सराज क्षेत्र के बालीचौकी जीरो प्वाइंट पर हुआ हादसा
मंडी। हिमाचल के जिला मंडी में सराज क्षेत्र के बालीचौकी जीरो प्वाइंट पर मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया है। यहां कार की टक्कर से एक छह साल की बच्ची की मौत हो गई।
हादसे के दौरान कार भी सड़क पर पलट गई। पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह बंजार से औट की तरफ आ रही ऑल्टो कार जीरो प्वाइंट पर पहुंची तो यहां पर ढाबा चलाने वाले व्यक्ति की छह वर्षीय बेटी पूर्वी कार की चपेट में आ गई। बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने अनुसार चालक ने बच्ची को बचाने की पूरी कोशिश की और गाड़ी को दूसरी तरफ घुमा लिया था, लेकिन बच्ची इसकी चपेट में आ गई। इसके बाद कार भी सड़क पर पलट गई।
हादसे के बाद बच्ची को लोगों ने तुरंत प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बंजार ले जाया, लेकिन बच्ची ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
हरिपुर। देहरा की हरिपुर तहसील की पंचायत झकलेड़ के गांव छब्बड़ में 19 साल की युवती से दुराचार और आत्महत्या मामले में बड़ी अपडेट है। हरिपुर पुलिस ने आरोपी युवक फिर अपनी कस्टडी में लिया है। पुलिस ने अब आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले से पहले दर्ज 376 के मामले में जांच शुरू की है।
इसके चलते युवक को कस्टडी में लिया गया है। पुलिस ने युवक की कार को भी कब्जे में लिया है। इस कार में आरोपी युवक युवती को घुमाता था। साथ ही जहां-जहां आरोपी युवक, युवती को लेकर गया, उस जगह की भी निशानदेही करवाई है।
बता दें कि पूरा मामला 19 साल की युवती और 29 साल के युवक के प्रेम से शुरू हुआ। 31 जनवरी के आसपास युवती अचानक लापता हो जाती है। परिजनों के ढूंढने के बावजूद नहीं मिली तो परिजनों ने एक फरवरी को पुलिस स्टेशन हरिपुर में गुमशुदगी की शिकायत की, लेकिन उसी दिन परिजनों ने युवती को ढूंढ भी लिया।
युवती की माता ने उक्त युवक पर बेटी के शारीरिक शोषण का आरोप लगाया और शिकायत पुलिस स्टेशन हरिपुर में दी।
शिकायत मिलने के बाद हरिपुर पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाकर 376 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इससे पहले कि पुलिस मामले में आगे बढ़ पाती दो फरवरी को केस में नया मोड़ आ गया। आरोपी युवक ने युवती से शादी करने को हामी भर दी।
शादी का कोई प्रोपर तरीका नहीं अपनाया गया, बल्कि नोटरी हस्ताक्षर एफेडेविट बनाया गया। युवक के माता पिता ने कोई अच्छा मुहूर्त देखकर शादी करवाने की बात कही।
इसके बाद युवती के देहरा कोर्ट में बयान हुए। युवती ने बयान में कहा कि युवक ने उसके साथ शादी का फैसला लिया है। अब वह केस वापस लेना चाहते हैं। युवती के बयान के बाद केस बंद हो गया और युवक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार भी हट गई।
सबको ऐसा लगा कि मियां बीबी राजी हो गए, अब सब ठीक हो गया। लेकिन यह किसी को पता नहीं था कि युवती की परेशानियां दूर नहीं हुई हैं। युवक के माता-पिता ने युवती को बहू के रूप में अपनाने से मना कर दिया।
शादी के बाद भी युवती मायके से विदा न हो सकी और मायके में रही। कुछ दिन बाद युवक शायद किसी दबाव में युवती को मायके से ले गया और अपनी बुआ के घर रहने लगे।
एक दिन युवक बुआ के घर से अचानक गायब हो गया और युवती वहीं पर रही। इसके बाद युवक की दादी और अन्य रिश्तेदार युवती को मायके छोड़ गए। युवती घर में नहीं छोड़ी, बल्कि बाहर छोड़कर चले गए।
इसके बाद से युवक, युवती का फोन तक नहीं उठा रहा था। न ही उसका कोई अता पता चल रहा था कि कहां है। युवती परेशान हो गई। 19 फरवरी के आसपास परेशान युवती धर्मशाला में एसपी शालिनी अग्निहोत्री के समक्ष पेश हो गई।
युवती ने एसपी को बताया कि युवक कुछ से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा है। युवक के परिजन भी कुछ नहीं बता रहे हैं। वह बहुत परेशान है और समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे। मेरी मदद करें।
युवती ने एसपी को एफेडेविट भी दिखाया, लेकिन मात्र उस एफेडेविट को शादी का वैद्य दस्तावेज नहीं माना जा सकता है। एसपी ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में दर्ज करवाने का फैसला लिया और इसके बाद आगामी कार्रवाई होनी थी। पर किसी कारणवश बयान करवाने में कुछ देरी हो गई।
इसके बाद युवती का एक-एक दिन भारी गुजरने लगा। युवक का कोई अता पता नहीं था। शायद युवती को भी आभास हो चुका होगा कि उसके साथ धोखा हुआ है। शादी का मात्र ड्रामा था। युवती की हिम्मत टूटी और उसे जीवन में अंधेरा दिखा।
23 फरवरी, 2024 की सुबह छब्बड़ की यह बेटी उठी तो जरूर, लेकिन दोबारा कभी न उठ पाने के लिए सो गई। सुबह करीब आठ बजे युवती ने मायके में कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने युवक, उसके माता-पिता सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। पहले युवक और फिर मां आदि को गिरफ्तार किया गया। मां को तो जमानत मिल गई थी, लेकिन युवक न्यायिक हिरासत में था। इसी बीच पुलिस ने पहले दर्ज धारा 376 का मामला भी रिओपन कर दिया।
अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है। दो तीन पहले युवक को कोर्ट में पेश कर धारा 376 के मामले में पुलिस कस्टडी मांगी थी। कोर्ट से कस्टडी मिलने के बाद पुलिस ने युवक को फिर गिरफ्तार कर लिया। आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला अभी कोर्ट में चल रहा है।
हरिपुर। नगरोटा सूरियां-हरिपुर सड़क मार्ग पर सकरी में तीखे मोड़ पर हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। शायद किसी की जान जाने के बाद ही विभाग नींद से जागेगा।
गनीमत है कि स्कूल बस में बैठे छोटे-छोटे बच्चे और कार सवार सभी लोग सही सलामत हैं। हादसे का पता चलते ही बच्चों के अभिभावक और स्कूल प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी भी तुरंत मौके पर पहुंचे।
बच्चों को स्कूल की दूसरी बस में बैठकर स्कूल के लिए भेज दिया। कार सवार ने अपनी गलती मानी और दोनों पक्षों ने आपसी समझौता हो गया।
गौरतलब है कि 5 दिन पहले भी एक कार इसी जगह मोड़ काटते वक्त पलट गई थी। लोगों का कहना है कि इसी जगह पर पहले भी हादसे हुए हैं। लोगों की मांग है कि इस जगह पर शीघ्र ही चेतावनी बोर्ड लगाया जाए और साथ ही इस तीखे मोड़ को दोनों तरफ से खोला जाए।
नगरोटा सूरियां के स्थानीय निवासी सरदार सुरिंदर सिंह सोहल ने प्रशासन से मांग उठाई है कि समय रहते इस और जरूर ध्यान दिया जाए, ताकि भविष्य में कोई बड़ी घटना या हादसा फिर से ना हो।
उधर, पीडब्ल्यूडी हरिपुर के एसडीओ गुरबचन सिंह ने बताया कि जगह का निरीक्षण करके आगामी कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को भेजा गया है। जल्द ही उचित कदम उठाया जाएगा। (हरिपुर)
घुमारवीं। हिमाचल के बिलासपुर जिला में चलती कार के आगे अचानक जंगली जानवर आने के चलते कार खाई में जा गिरी। हादसे में चालक की मौत हो गई है और 12 साल के बच्चे सहित तीन लोग घायल हैं।
कार सवार लोगों के बयान के मुताबिक सड़क में तेंदुआ आ गया था। इससे चालक कार से नियंत्रण खो बैठा और कार खाई में जा गिरी।
बता दें कि हिम्मत सिंह (48) पुत्र सोहन लाल, रतन चंद (66) पुत्र स्वर्गीय हरी सिंह, निर्मला देवी (63) और रोहित (12) निवासी हवाण घुमारवीं जिला बिलासपुर मंडी के जमथ से शादी समारोह से लौट रहे थे।
कार हिम्मत सिंह चला रहा है। कार जब त्रिफालघाट के करीब बैहल नवाण के निकट पहुंची तो अचानक सड़क पर जंगली जानवर आ गया और चालक कार से नियंत्रण खो बैठा। कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में लुढ़क गई।
मामले की सूचना घुमारवीं पुलिस स्टेशन में दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को खाई से निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में चिकित्सकों ने हिम्मत सिंह को मृत घोषित कर दिया। रतन चंद, निर्मला देवी, और रोहित (12) घायल हुए हैं। उन्हें ज्यादा चोट नहीं आई है।
कार में सवार इन लोगों ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि कार के आगे अचानक तेंदुआ आ गया और चालक कार से नियंत्रण खो बैठा। डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल ने मामले की पुष्टि की है। (बिलासपुर)
मंडी। हिमाचल के मंडी जिला में कार पर पत्थर गिरने से एक महिला की मौत हो गई है। चालक और तीन महिलाओं को मामूली चोट लगी है। सभी आपस में रिश्तेदार हैं और जमीनी काम के चलते पंडोह आए हुए थे।
बता दें कि कार यशपाल निवासी कीपड़ मझवाड़ चला रहा था। प्रोमिला देवी (40) पत्नी राम सिंह गांव रूंझ कटीढ़ी फ्रंट सीट पर बैठी हुई थी। अन्य महिलाएं पिछली सीट पर बैठी थीं। मंडी शहर के साथ सटे बिंद्रावणी में कार ट्रक यूनियन के पास से गुजरी तो पहाड़ी से 20 से 25 किलो का बड़ा पत्थर गिर गया।
पत्थर कार के कंडक्टर साइड फ्रंट शीशे पर गिरा, जहां प्रोमिला देवी बैठी हुई थीं। पत्थर की चपेट में आने से प्रोमिला देवी बेहोश हो गईं और चालक यशपाल उसी कार में महिला को मंडी अस्पताल ले आया। अस्पताल में डॉक्टरों ने प्रोमिला देवी को मृत घोषित कर दिया।
अन्य महिलाओं और चालक को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी। पत्थर गाड़ी की छत पर न गिरकर फ्रंट शीशे को तोड़ता हुआ फ्रंट सीट पर गिरा। जिससे अन्य लोगों की जान बच गई, लेकिन प्रोमिला देवी की जान नहीं बच सकी। मामले की पुष्टि एएसपी मंडी सागर चंद्र ने की है।
अगर आप कुछ ठान ले तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है केरल की जिलुमोल मैरिएट (32) ने। इडुक्की की मूल निवासी जिलुमोल मैरिएट को ड्राइविंग लाइसेंस मिला है।
अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें क्या बड़ी बात है। गाड़ी चलाना सीखों, ड्राइविंग टेस्ट पास करो और लाइसेंस प्राप्त करो।
पर हम आपको बता दें कि जिलुमोल मैरिएट के दोनों हाथ नहीं हैं। बिना हाथों से जन्म लेने वाली मैरिएट अब चारपहिया वाहन चला सकती हैं। ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के साथ ही जिलुमोल मैरिएट एशिया की पहली ऐसी महिला बन गई हैं, जिनके हाथ न होने के बावजूद उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस मिला है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पलक्कड़ में एक कार्यक्रम के दौरान जिलुमोल मैरिएट को ड्राइविंग लाइसेंस सौंपा।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X (पहले ट्विटर) में फोटो सहित पोस्ट भी डाली है। उन्होंने पोस्ट डालते लिखा कि जिलुमोल मैरिएट थॉमस की अदम्य भावना की सराहना।
हाथों के बिना पैदा होने के बावजूद, वह अपना ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने में सफल रही। यह गर्व का क्षण था जब मैंने पलक्कड़ में उनका लाइसेंस सौंप दिया। जिलुमोल का दृढ़ संकल्प वाकई सराहनीय है। उनकी यात्रा में निरंतर सफलता की कामना।
बता दें कि बिना हाथों से जन्म लेने वाली जिलुमोल मैरिएट का सपना था कि एक दिन वह गाड़ी चलाएं और इसके लिए कानून से अनुमति भी मिले। वह कोच्चि में ग्राफिक आर्ट डिजाइनर के रूप में काम करती हैं।
वह कुछ वर्ष से ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए प्रयास कर रही थीं। वह वाहन चलाने की ट्रेनिंग भी ले रही थीं। मैरियट उनके इस सपने को राज्य सरकार और एक स्थानीय स्टार्ट-अप ने नई उड़ान दी।
स्टार्ट-अप ने कार के लिए खास तौर पर ऑपरेटिंग इंडिकेटर्स, वाइपर और हेडलैंप के लिए वॉयस कमांड-बेस्ड सिस्टम डेवलप किया।
तकनीकी और सिस्टम की मदद से मैरिएट को कार चलाने के लिए हाथों का इस्तेमाल नहीं करना होगा। वह एक आवाज से कुछ चुनिंदा फीचर्स को ऑपरेट कर सकेंगी। कार चलाने के लिए मैरियट पैरों का इस्तेमाल करती हैं।
पैरों से स्टीयरिंग व्हील संभालती हैं। उन्होंने खुद को हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार किया है। मैरियट साइन भी पैर से करती हैं। कार चलाने का प्रशिक्षण लेने के बाद मैरियट ने जरूरी अनिवार्य ड्राइविंग टेस्ट पास किया।
उन्होंने लिखित और ‘H’ टेस्ट सफलतापूर्वक पास किया। इसके बाद दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम के प्रावधानों के तहत उन्हें लाइसेंस जारी किया गया।
शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के संकटमोचन में रविवार सुबह एक सड़क हादसा पेश आया है। यहां पर एक पिकअप (HP52C1817) और कार के बीच जोरदार टक्कर हो गई। दोनों गाड़ियां आमने-सामने टकराई हैं।
टक्कर से दोनों गाड़ियों को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन गनीमत ये रही कि हादसे में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
मामले को लेकर अधिक जानकारी सामने नहीं आई है। डिटेल के लिए जुड़े रहिए EWN24 NEWS Choice of Himachal के साथ।
शिमला। छठे शारदीय नवरात्र पर शिमला में दर्दनाक हादसा हुआ है। एक कार के सड़क से लुढ़ककर नदी में गिरने से एक युवक की मौत हो गई है। हादसा शुक्रवार सुबह करीब पौने 9 बजे हुए है।
बता दें कि नवीन शर्मा (27) पुत्र जयलाल शर्मा गांव खादर डाकघर नकौड़ा तहसील चौपाल शिमला ऑल्टो कार में चौपाल से अपने घर खादर जा रहा था। पुलिस थाना चौपाल के तहत धबास और नकौड़ा पुल के बीच बाहल नाला के पास युवक कार से नियंत्रण खो बैठा और अनियंत्रित कार सड़क से लुढ़क कर करीब 100 मीटर नीचे नदीं में जा गिरी।
मामले की सूचना शिमला जिला के चौपाल पुलिस स्टेशन में दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी।
पालमपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला के उपमंडल पालमपुर में पुलिस स्टेशन भवारना के तहत एक सड़क हादसे में दो युवकों की जान चली गई है और एक युवक गंभीर रूप से घायल है। घायल युवक को मेडिकल कॉलेज अस्पताल टांडा ले जाया गया है। हादसा सुलह विकास खंड के क्यारबां के पास हुआ है।
बता दें कि तीन युवक डरोह के कस्बा गांव का बासु (25), ठाकुरद्वारा का सिद्धार्थ (25) और रोहित (25) होंडा सिटी कार में ठाकुरद्वारा से क्यारबां की तरफ जा रहे थे। क्यारबां क्रैशर के पास चालक गाड़ी से नियंत्रण खो बैठा और कार सड़क से लुढ़ककर खाई में गिर गई।
हादसे में बासु और सिद्धार्थ की मौत हो गई। वहीं, रोहित गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल युवक को कांगड़ा के मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया है। सिद्धार्थ मर्चेंट नेवी में था। बासु पढ़ाई कर रहा था और रोहित भी पढ़ रहा है।
मामले की सूचना मिलने के बाद कांगड़ा जिला के पुलिस स्टेशन भवारना से पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिए हैं। पुलिस हादसे के कारणों की जांच में जुट गई है। युवकों की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर है।
भावानगर। हिमाचल के किन्नौर जिला में सड़क हादसे में एक महिला की मौत हो गई है। चार महिलाएं और चालक घायल है। एक महिला को आईजीएमसी रेफर किया गया है। कार सवार लोग कंडगांव से यंगपा की तरफ जा रहे थे। हादसा भावानगर पुलिस चौकी कंडगांव के तहत हुआ है। कार में चालक और पांच महिलाओं सहित 6 लोग सवार थे।
बता दें कि नताशा (29) रवि निवासी यंगपा वन, भारती पत्नी प्रेमा सिंह निवासी किन्नू रामपुर, स्नेहा पत्नी दवेंद्र यंगपा वन, सुशीला पत्नी रुपिंद्र निवासी पानवी, देव भक्ति पत्नी गाउकरण निवासी गरादे और चालक रवि पुत्र जगदीश निवासी यंगपा वन जिला किन्नौर स्विफ्ट कार में सवार होकर जा रहे थे।
यंगपा ब्रिज के पास चालक ने कार से नियंत्रण खो दिया और कार भावा खड्ड में जा गिरी। हादसे में नताशा की मौत हो गई। साथ ही भारती, स्नेहा, सुशीला, देव शक्ति और रवि घायल हो गए। देव शक्ति को गंभीर रूप से घायल होने पर आईजीएमसी रेफर कर दिया गया। अन्य चार का उपचार टापरी में किया गया। किन्नौर जिला के भावानगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।