काजा। हिमाचल में वन मित्र भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। लाहौल स्पीति के स्पीति वाइल्ड लाइफ डिवीजन की 4 रेंज की 23 बीट में वन मित्र रखे जाने हैं। इन पदों के लिए 15 जनवरी तक आवेदन किए जा सकते हैं।
स्पीति वाइल्ड लाइफ डिवीजन के अभ्यर्थियों के लिए जानकारी के लिए अधिकारियों के फोन नंबर जारी किए हैं। इन नंबर पर अभ्यर्थी जानकारी ले सकते हैं। इसके साथ ही आवेदन के साथ लगाए जाने वाले जरूरी दस्तावेजों की जानकारी भी दी है। इसके अलावा शैक्षणिक व अन्य योग्यता तथा आयु की भी जानकारी दी है। यह जानकारी डीएफओ स्पीति वाइल्ड लाइफ डिवीजन काजा ने दी है।
केलांग। हिमाचल में वीरवार को मौसम खराब बना रहा। जिला लाहौल स्पीति में बर्फबारी हुई है। अटल टनल रोहतांग में भी बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। यात्रा, मौसम एवं यातायात व्यवस्था आदि से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए लाहौल स्पीति पुलिस नियंत्रण कक्ष 8988092298, 01900202025 और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) केलांग के नंबर 9459461365, 01900202509 पर संपर्क किया जा सकता है।
बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज यानी वीरवार को कुछ जिलों की ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं पर बर्फबारी का अनुमान जताया है। बीते कल से जिला ऊना, कांगड़ा, बिलासपुर, मंडी, शिमला में कुछ स्थानों पर बारिश हुई है।
आज कुल्लू, चंबा, लाहुल स्पीति, किन्नौर की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी व प्रदेश के मध्यवर्ती स्थानों पर कुछ जगह बारिश की संभावना जताई थी। मौसम बिगड़ने से दिन के तापमान में चार से छह डिग्री तक गिरावट आई है। वहीं, 2 दिसंबर से पूरे राज्य में मौसम साफ रहने की उम्मीद है।
काजा। हिमाचल में मौसम ने करवट बदली है। शिमला व कांगड़ा सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में सोमवार सुबह से ही बादल छाए रहे। ऊंची चोटियों में हल्की बर्फबारी भी शुरू हो गई है। लाहौल-स्पीति जिला में भी बर्फबारी शुरू हो गई है।
लाहौल-स्पीति पुलिस ने बर्फबारी का वीडियो जारी करते हुए लोगों से सावधान रहने की अपील की है। लाहौल-स्पीति पुलिस ने अपील की है कि इस सर्दी में अपना बचाव करें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार 28 नवंबर यानी मंगलवार को मैदानी क्षेत्रों में मौसम साफ रहने की संभावना है। 3 दिसंबर तक मौसम साफ बना रह सकता है।
वहीं, मध्य पर्वतीय और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 1 दिसंबर तक एक दो स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 1 दिसंबर के बाद मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का अनुमान है।
काजा। लाहौल-स्पीति जिला में सोमवार से तीन सड़क मार्ग बंद रहने वाले हैं। दारचा से सरचू, ग्रांफू-लोसर और दारचा-शिंकुला सड़क पर सोमवार से वाहनों की आवाजाही बंद होगी। ये सड़कें गर्मियों तक वाहनों के लिए बंद रहेंगी।
लाहौल-स्पीति प्रशासन ने तीन दिन पहले ही सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बंद करने के आदेश जारी किए थे। सोमवार से वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से थम जाएगी।
बता दें कि पहाड़ों पर ठंड बढ़ने के साथ ही कुंजुम दर्रा, बारालाचा और शिंकुला दर्रे में सड़क पर बर्फ जमना शुरू हो गई है ऐसे में इन मार्गों पर सफर करना जोखिम भरा हो गया है।
डीसी राहुल कुमार ने बताया कि तीनों सड़कें 20 नवंबर से 2024 तक बंद रहेंगी। प्रशासन ने पर्यटकों समेत आम लोगों से सड़कों पर आवाजाही न करने की अपील की है। सड़क खुलने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा जानकारी दी जाएगी।
काजा। लाहौल-स्पीति जिला में शुक्रवार सुबह से ही मौसम खराब है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी है जिसके कारण लाहौल-स्पीति जिला में कई मार्ग बंद हो गए हैं। इन्ही मार्गों की जानकारी हम आपके लिए लाए हैं।
मनाली-सरचू NH-03 दारचा से सरचु और कोकसर से रोहतांग टॉप तक वाहनों की आवाजाही के लिए बर्फबारी के कारण बंद है।
बता दें कि 16 सितंबर 2023 से मौसमी पुलिस जांच चौकी सरचु से हटा दी गई है। पुलिस जांच चौकी दारचा में स्थित है। यात्रियों से आग्रह है कि दारचा से आगे ध्यानपूर्वक यात्रा करें।
समदो-काजा-ग्राम्फू NH-505 की बात करें तो ग्राम्फू से छतरू सड़क सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बर्फबारी के कारण बंद है।
हालांकि दारचा-शिंकुला सड़क और संसारी-किलाड़-तिंदी-तांदी सड़क सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल है। लाहौल-स्पीति जिला पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अनावश्यक तौर पर यात्रा न करें।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट ले ली है। शुक्रवार सुबह से ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया है। लाहौल-स्पीति, मनाली, रोहतांग सहित अटल टनल में बर्फबारी हो रही है।
शिमला में भी हल्की बारिश हुई है और कहीं-कहीं धुंध भी छाई हुई है, वहीं कांगड़ा जिला सहित निचले इलाकों में सुबह से बारिश हो रही है। ताजा बर्फबारी और बारिश के चलते तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है।
बर्फबारी के कारण मनाली-लेह मार्ग के साथ ग्रांफू काजा और शिंकुला दर्रा भी यातायात के लिए बंद हो गया है।
मौसम को देखते हुए लेह प्रशासन ने वीरवार को ही मनाली आने वाले सभी वाहनों को उपसी में रोक दिया था जबकि आज मनाली से लेह जाने वाले वाहनों को लाहौल घाटी के दारचा में रोक दिया है। यानी दर्रों में वाहनों की आवाजाही अब मौसम पर निर्भर हो गई है।
लाहौल-स्पीति जिला के कोकसर, सिस्सू, गोंदला, पट्टन घाटी में दो से चार इंच और रोहतांग टनल, कुंजुम पास, बारालाचा में छः इंच ताजा हिमपात हुआ है।
अटल टनल रोहतांग के साउथ पोर्टल में भी बर्फबारी का दौर शुरू है। अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल व साउथ पोर्टल में हिमपात होने से टनल की तरफ वाहनों की आवाजाही फिलहाल रोक दी है।
लाहौल-स्पीति सहित कुल्लू के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी हो रही है। मनाली से लाहौल के लिए फोर व्हील ड्राइव वाहनों की आवाजाही सुचारू है लेकिन लेह मार्ग अभी बंद है। रोहतांग की ओर जाने वाले वाहनों को गुलाबा तक ही भेजा जा रहा है।
बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि सभी दर्रों में बिछी बर्फ की परत से मनाली के पर्यटन कारोबार को गति मिलेगी। हालांकि मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 10 नवंबर के बाद मौसम के साफ रहने का अनुमान है।
ताजा बर्फबारी के चलते तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। शिमला में भी हल्की बूंदाबांदी हुई है। ऊना में अधिकतम तापमान 29.0, कांगड़ा में 27.6, भुंतर में 26.4, मंडी में 26.3, धर्मशाला में 25.0, नाहन में 24.5, चंबा-सोलन में 24.1, शिमला में 19.2, मनाली में 17.4, कल्पा में 15.8 और केलांग में 12.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 0.3, कल्पा में 1.6, मनाली में 4.4, शिमला में 9.6 और धर्मशाला में 12.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है।
काजा। हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिला में बर्फबारी के चलते कई मार्ग बंद हो गए हैं। मंगलवार को जिला में कौन का मार्ग कहां पर बंद है और कौन सा मार्ग सुचारू है इसके जानकारी आपको देते हैं विस्तार से …
मनाली-सरचु NH-03 दारचा से सरचु तक बर्फबारी होने के कारण सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है। बता दें कि 16 सितंबर से मौसमी पुलिस जांच चौकी सरचु से हटा दी गई। पुलिस जांच चौकी दारचा में स्थित है। यात्रियों से आग्रह है कि वह दारचा से आगे ध्यान पूर्वक यात्रा करें। वहीं, दारचा-शिंकुला सड़क भी बर्फबारी होने के कारण सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है।
समदो-काजा-गाम्फू NH-505 सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल है। संसार-किलाड़-तिंदी-तांदी सड़क बहाल है। कुल्लू से मंडी वाया कमांद कटौला टू वे मार्ग केवल हल्के वाहनों के लिए बहाल है। इस मार्ग पर अभी भारी वाहनों को आवाजाही की अनुमति नहीं है। लाहौल-स्पीति पुलिस ने अपील की है कि फिलहाल मौसम को ध्यान में रखते हुए अनावश्यक तौर पर यात्रा न करें।
केलांग।हिमाचल के लाहौल स्पीति जिला में पांगी-किलाड़ राजमार्ग-26 बंद हो गया है। पुलिस चौकी तिंदी की सूचना के अनुसार पांगी-किलाड़ मार्ग रोहली के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण पांगी की ओर बंद हो गया है। मार्ग को खोलने की कवायद शुरू कर दी है। मार्ग जल्द बहाल करने की कोशिश की जा रही है।
पांगी किलाड़ मार्ग बंद होने संबंधित जानकारी लाहौल स्पीति पुलिस ने अपने फेसबुक पेज पर डाली है। अधिक जानकारी के लिए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष 9459461355 और कंट्रोल रूम नंबर 8988092298 पर संपर्क कर सकते हैं।
शिमला।जिला सुशासन सूचकांक (District Good Governance Index) में हिमाचल के तीन जिलों ने धाक जमाई है। कांगड़ा जिला लगातार दूसरी बार नंबर रहा है। हमीरपुर जिला ने दूसरा तो लाहौल स्पीति जिले ने तीसरा स्थान हासिल किया है। कांगड़ा जिला को 50 लाख, हमीरपुर को 35 और लाहौल स्पीति जिला को 25 लाख का पुरस्कार प्रदान किया गया है।
राजधानी शिमला में मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में कांगड़ा के डीसी डॉ निपुण जिंदल, हमीरपुर के डीसी हेमराज बैरवा और लाहौल स्पीति के डीसी राहुल कुमार ने पुरस्कार प्राप्त किया।
बता दें कि जिला सुशासन सूचकांक (District Good Governance Index) शासन की गुणवत्ता के आकलन का एक उपक्रम है। इसकी रिपोर्ट सभी जिलों के आंकड़ों के आधार पर तैयार की जाती है और इसमें सभी जिलों के तुलनात्मक मूल्यांकन के लिए 8 मुख्य विषयों, 19 फोकल बिन्दुओं और 76 संकेतकों पर डाटा एकत्र किया जाता है।
इसमें बुनियादी ढांचा, पारदर्शिता, जवाबदेही, मानव संसाधन विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून व्यवस्था जैसे कईं पैरामीटर शामिल होते हैं। जिला सुशासन सूचकांक-2022 में आठ मूल विषय आवश्यक बुनियादी ढांचा, मानव विकास, सामाजिक संरक्षण, महिलाएं एवं बच्चे, अपराध, कानून एवं व्यवस्था, पर्यावरण, पारदर्शिता एवं जवाबदेही और आर्थिक प्रदर्शन शामिल हैं।
दूसरे स्तर पर 19 केंद्र बिंदु रखे गए हैं, जिनमें से प्रत्येक विषय के अंतर्गत बिजली, पानी, सड़कें, शिक्षा, स्वास्थ्य, सार्वजनिक वितरण योजना, सामाजिक न्याय, रोजगार, बच्चों और महिलाओं से संबंधित विषय, हिंसक अपराध, कानून एवं व्यवस्था, अत्याचार, पर्यावरण उल्लंघन, वन क्षेत्र, पारदर्शिता और दायित्व, अर्थव्यवस्था में कृषि और संबद्ध क्षेत्र तथा वाणिज्य और उद्योग के रूप में योगदान से संबंधित मामले शामिल हैं।
तीसरे स्तर पर 90 विशिष्ट कारकों के आधार पर जिलों में उपलब्ध आंकड़ों का एकीकरण तथा विश्लेषण किया गया है।
‘गुड गवर्नेंस’ के लिए मुख्यमंत्री ने डीसी कांगड़ा को दिया पुरस्कार
धर्मशाला।हिमाचल के जिला कांगड़ा ने लगातार दूसरी बार सुशासन सूचकांक में प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर राज्य में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन को दोहराया है। राजधानी शिमला में आज मंगलवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित एक कार्यक्रम में डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने ‘गुड गवर्नेंस’ के लिए प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया।
प्रथम पुरस्कार मिलने पर जिले को 50 लाख रुपए भी पुरस्कार के रूप में प्राप्त हुए हैं। लगातार दूसरे वर्ष सुशासन सूचकांक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिलाधीश कांगड़ा के नेतृत्व में पूरी टीम के प्रयासों की सराहना की।
हमीरपुर जिला दूसरे और लाहौल-स्पीति तीसरे स्थान पर
वहीं, जिला हमीरपुर ने सराहनीय प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया है। आर्थिकी और सांख्यिकी विभाग द्वारा तैयार हिमाचल प्रदेश जिला सुशासन सूचकांक पर वार्षिक रिपोर्ट-2022 में यह उपलब्धि हासिल करने के लिए जिला हमीरपुर को 35 लाख रुपये का पुरस्कार मिला है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला में आयोजित एक कार्यक्रम में हमीरपुर के डीसी हेमराज बैरवा को यह पुरस्कार प्रदान किया।
वहीं, तीसरे स्थान पर लाहौल-स्पीति जिला रहा है। लाहौल-स्पीति जिला को 25 लाख रुपये का पुरस्कार मिला है। डीसी राहुल कुमार को यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि जिला कांगड़ा में विभागों के बेहतर आपसी समन्वय के चलते गवर्नेंस सुगम और सरल हुई है। उन्होंने कहा कि जिला में जनता की सुविधा और सरकार के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए तन्मयता और निष्ठा से कार्य कर रहे अधिकारी-कर्मचारियों को इस पुरस्कार का श्रेय जाता है।
उन्होंने भविष्य में भी इस प्रदर्शन को बरकरार रखने के लिए जिलें में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों से एक्यभाव के साथ निरंतर बेहतर कार्य करने का आह्वान किया।
इन बिंदुओं पर हुआ मूल्यांकन
उल्लेखनीय है कि जिला सुशासन सूचकांक (डिस्ट्रिक्ट गुड गवर्नेंस इंडेक्स) शासन की गुणवत्ता के आकलन का एक उपक्रम है। इसकी रिपोर्ट सभी जिलों के आंकड़ों के आधार पर तैयार की जाती है और इसमें सभी जिलों के तुलनात्मक मूल्यांकन के लिए 8 मुख्य विषयों, 19 फोकल बिन्दुओं और 76 संकेतकों पर डाटा एकत्र किया जाता है।
उपायुक्त ने बताया कि इसमें बुनियादी ढांचा, पारदर्शिता, जवाबदेही, मानव संसाधन विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून व्यवस्था जैसे कईं पैरामीटर शामिल होते हैं।
सुदृढ़ होगी कार्यप्रणाली
डीसी ने कहा कि भले ही जिला कांगड़ा ने सुशासन सूचकांक में लगातार दूसरी बार पहला स्थान प्राप्त किया है लेकिन हर कार्य मे सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है। उन्होंने बताया कि शासन की गुणवत्ता का आकलन करने में यह सूचकांक मददगार साबित होगा।
उन्होंने बताया कि इसकी रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में भी जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों द्वारा अपनी कार्यप्रणाली में और सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाये जा सकेंगे।
उन्होंने बताया कि जिला सुशासन सूचकांक में प्रथम आने पर प्रशासन को 50 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया कि ये धनराशि जिले में सभी विभागों की कार्य निष्पादन क्षमता के विकास पर खर्च की जाएगी।
गौरतलब है कि जिला कांगड़ा ने पिछले कुछ समय में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। सुशासन सूचकांक में दो वर्षों से लगातार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के साथ-साथ जिले की झोली में और भी महत्वपूर्ण पुरस्कार आए हैं।
हिमाचल विधानसभा निर्वाचन 2022 में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभिनव पहल के लिए जिला कांगड़ा को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया था। चुनावी व्यय की निगरानी के डिजिटलीकरण के लिए जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई ई-कैच एप्लिकेशन के लिए जिलाधीश डॉ. निपुण जिंदल को भारत के राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त हुआ था।
उपायुक्त ने बताया कि इसके अतिरिक्त पिछले कुछ वर्षों में अनेक प्रतिष्ठित आयोजनों की सुव्यवस्थित मेजबानी करने में भी जिला कांगड़ा सफल रहा है।
उपायुक्त ने बताया कि धर्मशाला में जी20 की बैठकें, देशभर के पर्यटन मंत्रीयों का सम्मेलन, मुख्य सचिवों की बैठक सरीखे कईं महत्वपूर्ण इवेंट जिला कांगड़ा में सफलतापूर्वक आयोजित किए गए।
उन्होंने बताया कि गुड गवर्नेंस के साथ-साथ जिला कांगड़ा पर्यटन, इवेंट्स आयोजन और नवाचार के क्षेत्र में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।