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नई दिल्ली। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट फॉर अंडरग्रेजुएट (NEET UG 2024) ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तिथि बढ़ा दी है।
अब अभ्यर्थी 16 मार्च, 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। फीस अदा करने की तिथि भी 16 मार्च होगी। पहले ऑनलाइन आवेदन की तिथि 9 फरवरी थी।
अभ्यर्थियों को आवेदन करने में तकनीकी समस्या से दो चार होना पड़ रहा था। इसके चलते NTA ने छात्रों को राहत देते हुए आवेदन की तिथि बढ़ाने का फैसला लिया। छात्र 16 मार्च को रात 10 बजकर 50 मिनट तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन आधिकारिक वेबसाइट Exams.nta.ac.in/NEET/ पर जाकर किए जा सकते हैं।राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी NEET UG 2024 का आयोजन 05 मई 2024 को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजकर 20 बजे तक करेगी। इसके लिए पूरे देश और भारत के बाहर 14 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा ऑफलाइन मोड में होगी।
काठमांडू, नेपाल | लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत
कैलाश मानसरोवर दर्शन हेतु पर्वतीय उड़ानों की शुरुआत करने वाले संस्थान ट्रिप टू टेम्पल्स ने महाशिवरात्रि (8 मार्च, 2024) के पवित्र अवसर पर 140 भक्तों को एकसाथ तीर्थयात्रा करवा कर रिकॉर्ड स्थापित किया है। अद्भुत व असाधारण तीर्थयात्रा सेवाओं के लिए प्रसिद्ध, ट्रिप टू टेंपल्स कंपनी के लिए यह उपलब्धि एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
ट्रिप टू टेंपल्स द्वारा आयोजित इस यात्रा के दौरान सभी 140 यात्रियों के लिए एक अद्वितीय हवाई दर्शन अनुभव सुनिश्चित किया गया। इसके लिए उड़ानों को इस प्रकार संजोजित किया गया था कि सभी यात्रियों को विंडो सीट मिले व कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के स्पष्ट दृश्यों का अनुभव मिल सके। यात्रा के लिए आने-जाने की उड़ान की अवधि लगभग 1 घंटा 15 मिनट की रही।
ट्रिप टू टेम्पल्स के सीईओ व एमडी विकास मिश्रा ने यात्रा के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि, “जनवरी में हमने पहली उड़ान आयोजित की जिसे यात्रियों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। इसके बाद हमें कैलाश दर्शन के हवाई दर्शन हेतु बड़ी सँख्या में अनुरोध प्राप्त हुए। हमने सभी 140 तीर्थयात्रियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव सुनिश्चित करने के लिए उन्हें चार समूहों में बाँटा और उड़ानों का एक कंबिनेशन बनाया। इसमें 70-सीटर विमानों के साथ तीन राउंड और 50-सीटर के साथ एक राउंड किया गया। इस प्रकार सभी यात्रियों को विंडो सीट की गारंटी के साथ निर्बाधित व मनमोहक दृश्यों को देखने का अनुभव मिला।“
मिश्रा ने बताया कि, “हमारा उद्देश्य भारतीय यात्रियों के लिए तीर्थ-पर्यटन के अनुभव को बेहतर बनाना है। हम भारत व दक्षिण एशिया में विभिन्न प्रकार के विशेष तीर्थ स्थलों की यात्रा उपलब्ध करवाते हैं। इसमें हवाई पर्यटन एक नया सेगमेंट है, जिसे हमने इस वर्ष पेश किया है। यह विकल्प युवाओं और वृद्धों दोनों के लिए उपयुक्त है। विशेषकर जब भौगोलिक और राजनीतिक कठिनाइयों के चलते पारंपरिक तीर्थयात्रा यात्रा संभव नहीं हो पा रही हैं। हमारा मानना है कि भक्तों के लिए यह हवाई दर्शन उनकी शारीरिक क्षमताओं की परवाह किए बिना आस्था व विश्वास से जुड़ने का एक अनूठा और सुलभ तरीका है।“
ट्रिप टू टेंपल्स की यह सफलता उनकी इस अभूतपूर्व पहल के कारण संभव हो पाई है क्योंकि COVID के बाद कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की यह पहली हवाई तीर्थयात्रा है। जनवरी 2024 में शुरू हुए इस कार्यक्रम ने यात्रा प्रतिबंधों और वीज़ा की अनेक कठिनाइयों व चुनौतियों को आसान बनाया है। इस से भक्तों, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और सुलभ विकल्प प्राप्त हुआ है। जनवरी में आयोजित की गई पहली उड़ान ने 39 तीर्थयात्रियों को दर्शन करवाए थे।
इस क्षेत्र में अपने अनुभव व विशेषज्ञता के साथ ट्रिप टू टेंपल्स ने महाशिवरात्रि पर अब तक के सबसे बड़े कैलाश मानसरोवर दर्शन का आयोजन किया। इस उपलब्धि से साफ है कि तीर्थयात्रा पर्यटन का चलन और ऐसे अद्वितीय हवाई दर्शनों के अनुभव की मांग बढ़ रही है।
7 मार्च से शुरू हुई तीन-दिवसीय तीर्थयात्रा ने जनवरी में हुए कार्यक्रम की सफलता को प्रतिबिंबित किया। लखनऊ से नेपालगंज तक आरामदायक परिवहन के साथ एक सफल शुभारंभ हुआ जिसके बाद 4-सितारा होटल में यात्रियों का स्वागत किया गया। उपवास रखने वालों के लिए अलग भोजन व्यवस्था के साथ यात्रा के दौरान शाकाहारी भोजन का प्रबंध किया गया था।
यात्रा का मुख्य आकर्षण बागेश्वरी देवी मंदिर में दर्शन व सामूहिक हवन आयोजन था, जिसका संचालन वाराणसी के दो पंडितों द्वारा किया गया, जिसकी व्यवस्था ट्रिप टू टेंपल्स द्वारा की गई थी। इस शुभ दिन पर तीर्थयात्रियों ने छोटे जत्थों में भाग लिया।
इस विशेष तीर्थयात्रा को स्मरणीय बनाने के लिए, ट्रिप टू टेंपल्स ने प्रत्येक यात्री को एक “आई एम कैलाशी” टी-शर्ट, टोपी, स्लिंग बैग, टॉयलेटरी पाउच, असली रुद्राक्ष रिस्टबैंड, पूजा प्रसाद और पवित्र मानसरोवर जल सहित उपहार भेंट किए।
ट्रिप टू टेंपल्स कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा को आरामदायक व सुलभ बनाने एवं आध्यात्मिकता को प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है। कोविड के बाद कार्यक्रम के सफल शुभारंभ के बाद यह रिकॉर्डतोड़ महाशिवरात्रि दर्शन, सभी उम्र और शारीरिक क्षमताओं के भक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करने के लिए, कंपनी के समर्पण का उदाहरण है।
नई दिल्ली। मेटा का सर्वर अचानक डाउन होने के कारण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड अचानक बंद हो गए। तीनों प्लेटफॉर्म के बंद होने से दुनिया भर में हड़कंप मच गया। सभी लोग ट्विटर यानी X पर पहुंच गए।
फेसबुक, इंस्टाग्राम बंद होने से जहां कुछ लोग परेशान हुए वहीं मीमर अपना काम शुरू कर दिया है। X पर मीम की भरमार लग गई। लोग अलग-अलग तरीके से इस स्थिति का मजाक बनाकर मजा ले रहे हैं। आप भी देखिए ये मजेदार मीम्स …..
Facebook and instagram down
Meanwhile Elon Musk : Welcome To X#facebookdown #instagramdown #meta #MarkZuckerberg #whatsappdown #CyberAttack pic.twitter.com/DXbXZH1IZN— Shadan Aagya (@SigmaRuler_) March 5, 2024
गौर हो कि मंगलवार रात करीब 8 बजे के बाद भारत समेत दुनिया के कई देशों में यूजर्स का अकाउंट अपने आप ही लॉग आउट हो गया। इसके बाद उन्हें लॉग इन करने में समस्या आने लगी।
हालांकि व्हाट्सएप पर इसका कोई असर देखने को नहीं मिला। यूजर्स के साथ ऐसा क्यों हुआ इस बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई है।
मंडी। तेज हवाओं में उड़ते हैं जो उन परिंदों के पर नहीं हौसले मजबूत होते हैं। कुछ ऐसे ही मजबूत हौसले हैं हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की बेटी सुमन के जिन्होंने इतिहास रच दिया है।
मंडी जिला की तुंगल घाटी के छोटे से गांव कुटल की रहने वाली सुमन कुमारी ने बीएसएफ (BSF) की पहली महिला स्नाइपर बनी हैं। सुमन ने बीएसएफ स्नाइपर कोर्स में इंस्ट्रक्टर ग्रेड हासिल कर हिमाचल का नाम रोशन किया है।
सीमा सुरक्षा बल के इंदौर स्थित सेंट्रल स्कूल ऑफ वेपंस एंड टैक्टिक्स (CSWT) में 8 हफ्तों के कठिन प्रशिक्षण में अच्छा रैंक लेकर सब इंस्पेक्टर सुमन ने इस मुकाम को हासिल करने में सफलता प्राप्त की है।
56 पुरुष प्रशिक्षुओं के बीच अकेली महिला सुमन कुमारी ने प्रशिक्षण लेकर ये साबित कर दिया है कि महिलाएं ठान लें तो क्या नहीं कर सकतीं।
अब तक बीएसएफ (BSF) में यह कोर्स देश में किसी भी महिला जवान ने नहीं किया था। सुमन मंडी के तुंगल घाटी के कुटल गांव की रहने वाली हैं।
28 वर्षीय सुमन बीएसएफ की पंजाब यूनिट में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात हैं। 2019 में परीक्षा देने के बाद सुमन 2021 में बीएसएफ में भर्ती हुई थीं।
पंजाब में एक प्लाटून की कमान संभालते हुए सीमा पार से स्नाइपर हमलों के खतरे का अहसास होने के बाद सुमन ने स्नाइपर कोर्स का संकल्प लिया।
सुमन ने स्वेच्छा से स्नाइपर कोर्स के लिए आवेदन किया। सीनियर्स ने भी उसकी बहादुरी को देखते हुए उसका मनोबल बढ़ाया और कोर्स के लिए मंजूरी दे दी।
प्रशिक्षित स्नाइपर को दुर्गम परिस्थितियों में अपनी पहचान छुपाकर कार्रवाई करने की विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है। ये स्नाइपर तीन किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी से दुश्मन पर अचूक निशाना लगाने में सक्षम होते हैं।
शिमला। हिमाचल के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पंचकूला में बागी नेताओं से मुलाकात की है। इस बात का खुलासा खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया है।
विक्रमादित्य सिंह ने बताया था कि बागी नेताओं से मिलने जा रहा हूं। उन्हें कुछ के फोन आए होंगे और वे वापसी की बात कर रहे हैं। मैंने विक्रमादित्य सिंह को कहा कि हाईकमान से भी बात कर लें।
शिमला। हिमाचल में मचे सियासी घमासान के बीच अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक्स(पहले ट्विटर) पर पोस्ट डाली है।
उन्होंने लिखा कि लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है।
हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई, लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है।
इस मकसद के लिए जिस तरह भाजपा सरकारी सुरक्षा और मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है, वह देश के इतिहास में अभूतपूर्व है। 25 विधायकों वाली पार्टी यदि 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है, तो इसका मतलब साफ है कि वो प्रतिनिधियों के खरीद-फरोख्त पर निर्भर है।
इनका यह रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है। हिमाचल और देश की जनता सब देख रही है। जो भाजपा प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेशवासियों के साथ खड़ी नहीं हुई, अब प्रदेश को राजनीतिक आपदा में धकेलना चाहती है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में इस समय भारी खलबली मची हुई है। राज्यसभा चुनाव के बाद सियासी पारा चढ़ा हुआ है। शिमला विधानसभा परिसर और सदन में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
डीके शिवकुमार ने कहा, कांग्रेस आलाकमान के निर्देशानुसार मैं हिमाचल प्रदेश पहुंच रहा हूं। इसके अलावा किसी भी अफवाह में शामिल होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है, क्योंकि मुझे विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी के विधायक पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे और जो जनादेश उन्हें दिया गया है, उसका पालन करेंगे।
हालांकि, जिस बात पर सवाल उठाया जाना चाहिए और चिंता की बात यह है कि सत्ता हासिल करने के मामले में भाजपा किस हद तक जा रही है, इस प्रक्रिया में जानबूझकर लोकतंत्र और सार्वजनिक जनादेश को कुचलने का प्रयास कर रही है।”
जामनगर। रिलायंस इंडस्ट्रीज़ और रिलायंस फ़ाउंडेशन ने जानवरों को समर्पित एक व्यापक, नए कार्यक्रम की घोषणा की है जिसका नाम है – ‘वनतारा’ (जंगलों का सितारा)। भारत में हो या वैश्विक स्तर पर, वनतारा के अंतर्गत जानवरों को बचाना, उपचार कर उनका ख़्याल रखना और उनका पुनर्वास – सब किया जाएगा। बचाव और पुनरकी ज़रूरत दुर्व्यवहार का शिकार या घायल जानवर होती है। या फिर ऐसे जानवरों को जिनके जानवरों के अस्तित्व को ख़तरा हो।
वनतारा ऐसे जानवरों को बचाने के लिए काम कर रहा है। रिलायंस के जामनगर रिफ़ाइनरी कॉम्प्लेक्स की ग्रीन बेल्ट में वनतारा के लिए 3,000 एकड़ की जगह दी गई है। जानवरों के जाने-माने विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार इस 3,000 एकड़ के इलाक़े को जानवरों के प्राकृतिक आवास, हरे-भरे जंगल की तरह विकसित किया गया है।
वनतारा, जानवरों को समर्पित अपनी तरह का देश का पहला कार्यक्रम है। इसके प्रणेता हैं रिलायंस इंडस्ट्रीज़ और रिलायंस फ़ाउंडेशन के बोर्ड में डायरेक्टर श्री अनंत अंबानी। अनंत अंबानी जामनगर में रिलायंस के अक्षय ऊर्जा व्यवसाय का भी नेतृत्व कर रहे हैं जिसके दम पर कंपनी वर्ष 2035 तक नेट कार्बन ज़ीरो कंपनी बनने पर काम कर रही है।
वनतारा, जानवरों के संरक्षण और उनका ख़्याल रखने के लिए अत्याधुनिक अस्पताल, शोध और शैक्षणिक संस्थानों को बनाने का काम करेगा। वनतारा शोध के काम को और आगे बढ़ाएगा और साथ ही दुनिया के जाने-माने संगठनों के साथ मिलकर काम करेगा जिनमें इंटरनेशनल यूनियन फ़ॉर नेचर (IUCN) और वर्ल्ड वाइल्डलाइफ़ फ़ंड (WWF) शामिल हैं।
पिछले कुछ वर्षों में वनतारा की बदौलत 200 हाथियों सहित हज़ारों जानवरों को बचाया गया है जिनमें सरिसृप और पक्षी भी शामिल हैं। गेंडे, चीते और मगरमच्छ सहित कई प्रजातियों का पुनर्वास भी किया गया है। हाल में वनतारा ने मेक्सिको और वेनेज़ुएला सहित कुछ देशों से जानवरों के पुनर्वास के लिए काम किया है। ये काम करते समय देश और विदेश के क़ानूनों का पूरी तरह ख़्याल रखा गया है।
अनंत अंबानी ने कैसे देखा सपना
अनंत अंबानी से गौसेवा का मजाक उड़ानें वालों से लेकर औद्योगिकरण का विरोध करने वालों को बड़ी सीख दी है। फैक्ट्री खोलने का विरोध करने वाले इससे यह सीख ले सकते हैं कि फैक्ट्री खोलकर लोगों को रोजगार देने के साथ ऐसे जंगलों का भी संरक्षण किया जा सकता है।
एक बार अनंत अंबानी जयपुर से रणथंभौर जा रहे थे, तो रास्ते में चिलचिलाती धूप में एक महावत को हाथी के साथ देखा। देखते ही उनके मन में जीव सेवा का भाव उमड़ आया। श्रीमद्भागवतगीता का वो श्लोक याद आ गया, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं हर जीव में मैं ही हूं। वहीं ये प्रण लिया कि बड़ा होकर दुनिया का सबसे बड़ा रेस्क्यू सेंटर खोलूंगा। अनंत अंबानी 28 साल के हो चुके हैं।
पूरा परिवार उनके प्री वेडिंग फंक्शन को लेकर उत्साहित है तो वो अपना ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा होने से उत्साहित हैं। इसलिए प्री वेडिंग सेरेमनी का प्रोग्राम भी अनंत अंबानी ने जानबूझकर जामनगर में रखवाया है, जो 1-3 मार्च के बीच है। इसके बाद जुलाई के महीने में अनंत राधिका मर्चेंट के साथ शादी के बंधन में बंधेंगे। इससे पहले ही उन्होंने अपना सपना पूरा कर लिया है। ऐसे में शादी की खुशियां दोगुनी हो गई हैं। यह बता दिया कि कहने से कोई पशु प्रेमी नहीं होता, बल्कि बेजुबानों के लिए कुछ करने से होता है।
वनतारा केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण और अन्य सरकारी संगठनों के साथ पार्टनरशिप में काम करता है जिनकी कोशिश रहती है कि कैसे देश के 150 से ज़्यादा चिड़ियाघरों में और जानवर लाए जा सकें, उनका ख़्याल रखने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण मिले और इसके लिए समुचित ढांचा और सुदृढ़ किया जाए। वनतारा में हाथियों के लिए एक सेंटर बनाया गया है साथ ही शेर, बाघ, चीते और मगरमच्छ जैसे बड़े और छोटे जानवरों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।
वनतारा के अंतर्गत 3,000 एकड़ में हाथियों के लिए शेल्टर बनाए गए हैं। हाथी जिनमें शरण ले सकें ऐसे, रात के लिए अलग और दिन के लिए अलग प्रकार के स्थान बनाए गए हैं। हाथियों के नहाने के लिए जगह-जगह जलाशय हैं और जिन हाथियों को आर्थराइटिस की बीमारी है उनके लिए तो बाक़ायदा जैकूज़ी भी बनाई गई है। 200 हाथियों का ख़्याल रखने के लिए 500 से ज़्यादा प्रशिक्षित कर्मचारी हैं जिनमें कई विशेषज्ञ शामिल हैं।
हाथियों के सेंटर में 25,000 वर्ग फ़ीट में फ़ैला एक अस्पताल है जो दुनिया के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक है। यहाँ चलती-फिरती एक्स-रे मशीन, लेज़र मशीन सहित कई प्रकार के उपचारों में काम आनेवाले अत्याधुनिक उपकरण हैं। फ़ार्मेसी, हाथियों की चिकित्सा में काम आने वाली हाइड्रोलिक पुली और क्रेन, हाइड्रोलिक सर्जिकल टेबल और हाइपरबेरिक ऑक्सीजन चेंबर भी है।
अस्पताल में हाथियों के मोतियाबिंद का इलाज किया जाता है। इतना ही नहीं – दुनिया में पहली बार वनतारा के अंतर्गत हाथियों के लिए ‘एंडोस्कोपी गाइडेड सर्जरी’ करने की सुविधा भी मुहैया कराई गई है जिससे हर प्रकार की सर्जरी की जा सकती है। बीमार या घायल हाथियों के लिए कई बार खान-पान के विशेष इंतज़ाम करने की आवश्कता होती है। इसके लिए 14,000 स्क्वेयर फ़ीट का एक अलग सेंटर बनाया गया है।
बचाव एवं पुनर्वास केंद्र
वनतारा में ऐसे जंगली जानवरों की भी मदद की जाती है जिन्हें सर्कस से लाया गया है या जो जानवर खचाखच भरे चिड़ियाघरों से लाए गए हैं। इनके लिए 3,000 एकड़ में फैले विशाल परिसर के अंदर ही 650 एकड़ में एक बचाव और पुनर्वास केंद्र बनाया गया है। इस केंद्र में भारत और दुनिया भर से संकटग्रस्त जानवरों को बचाया जाता है और एक अत्याधुनिक बाड़े और आश्रय स्थल में रखा जाता है।
बचाव और पुनर्वास केंद्र में 2100 से अधिक कर्मचारी हैं। इन्होंने पूरे भारत से लगभग 200 तेंदुओं को बचाया है, जो सड़क दुर्घटनाओं या संघर्षों में घायल हुए हैं। केंद्र ने तमिलनाडु में अत्यधिक भीड़भाड़ वाले एक चिड़ियाघर से 1,000 से अधिक मगरमच्छों को बचाया है। इसने अफ़्रीका में शिकार घरों, स्लोवाकिया में इच्छामृत्यु के ख़तरे में पड़े जानवरों और मेक्सिको में विभिन्न जगहों पर गंभीर रूप से तनावग्रस्त जानवरों को बचाया है।
केंद्र में 1 लाख वर्ग फुट का अस्पताल और मेडिकल रिसर्च सेंटर है। अस्पताल और मेडिकल रिसर्च सेंटर के पास आईसीयू, एमआरआई, सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, एंडोस्कोपी, डेंटल स्केलर, लिथोट्रिप्सी, डायलिसिस, ओआर1 तकनीक के साथ सबसे एडवांस तकनीक है जो सर्जरी और रक्त प्लाज्मा सेपरेटर के लिए लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंस को सक्षम बनाती है।
43 प्रजातियों के 2000 से अधिक जानवर बचाव एवं पुनर्वास केंद्र की देखरेख में हैं। भारतीय और विदेशी जानवरों की लगभग 7 लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए केंद्र ने संरक्षण प्रजनन कार्यक्रम शुरू किया ह। इन प्रजातियों को बचाने के लिए इन्हें अपने मूल आवासों में फिर से बसाया जाता है।
अब तक वंतारा इकोसिस्टम ने 200 से अधिक हाथियों, 300 से अधिक बड़ी बिल्लियों जैसे तेंदुए, बाघ, शेर, जगुआर आदि, 300 से अधिक शाकाहारी जानवरों जैसे हिरण और 1200 से अधिक सरीसृप जैसे मगरमच्छ, सांपों, कछुओं को एक नया जीवन दिया है।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के कार्यक्रम को लेकर एक मैसेज व्हाट्सएप्प और सोशल मीडिया आदि पर वायरल हो रहा है। इसके अनुसार 12 मार्च, 2024 को लोकसभा चुनाव के लिए नोटिफिकेशन जारी होगी। यानी 12 मार्च से आचार संहिता लगेगी। 28 मार्च को नोमिनेशन होंगे। 19 अप्रैल को मतदान और 22 मई को मतगणना होगी।
इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने भी इसको लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल स्थिति साफ की है। कहा है कि संदेश फेंक है। ECI द्वारा अब तक किसी भी तिथियों की घोषणा नहीं की है।
चुनाव अनुसूची की घोषणा आयोग द्वारा प्रेसवार्ता के माध्यम से की गई है।