शिमला। जिला शिमला के कोटखाई में एक बागवान के खाते से तीन लाख रुपए गायब होने का मामला सामने आया है। अक्षय नाम के बागवान ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उसके अकाउंट से 2,99,997 रुपए गायब हो गए। इतना बड़ा अमाउंट कैसे गायब हुआ उसको इसके बारे में कोई भी आइडिया नहीं है।
अक्षय ने कोटखाई थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने IPC की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है। बागवान अक्षय मूल रूप से कोटखाई के महासु का रहने वाला है। एक साथ अकाउंट से सारे पैसे उड़ जाने का उसे न कोई मैसेज नहीं और न बैंक ने बताया।
कोटखाई पुलिस ने कहा कि यह शिकायत पुलिस के साइबर सेल को फॉरवर्ड कर दी गई है। अक्षय के बैंक खाते की स्टेटमेंट, ट्रांजेक्शन संबंधी जानकारी जुटाई जा रही है। उसके फोन को भी चेक किया गया है कि किसी लिंक पर क्लिक या आईडी हैक करके तो अमाउंट नहीं उड़ाया गया।
एएसपी सिटी रमेश शर्मा ने कहा कि मामले की जांच जारी है। पुलिस जल्द से जल्द केस को सुलझाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने लोगों से ऑनलाइन ठगी के प्रति सावधान रहने की भी अपील की है।
Three lakh rupees missing from the gardener account in Kotkhai Shimla district
ऊना। जिला ऊना की बंगाणा तहसील में एक पटवारी रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। पटवार सर्कल थानाकलां के पटवारी विनोद कुमार पुत्र रोशन लाला निवासी हथलौण डा. हटली तहसील बंगाणा जिला ऊना को 6,000 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ विजिलेंस टीम ऊना ने पकड़ा है।
शिकायतकर्ता स्वर्ण सिंह ने शिकायत की थी कि आरोपी विनोद कुमार जमीन की तकसीम के बदले रिश्वत की मांग कर रहा है। इस शिकायत पर विजिलेंस टीम ऊना द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई। टीम ने पटवारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते धरा है।
आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 07 के अंतर्गत अभियोग दर्ज किया गया है व आगामी अन्वेषण जारी है। विजिलेंस टीम का नेतृत्व एडिशनल एसपी धर्म चंद वर्मा द्वारा किया गया। टीम में इंदू देवी, जसवीर चंद, सुमन बाला आदि शामिल रहे।
ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला के पुलिस थाना नूरपुर के अंतर्गत पंचायत बासा बजीरा में एक युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक की पहचान लवली (25) पुत्र राकेश कुमार निवासी गांव बासा बजीरा तहसील नूरपुर ने आज सुबह घर पर ही यह खौफनाक कदम उठाया। बताया जा रहा है कि युवक की शादी करीब 1 वर्ष पहले ही किरण निवासी बाड़ी खड्ड तहसील इंदौरा जिला कांगड़ा से हुई थी।
एक सप्ताह पहले मृतक लवली व उसकी पत्नी किरण का पंचायत में अपनी सहमति से अलग अलग रहने का निश्चय हुआ था, जिसके बाद किरण अपने मायके चली गई। आज सुबह लवली ने घर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक का सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला पुलिस स्टेशन डमटाल के तहत घर की रसोई से चिट्टा बरामद हुआ है। बता दें कि पुलिस स्टेशन डमटाल की टीम पेट्रोलिंग पर थी। जब पुलिस मोहटली पहुंची तो टीम को सिकंदर लाल (28) पुत्र दिलभाग सिंह निवासी मोहटली इंदौरा कांगड़ा द्वारा चिट्टा बेचे जाने की सूचना मिली। एसडीपीओ नूरपुर को 42(2) एनडीपीएस के तहत सूचना भेजी गई। इसके बाद पुलिस टीम ने सिकंदर लाल के घर में दबिश दी। तलाशी के दौरान सिकंदर लाल की रसोई से 21.26 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया।
ऋषि महाजन/इंदौरा। हिमाचल के कांगड़ा जिला के पुलिस स्टेशन इंदौरा के तहत मृत मिली महिला की पहचान हो गई है। महिला की पहचान सुनीता (43) पत्नी संजीव कुमार निवासी चटक कोलियां नरोट जयमल सिंह तहसील और जिला पठानकोट के रूप में हुई है।
महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में बलजीत सिंह (40) पुत्र रछपाल सिंह निवासी चटक कोलियां नरोट जयमल सिंह पठानकोट, बलजीत सिंह का छोटा भाई सुरजीत सिंह, अमनदीप उर्फ पवन (34) पुत्र बलकार सिंह निवासी मोंगा सोही पखरपुरा अमृतसर शामिल हैं।
बता दें कि पुलिस स्टेशन इंदौरा के तहत 25 फरवरी 2023 को फलाई गांव में एक महिला का शव मिला था। शव मिलने की सूचना के बाद इंदौरा थाना से पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लिया। शव बुरी तरह क्षत विक्षत था। पहचान नहीं हो पा रही थी।
शव का पोस्टमार्टम नूरपुर अस्पताल में करवाया गया। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। गहनता से जांच के बाद महिला की पहचान भी कर ली और आरोपी भी धर दबोचे।
कांगड़ा । हिमाचल प्रदेश में नशे की तस्करी नहीं थम रही है। पुलिस की ओर से शिकंजा कसे जाने के बावजूद नशा तस्कर बाज नहीं आ रहे। जिसके तहत आए-दिन नशा तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामले में जिला कांगड़ा के देहरा में पुलिस ने नशा तस्कर को पकड़ा है, जिससे 7.35 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ है। आरोपी युवक की पहचान भाग सिंह उर्फ संजू निवासी मुहल के रूप में हुई है। उसके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
डीएसपी देहरा विशाल वर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि शनिवार शाम को एएसआई करनैल सिंह के नेतृत्व में टीम दिन के समय गोपीपुर मुहल के नज़दीक गश्त कर रही थी। इस दौरान सड़क पर घूम रहे भाग सिंह से चैकिंग के दौरान नशीला पदार्थ बरामद किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
हमीरपुर। हिमाचल में हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग मामले में नए नए खुलासे हो रहे हैं। अब जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (आईटी) पोस्ट कोड 939 मामले में विजिलेंस थाना हमीरपुर में मामला दर्ज किया गया है।
मामला हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग के दो चपरासी और दो जेओए (आईटी) के दो अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज किया है। दोनों चपरासी पर छात्रों की आंसर शीट से टेम्परिंग का आरोप है। विजिलेंस को जांच में इसके सबूत मिले हैं। इसके बाद केस दर्ज किया गया है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि चपरासी मदन लाल के बेटे विशाल चौधरी और उसके पड़ोसी दिनेश कुमार ने जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्ट कोड 939 की परीक्षा दी थी। पोस्ट कोड 939 की परीक्षा 24 अप्रैल, 2022 को हुई थी।
चपरासी रहे मदन लाल और किशोरी लाल ने विशाल चौधरी और दिनेश कुमार को परीक्षा में पास करने के मकसद से आंसर शीट से छेड़छाड़ की।
छात्र विशाल चौधरी और दिनेश कुमार कांगड़ा जिला के बाघ गांव के रहने वाले हैं।
इसी पोस्ट कोड में पेपर बेचने के मामले की आरोपी उमा आजाद की भतीजी और दो अन्य ने भी हाई स्कोर किया था। चपरासी मदन पूर्व में हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग के सचिव के साथ अटैच था, जबकि दूसरा चपड़ासी किशोरी उमा आजाद की ब्रांच में काफी समय से था।
शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के जुब्बल के सावड़ा और पुलिस चौकी सरस्वती नगर के वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक में एचआरटीसी चालक और कार चालक के बीच कहासुनी होती दिख रही है, दूसरे में पुलिस की मौजूदगी में एचआरटीसी चालक से नाक रगड़वाकर माफी मंगवाई जा रही है। दोनों ही वीडियो में कई सवाल हैं। वीडियो खुद ही इस बात को बयां कर रहे हैं।
अगर आप एचआरटीसी चालक और कार वाले के बीच कहासुनी वाला वीडियो देखें तो पास को लेकर कहासुनी हो रही है। कार की साइड पास को जगह है पर कार चालक भी बीच सड़क कार खड़ी कर अड़ गया है। कार चालक ने एचआरटीसी चालक को बोला कि वह गाड़ी निकालकर बताए।
कार चालक ने ऐसा बोला वीडियो में एचआरटीसी चालक यह बोलता नजर आ रहा है। कार में सवार एक युवक रॉड लेकर गाड़ी से निकलता भी दिख रहा है। हालांकि, एचआरटीसी चालक गाड़ी पर चढ़ा, उसका हम समर्थन नहीं करते हैं पर कार वाले की गलती को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।
अब बात करते हैं दूसरे वीडियो की। इस वीडियो में लोग इकट्ठे होकर चालक से नाक रगड़वा रहे हैं। पुलिस कर्मी भी खड़े हैं। क्या इसे सही कहा जा सकता है। क्या सच में एचआरटीसी चालक का अपराध इतना संगीन था कि एक कर्मचारी को ऐसे जलील किया जाए। इन वीडियो को देखकर आपका क्या मत है, कमेंट कर जरूर बताएं।
शिमला। हिमाचल हाईकोर्ट ने मनाली, मणिकर्ण और बिलासपुर में पर्यटकों द्वारा किए गए हंगामे के मामले में मुख्य सचिव, प्रधान सचिव (गृह), पुलिस महानिदेशक, कुल्लू और बिलासपुर के डीसी और कुल्लू और बिलासपुर के एसपी को नोटिस जारी किया है।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, सबीना और न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य की एक खंडपीठ ने 6 और 7 मार्च को कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित एक समाचार के आधार पर जनहित याचिका के रूप में स्वत: संज्ञान लेते हुए एक रिट याचिका पर यह आदेश पारित किया हैं। यह जानकारी हाईकोर्ट के जनसंपर्क अधिकारी एचआर सागर ने दी है।
बता दें कि 6 मार्च को प्रकाशित समाचार के अनुसार बताया गया है कि पंजाब के पर्यटकों ने रविवार दोपहर मनाली के ग्रीन टैक्स बैरियर पर हंगामा किया। ग्रीन टैक्स नहीं देने पर सैलानी उलझ गए और देखते ही देखते करीब 100 मोटरसाइकिल सवार सड़क पर जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे और माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। पर्यटक ग्रीन टैक्स के भुगतान को लेकर हो-हल्ला कर रहे थे। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई।
यह भी बताया गया है कि मोटरसाइकिल पर खालिस्तान का झंडा भी फहराया गया था और पुलिस को कार्रवाई करते देख सवार ने झंडा गिरा दिया। एसडीएम मनाली ने मौके पर पहुंचकर पुलिस कर्मियों की मदद से स्थिति पर काबू पाया।
7 मार्च को अखबार में एक और खबर छपी जिसमें बताया गया कि पंजाब के पर्यटकों ने मणिकर्ण में हंगामा किया। 06 मार्च की रात को मणिकर्ण में एक दंगे जैसी स्थिति देखी गई, क्योंकि पंजाब के 100 से अधिक बदमाशों ने हंगामा किया और अपने हाथों में झंडे लेकर शहर में हंगामा किया। कुछ बदमाशों ने शराब पी थी, बीयर की बोतलें श्री नैना माता मंदिर की ओर और सड़क पर फेंक दी थीं। स्थानीय निवासियों के हस्तक्षेप के बाद, उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की और मंदिरों, घरों और 20 वाहनों में लोहे की छड़ों और लाठियों से तोड़फोड़ की। पर्यटकों ने रास्ते में जो भी देखा उसकी पिटाई कर दी और दहशत का माहौल बना दिया। स्थानीय लड़के के विरोध करने पर उन्होंने बीयर की बोतल से उसके सिर पर वार किया और रॉड से भी मारपीट की। वे जबरन एक भोजनालय में घुस गए और वहां मौजूद लोगों से बदसलूकी की। इस घटना में पांच लोगों के घायल होने से स्थानीय निवासियों में भय और आक्रोश का माहौल व्याप्त हो गया।
स्थानीय निवासियों ने बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उनकी पहचान कर उन्हें पकड़ने की मांग की है। यह भी बताया गया कि पुलिस द्वारा बदमाशों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
7 मार्च को प्रकाशित एक अन्य समाचार में बताया गया कि मणिकर्ण में घटना के बाद, पंजाब के श्रद्धालु सैकड़ों की संख्या में सोमवार दोपहर को एकत्र हुए और बिलासपुर जिले के गरमोड़ा में हंगामा किया। मणिकर्ण जाने और वापस आने वाले बाइक सवार चंडीगढ़ मनाली एनएच पर हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार बिलासपुर के गरमोड़ा में जमा हो गए और करीब डेढ़ घंटे तक हाईवे बंद रखा। इससे हाईवे के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। श्रद्धालुओं ने हिमाचल प्रदेश सरकार से मांग की कि मणिकर्ण की धार्मिक यात्रा के दौरान हिमाचल प्रदेश पुलिस उन्हें अनावश्यक रूप से न रोके।
अदालत ने इन घटनाओं का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को मामले में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। रिपोर्ट 13 मार्च तक दाखिल करनी होगी। मामले की अगली सुनवाई 13 मार्च को होगी।
सोलन। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के धर्मपुर में इनोवा कार द्वारा 9 मजदूरों को रौंदने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पाया गया है कि आरोपी चालक के पास सिर्फ टू-व्हीलर चलाने का ही लाइसेंस है और हादसे के समय उसके पास गाड़ी के कागजात भी नहीं थे।
इसके साथ ही पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि हादसा तेज रफ्तार के कारण हुआ। यही कारण है कि चालक कार को कंट्रोल नहीं कर पाया और टक्कर इतनी जोर से लगी कि 2 मजदूरों के शव बैरियर के बाहर मिले, साथ ही क्रैश बैरियर भी पूरी तरह से बेंड हो गया। पुलिस को हादसे की अभी तक कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं मिली है।
वहीं, एसपी सोलन वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि पुलिस की शुरुआती जांच में घटना के आरोपी चालक राजेश के पास फोर-व्हीलर चलाने का लाइसेंस नहीं मिला। जो लाइसेंस मिला है, वह टू-व्हीलर चलाने का है। पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि घटना का मुख्य कारण तेज रफ्तार था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामला दर कर लिया है आगामी कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर मंगलवार को सुक्की जोहड़ी में एक इनोवा गाड़ी ने 9 मजदूरों को कुचल डाला था। हादसा मंगलवार सुबह करीब 9.45 बजे पेश आया था जब ये सभी मजदूर काम के लिए जा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसे के बाद धर्मपुर की एंबुलेंस मौके पर पहुंची और तुरंत घायलों को 108 की ईएमटी संगीता ने प्राथमिक उपचार देने के बाद अस्पताल पहुंचाया ।
हादसा लांबा अस्पताल के सामने पेट्रोल पंप के समीप हुआ। मृतकों की पहचान गुड्डू यादव, राजा वर्मा, निप्पु निसाद, मोती लाल यादव, सन्नी देवल के रूप में हुई है। हादसे का शिकार हुए मजदूर यूपी के कुशीनगर व बिहार के छपरा के रहने वाले थे। हादसे को अंजाम देने वाली इनोवा गाड़ी नंबर एचपी 02 ए 15 40 के चालक की पहचान राजेश पुत्र प्रेम खरोली पोस्ट ऑफिस गडखल तहसील कसौली के रूप में हुई है।
गौर हो कि परवाणू से सोलन तक फोरलेन सड़क का निर्माण पूरा हो गया है, लेकिन अधिकतर जगह लोगों के पैदल चलने के लिए फुटपाथ नहीं है। जो कुछ जगह सड़क के किनारे बचती भी है तो वहां गाड़ियां पार्क रहती हैं। ऐसे में लोगों को सड़क पर पैदल चलना पड़ता है जिस कारण यहां पर हमेशा हादसे होने का खतरा बना रहता है।