कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अर्पित किए श्रद्धा सुमन
शिमला। देश भर में आज बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि मनाई गई। इस मौके पर राजधानी शिमला के चौड़ा मैदान में कांग्रेस नेताओं ने अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके अलावा शिमला से विधायक हरीश जनार्था, पूर्व सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा समेत कई अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।
इस मौके पर हिमाचल सरकार में कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज हम बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को उनकी पुण्यतिथि पर याद कर रहे हैं। इस देश के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। देश संचालन के लिए संविधान के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि संविधान ने देश के सभी लोगों को एक साथ और समानता के साथ आगे बढ़ने का मौका दिया है। उन्होंने कहा कि संविधान समाज के सभी दलित, शोषित, पिछड़े और महिलाओं समेत सभी वर्गों को एक साथ एकता और समानता के साथ आगे बढ़ाने की सीख देता है और प्रदेश की वर्तमान सरकार इन्ही मूल्यों के ऊपर काम करते हुए आगे बढ़ने का काम कर रही है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में बुधवार को मौसम साफ रहा और अधिकतर स्थानों पर धूप खिली रही। हालांकि, न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है और ठंड भी बढ़ गई है।
प्रदेश में 10 दिसंबर तक मौसम साफ बना रहेगा। 11 दिसंबर से फिर बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। इस दौरान प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में यह बदलाव का पूर्वानुमान है। केलांग, कल्पा और समदो का न्यूनतम तापमान लगातार तीसरी रात माइनस में दर्ज हुआ।
मंगलवार रात केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 5.2, समदो में माइनस 2.7 और कल्पा में माइनस 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। न्यूनतम तापमान कम रहने से प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सुबह और शाम के समय मौसम में ठंडक बढ़ गई है।
लाहौल-स्पीति, अटल टनल और सिस्सू और कोकसर में भारी हिमपात के बाद पर्यटक पहुंच रहे हैं। हालांकि, 4 बाय 4 टूरिस्ट वाहनों को ही अटल टनल आने दिया जा रहा है क्योंकि लेह मनाली हाईवे पर काफी ज्यादा फिसलन है।
बर्फबारी के बाद मनाली में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। क्रिसमस और न्यू ईयर पर मनाली में और सैलानी आने की उम्मीद है। इन दिनों मनाली में हर रोज लगभग 600 पर्यटक वाहन पहुंच रहे हैं।
शिमला। प्रदेश की कांग्रेस सरकार एक साल के कार्यकाल के पूरा होने के जश्न की तैयारियों में जुट गई है वहीं, भाजपा इस जश्न में खलल डालने जा रही है। भाजपा इस दिन को यानी 11 दिसंबर को आक्रोश दिवस के रूप में मनाएगी। भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा कि सरकार का एक साल का कार्यकाल निराशाजनक है ऐसे में सरकार किस बात का जश्न मना रही है।
राजीव बिंदल ने शिमला में मीडिया से रू-ब-रू होकर कहा कि सरकार ने एक साल में एक भी गारंटी पूरी नहीं की है। नौकरी और नए संस्थान खोलने तो दूर जो संस्थान भाजपा सरकार ने खोले उन्हें बंद किया गया है। कांग्रेस सरकार ने जनता के हित में एक भी फैसला नहीं लिया है ऐसे में सरकार की विफलता को आक्रोश दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
आज तक के इतिहास में किसी सरकार का यह सबसे निराशाजनक कार्यकाल रहा है। भाजपा इस दिन पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर धरने प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा कि कांगड़ा में 11 के बजाए 18 दिसंबर को प्रदर्शन किए जाएंगे।
बिंदल ने सरकार और कांग्रेस संगठन में चल रही तनातनी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी आपसी लड़ाई से भाजपा को कोई लेना-देना नहीं है लेकिन इससे सरकार का जनता के कार्यों के लिए जो सामूहिक प्रयास होने चाहिए वो नहीं हो पा रहे हैं जो कि सही नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन की मजबूती के लिए काम कर रही है जिससे 2024 में चारों सीटें जीती जा सकें।
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बैंकों से हिमाचल सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं के लिए उदारतापूर्वक व रियायती ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध करवाने का आग्रह किया है, ताकि अधिक से अधिक व्यक्ति इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।
मुख्यमंत्री ने यहां सार्वजनिक व सहकारी क्षेत्र तथा निजी बैंकों के प्रतिनिधियों की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिमाचल के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना के प्रथम चरण की शुरूआत की है।
इसके तहत ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि ई-टैक्सियों को सरकारी कार्यालयों में भी लगाया जाएगा, ताकि युवाओं को एक निश्चित आय का साधन भी उपलब्ध हो सके।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस योजना के तहत बैंक युवाओं को रियायती दरों पर ऋण उपलब्ध करवाना चाहिए, ताकि उन पर ईएमआई का बोझ कम हो सके। उन्होंने कहा कि इस ऋण के लिए गारंटी सरकार देगी। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में हिमाचल में पंचायत स्तर पर सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित कर युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने सभी बैंकों को ब्याज की दरें राज्य सरकार को शीघ्र भेजने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार प्रथम चरण में 500 ई-टैक्सी के परमिट जारी करेगी तथा मांग के आधार पर निकट भविष्य में इनकी संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा विभागों में डीजल गाड़ियों को भी चरणबद्ध तरीके से कम किया जाएगा तथा ई-टैक्सी को बढ़ावा दिया जाएगा।
बैठक में मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. अभिषेक जैन, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया, ओएसडी गोपाल शर्मा सहित सहकारी, निजी व सार्वजनिक क्षेत्र के 27 बैंकों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
शिमला। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में न बुलाए जाने और एक साल के जश्न को लेकर चर्चा न करने पर सुक्खू सरकार से नाराज प्रतिभा सिंह हैं और दोष मीडिया का। जी हां मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसका सारा ठीकरा मीडिया पर फोड़ा है। शिमला में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उनकी प्रतिभा सिंह से बात हुई है। कोई प्रेस वाला उनके पास चला गया था और स्पेशल इसी सवाल को पूछने के लिए गया था। उन्होंने (प्रतिभा सिंह) कल मीटिंग बुलाई है।
इसलिए छोटी छोटी बातें… कुछ मीडिया के लोग भी हमारे शुभचिंतक हैं जो छा जाते हैं। उस दृष्टिकोण से भी देखना पड़ता है। सरकार और कांग्रेस पार्टी पूरे जोर काम कर रही है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। विधायक दल की बैठक में न बुलाए जाने और एक साल के जश्न को लेकर प्रतिभा सिंह खफा दिखीं। कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार से नाराजगी जताते हुए संगठन को नजरअंदाज करने के आरोप लगाए हैं।
प्रतिभा सिंह ने कहा था कि एक साल के समारोह के बारे में उनको ज्यादा जानकारी नहीं है और न ही उनको भरोसे में लिया गया है। प्रतिभा सिंह ने कहा है कि आखिर सरकारें भी संगठन से बनती हैं। संगठन के काम करने से ही कांग्रेस सरकार प्रदेश में बन पाई है।
अपनी सरकार में संगठन को नजरअंदाज करना सही बात नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं संगठन से निकले हैं और वह हर बार कहते हैं कि वह एनएसयूआई और युवा कांग्रेस में रहे हैं और आज मुख्यमंत्री हैं। वह चाहती थी कि मुख्यमंत्री संगठन को मजबूती दें, इससे संगठन के कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ना था। 2024 के चुनाव में संगठन काम आएगा।
शिमला। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने बड़ी पहल की है। हिमाचल प्रदेश पुलिस बल के इतिहास में पहले महिला बिगुलर प्रशिक्षण को शुरू किया गया है। हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह (PTC Daroh) में यह प्रशिक्षण शुरू किया है। जल्द ही हिमाचल प्रदेश राज्य में गार्ड ऑफ ऑनर तथा अन्य समारोहों में महिला बिगुलर देखने को मिलेंगी।
बता दें कि बिगुल एक महत्वपूर्ण सैन्य उपकरण है, जहां बिगुल कॉल का उपयोग शिविर की दैनिक दिनचर्या को इंगित करने के लिए किया जाता है। ऐतिहासिक रूप से युद्ध के दौरान अधिकारियों से सैनिकों तक निर्देश प्रसारित करने के लिए सेना में बिगुल का उपयोग किया जाता था। बिगुल का उपयोग लीडर्स/अधिकारियों को इकट्ठा करने और शिविरों में मार्च करने का आदेश देने के लिए किया जाता था।
बिगुल बजाने वाले पुलिस बल में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि उनकी बिगुल ध्वनि समारोहों, परेड और अन्य आधिकारिक कार्यक्रमों के दौरान महत्वपूर्ण संकेत के रूप में काम करती है।
हिमाचल प्रदेश पुलिस का कहना है कि पुलिस बल में महिला बिगुलर में शामिल करना न केवल विविधता के प्रति विभाग के समर्पण को उजागर करता है, बल्कि पुलिस बल में इच्छुक महिलाओं के लिए एक प्रेरणा के रूप में भी काम करता है। यह पहल संदेश देती है कि लिंक को किसी के जुनून को आगे बढ़ाने और पेशेवर उत्कृष्टता हासिल करने में कभी बाधा नहीं बनने देना चाहिए।
हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने इस महत्वपूर्ण पहल के लिए डीआईजी/प्रधानाचार्य हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह विमल गुप्ता को बधाई दी है। यह जानकारी हिमाचल प्रदेश पुलिस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में पोस्ट डालकर दी है।
भारतीय डाक विभाग द्वारा 10 वर्ष या उससे कम आयु की बेटियों के लिए बढ़िया स्कीम चलाई है जिसका नाम है सुकन्या समृद्धि योजना। भारतीय डाक विभाग की तरफ से 4 दिसंबर से 16 दिसंबर, 2023 तक सुकन्या समृद्धि योजना के तहत ‘समृद्ध सुकन्या, समृद्ध समाज’ अभियान चलाया जा रहा है।
इस योजना के तहत 10 वर्ष या उससे कम आयु की बेटी के नाम पर न्यूनतम 250 रुपए से खाता खुलवाया जा सकता है। खाता खुलने के बाद आवेदक अपनी सुविधा अनुसार इसमें राशि जमा करवा सकता है, जोकि एक वर्ष में एक लाख पचास हजार रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए।
सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा तरीका है। आज हम आपको इसी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले हैं …
सुकन्या समृद्धि योजना फॉर्म आपको पोस्ट ऑफिस या किसी बैंक में जाकर ही भर होता है। सुकन्या समृद्धि योजना की अवधि बालिका के 21 वर्ष के होने या 18 वर्ष की आयु के बाद उसकी शादी होने तक होती है। हालांकि, यह निवेश आपको अकाउंट खोलने की तारीख से 15 साल तक ही करना होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में एक साल में 1.5 लाख रुपये से ज्यादा जमा नहीं कराए जा सकते। वहीं, कम से कम 250 रुपये के निवेश से भी अकाउंट खोला जा सकता है।
इस योजना में 1 से लेकर 10 से कम उम्र की बेटियों का खाता खोला जा सकता है। इस अकाउंट के मैच्योर होने पर भी आपको किसी तरह का टैक्स नहीं देना पड़ेगा।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आवेदक को सरकार द्वारा जमा की गई राशि पर 7.6 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जाएगा। बेटी की आयु 21 वर्ष होने पर यह राशि उसे दी जाएगी। योजना के तहत आवेदक बालिका 18 वर्ष की होने पर अपनी उच्च शिक्षा के लिए जमा राशि का 50 प्रतिशत निकलवा सकती है।
सुकन्या योजना में आपके पास 14 साल तक पैसा जमा करने का विकल्प नहीं है। आपको 15 साल तक पैसा जमा करना होगा। अगर आप हर महीने 500 रुपये जमा करते हैं तो आपका सालाना जमा 6000 रुपये होगा।
अगर आप इस स्कीम में 1000 रुपए मंथली इन्वेस्ट करते हैं तो सालाना 12 हजार रुपए जमा होंगे। 15 साल में कुल 1,80,000 रुपए का निवेश होगा और 3,29,212 रुपए सिर्फ ब्याज से मिलेंगे। इस तरह मैच्योरिटी पर कुल 5,09,212 रुपए मिलेंगे।
खाता 10 वर्ष से कम उम्र की लड़की के लिए प्राकृतिक या कानूनी अभिभावक द्वारा खाता खोला जा सकता है। योजना के नियमों के तहत एक जमाकर्ता एक बालिका के नाम पर केवल एक खाता खोल और संचालित कर सकता है। किसी बालिका के प्राकृतिक या कानूनी अभिभावक को केवल दो बालिकाओं के लिए खाता खोलने की अनुमति है।
प्रति बालिका केवल एक खाता खोला जा सकता है या तो डाकघर या किसी बैंक में। यह खाता एक परिवार में अधिकतम दो बालिकाओं के लिए खोला जा सकता है । केवल जुड़वा या तीन बेटियों के जन्म की स्थिति में ही एक परिवार में दो से अधिक खाते खोले जा सकते हैं।
इस स्कीम के तहत आप मैच्योरिटी पीरियड से पहले पैसा निकाल सकते हैं, लेकिन शर्त यह है कि आपने 15 साल तक पैसा जमा किया हो। तभी आपको ये सुविधा मिलेगी वरना आप पैसा नहीं निकाल सकते हैं। पैसा निकालने के लिए रिक्वेस्ट फॉर्म के साथ लड़की की आईडी लगाना जरूरी है।
जो माता-पिता अपनी बच्ची के लिए सुकन्या समृद्धि खाता खुलवा रहे हैं, उन्हें अपनी फोटो आईडी और एड्रेस प्रूफ देना होगा। माता-पिता के बदले कानूनी अभिभावक खाता खोल रहे हैं तो उन्हें आईडी और एड्रेस प्रूफ देना होगा। इसके लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि जमा कराए जा सकते हैं।
बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक का पहचान प्रमाण – इसी तरह, पासपोर्ट, पैन कार्ड, मैट्रिकुलेशन प्रमाण पत्र, चुनाव आईडी कार्ड या संबंधित व्यक्ति की पहचान को मान्य करने वाला भारत सरकार द्वारा जारी कोई अन्य प्रमाण पत्र पहचान प्रमाण के रूप में मान्य होगा।
खास बात ये है कि सुकन्या समृद्धि योजना में खाताधारक की जन्मतिथि नहीं बदली जा सकती है। खाता बच्चे के नाम और जन्म तिथि के साथ खोला जाता है और इसे बाद में बदला नहीं जा सकता है।
इसके अलावा आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 सी के तहत जमाकर्ता द्वारा किए गए योगदान पर एक वित्तीय वर्ष के दौरान 1.5 लाख रुपये तक कर कटौती का लाभ उठाया जा सकता है। उत्पन्न ब्याज को आयकर अधिनियम 1961 की धारा 10 (10D) के तहत कर का भुगतान करने से भी छूट दी जाएगी।
भारत में कहीं भी किया जा सकता है स्थानांतरित
सुकन्या समृद्धि खाते को भारत में कहीं भी स्थानांतरित किया जा सकता है। यह दोनों तरीकों से काम करता है – आप इसे या तो डाकघर से बैंक में या बैंक से डाकघर में स्थानांतरित कर सकते हैं। स्थानांतरण सूचीबद्ध वाणिज्यिक बैंकों और भारतीय डाकघरों के बीच किया जा सकता है।
अगर खाताधारक की मृत्यु हो जाती है तो उसका मृत्यु प्रमाण पत्र बैंक या पोस्ट ऑफिस में जमा कराना होगा। इसी के साथ सुकन्या समृद्धि खाता बंद कर दिया जाएगा।
खाते में जमा पैसा और ब्याज की राशि अकाउंट होल्डर के माता-पिता या अभिभावक को लौटा दिया जाता है। खाता बंद होने से पहले वाले महीने तक ब्याज जोड़ कर दिया जाता है।
धनराशि निकालने के लिए फॉर्म-4 भरें और इसे मूल पासबुक के साथ उस डाकघर या बैंक में जमा करें जहां खाता है। इस स्थिति में, आप उपलब्ध शेष राशि का 50 प्रतिशत तक निकाल सकते हैं। इसकी अनुमति लड़की के 18 वर्ष की हो जाने या 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने, जो भी पहले हो, के बाद दी जाती है।
पात्र बालिकाओं के अभिभावकों से अपील है कि वह अपनी बेटियों का खाता अवश्य खुलवाएं और भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाएं। अधिक जानकारी के लिए किसी भी नजदीकी डाकघर से संपर्क किया जा सकता है।
शिमला के कालीबाड़ी में मीडिया से बातचीत में कही यह बात
शिमला। सरकार के एक साल के जश्न से संबंधित हिमाचल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बयान पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। अगर प्रतिभा सिंह ने कोई बात कही है तो निश्चित रूप से उसका निवारण मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू करेंगे, क्योंकि प्रतिभा सिंह संगठन की मुखिया हैं।
उनका भी मानना है कि सरकार और संगठन के बीच पूरी तरह से तालमेल होना भी चाहिए। प्रदेश में सरकार कांग्रेस की है और संगठन के माध्यम से बनी है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू इसका संज्ञान लेंगे और संगठन के साथ तालमेल बनाकर कार्य किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने यह बात शिमला के कालीबाड़ी में मीडिया से बातचीत में कही।
शिमला के कालीबाड़ी में युवा उत्सव में मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं। उनके रोजगार व स्वरोजगार के लिए विभाग काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक साल के कार्यकाल में आपदा का कठिन समय भी आया।
बावजूद इसके प्रदेश को आगे ले जाने का काम सरकार ने किया है। पिछली सरकार की कारगुजारियां और 80 हजार करोड़ के कर्ज का बोझ मिलने के बावजूद मुख्यमंत्री ने 4500 करोड़ का आर्थिक पैकेज दिया है। गारंटियों को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा हैं।
सरकार के एक साल के कार्यकाल पर विपक्ष पूरे प्रदेश पर धरने प्रदर्शन कर रहा है। उस पर विक्रमादित्य ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ओछी राजनीति कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि परिणाम कहीं और आए हैं, जयराम नाटी यहां डाल रहे हैं। यू ही नहीं उन्हें नाटी किंग कहा जाता। उन्हें अपने परिणाम देखने चाहिए।
उन्हें एक साल पहले सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। वह अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के पैसे के इस्तेमाल को लेकर उन्होंने कहा कि तमाम जांच एजेंसियां उनके पास हैं, उसकी जांच करवाए। उन्हें गरिमापूर्ण तरीके से बयानबाजी करनी चाहिए। आपदा को लेकर भाजपा ने विधानसभा में सरकार का समर्थन क्यों नहीं दिया, जयराम को इसका जवाब देना चाहिए।
शिमला। हिमाचल की सुक्खू सरकार के एक साल का कार्यकाल 11 दिसंबर को पूरा होने जा रहा है। सरकार एक साल के जश्न की तैयारियों में जुटी है। जश्न से पहले ही हिमाचल कांग्रेस सरकार और संगठन में सियासी घमासान शुरू हो गया है। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के सियासी हमले के बाद कांग्रेस का अंतर युद्ध खुलकर सामने आ गया है। सीएलपी बैठक में न बुलाए जाने और एक साल के जश्न को लेकर चर्चा न करने को लेकर प्रतिभा सिंह सरकार से खफा दिखीं।
कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सरकार से नाराजगी जताते हुए संगठन को नजर अंदाज करने के आरोप लगाए हैं। प्रतिभा सिंह ने कहा है कि एक साल के समोराह के बारे में उनको ज्यादा जानकारी नहीं है और न ही उनको भरोसे में लिया गया है। प्रतिभा सिंह ने कहा है कि आखिर सरकारें भी संगठन से बनती हैं। संगठन के काम करने से ही कांग्रेस सरकार प्रदेश में बन पाई है।
अपनी सरकार में संगठन को नजरअंदाज करना सही बात नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वंय संगठन से निकले हैं और वह हर बार कहते हैं कि वह एनएसयूआई और युवा कांग्रेस में रहे हैं और आज मुख्यमंत्री हैं। वह चाहती थी कि मुख्यमंत्री संगठन को मजबूती दें, इससे संगठन के कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ना था। 2024 के चुनाव में संगठन काम आएगा।
सभी में तालमेल बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार और संगठन में अगर इस तालमेल को हम बनाए रखेंगे तो इससे कार्यकर्ताओं में उत्साह आएगा और चुनाव का सामना मजबूती से कर पाएंगे।
बता दें कि रविवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के पीटरहॉफ में विधायक दल की मीटिंग बुलाई। इसमें सभी विधायकों को बुलाया गया। मगर पार्टी प्रदेशाध्यक्ष को इसकी जानकारी नहीं दी गई और अब एक साल के जश्न की जानकारी न देने को लेकर प्रतिभा नाराज हैं।
प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने दिया आश्वासन
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से दृष्टिबाधित व्यक्तियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट कर उन्हें अपनी विभिन्न मांगों से अवगत करवाया।
मुख्यमंत्री ने उनकी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और सभी उचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न सरकारी विभागों, बोर्डों और निगमों में उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उपयुक्त पदों की पहचान करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और आगामी बजट में इन वर्गों के उत्थान के लिए योजनाएं शामिल की जाएंगी।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्रीकमजोर वर्गों , मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी, विधायक नीरज नैय्यर और सुरेश कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा और मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया भी उपस्थित थे।