहासिक कस्बा है।
कहा जाता है कि लाला राम दास सदियों पहले त्रिलोकपुर में नमक का व्यापार करते थे, उनकी नमक की बोरी में माता देवबंद से यहां आई थी। भगत राम दास की दुकान त्रिलोकपुर में पीपल के वृक्ष के नीचे हुआ करती थी। कहते हैं कि भगत राम दास देवबंद से लाया नमक विक्रय करते गए किन्तु काफी समय के बाद भी नमक समाप्त होने में नहीं आया। भगत जी को नमक के विक्रय से काफी धन प्राप्त हुआ, किन्तु नमक समाप्त नहीं हो रहा था। इससे भगत राम दास जी अचंभित हो गए।
भगत जी उस पीपल के वृक्ष के नीचे सुबह-शाम दिया जलाते थे और पूजा-अर्चना करते थे। इसी बीच माता बालासुंदरी ने प्रसन्न होकर एक रात्रि भगत जी को सपने में दर्शन दिए और कहा कि भक्त मैं तुम्हारी भक्ति भाव से अति प्रसन्न हूं, मैं यहां पीपल वृक्ष के नीचे पिंडी रूप में विराजमान हूं, तुम मेरा यहां पर भवन बनवाओ। मां बालासुसंदरी के दिव्य दर्शन के उपरांत भगत जी को भवन निर्माण की चिंता सताने लगी।
स्वपन में भगत जी ने माता का आह्वान किया और विनती की कि इतने बड़े भवन निर्माण के लिए मेरे पास सुविधाओं व धन का अभाव है। उन्होंने माता से आग्रह किया कि आप सिरमौर के महाराज को भवन निर्माण का आदेश दें। माता ने तत्कालीन सिरमौर नरेश राजा दीप प्रकाश को सोते समय स्वपन में दर्शन देकर भवन निर्माण का आदेश दिया। सिरमौर नरेश प्रदीप प्रकाश ने तुरंत जयपुर से कारीगरों को बुलाकर भवन निर्माण का कार्य पूरा किया।
हालांकि मां बाला सुंदरी के नमक की बोरी में देवबंद से त्रिलोकपुर आने की किवदंती अधिक प्रचारित है, लेकिन मंदिर परिसर में सूचना बोर्ड में उद्वृत इतिहास, एक दूसरी किवदंती की जानकारी को भी उल्लेखित करता है।
दूसरी किवदंती के अनुसार भगत लाला राम दास के घर के सामने पीपल का पेड़ था। वो वहां पर हर रोज जल चढ़ाया करते थे। एक दिन भयंकर तूफान आया और पीपल का पेड़ उखड़ गया। उस पेड़ के नीचे के स्थान से एक पिंडी प्रकट हुई। रामदास पिंडी को उठाकर घर लाए और पूजा अर्चना करने लगे। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर मां ने उन्हें स्वपन में दिव्य दर्शन दिए और मंदिर बनवाने के लिए कहा। भगत लाला राम दास जी ने स्वपन की चर्चा सिरमौर नरेश से की जिन्होंने श्रद्धापूर्वक त्रिलोकपुर मंदिर बनवाया।
मंदिर का दो बार सन् 1823 में राजा फतेह प्रकाश तथा सन् 1851 (इकावन) में राजा रघुवीर प्रकाश के शासन में जीर्णोद्धार किया गया था। इस प्रकार सदियों से माता बालासुंदरी धाम त्रिलोकपुर में चैत्र और अश्विनी मास के नवरात्रों में मेले का आयोजन किया जाता है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु हिमाचल के अलावा साथ लगते हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड से टोलियो में मां भगवती के दर्शन करने आते हैं।
वर्तमान में यह स्थल धार्मिक पर्यटन के रूप में अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर उभर चुका है। मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लंगरों का आयोजन किया जाता है। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के ठहराव के लिए यात्रि निवास और सराय आदि उपलब्ध हैं। इसके अलावा सुरक्षा, स्वास्थ्य व अन्य जरूरी व्यवस्थायें भी उपलब्ध करवाई जाती हैं। भक्तों का मां बालासुंदरी पर अटूट विश्वास और श्रद्धा है। त्रिलोकपुर स्थित शक्ति धाम में माता त्रिपुरी बालासुंदरी साक्षात रूप में विराजमान है। यहां पर की गई मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती हैं भगतों सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
त्रिलोकपुर स्थित माता बालासुंदरी मंदिर में हर वर्ष दो बार चैत्र और अश्वनी मास के नवरात्र के अवसर पर नवरात्र मेलों का आयोजन किया जाता है। चैत्र नवरात्र के अवसर पर होने वाले मेले को यहां बड़ा मेला और अश्वनी मास के नवरात्र पर होने वाले मेले को छोटा मेला कहा जाता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्र का मेला 22 मार्च से 6 अप्रैल, 2023 तक आयोजित किया जा रहा है।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट(CUET PG) 2023 की आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक अभ्यर्थी https://cuet.nta.nic.in वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया 20 मार्च से शुरू हो चुकी है। आवेदन की आखिरी तिथि 19 अप्रैल है। क्रेडिट/डेबिट/ नेट बैंकिंग/यूपीआई से फीस जमा करवाने की अंतिम तिथि भी 19 अप्रैल है। आवेदन शुद्धि 20 से 23 अप्रैल तक की जा सकती है। इसके बाद शुद्धि के लिए कोई मौका नहीं दिया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए एनटीए की वेबसाइट देखें। किसी प्रकार की जानकारी के लिए हेल्प डेस्क नंबर 011-40759000 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
जालंधर। पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी समर्थक पर बड़ी कार्रवाई की है। पंजाब पुलिस ने वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल और उसके 6 साथियों को हिरासत में लिया है। उन्हें जालंधर के नकोदर के पास मैहतपुर थाने के तहत से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हथियार और दो गाड़ियां बरामद की हैं। वहीं, पंजाब में रविवार रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। बता दें कि खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल की तलाश पुलिस काफी समय से कर रही थी। जगह जगह दबिश दी जा रही थी। अमृतपाल सिंह के खिलाफ 3 मामले दर्ज हैं। इसमें से 2 हेट स्पीच के संबंधित हैं।
पंजाब सरकार की तरफ से आए बयान के अनुसार सार्वजनिक सुरक्षा के हित में पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस (SMS) सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 18 मार्च (12घंटे) से 19 मार्च (12 घंटे) तक निलंबित रहेंगी।
बता दें कि अमृतपाल की लोकेशन का पता चलते ही पुलिस एक्शन मोड में आ गई। पुलिस की 50 से ज्यादा गाड़ियां अमृतपाल और उसके साथियों का पीछा कर रही थीं। कुछ दिन पहले ही खुफिया एजेंसियों के हवाले से खबर आई थी कि एंटी नेशनल एलीमेंट अमृतपाल पर हमले की योजना बना रहे हैं और अमृतपाल पर हमला करके कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं।
खालिस्तानी ताकतों को एकजुट करने वाला अमृतपाल सिंह (30) पंजाब में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन संचालित करता है। ये संगठन एक्टर-एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने बनाया था। 15 फरवरी 2022 को दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत हो गई थी, जिसके बाद इस संगठन की कमान कुछ महीने पहले ही दुबई से लौटे अमृतपाल सिंह ने संभाली और उसे प्रमुख बनाया गया।
पिछले महीने ही अमृतपाल और उसके साथियों ने पंजाब के अजनाला में हथियारों से लैस होकर थाने पर हमला कर दिया था। अपहरण और दंगों के आरोपियों में से एक तूफान की रिहाई को लेकर पुलिस स्टेशन पर यह धावा बोला था। इस हमले में छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
मुंबई। बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत के घर लगा साइन बोर्ड चर्चा का विषय बन गया है। साइन बोर्ड पर गोली मारने की बात लिखी गई है। बता दें कि बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत ने अपने घर की डेकोरेशन की झलक सोशल मीडिया पर शेयर की है। इसमें तंजौर पेंटिंग भी नजर आ रही है। इसके अलावा एक बोर्ड लगा हुआ दिख रहा है। अगर बोर्ड को ध्यान से पढ़ें तो उसमें नो ट्रेसपासिंग, उल्लंघन करने वाले को गोली मार दी जाएगी। इससे बचने वालों को दोबारा गोली मारी जा सकती है लिखा नजर आ रहा है।
कंगना रनौत का मुंबई में खूबसूरत अपार्टमेंट है। वहीं, मनाली में भी उनका एक घर है। गुरुवार को कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। इसमें वह होम डेकोर के बारे में बात कर रही है।
वीडियो में कंगना रनौत कहती नजर आ रही है कि उन्हें अपने घर को लेकर एक स्पष्ट विजन था। कंगना ने अपने घर की झलक भी दी है। इसमें तंजौर पेंटिंग भी नजर आ रही है। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए बताया है, ‘मेरे सभी घर को लेकर मेरा विजन एकदम क्लियर था, जब मैं खुद डेकोरेशन करती हूं तो मुझे और अच्छा लगता है। वहीं, भगवान बालाजी की भी तस्वीर नजर आ रही है।
डीसी ऊना राघव शर्मा ने तैयारियों को लेकर की समीक्षा बैठक
ऊना। हिमाचल प्रदेश के जिला उना में माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में चैत्र नवरात्र मेलों का आयोजन 22 से 30 मार्च तक होगा। जिसको लेकर चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने संबंधित तैयारियों को लेकतर समीक्षा बैठक की। उपायुक्त ने बताया कि एसडीएम अंब मेला अधिकारी होंगे, जबकि डीएसपी अंब को पुलिस मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है।
मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेला क्षेत्र को चार सैक्टर में बांटा जाएगा तथा लगभग 400 पुलिस व होमगार्ड जवान तैनात किए जाएंगे। मेले के दौरान मंदिर व मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरों का समुचित उपयोग किया जाएगा ताकि असामाजिक तत्वों के जरिए होने वाली अप्रिय घटनाओं को रोका जा सके।
उपायुक्त ऊना ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत मेला अवधि के दौरान मंदिर में नारियल ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। नारियल मंदिर के मुख्य गेट से पहले डीएफएमडी के स्थान पर लाईन में ही यात्रियों से जमा कर लिए जाएंगे। इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए दर्शन पर्ची अनिवार्य होगी तथा यह पर्ची बाबा श्री माईदास सदन, नया बस अड्डा तथा शंभू बैरियर से प्राप्त की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने को चिंतपूर्णी अस्पताल में 24 घंटे सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग तथा आयुर्वेद विभाग द्वारा एक-एक अतिरिक्त मेडिकल पोस्ट भी स्थापित की जाएगी जहां पर श्रद्धालुओं को आवश्यकता के अनुसार उपचार प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने मेले के दौरान श्रद्धालुओं को स्वच्छ व साफ-सुथरा पेयजल मुहैया करवाने के लिए जल शक्ति विभाग को पेयजल स्रोतों की स्वच्छता व समुचित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ऊना ने बताया कि मेले के दौरान लंगर लगाने के लिए लंगर कमेटी से अनुमति लेना अनिवार्य है। इसके लिए 10 हज़ार रूपये फीस निर्धारित की गई है। इसके अलावा लंगर आयोजकों को लंगर कमेटी द्वारा स्वच्छता व सड़क सुरक्षा सहित सभी निर्धारित नियमों का पालन करना होगा अन्यथा उन्हें लंगर के लिए जारी किए गए परमिट रद्द किए जा सकते हैं। लंगर का आयोजन सड़क से निर्धारित दूरी पर किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को आवाजाही तथा यातायात में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
उपायुक्त ने बताया कि माता श्री चिंतपुर्णी में भिक्षावृति पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इसे रोकने के लिए पुलिस व होमगार्ड के जवान कड़ी नजर रखेंगे। उन्होंने आगजनी की घटनाओं की रोकथाम के लिए अग्निशमन विभाग को मेले से पूर्व अग्निशमन यंत्रों को उपकरणों को पूरी तरह से कार्यशील करने के निर्देश दिए। बैठक में यातायात प्रबंधन, विद्युत व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, डियूटी पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों के रहने संबंधी व्यवस्था के अतिरिक्त साफ सफाई की व्यवस्था रखने बारे भी विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर मंदिर अधिकारी बलवंत पटियाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मंजू बहल, जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियंत्रक राजीव शर्मा, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग नितिन चैधरी, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव गर्ग, पुलिस उपनिरीक्षक रमेश चंद, प्रधान ग्राम पंचायत छपरोह शशी कालिया, प्रधान ग्राम पंचायत नारी अल्का संधु सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
मनाली। बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान इन दिनों हिमाचल में हैं और यहां की बर्फीली वादियों में सैर कर रही हैं। सारा खूबसूरत तस्वीरें फैंस के साथ शेयर कर रही हैं। सारा ने ताजा तस्वीरें कुल्लू जिला के मनाली से शेयर की हैं। यहां पर उनके साथ सारा की मां अमृता सिंह भी नजर आईं। सारा और अमृता ने कुल्लू में बिजली महादेव के दर्शन भी किए।
इससे पहले सारा ने लाहौल-स्पीति जिला की स्पीति घाटी में मस्ती करती नजर आईं। सारा अली खान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में स्पीति घाटी में बर्फ में एन्जॉय करते फोटो भी शेयर की थी। फोटो में वह परांठा खाते, कॉफी पीते नजर आ रही हैं। तस्वीरें अपलोड करने के साथ सारा अली खान ने लिखा है कि पर्वतों में परांठे, जन्नत के पहाड़, चलती रही कॉफी के सहारे, बर्फ में भी बहारे, तो आजमाओ यह नजारे।
दरअसल, सारा अली खान मां के साथ अपने भाई इब्राहिम अली खान की फिल्म की शूटिंग के चलते मनाली पहुंची हैं। सारा अली खान के भाई इब्राहिम की फिल्म सरजमीं की शूटिंग हिमाचल में हो रही है। इब्राहिम की यह डेब्यू फिल्म है। सरजमीं की शूटिंग मनाली के नजदीक पर्यटक स्थल कोठी में हुई है।