जानकारी के अनुसार, पुलिस को दिए बयान में परिजनों ने बताया कि रविवार को वे गेहूं की कटाई के लिए खेतों में चले गए थे।
जब सभी लौटे तो देखा कि उनकी बेटी शालिनी शर्मा (23) पुत्री रमेश चंद का कमरा अंदर से बंद था। जब उन्होंने खिड़की से अंदर झांका तो अंदर का नजाार देखकर उनके होश उड़ गए। उनकी बेटी पंखे से लगे फंदे पर लटकी हुई थी।
परिजन जोर-जोर से चिल्लाने लगे तो आस-पड़ोस के लोग उनके घर पहुंचे। लोगों ने तुरंत ग्राम पंचायत प्रधान प्यार सिंह व उपप्रधान सुनील और पुलिस को हादसे की सूचना दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजे की कुंडी तोड़कर शव को कब्जे में लिया। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट व अन्य कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
परिजनों ने बताया कि शालिनी कमीशन की तैयारी कर रही थी। वह अक्सर रात को देर तक पढ़ाई करती थी जिस वजह से वह सुबह लेट उठती थी। शालिनी ने ये खौफनाक कदम क्यों उठाया इसके कारणों का अभी कोई पता नहीं चला है।
डीएसपी मुख्यालय मदन धीमान ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, ये हादसा सदर थाना बिलासपुर के तहत देलग कंदरौर में हुआ है। गेहड़वीं का परिवार कार नंबर एचपी-23-बी-8217 में सोमवार सुबह घर से मार्कण्डेय की ओर जा रहा था।
कार में परिवार के सदस्य सुभाष चंद (57) निवासी जज्जर, गेहड़वीं, उनकी पत्नी रंजना देवी (55), पुत्र अंकुश कुमार और बहू अंकिता कुमारी (23) थे। कार सुभाष चंद चला रहे थे।
घर से निकलकर परिवार देलग पहुंचा था। मटौर-शिमला एनएच पर देलग के पास कार अनियंत्रित होकर नाले में जा गिरी। आवाज सुनकर मौके पर लोग जमा हो गए। लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से हादसे में घायल लोगों को क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर पहुंचाया गया। अस्पताल में पति-पत्नी सुभाष और रंजना देवी ने दम तोड़ दिया।
क्षेत्रीय अस्पताल से अंकिता और अंकुश दोनों को एम्स बिलासपुर रेफर कर दिया गया। वहां अंकुश की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है।
डीएसपी बिलासपुर मदन धीमान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस आगामी जांच में जुटी हुई है।
बिलासपुर। आधुनिकता की दौड़ में खेल मैदान सूने हो गए हैं। अधिकतर बच्चों के लिए स्मार्ट फोन ही खेल मैदान बन गया है। बच्चे ज्यादातर वक्त मोबाइल के साथ ही गुजारते हैं।
इसी बीच हिमाचल के बिलासपुर जिला की झंडूता विधानसभा क्षेत्र के सरस्वती युवक मंडल आनंदघाट के युवाओं ने बच्चों को फिर से खेल मैदान तक लाने का प्रण लिया है। इसके लिए युवाओं ने अपने बूते खेल मैदान के जीर्णोद्धार करने का निर्णय लिया है।
सरस्वती युवक मंडल आनंदघाट के युवाओं ने एक बैठक कर इन सब मुद्दों पर चर्चा की। फैसला लिया कि सभी युवा महीने में दो बार मैदान में एकत्रित होंगे। प्रधान, उप प्रधान व अन्य सदस्य अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे और उनका ईमानदारी से निर्वहन करेंगे।
मैदान के जीर्णोद्वार के लिए धन एकत्रित करने पर विचार हुआ। सहमति बनी कि अगली बैठक में कौन कितना सहयोग करेगा के बारे फैसला होगा।
यह भी निर्णय लिया कि सभी सदस्य और लोगों को अपने साथ जोड़ेंगे। अगर कोई अन्य भी मदद करना चाहे उसे भी साथ लें।
बिलासपुर। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बिलासपुर जिला के झंडूता विधानसभा क्षेत्र के कलोल में जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस बागियों सहित भाजपा पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा लोगों के वोट से सत्ता प्राप्त नहीं कर सकी। नोट के दम पर सत्ता प्राप्त करना चाहती है और लोकतंत्र की हत्या कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को मुख्यमंत्री की कुर्सी की भूख है। दोनों में भी लड़ाई है। अब उन्हें लग रहा है कि करोड़ों रुपए खर्च कर दिए। 9 विधायकों को जेल की तरह रखा हुआ है। राज्यसभा वोटिंग के समय अनाडेल में एक हेलीकॉप्टर, दूसरा हेलीकॉप्टर आया।
अब तो बागियों के घरों में सिक्योरिटी लगा दी है। उनके परिवार वाले हमारे परिवार वालों की तरह हैं। अगर आपने ईमान बेचा है, आपके परिवार का सम्मान करते हैं। जो बिक जाते हैं वे कभी जनता के सच्चे सेवक नहीं होते हैं।
जनता का सेवक बनने के लिए त्याग करना पड़ता है, लेकिन आपने अपना सब कुछ बेच दिया। अब भाग रहे हैं। कभी फेसबुक द्वारा बात करते हैं। आपने अपने विधानसभा क्षेत्र के उन 30 हजार लोगों का अपमान किया, जिनके दम पर चुनकर विधायक बने। आपका अपना कोई अस्तित्व नहीं था। अस्तित्व पार्टियों का होता है।
में 40 साल के संघर्ष के बाद मुख्यमंत्री कुर्सी की कुर्सी पर पहुंचा। कई बार पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने मंत्री परिषद ऑफर दिया, मैंने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। हम आम परिवार के लोग हैं, हमें सत्ता नहीं चाहिए।
सत्ता के भूखे नोट के दम पर सत्ता प्राप्त करना चाहते हैं। नोट के दम से सत्ता प्राप्त करने के बाद वे जनता से लूट घसोट करते हैं। अपनी ताकत पैसे के दम पर बनाने की कोशिश करते हैं। लोकसभा चुनाव में जनता ऐसे लोगों को जरूर सबक सिखाएगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बागी कभी पंचकूला, कभी हरिद्वार तो कभी गुड़गांव भाग रहे हैं। पिछले 20 दिन से हिमाचल नहीं आए हैं। उन्हें किस बात का डर है, हम तो कुछ नहीं कह रहे हैं। जो चोरी करने वाला और ईमान बेचने वाला डरता है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू बिलासपुर जिला के झंडूता विधानसभा क्षेत्र के लिए विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण किए।
मंडी के राजेंद्र दूसरे तो रमेश कुमार तीसरे स्थान पर रहे
मंडी। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी के अवसर पर आयोजित 21 किमी मंडी हाफ मैराथन बिलासपुर जिला के अनीश कुमार ने जीती। उन्होंने यह दूरी 1 घंटा 10 मिनट 40 सेकंड में पूरी की। उन्हें 21,000 रुपये की राशि देकर सम्मानित किया गया। विजेताओं को डीआईजी मध्य क्षेत्र जी शिवा कुमार ने सम्मानित किया। दूसरा स्थान मंडी के राजेंद्र कुमार ने प्राप्त किया और तीसरा स्थान मंडी के रमेश कुमार ने प्राप्त किया।
महिलाओं की 11 किमी की हाफ मैराथन में कांगड़ा की गारगी प्रथम स्थान पर रही। उन्होंने यह दूरी 47 मिनट 50 सेकंड में पूरी की। उन्हें 15,000 रुपये की राशि देकर सम्मानित किया। दूसरे स्थान पर मंडी के बल्ह की मानसी ठाकुर रही और तीसरे स्थान पर जोगिंद्रनगर की आस्था रही।
तीन किमी फन दौड़ के 10 से 16 आयु वर्ग में प्रथम स्थान पर सौरभ ठाकुर, दूसरे स्थान पर गौरव और तीसरे स्थान पर आदित्य कुमार रहे। 17 से 35 आयु वर्ग में चमन लाल प्रथम, रूस्तम द्वितीय और बक्शीश तृतीय स्थान पर रहे।
36 से 60 आयु वर्ग में तारा चंद पहले, सुख राम दूसरे और तुलसी राम तीसरे स्थान पर रहे। 60 से अधिक आयु वर्ग में गोपाल सिंह ने बाजी मारी। हरबंस सिंह ने दूसरा और सुरेंद्र सिंह ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। तीन किमी फन दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने वालों को 4100, द्वितीय को 3100 और तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को 2100 रुपये की राशि भेंट कर सम्मानित किया गया।
पुलिस अधीक्षक मंडी साक्षी वर्मा ने दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इस अवसर पर युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी दीप्ती वैद्य, डीएसपी हेडक्वार्टर देव राज, आईपीएस प्रोबेशनर गौरवजीत सिंह, एचपीएस प्रोबेसनर रश्मि सहित पुलिस महकमे के अधिकारी और जवान उपस्थित रहे।
मंडी। हिमाचल प्रदेश में मंगलवार सुबह धरती डोली। मंडी जिला के किओली थुनाग में मंगलवार सुबह करीब 6:56 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.2 आंकी गई है।
भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर पांच किलोमीटर की गहराई पर था। झटके महसूस होते ही कुछ लोग घरों से बाहर की तरफ भागे। हालांकि, किसी तरह के जानी नुकसान की सूचना नहीं है।
मंडी के साथ-साथ बिलासपुर और कुल्लू जिला में भी हल्के झटके महसूस किए गए।
भराड़ी के पास रेलवे प्रोजेक्ट कार्यालय में हुई घटना
बिलासपुर। हिमाचल के बिलासपुर जिला के जबली में प्रदेश कांग्रेस महासचिव व पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर जानलेवा हमला हुआ है। हमले में बंबर ठाकुर को काफी चोटें आई हैं। भराड़ी के पास स्थित रेलवे प्रोजेक्ट कार्यालय में ये घटना पेश आई है।
बताया जा रहा है कि बंबर ठाकुर जबली स्थित रेललाइन निर्माण कार्य के कार्यालय गए थे। यहां पर कार्यालय के अंदर कुछ लोगों के साथ उनकी बहस हो गई। मामला इतना गरमा गया कि कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया।
हमले में बंबर ठाकुर के चेहरे पर काफी चोटें आई हैं। उनको तुरंत अस्पताल ले जाया गया। वहीं घटना के बाद बंबर ठाकुर के समर्थकों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया जिनसे पूछताछ की जा रही है। मामले की पुष्टि डीएसपी मदन धीमान ने की है। पुलिस आगामी कार्रवाई में जुटी हुई है।
PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक पर पोस्ट डाल लिखा, “बिलासपुर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर जान लेवा हमला बहुत ही निंदनीय है, पुलिस विभाग इस जल्द कार्यवाही करेगा। सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।”
अर्की। एक तरफ जहां किसान आंदोलन से दिल्ली सहित पंजाब, हरियाणा में बवाल मचा है, इसी बीच सोलन-बिलासपुर सीमा पर अर्की विधानसभा क्षेत्र में लोगों का विरोध हिंसा में बदल गया। मौके पर पथराव तक की नौबत आ गई। पुलिस को भी बल का प्रयोग करना पड़ा। माहौल तनावपूर्ण हो गया।
बता दें कि अर्की विधानसभा क्षेत्र में अली खड्ड पर कीकर-नवगांव पेयजल योजना का काम चल रहा है।
सोलन की अर्की विधानसभा क्षेत्र की आठ पंचायतों कशलोग, सेवड़ा, चंडी, पारनू, संघोई, मांगू, नवगांव व दाड़लाघाट के 71 गांवों की करीब 9,100 की आबादी के लिए पेयजल योजना तैयार की जा रही है।
बिलासपुर जिला के श्रीनैना देवी और बिलासपुर सदर विधानसभा क्षेत्र के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। इसको लेकर बीस दिन पहले आंदोलन शुरू किया था।
आंदोलन को श्री नैना देवी के विधायक रणधीर शर्मा का भी समर्थन मिला। लोगों के विरोध के चलते प्रशासन और पुलिस की देखरेख में काम चल रहा है।
मंगलवार को श्री नैना देवी और सदर विधानसभा क्षेत्र की करीब 50 पंचायतों के लोगों ने त्रिवेणी घाट में महापंचायत की। इसके बाद योजना निर्माण स्थल पर पहुंचे।
लोगों के योजना स्थल पर पहुंचने से मामला बिगड़ गया। पुलिस के अनुसार करीब 400 लोगों ने पथराव कर दिया।
इसमें दाड़लाघाट के नायब तहसीलदार प्रेम लाल, अर्की के डीएसपी संदीप शर्मा, दाड़लाघाट के एसएचओ मोती लाल ठाकुर, पुलिस कर्मी, एक होमगार्ड, जल शक्ति विभाग के कर्मियों समेत 11 लोगों को चोट आई।
लोगों ने नवगांव के लिए चल रही पानी की पुरानी लिफ्ट को भी नुकसान पहुंचाया। सरकारी संपत्ति, ठेकेदार की मशीनरी, योजना स्थल में स्थानीय लोगों के बर्तनों की तोड़फोड़ की। लोगों के विरोध के सामने भारी पुलिस बल भी नाकाम हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जल शक्ति विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब तक योजना में जो काम हुआ था, वह क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
निर्माण सामग्री खड्ड में फेंक दी। भारी पुलिस बल के साए में भी अब योजना का काम होगा। वहीं, अली खड्ड बचाओ संघर्ष समिति ने योजना का काम नहीं रोकने पर एनएच पर चक्का जाम करने की चेतावनी दी है।
सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल श्री नैना देवी के विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि श्री नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र की 18 पंचायतों और सदर बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र की भी अनेक पंचायतों के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा अली खड पर 24 पीने के पानी की और 7 सिंचाई की स्कीमें चल रहीं हैं।
साथ ही अनेक किसान सीधे कूहल बना कर भी सिंचाई कर रहे हैं और कई घराट भी इस खड्ड पर चल रहे हैं। पिछले दिनों जल शक्ति विभाग की अर्की मंडल द्वारा सोलन जिला की 7 पंचायतों व अंबुजा फैक्ट्री के लिए 10 लाख लीटर पानी प्रति दिन उठाने वाली स्कीम बनानी शुरू कर दी, जिस पर खर्च होने वाली धनराशि अंबुजा कंपनी ने दी है।
इस स्कीम के बनने से हमारे क्षेत्र की सभी स्कीमों के बंद होने की आशंका को लेकर स्थानीय जनता ने संघर्ष समिति का गठन कर 20 दिन पहले आंदोलन शुरू कर दिया, जिसका मैंने स्थानीय विधायक होने के नाते समर्थन किया।
25 जनवरी को प्लानिंग की मीटिंग में मुख्यमंत्री के समक्ष इस मुद्दे को उठाया, जिसके परिणामस्वरूप जल शक्ति विभाग के अधिकारियों की कमेटी बनाई गई।
31 जनवरी को संघर्ष समिति और जन प्रतिनिधियों का एक प्रतिनिधिमंडल डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री को मिलाया और इस स्कीम का काम रोकने की मांग की।
उन्होंने विभाग के अधिकारियों को कमेटी की रिपोर्ट आने तक काम रोकने के आदेश दे दिए, लेकिन अर्की मंडल के जल शक्ति विभाग के अधिकारियों ने काम जारी रखा। मेरे और संघर्ष समिति के रोकने पर पुलिस बल तैनात कर काम जारी रखा गया।
आज स्थानीय जनता ने इकट्ठे होकर काम रोकने की कोशिश की तो सोलन जिला की पुलिस ने लाठीचार्ज और पथराव कर हमें रोकने की कोशिश की। हमारी जनता ने पूरा संयम बरतते हुए काम रुकवा दिया। हालांकि उन्हें, अनेक जनप्रतिनिधियों और आंदोलनकारियों विशेषकर महिलाओं को चोटें आई हैं।
बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश स्थित AIIMS बिलासपुर में एमबीबीएस (MBBS) के एक छात्र ने रविवार को हॉस्टल की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी।
छात्र को गंभीर हालत में इमरजेंसी में ले जाया गया जहां उसने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी।
जानकारी के अनुसार, रविवार को MBBS के एक छात्र हॉस्टल की चौथी मंजिल से कूद गया। छात्र की पहचान परीक्षित (21) पुत्र एके लेखी निवासी इंदौर मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। परीक्षित MBBS सेकेंड ईयर का प्रशिक्षु डॉक्टर था।
छात्र जैसे ही नीचे गिरा वहां मौजूद छात्र डर गए और चीख पुकार मच गई। परीक्षित को तुरंत AIIMS बिलासपुर इमरजेंसी में ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।
हादसे की सूचना मिलते ही सदर थान बिलासपुर ने पुलिस टीम मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और छात्र के परिजनों को हादसे की सूचना दी गई।
छात्र ने ये खौफनाक कदम आखिर क्यों उठाया इसका अभी पता नहीं चला है। पुलिस अन्य छात्रों से पूछताछ कर रही है। एएसपी बिलासपुर शिव कुमार चौधरी ने मामले की पुष्टि की है।
घुमारवीं। हिमाचल के बिलासपुर जिला में चलती कार के आगे अचानक जंगली जानवर आने के चलते कार खाई में जा गिरी। हादसे में चालक की मौत हो गई है और 12 साल के बच्चे सहित तीन लोग घायल हैं।
कार सवार लोगों के बयान के मुताबिक सड़क में तेंदुआ आ गया था। इससे चालक कार से नियंत्रण खो बैठा और कार खाई में जा गिरी।
बता दें कि हिम्मत सिंह (48) पुत्र सोहन लाल, रतन चंद (66) पुत्र स्वर्गीय हरी सिंह, निर्मला देवी (63) और रोहित (12) निवासी हवाण घुमारवीं जिला बिलासपुर मंडी के जमथ से शादी समारोह से लौट रहे थे।
कार हिम्मत सिंह चला रहा है। कार जब त्रिफालघाट के करीब बैहल नवाण के निकट पहुंची तो अचानक सड़क पर जंगली जानवर आ गया और चालक कार से नियंत्रण खो बैठा। कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में लुढ़क गई।
मामले की सूचना घुमारवीं पुलिस स्टेशन में दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को खाई से निकालकर अस्पताल पहुंचाया।
अस्पताल में चिकित्सकों ने हिम्मत सिंह को मृत घोषित कर दिया। रतन चंद, निर्मला देवी, और रोहित (12) घायल हुए हैं। उन्हें ज्यादा चोट नहीं आई है।
कार में सवार इन लोगों ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि कार के आगे अचानक तेंदुआ आ गया और चालक कार से नियंत्रण खो बैठा। डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल ने मामले की पुष्टि की है। (बिलासपुर)