केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने ग्रहण की बीजेपी की सदस्यता
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। हिमाचल कांग्रेस के सह प्रभारी तेजिंदर सिंह बिट्टू ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही भाजपा का दामन थाम लिया है।
उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को त्यागपत्र भेजकर हिमाचल के सह प्रभारी के साथ AICC सेक्रेटरी पद से भी इस्तीफे का ऐलान किया था।
चुनावों से पहले इस तरह तेजिंदर सिंह बिट्टू का पद छोड़ना पार्टी के लिए बड़े झटका है। तेजिंदर सिंह बिट्टू न सिर्फ पंजाब कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे बल्कि हिमाचल में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
तेजिंदर सिंह बिट्टू ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस दौरान बीजेपी कार्यालय में अश्विनी वैष्णव, सुशील कुमार उर्फ रिंकू और विनोद तावड़े भी मौजूद रहे।
इसके अलावा, चौधरी करमजीत कौर ने भी बीजेपी मुख्यालय पहुंच कर पार्टी की सदस्यता ग्रहणकी। करमजीत कौर कांग्रेस के टिकट पर जालंधर से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि, मौजूदा समय में वह कांग्रेस से नाराज थीं।
सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे को शेयर करते हुए तेजिंदर पाल सिंह बिट्टू भावुक हो गए थे। उन्होंने पोस्ट में लिखा था, ’35 साल बाद भारी मन से कांग्रेस से रिजाइन कर रहा हूं।’
तेजिंदर पाल सिंह बिट्टू ने नगर निगम शिमला के चुनाव में कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वह यहां नगर निगम शिमला के चुनाव प्रबंधन का काम भी देख रहे थे।
पालमपुर। कांगड़ा जिला के पालमपुर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। पालमपुर बस स्टैंड के पास एक युवक ने युवती पर दिनदहाड़े जानलेवा हमला किया।
युवक ने तेजधार हथियार (दराट) से युवती के सिर पर कई वार किए। बताया जा रहा है कि युवती की चार उंगलियां कटी हैं और उसके सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। आरोपी युवक ने युवती पर 9 से 10 बार दराट से हमला किया।
आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। युवक मस्सल का रहने वाला बताया जा रहा है, वहीं युवती सुलह क्षेत्र की बताई जा रही है। हालांकि, युवक ने इस वारदात को क्यों अंजाम दिया इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
गंभीर रूप से घायल युवती को नागरिक चिकित्सालय पालमपुर ले जाया गया, जहां से उसे डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा रेफर कर दिया गया है।
सलूणी। चंबा जिला के सलूणी उपमंडल में चकोली-ढल्ला-लाहरा मार्ग पर सड़क हादसा हुआ है। यहां पर एक ऑल्टो कार गहरी खाई में जा गिरी।
हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को सिविल अस्पताल किहार में प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज चंबा रेफर कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात लाहरा से ढला की ओर जा रही ऑल्टो कार लाहरा जीरो प्वाइंट के पास अनियंत्रित हो गई और गहरी खाई में गिर गई।
हादसे में कार में सवार खड़जोता पंचायत के उपप्रधान नागेश निवासी गांव सियूल और डिपो होल्डर चतरो राम निवासी गांव लाहरा की मौके पर मौत हो गई। वहीं, कुलदीप निवासी गांव ढल्ला घायल हो गया।
सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की सहायता से शवों को खाई से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
एसपी चंबा अभिषेक यादव ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि किहार पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया है। शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच कर रही है।
कांग्रेस पार्टी की शिमला संसदीय क्षेत्र की बैठक में गरजे मुख्यमंत्री
शिमला। मंडी संसदीय क्षेत्र की बैठक के बाद आज शिमला संसदीय क्षेत्र की कांग्रेस मुख्यालय में अहम बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रतिभा सिंह, शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी व सरकार के मंत्री व पार्टी के शिमला संसदीय क्षेत्र पदाधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने शिमला संसदीय क्षेत्र के लिए अहम बैठक बुलाई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने 15 महीने के काम को लेकर जनता के बीच में जाएगी। उन्होंने कहा कि आपदा के वक्त राज्य सरकार ने बिना केंद्र सरकार की मदद के बेहतरीन काम किया।
जब प्रदेश में आपदा आई, तब भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने दिल्ली में हिमाचल प्रदेश की आवाज नहीं उठाई।
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भी जब हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प आया, तब भाजपा विधायकों ने इसका समर्थन नहीं किया।
उन्होंने कहा कि सभी भाजपा सांसदों और विशेष तौर पर शिमला के सांसद सुरेश कश्यप को यह जवाब देना चाहिए कि उन्होंने हिमाचल में आई आपदा के वक्त वे वहां कहां छिप गए थे।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को हर महीने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान योजना के तहत 1500 रुपए की सम्मान निधि की शुरुआत हुई, तब भी राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचकर भाजपा ने से रोकने की कोशिश की।
शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने कहा कि वे मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ेंगे। शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने कहा कि वे मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ेंगे।
प्रतिभा बोलीं- मुसाफिर की वापसी से पार्टी हुई गौरवान्वित
शिमला। हिमाचल प्रदेश के पच्छाद निर्वाचन क्षेत्र से बीते विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे दिग्गज कांग्रेस नेता गंगूराम मुसाफिर ने करीब डेढ़ साल बाद घर वापसी की है।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव मजबूत और सशक्त होकर उतरेगी। कांग्रेस में गंगू राम मुसाफिर की वापसी हुई है
उनकी पार्टी में वापसी का स्वागत है।
उनकी वापसी से पार्टी गौरवान्वित है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एकजुटता के साथ भारी बहुमत के साथ शिमला लोकसभा का चुनाव जीतेगी।
हिमाचल कांग्रेस के सह प्रभारी तजेंद्र सिंह बिट्टू ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस पर प्रतिभा ने कहा कि हाईकमान देखेगी क्यों बिट्टू ने इस्तीफा दिया है।
उनके स्थान पर नई नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी टिकट कुछ घंटों में फाइनल होंगे।
सुंदरनगर। मंडी जिला के सुंदरनगर में चंडीगढ़-मनाली एनएच पर शनिवार सुबह एक सड़क हादसा हुआ है। सुंदरनगर के जड़ोल में दिल्ली से मनाली जा रही वोल्वो बस और ट्रक के बीच टक्कर हो गई।
हादसे में वोल्वो बस में सवार करीब 6 यात्रियों को चोटें आई हैं। वोल्वो बस और ट्रक के चालक भी घायल हुए हैं। घायलों को उपचार के लिए नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार सुबह करीब छह बजे दिल्ली से मनाली जा रही वोल्वो बस सुंदरनगर के जड़ोल पहुंची तो सड़क पर बसके आगे अचानक एक बैल आ गया।
बैल को बचाने के चक्कर में बस अनियंत्रित होकर बिलासपुर की तरफ जा रहे ट्रक के साथ टकरा गई।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि 5-6 यात्रियों को चोटें आईं। हादसे का पता लगते ही आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे। घायलों को सुंदरनगर के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया।
हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही सुंदरनगर थाना के तहत डैहर पुलिस चौकी से टीम मौके पर पहुंची। डीएसपी भारत भूषण ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्जकर जांच शुरू कर दी गई है।
हिमाचल प्रदेश राज्यसभा सीट पर कांग्रेस के पास बहुमत के बावजूद बड़ा उलटफेर हुआ था। कांग्रेस के दिग्गज नेता अभिषेक मनु सिंघवी को मिली हार अभी भी हिमाचल की सियासत में छाई हुई है।
अभिषेक मनु सिंघवी ने राज्यसभा वोटिंग में बराबरी के बाद पर्ची सिस्टम से निकाले गए परिणाम को 6 अप्रैल को हिमाचल हाईकोर्ट में चुनौती दी है।
बता दें कि 27 फरवरी को हिमाचल राज्यसभा की एक सीट पर चुनाव हुआ था, जिसमें तीन निर्दलीयों समेत कांग्रेस के 6 विधायकों ने अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ वोट दिया था।
68 सदस्यों वाली हिमाचल विधानसभा में 34 -34 पर मामला अटक गया था। टाई होने के बाद पर्ची सिस्टम से नाम निकाला गया था।
पर्ची अभिषेक मनु सिंघवी के नाम की निकली थी, लेकिन भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन को विजयी घोषित किया गया था।
नई दिल्ली। दिल्ली भारत की राजधानी है और सियासत का केंद्र बिंदु भी है। देश के विकास के लिए नई दिल्ली से योजनाओं का खाका तैयार होता है। कई बार ऐसा भी होता था कि दिल्ली में बनी योजनाएं कुछ राज्यों के लोगों तक पहुंच नहीं पाती थीं।
इसे संबंधित क्षेत्रों जिन क्षेत्रों के लोगों तक योजनाएं पहुंच नहीं पाती थी कि भौगोलिक स्थिति कह लें या फिर अनदेखी। क्योंकि भारत की भौगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं।
ऐसा ही कुछ हाल पूर्वोत्तर का था। ऐसा कहा जाता है कि इन राज्यों के लिए दिल्ली में योजनाएं बनती तो थीं पर वहां गरीबों तक पहुंचती नहीं थीं। 10 साल पहले तक इन राज्यों में कई ऐसे गांव थे, जहां मूलभूत सुविधाएं तक नहीं थीं।
दिल्ली से अधिक दूरी कारण मानी जाती थी। अधिकारियों के पास भी यह फिक्स जवाब होता था। यहां दिलचस्प बात यह है कि जब पीएम नरेंद्र मोदी ने यह जवाब सुना तो उन्होंने खुद मोर्चा संभाल लिया।
जब भी असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम की फाइल पीएम नरेंद्र मोदी के टेबल पर पहुंचती है, वो यही पूछते हैं कि ये इलाका विकास से इतना महरूम क्यों हैं। जब अधिकारी टालमटोल करते हैं, तो खुद मोर्चा संभाल लेते हैं।
उन्होंने 10 साल के कार्यकाल में 70 बार इन राज्यों का दौरा किया। अमित शाह को इन राज्यों में शांति-व्यवस्था कायम रखने का जिम्मा सौंपा। पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में कई बड़े समझौते करवाकर इन राज्यों की दशा बदलने का कार्य किया गया।
जनवरी 2020 में त्रिपुरा, मिजोरम, केंद्र सरकार और ब्रू समुदाय से जुड़े प्रतिनिधियों के बीच समझौता हुआ। समझौते के तहत उन्हें त्रिपुरा में ही बसाने का निर्णय लिया गया।
इसके लिए इन्हें हर जरूरी सुविधाएं सरकार की तरफ से मिलने की बात कही गई। असम के कार्बी आंगलोंग में सालों से अलग क्षेत्र की मांग उठ रही थी, जिसे लेकर शाह ने कई दौर की बातचीत के बाद समझौता करवाया, सैकड़ों लोगों ने सरेंडर किया और विकास के रास्ते खुले।
केंद्र सरकार और यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम यानी उल्फा के अरबिंद राजखोवा के नेतृत्व वाले गुट के बीच शांति समझौता हुआ है। यह समझौता अपने आप में ऐतिहासिक बताया जा रहा है।
उल्फा की हिंसाओं में 10 हजार लोग मारे गए हैं और अब इसके नेताओं ने संगठन भंग करने और मुख्यधारा में शामिल होने पर सहमति जताई।
यही नहीं असम और मेघालय ने मंगलवार को 12 में से छह स्थानों पर अपने पांच दशक पुराने सीमा विवाद को सुलझाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे पूर्वोत्तर के लिए “ऐतिहासिक दिन” करार दिया।
माना जाता है कि ये वो समझौते हैं, जिनकी वजह से पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों का विकास तेजी से होगा। अगर ये पहले होते तो शायद नॉर्थ ईस्ट की रफ्तार भी उतनी ही तेज होती, जितनी बाकी राज्यों के विकास की है।
बीते 10 साल में इन इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ा है। पूर्वोत्तर के कई हिस्से पहली बार रेल सेवा से जुड़े। आजादी के 67 साल बाद मेघालय भारत के रेल नेटवर्क पर आया। नागालैंड को 100 साल बाद अब अपना दूसरा रेलवे स्टेशन मिला।
पहली मालगाड़ी मणिपुर के रानी गाइदिन्ल्यू रेलवे स्टेशन पहुंची। पूर्वोत्तर को अपनी पहली सेमी हाई-स्पीड ट्रेन मिल गई। सिक्किम को पहला हवाई अड्डा मिल गया। उड़ान योजना के तहत हवाई अड्डों की संख्या 9 से बढ़कर 17 हो गई है। 2014 से पहले पूर्वोत्तर में केवल एक राष्ट्रीय जलमार्ग था, अब 5 जलमार्ग चालू हैं।
आपके इलाके में कितना बदलाव आया या आप सरकार से क्या चाहते हैं, कमेंट में जरूर बताएं, ताकि पूर्वोत्तर के राज्यों की तरह आपके इलाके की भी परेशानी दूर हो सके।
चैत्र नवरात्र के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। आदिशक्ति मां दुर्गा का अष्टम रूप महागौरी हैं। देवी महागौरी का रंग अत्यंत गौर वर्ण है इसलिए इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है।
मान्यता के अनुसार अपनी कठिन तपस्या से मां ने गौर वर्ण प्राप्त किया था तभी से इन्हें उज्जवला स्वरूपा महागौरी, धन ऐश्वर्य प्रदायिनी, चैतन्यमयी त्रैलोक्य पूज्य मंगला, शारीरिक मानसिक और सांसारिक ताप का हरण करने वाली माता महागौरी का नाम दिया गया।
मां दुर्गा का आठवां स्वरूप देवी महागौरी का अत्यंत गौर वर्ण हैं। इनके वस्त्र और आभूषण आदि भी सफेद ही हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। महागौरी का वाहन बैल है।
देवी के दाहिने ओर के ऊपर वाले हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। बाएं ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू और नीचे वाले हाथ में वर मुद्रा है। इनका स्वभाव अति शांत है।
देवी महागौरी की पूजा करने से सभी ग्रहदोष दूर हो जाते हैं। मां महागौरी का ध्यान-स्मरण, पूजन-आराधना से दांपत्य सुख, व्यापार, धन और सुख-समृद्धि बढ़ती है। मनुष्य को सदैव इनका ध्यान करना चाहिए।
इनकी कृपा से आलौकिक सिद्धियों की प्राप्ति होती है। ये भक्तों के कष्ट जल्दी ही दूर कर देती हैं एवं इनकी उपासना से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। ये मनुष्य की वृतियों को सत्य की ओर प्रेरित करके असत्य का विनाश करती हैं।
भक्तों के लिए यह देवी अन्नपूर्णा का स्वरूप हैं इसलिए अष्टमी के दिन कन्याओं के पूजन का विधान है। ये धन, वैभव, अन्न-धन और सुख-शांति की अधिष्ठात्री देवी हैं।
”जय महागौरी जगत की माया ।
जय उमा भवानी जय महामाया ॥
हरिद्वार कनखल के पासा ।
महागौरी तेरा वहा निवास ॥
चंदेर्काली और ममता अम्बे
जय शक्ति जय जय मां जगदम्बे ॥
भीमा देवी विमला माता
कोशकी देवी जग विखियाता ॥
हिमाचल के घर गोरी रूप तेरा
महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा ॥
सती ‘सत’ हवं कुंड मै था जलाया
उसी धुएं ने रूप काली बनाया ॥
बना धर्म सिंह जो सवारी मै आया
तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया ॥
तभी मां ने महागौरी नाम पाया
शरण आने वाले का संकट मिटाया ॥
शनिवार को तेरी पूजा जो करता
माँ बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता ॥
‘चमन’ बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो
महागौरी माँ तेरी हरदम ही जय हो” ॥
शिमला। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज यानी 15 अप्रैल के लिए चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, मंडी और शिमला में अलग अलग स्थानों पर भारी बारिश, बर्फबारी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। ऑरेंज अलर्ट के बीच कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की है। वहीं, कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई है।
अपडेट के अनुसार 16 अप्रैल को अलग-अलग स्थानों पर आंधी, तूफान और बिजली गिरने की संभावना को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। 17 अप्रैल को मौसम साफ रहने का अनुमान है। 18 अप्रैल को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है।
इसके चलते 18 अप्रैल को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, बर्फबारी, आंधी, बिजली गिरने और ओलावृष्टि का अनुमान है। 19, 20 और 21 अप्रैल को आंधी, तूफान और बिजली गिरने की संभावना को लेकर येलो अलर्ट जारी है। हिमाचल में औसत न्यूनतम सामान्य और अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे रहा है।