शिमला। हिमाचल में भी अब पहली कक्षा में दाखिले के लिए बच्चे की आयु 6 साल होना जरूरी है। हिमाचल कैबिनेट की बैठक ने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत आयु सीमा के क्राइटेरिया को अपनाने को मंजूरी प्रदान की है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 से प्रदेश के सभी स्कूलों में पहली कक्षा में प्रवेश पाने के लिए छह वर्ष से अधिक आयु का मानदंड अपनाने को स्वीकृति प्रदान की गई।
बता दें कि अभी कहीं कहीं पर पांच साल के बच्चे का दाखिला भी पहली में कर लिया जाता है। केंद्र सरकार की नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत सभी राज्यों में पहली में दाखिले के लिए बच्चे की आयु सीमा 6 साल होना जरूरी किया गया है।
इसी के चलते हिमाचल सरकार ने ये फैसला लिया है। हिमाचल कैबिनेट के फैसले के बाद अब नोटिफिकेशन जारी होने पर पहली में 6 साल आयु से कम बच्चे का दाखिला नहीं हो सकेगा। पहली में दाखिले के लिए न्यूनतम आयु 6 वर्ष या इससे अधिक जरूरी होगी।
शिक्षा विभाग की एक समीक्षा बैठक में सीएम सुक्खू ने दी जानकारी
शिमला। वर्ष 2026-2027 तक हिमाचल की प्राथमिक से लेकर वरिष्ठ माध्यमिक स्तर की 2050 पाठशालाओं को चरणबद्ध तरीके से मुख्यमंत्री स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा।
यह जानकारी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग की एक समीक्षा बैठक में दी। अगले शैक्षणिक सत्र से यह संस्थान गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाने में मील का पत्थर सिद्ध होंगे। उन्होंने 31 दिसंबर, 2023 तक इनकी सूची तैयार करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए व्यापक स्तर पर सुधार करने की दिशा में आगे बढ़ रही है तथा इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
राज्य में सरकारी क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले जाएंगे। इसके साथ ही स्कूल एडॉप्शन प्रोग्राम भी शुरू किया जाएगा, जिसके लिए खंड, उपमंडल व जिला स्तर के अधिकारियों को शामिल किया जाएगा, ताकि शिक्षा के स्तर में सुधार आ सके।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को गेस्ट लेक्चरर योजना शुरू करने की संभावनाएं तलाशने के भी निर्देश दिए। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लेने और चयन के बाद उन्हें रिक्त पदों वाले स्कूलों में एक साल के लिए तैनात करने संबंधी प्रावधान भी किए जाएंगे।
उन्होंने विभाग को इस योजना का विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विभाग को प्राथमिक और वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के क्लस्टर बनाकर उनके संसाधनों का सांझा उपयोग करने की रूपरेखा को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने को कहा।
विद्यार्थियों को अन्य गतिविधियों के साथ-साथ एक शैक्षणिक सत्र में अनिवार्य 220 अध्यापन दिवस (टीचिंग डे) सुनिश्चित करने के लिए कैलेंडर तैयार किया जाएगा।
शिक्षकों का प्रमुख दायित्व विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना है तथा उन्हें अपने दायित्व का निर्वहन करने के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए। पहली नियुक्ति पर अध्यापकों को अनिवार्य प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बेहतर कार्य करने वाले स्कूलों और अध्यापकों को राज्य सरकार प्रोत्साहित करेगी और इसके तहत जिला स्तर पर 5 स्कूलों को सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार की एजेंसियों के साथ-साथ प्रमुख गैर सरकारी संस्थाओं का सहयोग लेने की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में लाए जा रहे सुधारों के तहत सरकारी शिक्षण संस्थानों में भी छह वर्ष की आयु में पहली कक्षा में दाखिला सुनिश्चित किया जाए।
इसके साथ ही विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को आयु वर्ग के अनुसार जीवन उपयोगी कौशल (लाइफ स्किल) में पारंगत किया जाएगा, ताकि उनका ज्ञान केवल किताबों तक ही सीमित न रहने पाए।
उन्होंने प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से खोले जा रहे राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों की प्रगति की भी समीक्षा की।
गोहर, धर्मपुर तथा बंगाणा में निर्माणाधीन अटल आदर्श विद्यालय के निर्माण कार्य को वर्तमान राज्य सरकार पूरा करेगी और इनके लिए पर्याप्त धन उपलब्ध करवाया जाएगा। इन्हें अगले वर्ष से संचालित किया जाएगा।
बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, सचिव शिक्षा राकेश कंवर, निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत शर्मा, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा आशीष कोहली, परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान राजेश शर्मा, संयुक्त सचिव सुनील वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
2392 विद्यार्थी करेंगे मतदान, 12 स्कूलों-केंद्रों में चुने जाएंगे प्रतिनिधि
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्र परिषद (शैक्षणिक सत्र 2023-24) के चुनाव होने जा रहे हैं। विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों धर्मशाला, शाहपुर और देहरा में होने वाले इन चुनावों में कुल 2392 विद्यार्थी मतदान करेंगे। विश्वविद्यालय के 12 स्कूलों के प्रतिनिधि चुने जाएंगे। 06 दिसंबर को मतदान होंगे और उसी दिन शाम को निर्वाचित उम्मीदवारों की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
केंद्रीय विवि में मौजूदा समय में 12 स्कूल चल रहे हैं। जिसमें वाणिज्य एवं प्रबंधन अध्ययन स्कूल व बी.वोक (एफएमएस), पृथ्वी एवं पर्यावरण विज्ञान स्कूल, भाषा स्कूल, पत्रकारिता, जनसंचार एवं नवमीडिया स्कूल+ बीवोक (जनसंचार), जैविक विज्ञान स्कूल, गणित, कंप्यूटर एवं सूचना विज्ञान स्कूल, भौतिक एवं पदार्थ विज्ञान स्कूल, समाज विज्ञान स्कूल, पर्यटन, यात्रा एवं आतिथ्य प्रबंधन स्कूल, प्रदर्शन और दृश्य कला स्कूल व मानविकी स्कूल और शिक्षा स्कूल शामिल हैं। इन सभी स्कूलों में विद्यार्थी निर्वाचित होंगे। जो चुनाव के बाद अपने-अपने स्कूल के विद्यार्थियों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इन चुनावों के मद्देनजर 30 नवंबर से दोपहर 12 बजे से नामांकन पत्र भरे जाने की प्रक्रिया शुरू होगी जो शाम 5 बजे तक चलेगी। नामांकन 04 दिसंबर दोपहर 12 बजे तक वापस लिए जा सकेंगे। चुनाव प्रचार की प्रक्रिया 04 दिसंबर को दोपहर 3 बजे से शुरू होगी, जो 05 दिसंबर को शाम पांच बजे बंद हो जाएगी। 06 दिसंबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक मतदान होंगे और शाम 5 बजे तक विजेताओं की घोषणा कर दी जाएगी।
केन्द्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम 2009 और अधिनियम के परिनियम 36 में विश्वविद्यालय में प्रत्येक शैक्षणिक सत्र में एक छात्र परिषद के गठन का प्रावधान है, जिसमें (i) अध्यक्ष के रूप में डीन छात्र कल्याण (ii) शैक्षणिक, खेलकूद, पाठ्येतर कार्यकलापों में श्रेष्ठता के आधार पर शैक्षणिक परिषद द्वारा नामित 20 विद्यार्थी और (iii) विभिन्न स्कूलों के प्रतिनिधि के रूप में विद्यार्थियों द्वारा निर्वाचित 20 विद्यार्थी शामिल होंगे ।
विश्वविद्यालय के अधिनियम, परिनियम और लिंगदोह समिति रिपोर्ट (जिसे विश्वविद्यालयों के विभिन्न कार्यकलापों में सम्मिलित करते हुए इसे सच्चे रूप में विद्यार्थी उन्मुख बनाने के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वीकृत किया गया है) के उपबंधों के अनुरूप तैयार हिप्रकेवि अध्यादेश-45 ‘छात्र परिषद गठन के लिए हिप्रकेवि नियम’ के अनुसार छात्र परिषद के चुनाव सम्पन्न होंगे। इस संबंध में छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अंबरीश कुमार महाजन के अनुसार तीनों परिसरों में चुनाव संबंधी तैयारियां चल रही हैं, जो जल्द ही पूरी हो जाएंगी।
हमीरपुर। जिला हमीरपुर के जवाहर नवोदय विद्यालय डूंगरी में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के दौरान नौंवीं एवं 11वीं कक्षा की खाली सीटों पर लेटरल एंट्री के लिए 10 फरवरी 2024 को प्रवेश परीक्षा होगी। इस परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाकर अब 15 नवंबर कर दी गई है। ये ऑनलाइन आवेदन सीबीएसईआईटीएमएस.एनआईसी.इन cbseitms.nic.in पर किए जा सकते हैं।
हमीरपुर के जवाहर नवोदय विद्यालय डूंगरी के प्रधानाचार्य विक्रम कुमार ने बताया कि 16 और 17 नवंबर को ऑनलाइन सुधार विंडो खोली जाएगी। उन्होंने बताया कि नौंवीं कक्षा में प्रवेश के लिए एक मई 2009 से 31 जुलाई 2011 तक जन्में तथा शैक्षणिक सत्र 2023-24 के दौरान जिला हमीरपुर के मान्यता प्राप्त स्कूल में आठवीं कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं।
11वीं कक्षा के लिए एक जून 2007 से 31 जुलाई 2009 तक जन्में तथा शैक्षणिक सत्र 2023-24 के दौरान जिला हमीरपुर के मान्यता प्राप्त स्कूल में दसवीं कक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थी पात्र हैं। प्रधानाचार्य ने बताया कि आवेदन से संबंधित जानकारी नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट नवोदया.जीओवी.इन navodaya.gov.in पर उपलब्ध है। इसके अलावा विद्यालय के दूरभाष नंबर 01972-266035 या 265405 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला में हिमालय और आपदा प्रबंधन में भू-गतिकी के महत्वपूर्ण विषयों पर एक उत्कृष्ट राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन समारोह आयोजित किया। यह कार्यशाला तीन दिनों तक चली, जिसमें विश्वभर से आए उत्कृष्ट वैज्ञानिकों ने भू गतिकी के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
समापन समारोह का आयोजन 8 नवंबर, 2023 को किया गया, जिसमें हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पदमश्री डॉ. एचएस बेदी और विशिष्ट अतिथि पद्मश्री डॉ. एच के गुप्ता, मुख्य संरक्षक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल, और कार्यशाला के संयोजक प्रो. ए के महाजन उपस्थित रहे।
समापन समारोह का आरंभ सरस्वती वंदना और विश्वविद्यालय के कुलगीत से किया गया। कार्यशाला के तीसरे दिन विभिन्न विषयों पर विशिष्ट वैज्ञानिकों द्वारा व्याख्यान दिया गया और युवा शोधार्थियों ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।
इसके साथ ही, अथितियों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। समापन समारोह में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के डॉ. अंकित टंडन ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की, जबकि डॉ. एस एस रंधावा ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तरफ से कार्यशाला की प्रशंसा करते हुए उसके महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख किया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर, समारोह का आरंभ किया गया। समारोह में उपस्थित उच्चाधिकारी ने कार्यशाला की सफलता पर धन्यवाद व्यक्त किया और इसके द्वारा प्रस्तुत किए गए नवाचारों की सराहना की।
ई-पोस्टर प्रतियोगिता के परिणाम भी घोषित किए गए, जिसमें प्रथम स्थान पर आईआईटी मंडी के वरुण शर्मा एवं जीएसआई के शोधार्थी वरुण मांधोत्रा रहे। द्वितीय स्थान पर नागालैंड यूनिवर्सिटी की तेजा वीनू मेर और तृतीय स्थान पर आईआईटी मंडी की मंजू सती रही।
सभी उत्कृष्ट शोधार्थियों को सम्मानित किया गया । इस मौके पर कुलपति ने कहा कि हम इस अवसर पर संस्थानों और वैज्ञानिक समुदाय को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने इस कार्यशाला को सफल बनाने में योगदान दिया और नवाचारों को सम्मानित किया। हम आशा करते हैं कि इसके परिणामस्वरूप हम भविष्य में भी इसी तरह के वैज्ञानिक समारोहों को और भी समृद्धि दे पाएंगे।
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सत्र 2023-24 के लिए समस्त राजकीय और बोर्ड से संबद्धता प्राप्त निजी स्कूलों के 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षाओं के नियमित परीक्षार्थियों के ऑनलाइन पंजीकरण करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। अब 15 नवंबर 2023 तक ऑनलाइन पंजीकरण करवाया जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि उपरोक्त निर्धारित अंतिम तिथि के बाद किसी भी परीक्षार्थी का पंजीकरण नहीं किया जाएगा और समयबद्ध पंजीकरण न किए जाने की पूरी जिम्मेदारी संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य/मुख्याध्यापक की होगी।
सभी प्रधानाचार्य/मुख्याध्यापक और कक्षा प्रभारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी परीक्षार्थी का नाम, पिता का नाम, माता का नाम, जन्म तिथि, लिंग और श्रेणी आदि सही अंकित हो। किसी भी परीक्षार्थी का विवरण यदि स्कूल के प्रवेश रजिस्ट्रर से भिन्न पाया जाता है तो उसका पूर्ण उत्तरदायित्व संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य/मुख्याध्यापक तथा कक्षा के प्रभारी का होगा।
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में तीसरी, पांचवीं और आठवीं कक्षाओं को नियमित छात्रों की वार्षिक परीक्षा की डेट शीट जारी कर दी है। परीक्षाएं 28 नवंबर से शुरू होंगी और 6 दिसंबर को समाप्त होंगी। परीक्षाएं सुबह के सत्र में 9 बजकर 45 मिनट से 1 बजे तक आयोजित की जाएंगी।
तीसरी और 5वीं कक्षा की परीक्षा 28 नवंबर से 1 दिसंबर 2023 तक आयोजित की जाएंगी। तीसरी कक्षा का पहला पेपर अंग्रेजी का होगा। 29 को पर्यावरण शिक्षा, 30 को हिंदी और 1 दिसंबर 2023 को गणित का पेपर होगा। 5वीं कक्षा का पहला पेपर 28 नवंबर को अंग्रेजी, 29 को हिंदी, 30 को पर्यावरण शिक्षा और 1 दिसंबर को गणित का पेपर होगा।
8वीं कक्षा की परीक्षा 28 नवंबर से 6 दिसंबर तक चलेंगी। 8वीं कक्षा का पहला पेपर 28 नवंबर को अंग्रेजी, 29 को हिमाचल की लोक संस्कृति और योग, 30 को संस्कृत, 1 दिसंबर को गणित, 2 को हिंदी, 4 को कला(ड्राइंग, चित्रकला और अप्लाईड आर्ट), गृह विज्ञान, स्वर संगीत, वाद्य संगीत, पंजाबी और उर्दू, 5 दिसंबर को विज्ञान और 6 दिसंबर को सामाजिक विज्ञान की परीक्षा होगी। गृह विज्ञान, स्वर संगीत, वाद्य संगीत, पंजाबी और उर्दू के प्रश्न पत्र स्कूल स्वयं तैयार कर परीक्षा लेंगे।
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के माल रोड स्थित मुख्यालय में बैंक की महत्त्वाकांक्षी नई योजना ‘सपनों का संचय’-डिपॉजिट लिंक्ड ऋण योजना का शुभारंभ किया। यह एक बहु-आयामी योजना है, जिसके तहत 10 से 18 वर्ष आयु वर्ग के युवा विशेषकर स्कूली छात्र बचत खाता खुलवाकर बैंक से जुड़ सकते हैं।
प्रतिवर्ष जो भी राशि उनके बचत खाते में जमा होगी, वह एक साल बाद फिक्सड डिपॉजिट में बदल जाएगी। यह क्रम 18 वर्ष की आयु तक चलता रहेगा। प्रार्थी बालिग होने पर अपनी उच्च शिक्षा व व्यवसाय इत्यादि शुरू करने के लिए अपनी कुल जमा राशि के 5 गुणा तक का ऋण लेने के लिए पात्र होगा।
मुख्यमंत्री ने इस पहल पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि बैंक द्वारा चलाई जा रही सशक्त महिला ऋण योजना भी काफी लोकप्रिय हुई है। इसके तहत लगभग 4000 लाभार्थियों को लगभग 8.50 करोड़ रुपये के ऋण प्रदान किए गए हैं।
बैंक ने 25 नई शाखाएं खोलने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से लाइसेंस प्राप्त किए हैं। इसके उपरांत बैंक के आउटलेट की संख्या बढ़कर 262 हो जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों का सहकारी बैंक पर विश्वास निरंतर बढ़ा है, जिसके फलस्वरूप ग्राहकों की संख्या 16 लाख का आंकड़ा पार कर गई है।
बैंक ने 24 हजार करोड़ रुपये का कारोबार किया है, जिसमें से 14997 करोड़ रुपये की जमा पूंजी तथा 9139 करोड़ रुपये के ऋण वितरण हैं। मुख्यमंत्री ने बैंक से लोगों को साइबर अपराध व धोखाधड़ी के प्रति जागरूक करने का भी आह्वान किया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेन्द्र श्याम ने बैंक की ओर से मुख्यमंत्री को आपदा राहत कोष के लिए 4 करोड़ रुपये का चेक भेंट किया। बैंक की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी देते हुए देवेन्द्र श्याम ने कहा कि बैंक सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को कार्यान्वित करने के लिए तत्परता से कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह, विधायक हरीश जनारथा, महापौर नगर निगम शिमला सुरेन्द्र चौहान, बैंक के निदेशक गण, प्रबंध निदेशक श्रवण मांटा, नाबार्ड के महाप्रबंधक डॉ. विवेक पठानिया और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के छात्रों को डॉ. अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र (डीएसीई) के तहत “संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission)” की एग्जाम के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान करने के लिए प्रवेश परीक्षा की सूचना जारी कर दी गई है।
अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित छात्र, जिनकी कुल पारिवारिक आय सभी स्रोतों से प्रति वर्ष आठ लाख रुपये या उससे कम है, उक्त योजना के तहत लाभ के लिए पात्र हैं।
ऑनलाइन आवेदन जमा करने की तिथि 18 अक्टूबर 2023 से लेकर 29 अक्टूबर 2023 तक है। वहीं, प्रवेश परीक्षा 18 नवंबर 2023 को आयोजित की जाएगी। अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) छात्रों को मुफ्त कोचिंग के लिए कुल सीटों की संख्या 100 है।
कुल सीटों में से 70 प्रतिशत सीटें अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए आरक्षित हैं। अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), सामान्य और अन्य श्रेणी के लिए कुल पेड सीटों की संख्या 25 है। योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के समय स्नातक स्तर का पाठ्यक्रम पूरा कर चुके या संबंधित स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत छात्र पात्र होंगे।
चयनित अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) उम्मीदवारों को पाठ्यक्रम की पूरी अवधि के लिए प्रति माह 4000 रुपये की दर से वजीफा दिया जाएगा, जो एक वर्ष यानी 12 महीने से अधिक नहीं होगा।
सामान्य श्रेणी/ईडब्ल्यूएस/अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) (क्रीमी) के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपए है। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी (गैर क्रीमी) के लिए आवेदन शुल्क 400 रुपए और अनुसूचित जाति/एसटी/दिव्यांग के लिए 200 रुपए है।
गौरतलब है कि अगर कोई विद्यार्थी कोचिंग के दौरान किसी सिविल परीक्षा में पास हो जाता है तो उसे इंटरव्यू में आने-जाने के लिए 15 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसी संबंध में नई दिल्ली में डा. अंबेडकर फाउंडेशन और हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय में चलाए जा रहे डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं।
केंद्र के नोडल अधिकारी प्रो. प्रदीप के अनुसार अब “संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) के साथ “राज्य लोक सेवा आयोग” की परीक्षा की कोचिंग भी छात्रों को दी जाएगी।
समझौता ज्ञापन के बाद एक और विकल्प सरकार द्वारा दिया गया है, जिसमें अगर कोई सामान्य श्रेणी से संबंधित छात्र है, या इस परीक्षा के बाद वे मैरिट में नहीं आ पाता है तो वह सालाना 75 हजार फीस देकर इस बैच में बैठ सकता है, लेकिन उसे सरकार की तरफ से कोई स्टाइपंड नहीं मिलेगा।
योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के समय स्नातक स्तर का पाठ्यक्रम पूरा कर चुके या संबंधित स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत छात्र पात्र होंगे।
100 अंकों की होगी प्रवेश परीक्षा
हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय में मेरिट के अनुसार केंद्र द्वारा सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। 100 अंकों की प्रवेश परीक्षा 90 एमसीक्यू (प्रत्येक एक अंक) और 2 निबंध (अंग्रेजी और हिंदी) (5 अंक प्रत्येक) पर आधारित होगी। प्रवेश परीक्षा के पाठ्यक्रम में सामान्य अंग्रेजी (10 अंक), सामान्य हिंदी (10 अंक), संख्यात्मक क्षमता और तर्क (10 अंक), निबंध लेखन (10 अंक) से प्रश्न पूछे जाएंगे। पाठ्यक्रम की अवधि 01 वर्ष है।
दिसंबर में होनी हैं तीसरी, पांचवीं व आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं
शिमला। हिमाचल प्रदेश के शीतकालीन प्राइमरी और मिडल स्कूलों में अब खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों नहीं होंगी। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने प्राइमरी और मिडल स्कूलों में खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है। दरअसल, शीतकालीन स्कूलों में दिसंबर महीने में वार्षिक परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधियों पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है।
प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने नवंबर और दिसंबर के दौरान गैर शिक्षण गतिविधियों नहीं करने के लिए कहा है। शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार दिसंबर में तीसरी, पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं होनी हैं। इसके अलावा अन्य कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं भी दिसंबर के पहले सप्ताह में होंगी।
ऐसे में स्कूलों में नवंबर और दिसंबर के दौरान खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित न की जाएं। आदेशों में कहा गया है कि ऐसी कोई भी गतिविधि न की जाए, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो। स्कूलों में नवंबर और दिसंबर महीने के दौरान पूरा ध्यान बच्चों की पढ़ाई पर लगाने के निर्देश दिए गए हैं।