शिमला। हिमाचल में पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक गंगूराम मुसाफिर की अभी कांग्रेस में वापसी नहीं हुई है। उनकी वापसी का निर्णय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के पास लंबित है।
हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने स्पष्ट किया है कि पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक गंगूराम मुसाफिर को अभी कांग्रेस पार्टी में वापस नहीं लिया गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने ग्रहण की बीजेपी की सदस्यता
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। हिमाचल कांग्रेस के सह प्रभारी तेजिंदर सिंह बिट्टू ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही भाजपा का दामन थाम लिया है।
उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को त्यागपत्र भेजकर हिमाचल के सह प्रभारी के साथ AICC सेक्रेटरी पद से भी इस्तीफे का ऐलान किया था।
चुनावों से पहले इस तरह तेजिंदर सिंह बिट्टू का पद छोड़ना पार्टी के लिए बड़े झटका है। तेजिंदर सिंह बिट्टू न सिर्फ पंजाब कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे बल्कि हिमाचल में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
तेजिंदर सिंह बिट्टू ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस दौरान बीजेपी कार्यालय में अश्विनी वैष्णव, सुशील कुमार उर्फ रिंकू और विनोद तावड़े भी मौजूद रहे।
इसके अलावा, चौधरी करमजीत कौर ने भी बीजेपी मुख्यालय पहुंच कर पार्टी की सदस्यता ग्रहणकी। करमजीत कौर कांग्रेस के टिकट पर जालंधर से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि, मौजूदा समय में वह कांग्रेस से नाराज थीं।
सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे को शेयर करते हुए तेजिंदर पाल सिंह बिट्टू भावुक हो गए थे। उन्होंने पोस्ट में लिखा था, ’35 साल बाद भारी मन से कांग्रेस से रिजाइन कर रहा हूं।’
तेजिंदर पाल सिंह बिट्टू ने नगर निगम शिमला के चुनाव में कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वह यहां नगर निगम शिमला के चुनाव प्रबंधन का काम भी देख रहे थे।
कांग्रेस पार्टी की शिमला संसदीय क्षेत्र की बैठक में गरजे मुख्यमंत्री
शिमला। मंडी संसदीय क्षेत्र की बैठक के बाद आज शिमला संसदीय क्षेत्र की कांग्रेस मुख्यालय में अहम बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रतिभा सिंह, शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी व सरकार के मंत्री व पार्टी के शिमला संसदीय क्षेत्र पदाधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने शिमला संसदीय क्षेत्र के लिए अहम बैठक बुलाई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने 15 महीने के काम को लेकर जनता के बीच में जाएगी। उन्होंने कहा कि आपदा के वक्त राज्य सरकार ने बिना केंद्र सरकार की मदद के बेहतरीन काम किया।
जब प्रदेश में आपदा आई, तब भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने दिल्ली में हिमाचल प्रदेश की आवाज नहीं उठाई।
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भी जब हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प आया, तब भाजपा विधायकों ने इसका समर्थन नहीं किया।
उन्होंने कहा कि सभी भाजपा सांसदों और विशेष तौर पर शिमला के सांसद सुरेश कश्यप को यह जवाब देना चाहिए कि उन्होंने हिमाचल में आई आपदा के वक्त वे वहां कहां छिप गए थे।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को हर महीने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान योजना के तहत 1500 रुपए की सम्मान निधि की शुरुआत हुई, तब भी राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचकर भाजपा ने से रोकने की कोशिश की।
शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने कहा कि वे मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ेंगे। शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने कहा कि वे मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ेंगे।
शिमला। हिमाचल में लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। हिमाचल कांग्रेस के सह प्रभारी तजेंद्र सिंह बिट्टू ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को त्यागपत्र भेजकर हिमाचल के सह प्रभारी के साथ AICC सेक्रेटरी पद से भी इस्तीफे का ऐलान किया।
चुनावों से पहले इस तरह तजेंद्र सिंह बिट्टू का पद छोड़ना पार्टी को बड़ा नुकसान दे सकता है।
शिमला। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में मंडी संसदीय सीट को लेकर बैठक में आयोजित की गई। बैठक में मंडी सीट पर किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच में जाकर बीजेपी को घेरना है, इसको लेकर रणनीति तैयार की गई।
बैठक से पहले मंडी सदस्य सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और मंडी से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत पर निशाना साधा।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मजबूरी में ओपीएस को सपोर्ट कर रहे हैं, जबकि अन्य राज्यों में उनकी सरकारों ने ओपीएस को बंद करने का काम किया है। जयराम ठाकुर इसको लेकर दोहरा रवैया अपना रहे हैं।
यही वह जयराम ठाकुर ने जिन्होंने विधानसभा में कहा था कि कर्मचारी ओपीएस चाहते हैं तो सरकारी नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ें। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने भी कहा कि ओपीएस को लेकर कानून बनाएंगे।
लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा में सरकार कानून पारित करवाएगी, ताकि भविष्य में ओपीएस में न तो संशोधन किया जा सके और न ही इसे हटाया जा सके।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मंडी में भाजपा सनातन धर्म पर प्रहार कर रही है। देवी देवताओं का तिरस्कार किया जा रहा है। जोकि देव संस्कृति के लिए अच्छी बात नहीं है।
वह चाहते हैं कि आरएसएस के संचालक मोहन भागवत इस पर संज्ञान लें कि हिमाचल प्रदेश में किस प्रकार की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। हिमाचल में सनातन धर्म को बचाना आवश्यक है।
बैठक में पहुंची प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
कार्यकर्ताओं को एकजुट करके जल्द ही बची दो लोकसभा सीटों और उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि कल शिमला संसदीय सीट को लेकर पार्टी मंथन और रणनीति तैयार करेगी।
इस बारे हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला ने आदेश जारी कर दिए हैं।
मीडिया एंड सोशल मीडिया कमेटी में नरेश चौहान, सुशांत कपरेट, अनीता वर्मा और किरण धाल्टा को शामिल किया गया है।
वहीं, यशवंत छाज्टा को इलेक्शन कंट्रोल रूम का प्रभारी नियुक्त किया गया है। सौरभ चौहान, यदुपति ठाकुर, प्रशांत शर्मा, चंदन राणा, अमित सैनी और शुभ्रा जिंटा को सह प्रभारी बनाया गया है।
नादौन। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा कि शनिवार को लोकसभा चुनाव व विधानसभा उपचुनाव के टिकट फाइनल करने के लिए दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी।
उसके बाद केंद्रीय चुनाव समिति को नाम भेजे जाएंगे। शाम तक टिकटों को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नादौन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की सत्ता की भूख ज्यादा बढ़ गई है। वोट के दम पर सरकार नहीं बना सके तो अब नोटों के दम पर सत्ता हथियाना चाह रहे हैं। जनता भाजपा को नकार चुकी है, यह जयराम ठाकुर को दिमाग में बिठा लेना चाहिए।
अन्य प्रदेशों में भाजपा ने नोटों के दम सत्ता हथियाई, वैसा ही हिमाचल में करना चाह रहे थे। लेकिन, भगवान हमारे साथ हैं और उन्होंने हमें जनता की सेवा का मौका दिया है। ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि बिकाऊ को जनता कभी जिताऊ नहीं बनाएगी।
बागी विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में 300 से 400 करोड़ रुपये के काम हुए हैं। उनकी मर्जी के एसडीएम, बीडीओ, तहसीलदार, अधिशाषी अभियंता और एसडीओ लगाए, फिर भी बिक गए।
राजनीति में यह नहीं होना चाहिए कि चुनाव में जो राशि खर्च की है, विधायक बनने के बाद उसे पूरा करने में जुट जाएं और कमाई न हो तो सरकार गिराने की साजिश रच दें। बिकाऊ विधायकों का चरित्र जनता के सामने बेनकाब हो चुका है।
शिमला। चंडीगढ़ में हुई कांग्रेस कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक के बाद शिमला लौटी प्रतिभा सिंह के चुनाव न लड़ने के तल्ख तेवर नरम पड़ते नजर आ रहे हैं। प्रतिभा सिंह ने कहा है कि उन्होंने हाईकमान के समक्ष अपना पक्ष रखा है, अब गेंद हाईकमान के पाले में है।
कांग्रेस चुनाव में मजबूत प्रत्याशी उतारेगी और जीत हासिल करेगी। प्रतिभा ने भाजपा के द्वारा मंडी से टिकट देने पर निशाना साधा और कहा कि इससे भाजपा कार्यकर्ता भी हैरान हैं।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि हिमाचल कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में लोकसभा चुनाव के साथ उपचुनाव में टिकट को लेकर चर्चा हुई है। हाईकमान आगे का फैसला लेगा।
उपचुनाव को लेकर हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला ने फीडबैक लिया है। कुछ नामों पर चर्चा हुई है। उपचुनाव के लिए कुछ नए नाम आए हैं। इस पर फैसला लिया गया कि डिटेल रिपोर्ट बनाकर पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। सोच विचार करके ही प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे जाएंगे।
उनके सामने चुनाव लड़ने को लेकर कुछ समस्याएं थीं। इस बात को हाईकमान के सामने रखा गया है। मुख्यमंत्री ने भी आश्वासन दिया है कि हम मिल कर हर क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
हमने लोगों की समस्या को दूर करने का काम किया है। आपदा में लोगों को राहत के साथ ही ओपीएस लागू करने, महिलाओं को 1500, दूध के दाम बढ़ाने का काम किया है।
इन सभी चीजों को लेकर कांग्रेस चुनाव के मैदान में जाएगी। सरकार ने वादा किया है कि मिलजुल कर चुनाव लड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि 6 अप्रैल को दिल्ली में हाईकमान के साथ बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। कांग्रेस एक हफ्ते में टिकटों की घोषणा कर देगी। ऐसे लोगों को ही टिकट दिया जाएगा, जो सक्रिय हो लोगों में पहचान हो।
वहीं, कंगना रनौत के मंडी से चुनाव मैदान में उतारने को लेकर प्रतिभा ने कहा कि इससे सभी को हैरानी है। भाजपा के कार्यकर्ता भी हैरान हैं। कांग्रेस सशक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारेगी।
शिमला। हिमाचल कांग्रेस के बागी लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर का एनएसयूआई (NSUI) ने घेराव किया। एनएसयूआई (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने रवि ठाकुर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा।
बता दें कि रवि ठाकुर शिमला रिज पर स्थित एक रेस्टोरेंट में थे। एनएसयूआई (NSUI) कार्यकर्ताओं ने रेस्टोरेंट के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद कार्यकर्ता रेस्टोरेंट में घुस गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्यकर्ताओं को बाहर निकाला और स्थिति पर काबू पाया।
वहीं, कांग्रेस के बागियों को भाजपा टिकट की घोषणा होते ही भाजपा में बगावत शुरू हो गई है। लाहौल स्पीति से कांग्रेस से बीजेपी में आए रवि ठाकुर को टिकट देने से पूर्व मंत्री डॉ. राम लाल मार्कण्डेय में नाराज हो गए हैं। उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। यह भी कहा कि वह कांग्रेस की टिकट पर भी चुनाव लड़ सकते हैं।
शिमला। हिमाचल कांग्रेस के 6 बागी कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, इंद्र दत्त लखनपाल, देवेंद्र भुट्टो और चैतन्य शर्मा भाजपा में शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही सदस्यता से इस्तीफा दे चुके तीन निर्दलीय आशीष शर्मा, केएल ठाकुर और होशियार सिंह ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है।
शनिवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल की मौजूदगी में सभी बागी भाजपा में शामिल हुए। राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन भी मौजूद रहे।
बिंदल ने सभी 9 विधायकों का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा हिमाचल का यह बहुत महत्वपूर्ण क्षण है। 70 साल में ऐसा पहली बार हुआ है, जब सत्ताधारी दल के 9 विधायक विपक्षी दल की पार्टी में शामिल हुए। इस प्रकार का क्रम कभी भी प्रदेश में नहीं हुआ।
जयराम ठाकुर ने कहा कि हम सभी विधायकों का भाजपा परिवार में स्वागत करते हैं और इनके पार्टी में आने से पार्टी को बल मिला है। कांग्रेस की सरकार में घुटन का माहौल है और इस कारण सभी विधायक कांग्रेस पार्टी में खुश नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रतिशोध की राजनीति कर रही है और यह इस कांग्रेस के पत्तन का सबसे बड़ा कारण है।
उसके उपरांत सभी नौ विधायकों का शिमला पीटरहॉफ पहुंचने पर भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूल-मालाओं के साथ सभी का स्वागत किया और परिसर को भगवामय कर दिया। जय श्री राम के नारों के साथ पूरा वातावरण ऊर्जामय हो गया।
सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का कोई विजन नहीं है। कांग्रेस सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करती है। सुधीर शर्मा ने कहा कि जब हम अपने लोगों से किए गए वादे पूरे नहीं कर पा रहे हैं तो विधायक होने का क्या मतलब है।
इसलिए राज्यसभा चुनाव में हमने हर्ष महाजन को वोट दिया जो हमारे राज्य से हैं। आज हम सब अपनी मर्जी से भाजपा में शामिल हुए हैं। जब किसी व्यक्ति के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचे और आपकी बात सुनने वाला कोई ना हो तो ऐसी जगह पर नहीं रहना चाहिए।
राजेंद्र राणा ने कहा कि जब से राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी, उनकी सुनवाई नहीं हुई। सरकार की ओर से युवाओं को रोजगार देने सहित अन्य मुद्दों पर गौर नहीं किया गया। कांग्रेस सरकार प्रदेश के लोगों से की गई गारंटी पूरी नहीं कर रही है। हम लोगों के प्रति जवाबदेह हैं, लेकिन जब लोगों ने हमसे पूछा तो हमारे पास कोई जवाब नहीं था।
सीएम तानाशाह बन गए हैं और लोगों को अपमानित कर रहे। विधायकों की सुनने वाला कोई नहीं है। सरकार विधायकों के मुताबिक नहीं चल रही है, बल्कि सुखविंदर सुक्खू और उनके सहयोगी चला रहे हैं। हिमाचल सरकार वेंटिलेटर पर है। हम मुख्यमंत्री सुक्खू पर मानहानि का दावा करेंगे।
रवि ठाकुर ने कहा कि उन्होंने लाहौल-स्पीति की 40 साल तक बिना किसी स्वार्थ के कांग्रेस में रहकर सेवा की। कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में हमेशा निष्ठा से जुड़ा रहा, लेकिन कांग्रेस सरकार में प्रताड़ना झेलनी पड़ी, मुझे असंवैधानिक तरीके से विधानसभा से निलंबित भी किया गया।
जब-जब जनता के हक के लिए आवाज उठाई, हमेशा दबाने का प्रयास किया गया, लेकिन मैं हार नहीं मानूंगा और जनता के हक की लड़ाई के लिए आवाज़ उठाता रहूंगा।
साथ ही बहुत जल्द लाहौल-स्पीति का दौरा भी करूंगा। रवि ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के कुल बजट का 90 फीसदी हिस्सा केंद्र से आता है। यही कारण है कि मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र लाहौल-स्पीति को ध्यान में रखते हुए हर्ष महाजन को वोट दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण था विधानसभा अध्यक्ष ने हमें बिना किसी कारण के निलंबित कर दिया।
चैतन्य शर्मा ने कहा कि वह सत्ता लाभ के लिए नहीं, आम जनता की सेवा के लिए राजनीति में आए हैं। कहा कि वह युवाओं, महिलाओं की मांग को प्रमुखता से उठते रहे हैं और अपने क्षेत्र के विकास के लिए वह तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि राज्यसभा के लिए वोट करना उनका अपना मौलिक अधिकार है और अपने विवेक की आवाज सुनकर ही उन्होंने राज्यसभा के लिए वोट किया।
होशियार सिंह ने कहा कि इस वक्त हिमाचल प्रदेश के हालात बहुत खराब हैं। चाहे आर्थिक स्थिति हो या कानून व्यवस्था हो। हम निर्दलीय विधायक हैं और हमें राज्यसभा चुनाव में वोट देने का पूरा अधिकार था। पिछले 15 महीनों में विकास कार्य पूरी तरह से रुके पड़े हैं और इसलिए हमने खुद ही यह (इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने का) फैसला किया है।
इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि कांग्रेस की कार्यक्षमता चरमरा गई है। ना तो हाईकमान का कोई प्रभाव है और ना ही पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए कोई सम्मान बचा है। विधानसभा क्षेत्र के हित में यह फैसला लिया।
आशीष शर्मा ने कहा कि हमने राज्य और विधानसभा क्षेत्र के हित में यह फैसला लिया है। जिस तरह से पीएम मोदी के नेतृत्व में यह देश आगे बढ़ रहा है, यह हमारा सौभाग्य है कि हमें भी यह मौका मिला है कि हम इसमें कुछ योगदान दें।