बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश स्थित AIIMS बिलासपुर में एमबीबीएस (MBBS) के एक छात्र ने रविवार को हॉस्टल की चौथी मंजिल से छलांग लगा दी।
छात्र को गंभीर हालत में इमरजेंसी में ले जाया गया जहां उसने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी।
जानकारी के अनुसार, रविवार को MBBS के एक छात्र हॉस्टल की चौथी मंजिल से कूद गया। छात्र की पहचान परीक्षित (21) पुत्र एके लेखी निवासी इंदौर मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। परीक्षित MBBS सेकेंड ईयर का प्रशिक्षु डॉक्टर था।
छात्र जैसे ही नीचे गिरा वहां मौजूद छात्र डर गए और चीख पुकार मच गई। परीक्षित को तुरंत AIIMS बिलासपुर इमरजेंसी में ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।
हादसे की सूचना मिलते ही सदर थान बिलासपुर ने पुलिस टीम मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और छात्र के परिजनों को हादसे की सूचना दी गई।
छात्र ने ये खौफनाक कदम आखिर क्यों उठाया इसका अभी पता नहीं चला है। पुलिस अन्य छात्रों से पूछताछ कर रही है। एएसपी बिलासपुर शिव कुमार चौधरी ने मामले की पुष्टि की है।
बिलासपुर। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में ग्रुप बी और सी के 3 हजार से भी अधिक पदों पर भर्ती निकली है। इन भर्तियों को लेकर नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। इच्छुक अभ्यर्थी एम्स दिल्ली की ऑफिशियल वेबसाइट aiimsexams.ac.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन की आखिरी तिथि 1 दिसंबर 2023 शाम पांच बजे तक है। रिक्तियां एम्स बठिंडा, भोपाल, बीबीनगर, बिलासपुर (हिमाचल) , दिल्ली, देवघर, गुवाहाटी, जोधपुर, कल्याणी, मंगल गिरी, नागपुर, पटना, रायबरेली, ऋषिकेश और विजयपुर आदि में भरी जाएंगी।
एम्स बिलासपुर हिमाचल प्रदेश में भी करीब 67 पदों पर भर्ती होगी। हॉस्पिटल अटेंडेंट ग्रेड तीन (Nursing Orderly) के 40 पद हैं। इनमें 19 अनारक्षित, 10 ओबीसी, 5 एससी, 3-3 ईडब्ल्यूएस और एसटी के लिए हैं।
किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं पास और किसी मान्यता प्राप्त संगठन द्वारा संचालित अस्पताल सेवाओं में सर्टिफिकेट कोर्स जरूरी है। आयु 18 से 30 साल जरूरी है। कनिष्ठ प्रशासनिक सहायक (Junior Administrative Assistant) यानी लोअर डिवीजन क्लर्क के 14 पदों पर भर्ती होगी।
इसमें 7 पद अनारक्षित हैं। ओबीसी के लिए 3, एससी के लिए 2, एसटी और ईडब्ल्यूएस (EWS) के लिए एक-एक आरक्षित है। शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास जरूरी है। कंप्यूटर टाइपिंग में 35wpm अंग्रेजी और 30wpm हिंदी में अनिवार्य है। इसके लिए 10 मिनट का टाइम मिलेगा।
बिलासपुर एम्स में जूनियर फिजियोथेरेपिस्ट (Junior Physiotherapist) का एक पद है। आयु 21 से 30 साल जरूरी है। वहीं, स्टोर कीपर के 8 पद भरे जाएंगे। इनमें 4 अनारक्षित, 2 ओबीसी, एक-एक एससी और ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षित है।
शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो अभ्यर्थी का स्नातक होना जरूरी है। किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/संस्थान से सामग्री प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिग्री/डिप्लोमा या किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/संस्थान से सामग्री प्रबंधन में स्नातक की डिग्री और स्टोर हैंडलिंग में 3 साल का अनुभव (अधिमानतः मेडिकल स्टोर) जरूरी है।आयु सीमा 18 से 35 वर्ष चाहिए।
लाइब्रेरी अटेंडेंट ग्रेड दो का एक पद है। अभ्यर्थी 10वीं पास या इससे अधिक होना चाहिए। लाइब्रेरी में दो साल काम का अनुभव भी जरूरी है। किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से लाइब्रेरी साइंस/लाइब्रेरियनशिप में प्रमाणपत्र वाले भी एप्लाई कर सकते हैं। आयु 18 से 30 साल है।
मेडिकल सोशल सर्विस ऑफिसर ग्रेड II का एक पद है। किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/संस्थान से सामाजिक कार्य में मास्टर डिग्री के साथ किसी कल्याण या स्वास्थ्य एजेंसी के साथ काम करने का अनुभव होना चाहिए। अधिमानतः चिकित्सा सार्वजनिक/स्वास्थ्य सेवा से संबंधित को दी जाएगी।
एम्स बिलासपुर में स्टेनोग्राफर के 4 पद भरे जाएंगे। इसमें 3 अनारक्षित और एक ओबीसी के लिए आरक्षित है। आयु सीमा 18 से 27 साल चाहिए। शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास और अधिक चाहिए। स्किल टेस्ट में निपुण होना चाहिए। लेबोरेटरी टेक्नीशियन के तीन पद हैं।
इसमें दो अनारक्षित और एक ओबीसी के लिए है। आयु 25 से 35 साल होनी चाहिए। बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी या समकक्ष जरूरी है। संबंधित फील्ड में पांच साल का अनुभव होना चाहिए। मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा या समकक्ष और 8 साल का अनुभव जरूरी है।
आरक्षित वर्गों को नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट दी जाएगी। चयन प्रक्रिया में सबसे पहले लिखित परीक्षा होगी। इसके बाद ये परीक्षा पास करने पर अभ्यर्थियों को स्किल टेस्ट देना होगा।
स्किल टेस्ट पास करने के बाद चयनित उम्मीदवारों को अपने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल एग्जामिनेशन की प्रक्रिया से गुजरना होगा। फीस की बात करें तो जनरल और ओबीसी के लिए 3 हजार व एससी/एसटी/ईडब्ल्यूएस के लिए 2400 रुपए शुल्क लगेगा।
परीक्षा 18 से 20 दिसंबर तक आयोजित करवाए जाना संभावित है। अधिक जानकारी के लिए एम्स की ऑफिशियल नोटिफिकेशन देखें।
बिलासपुर। अपने गृह जिला बिलासपुर में पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सोमवार को एम्स कोठीपुरा का औचक निरीक्षण किया। इस मेडिकल इंस्टीट्यूट के प्रत्येक ब्लॉक की विजिट करके व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही उन्होंने मरीजों के तीमारदारों तथा एमबीबीएस और नर्सिंग स्टूडेंट्स से भी बात की।
डॉक्टरों और स्टूडेंट्स को सभी जरूरी सुविधाएं और भी बेहतर ढंग से उपलब्ध करवाने के लिए उन्होंने हर तरह की फीडबैक ली। बाद में एम्स प्रबंधन के साथ अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस स्वास्थ्य संस्थान में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रखी गई है। यदि कोई काम केंद्र सरकार के करने का है, तो उसे भी तुरंत प्रभाव से किया जाएगा। मरीज जिस भरोसे के साथ इस स्वास्थ्य संस्थान में उपचार के लिए आते हैं, उस पर खरा उतरने में किसी भी स्तर पर कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि एम्स में हर जरूरी इंस्ट्रूमेंट और इक्विपमेंट होना चाहिए, ताकि मरीजों का उपचार सही ढंग से करने में डॉक्टरों और अन्य स्टाफ को कोई दिक्कत न हो। यदि कोई उपकरण बाकी रह गए हैं, तो उनकी व्यवस्था जल्द की जाए।
जेपी नड्डा ने एमबीबीएस और नर्सिंग स्टूडेंट्स से भी मुलाकात की। स्टूडेंट्स ने अपनी कुछ समस्याओं से भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत करवाया। जेपी नड्डा ने एम्स के डायरेक्टर तथा संबंधित विभागों के एचओडी से इस बारे बात की।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यही स्टूडेंट्स मरीजों का उपचार करेंगे। लिहाजा उनकी ट्रेनिंग में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। उन्हें हर जरूरी सुविधा और बेहतर माहौल मुहैया करवाया जाए।
उन्होंने कहा कि कोठीपुरा में एम्स का निर्माण बिलासपुर समेत आसपास के जिलों के लाखों लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से किया गया है। इससे मरीजों को शिमला, चंडीगढ़ और दिल्ली जैसे दूरदराज के स्वास्थ्य संस्थानों की दौड़ लगाने से निजात मिली है।
लिहाजा इस स्वास्थ्य संस्थान को उत्कृष्ट स्तर तक पहुंचाने में किसी भी स्तर पर कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इस मौके पर श्री नैना देवी के विधायक रणधीर शर्मा, झंडूता के विधायक जीतराम कटवाल तथा सदर के विधायक त्रिलोक जमवाल के साथ ही एम्स के डायरेक्टर वीर सिंह नेगी, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, डीन तथा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
नाहन। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के नाहन की रहने वाली अनिकेता चौहान एम्स में नर्सिंग ऑफिसर बनकर सेवाएं देगी। 23 वर्षीय अनिकेता ने पहले प्रयास में ही ये सफलता हासिल की है।
अनिकेता चौहान ने राष्ट्रीय स्तरीय अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की परीक्षा को उत्तीर्ण किया है। परीक्षा में अनिकेता ने देशभर में 1800वां रैंक हासिल किया है।
इस परीक्षा के प्रथम चरण में देशभर से करीब एक लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था, जिसमें से लगभग 20000 का चयन हुआ और अंतिम चरण में 4000 ही परीक्षा में सफल हुए।
इस उपलब्धि से अनिकेता बेहद उत्साहित है और इसका श्रेय अपने माता-पिता को देती हैं। अनिकेता चौहान ने बताया कि आज वह इस मुकाम पर अपने माता-पिता की वजह से पहुंची है। अनिकेता ने बताया कि वह 8 से 10 घंटे रोजाना पढ़ाई करती थी।
तैयारी के समय कई चुनौतियां उनके सामने आई लेकिन अनिकेता ने उन सबको पार करते हुए ये मुकाम हासिल किया है। नाहन से नर्सिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद अनिकेता राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा की तैयारी में जुट गई थी और उन्होंने पहले ही प्रयास में ये कर दिखाया। अनिकेता के मात-पिता उसकी उपलब्धि से बेहद खुश हैं।