नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित 6 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नॉन टीचिंग स्टाफ भर्ती के लिए आयोजित स्टेज वन (Objective Type) कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) का शेड्यूल जारी हो गया है।
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय सहित 6 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में नॉन टीचिंग स्टाफ भर्ती के एडमिड कार्ड परीक्षा की तिथि से दिन पहले जारी किए जाएंगे। अभ्यर्थी जानकारी के लिए एनटीए हेल्प डेस्क नंबर 011-69227700, 011-40759000 पर संपर्क कर सकते हैं।
रिसर्च स्कॉलर प्रिया और डॉ. शिवराम राव को मिली सफलता
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (HPCU) के पुस्तकालय और सूचना विज्ञान विभाग की रिसर्च स्कॉलर प्रिया और डॉ. शिवराम राव ने बड़ी सफलता हासिल की है।
रिसर्च स्कॉलर प्रिया और डॉ. शिवराम राव (एसोसिएट प्रोफेसर, पुस्तकालय और सूचना विज्ञान विभाग, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय) को ओआरएफजी (ओपन रिसर्च फंडर्स ग्रुप) का 4980 अमेरिकी डॉलर की राशि (लगभग साढ़े चार लाख) का ओपन स्कॉलरशिप सीड अवार्ड प्राप्त हुआ है। विभाग को पहली बार इस तरह का स्कॉलरशिप सीड अवार्ड प्राप्त हुआ है।
प्रिया और डॉ. शिवराम राव के अनुसार इस फंडिंग का उपयोग अकादमिक समुदाय के बीच ओपन एक्सेस और ओपन साइंस को आगे बढ़ाने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए किया जाएगा, जिससे वे अपने संस्थानों और समुदायों के भीतर ओपन साइंस के समर्थक बन सकें।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण सह कार्यशाला भारत के विभिन्न हिस्सों में आयोजित की जाएगी जिसमें ओपन- एक्सेस प्रकाशन के मौलिक सिद्धांतों और व्यावहारिक पहलुओं, ओपन एक्सेस मॉडल (जैसे, गोल्ड, ग्रीन और हाइब्रिड ओपन एक्सेस), ओपन पब्लिक लाइसेंसिंग जैसे क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस, ओजेएस (ओपन जर्नल सिस्टम) जैसे ओपन प्रकाशन प्लेटफार्मों का उपयोग करना, ओपन-एक्सेस प्रकाशन में उच्च संपादकीय और नैतिक मानकों को बनाए रखने का महत्व, डायरेक्टरी ऑफ़ ओपन एक्सेस जर्नल्स (डी ओ ए जे) में पत्रिकाओं को अनुक्रमित करने की प्रक्रिया का मार्गदर्शन करना आदि होगा।
डॉ. शिवराम राव के अनुसार अभी फंडिंग एजेंसी ने भारत के विभिन्न हिस्सों में आयोजित होने वाली वर्कशाप का प्रपोजल मांगा है जो तैयार किया जा रहा है। उम्मीद है इस पर जल्द ही काम शुरू होगा।
वहीं, विभाग को पहली बार इस तरह का स्कॉलरशिप सीड अवार्ड प्राप्त होने पर विश्वविद्यालय (HPCU) के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल और अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार ने बधाई दी है। (HPCU)
धर्मशाला। तिब्बती चिल्ड्रन विलेज स्कूल के छात्रों ने हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (CU) के शाहपुर परिसर का दौरा किया। इस दौरान तिब्बती चिल्ड्रन विलेज स्कूल के लगभग 100 छात्रों के साथ दो शिक्षक केलसांग त्सवांग और तेनज़िन ग्येचेन सहित सूर्य प्रताप (कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय) साथ रहे। इस दौरे का उद्देश्य छात्रों को पाठ्यक्रमों, प्रवेशों और सुविधाओं के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करना था, जिससे उन्हें अपने शैक्षणिक विकल्पों के बारे में सूचित निर्णय लेने में सहायता मिल सके।
CU शाहपुर परिसर में परिसर निदेशक प्रो. भागचंद चौहान ने छात्रों और उनके शिक्षकों का स्वागत किया। उन्होंने उनके समक्ष विश्वविद्यालय की सुविधाओं का व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया और विभिन्न उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। वहीं प्रो. होम चंद ने छात्रों को कैसे दूरबीन ने ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ को बदला विषय पर एक व्याख्यान दिया।
इस सत्र का उद्देश्य छात्रों में जिज्ञासा पैदा करना और वैज्ञानिक प्रगति के बारे में उनकी जागरूकता का विस्तार करना रहा। प्रस्तुतियों के बाद, छात्रों को विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं और पुस्तकालय के निर्देशित दौरे पर ले जाया गया। इस व्यावहारिक अनुभव ने उन्हें उपलब् संसाधनों और शैक्षणिक वातावरण की वास्तविक समझ प्रदान की।
शाहपुर CU परिसर में परिसर निदेशक प्रो. भागचंद चौहान ने बताया कि इस विजि़ट का प्राथमिक उद्देश्य छात्रों को उनके भविष्य के शैक्षणिक प्रयासों के बारे में सूचित निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाना था। विश्वविद्यालय की पेशकशों की एक झलक पेश करके, इस दौरे का उद्देश्य छात्रों को अपने विषयों और संस्थानों को बुद्धिमानी से चुनने के लिए मार्गदर्शन करना था।
यह पहल शैक्षणिक संस्थानों और छात्रों के बीच संबंध को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित करती है, जिससे एक उज्जवल और अधिक जानकारीपूर्ण शैक्षणिक भविष्य का मार्ग प्रशस्त होता है।
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला में हिमालय और आपदा प्रबंधन में भू-गतिकी के महत्वपूर्ण विषयों पर एक उत्कृष्ट राष्ट्रीय कार्यशाला का समापन समारोह आयोजित किया। यह कार्यशाला तीन दिनों तक चली, जिसमें विश्वभर से आए उत्कृष्ट वैज्ञानिकों ने भू गतिकी के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
समापन समारोह का आयोजन 8 नवंबर, 2023 को किया गया, जिसमें हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पदमश्री डॉ. एचएस बेदी और विशिष्ट अतिथि पद्मश्री डॉ. एच के गुप्ता, मुख्य संरक्षक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल, और कार्यशाला के संयोजक प्रो. ए के महाजन उपस्थित रहे।
समापन समारोह का आरंभ सरस्वती वंदना और विश्वविद्यालय के कुलगीत से किया गया। कार्यशाला के तीसरे दिन विभिन्न विषयों पर विशिष्ट वैज्ञानिकों द्वारा व्याख्यान दिया गया और युवा शोधार्थियों ने अपने शोधपत्र प्रस्तुत किए।
इसके साथ ही, अथितियों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। समापन समारोह में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के डॉ. अंकित टंडन ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की, जबकि डॉ. एस एस रंधावा ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तरफ से कार्यशाला की प्रशंसा करते हुए उसके महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख किया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर, समारोह का आरंभ किया गया। समारोह में उपस्थित उच्चाधिकारी ने कार्यशाला की सफलता पर धन्यवाद व्यक्त किया और इसके द्वारा प्रस्तुत किए गए नवाचारों की सराहना की।
ई-पोस्टर प्रतियोगिता के परिणाम भी घोषित किए गए, जिसमें प्रथम स्थान पर आईआईटी मंडी के वरुण शर्मा एवं जीएसआई के शोधार्थी वरुण मांधोत्रा रहे। द्वितीय स्थान पर नागालैंड यूनिवर्सिटी की तेजा वीनू मेर और तृतीय स्थान पर आईआईटी मंडी की मंजू सती रही।
सभी उत्कृष्ट शोधार्थियों को सम्मानित किया गया । इस मौके पर कुलपति ने कहा कि हम इस अवसर पर संस्थानों और वैज्ञानिक समुदाय को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने इस कार्यशाला को सफल बनाने में योगदान दिया और नवाचारों को सम्मानित किया। हम आशा करते हैं कि इसके परिणामस्वरूप हम भविष्य में भी इसी तरह के वैज्ञानिक समारोहों को और भी समृद्धि दे पाएंगे।
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के बिजनेस स्कूल, स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट स्टडी की ओर से धौलाधार परिसर-2 में हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा वाणिज्य विषय में सहायक प्राध्यापक के रूप में चयनित सुनील कुमार, रिशव चौहान, पूनम शर्मा और अनिकेत शर्मा के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत प्रकाश बंसल ने सहायक प्राध्यापक के रूप में चयनित सभी शोधार्थियों को बधाई प्रेषित की।
वहीं अधिष्ठाता अकादमिक प्रोफेसर प्रदीप कुमार, बिज़नेस स्कूल के अधिष्ठाता प्रोफेसर संजीव गुप्ता, वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मोहिंदर सिंह, प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर दिपांकर शर्मा सहित सभी संकाय सदस्यों ने भी चयनित शोधार्थियों और उनके शोध मार्गदर्शकों को बधाई दी।
इस अवसर पर प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर दिपांकर शर्मा ने कहा कि मननीय कुलपति प्रोफेसर सतप्रकाश बंसल के नेतृत्व में विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
उन्होंने विभाग के अन्य शोधार्थियों को भी रिसर्च और अकादमिक प्रतिसपर्धयों में भाग लेने और अच्छे प्रकार से प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित भी किया।
सहायक प्राध्यापक के रूप में चयनित सभी शोधार्थियों ने अन्य शोधार्थियों के साथ पूरे चयन प्रक्रिया के अनुभव शेयर किए। इस अवसर पर सभी संकाय सदस्यों सहित स्कूल के सभी शोधार्थी उपस्थित रहे।
केंद्रीय विवि में वर्ष 2022 से चल रहा डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र
धर्मशाला।हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय व डॉ अंबेडकर फाउंडेशन के सहयोग से डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र चलाया जा रहा है। केंद्र में अब अनुसूचित जाति के छात्रों के साथ- साथ अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के बच्चों को भी संघ लोक सेवा आयोग के साथ-साथ राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग दी जाएगी।
वहीं, अगर कोई विद्यार्थी कोचिंग के दौरान किसी सिविल परीक्षा में पास हो जाता है तो उसे इंटरव्यू में आने-जाने के लिए 15 हजार रुपये भी दिए जाएंगे।
इसी संबंध में नई दिल्ली में डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन और केंद्रीय विश्वविद्यालय में चलाए जा रहे डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं। इस मौके पर केंद्र के नोडल अधिकारी और विवि के अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार और कुलसचिव प्रो. विशाल सूद विश्वविद्यालय की तरफ से मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के धौलाधार परिसर-एक में अक्टूबर 2022 से इस केंद्र को शुरू किया गया है। पहले बैच 2022-23 की अवधि खत्म हो गई है। इसमें 100 अनुसूचित जाति के छात्रों को सिविल परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग दी गई।
समझौता ज्ञापन के अनुसार अब केंद्र में अनुसूचित जाति के छात्रों के साथ-साथ अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के छात्रों को भी सिविल परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग मिलेगी।
इसमें अनुसूचित जाति के 70 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग के 30 प्रतिशत बच्चे रहेंगे। इस प्रतिशतता में 30 प्रतिशत सीटें छात्राओं के लिए रखीं गई हैं।वहीं, इन छात्रों को केंद्र सरकार की ओर से हर माह 4000 रुपये स्टाइपेंड भी दिया जाएगा, जो उनकी कक्षा में उपस्थिति के आधार पर मिलेगा।
बायोमैट्रिक मशीन के माध्यम से उनकी कक्षा में हाजिरी लगेगी। स्टाइपंड छात्रों के खाते में डॉ. अंबेडकर फाउंडेशन सीधे स्थानांतरित करेगा। हालांकि पहले इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी।
इस संबंध में केंद्र के नोडल अधिकारी प्रो. प्रदीप के अनुसार इस समझौता ज्ञापन के बाद छात्रों को काफी सहूलियतें मिलेंगी।
पहले के छात्रों के बैच को न तो स्टाइपंड की व्यवस्था थी और न ही अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के बच्चों को इसमें शामिल किया गया था। इस समझौता ज्ञापन से इस केंद्र को काफी मनोबल मिलेगा। पूरे भारत में इस तरह के 30 केंद्र खोले गए हैं और हिमाचल के लिए गौरव की बात है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय को भी एक सेंटर मिला है।
वहीं केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने केंद्र के नोडल अधिकारी को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि यह केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि यहां पर हिमाचल के छात्रों को अवसर मिल रहा है। पहले केवल केंद्र में एससी वर्ग के ही छात्रों शामिल थे, लेकिन अब ओबीसी (OBC) के बच्चों को भी इसका लाभ मिलेगा।
स्टाइपंड की सुविधा से भी बच्चे लाभान्वित हो पाएंगे। निश्चित रूप से छात्र यहां पर कोचिंग लेकर विवि का नाम रोशन करेंगे।
इसी माह अक्तूबर 2023 में ही होगी परीक्षा
डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र का पहला बैच 2022-23 पहली अक्टूबर को खत्म हो गया है। वहीं, अब इसी माह केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से नए बैच की भर्ती के लिए परीक्षा ली जाएगी। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक कार्यालय की ओर से ली जाने वाली इस परीक्षा में सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे जाएंगे।
100 नंबर के इस पेपर के बाद मैरिट के आधार पर छात्रों को इस केंद्र में कोचिंग का अवसर मिलेगा। पहली नवंबर 2023 से नए बैच की कोचिंग शुरू हो जाएगी। हालांकि परीक्षा के लिए अभी तिथि तय नहीं की गई है।
केंद्र के नोडल अधिकारी प्रो. प्रदीप के अनुसार अब “संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission)” के साथ “राज्य लोकसेवा आयोग” की परीक्षा की कोचिंग भी बच्चो को दी जाएगी।
समझौता ज्ञापन के बाद एक और विकल्प सरकार द्वारा दिया गया है, जिसमें अगर कोई सामान्य श्रेणी से संबंधित छात्र है, या इस परीक्षा के बाद वे मैरिट में नहीं आ पाता है तो वह सालाना 75 हजार फीस देकर इस बैच में बैठ सकता है, लेकिन उसे सरकार की तरफ से कोई स्टाइपंड नहीं मिलेगा।
कॉलेज कैडर की परीक्षा पास करने में हुईं सफल, कुलपति ने दी बधाई
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के पादप विज्ञान विभाग (Department of Plant Sciences) की दो पीएचडी स्कॉलर पुष्पा गुलेरिया और शिल्पा (2020 बैच), जो क्रमशः प्रो. प्रदीप कुमार और डॉ. मुनीश शर्मा की देखरेख में शोध कार्य रही हैं, को उच्चतर शिक्षा विभाग में सहायक प्रोफेसर (कॉलेज कैडर) वनस्पति विज्ञान (Botany) के रूप में चुना गया है।
उन्होंने राजकीय डिग्री महाविद्यालय करसोग से अपनी स्नातक की पढ़ाई करने के बाद एमएससी एचपीयू शिमला से की है। उन्होंने नेट-जेआरएफ की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है।
वर्तमान में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में शोधार्थी हैं। वहीं, शिल्पा गांव टीका बनी डाकघर योल कैंट निवासी ने भी अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता तिलक राज और गुरुजनों को दिया है।
शिल्पा ने राजकीय डिग्री महाविद्यालय धर्मशाला से बीएससी की पढ़ाई की है और हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमएससी की है। उन्होंने सीएसआईआर यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की है। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में शोधार्थी हैं।
केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने चयनित उम्मीदवारों और उनके पर्यवेक्षकों को बधाई दी। उन्होंने सफल विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार, स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के डीन प्रो. सुनील कुमार और प्लांट साइंसेज विभाग के प्रमुख डॉ. सचिन उपमन्यु ने दोनों चयनित शोधार्थियों को बधाई दी है।
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है। आवेदन सीयू की वेबसाइट पर ऑनलाइन किए जा सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया 22 अगस्त से शुरू हो गई है।
पात्र अभ्यर्थी 2 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अभ्यर्थी के पीजी में संबंधित विषय में 55 फीसदी नंबर जरूरी हैं। एससी, ओबीसी, एसटी आदि को पांच फीसदी छूट होगी।
एडमिट कार्ड 11 सितंबर से डाउनलोड कर सकते हैं। प्रवेश परीक्षा 17 सितंबर को होगी। रिजल्ट 25 सितंबर को निकाला जाएगा। फीस की बात करें तो सामान्य, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी क्रीमी के लिए 500, ओबीसी नॉन क्रीमी के लिए 400 व एससी/एसटी/दिव्यांग अभ्यर्थियों का 200 रुपए शुल्क लगेगा। अधिक जानकारी के लिए हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय की ऑफिशियल नोटिफिकेशन देखें।
धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला (HP CU) ने राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (NAAC) निरीक्षण के उपरांत A+ ग्रेड प्राप्त किया है। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत प्रकाश बंसल ने A+ ग्रेड को लेकर खुशी जताई है और सभी छात्रों व प्रोससर्स को बधाई दी है।
कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के दौरे पर आई नैक की टीम विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली से काफी प्रभावित हुई है। विश्वविद्यालय को A+ ग्रेड मिला है जिसके बाद निश्चित रूप से आने वाले समय में शिक्षा और शोध के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होंगे।
कुलपति ने किया रघुवीर केंद्रीय पुस्तकालय का उद्घाटन
धर्मशाला।हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (CU) में जल्द ही एक यज्ञशाला का निर्माण किया जाएगा। जहां पर हर माह एक विभाग यज्ञ का आयोजन करवाएगा और इस यज्ञ का प्रबंध विश्वविद्यालय का संस्कृत विभाग करेगा। यह बात विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने मंगलवार को धौलाधार परिसर-एक में आचार्य रघुवीर केंद्रीय लाइब्रेरी के उद्घाटन अवसर पर आयोजित हवन के दौरान कही।
इससे पहले CU के कुलपति ने आचार्य रघुवीर केंद्रीय पुस्तकालय (लाइब्रेरी) का उद्घाटन किया और इस अवसर पर आयोजित हवन में बतौर यजमान भाग लिया। गौलतरब है कि इस पुस्तकालय को आधुनिक सुविधाओं और तकनीक से नवीनिकृत किया गया है। पुस्तकालय में आज आरएफआईडी सिस्टम की भी लॉंचिंग की गई, जिसमें पुनर्निर्मित स्थान, अलमारियां, इंटरैक्टिव प्लेटफॉर्म हैं। इस मौके पर पुस्तकालय अध्यक्ष डा. विक्रम सिंह ने कहा कि डिजिटल पुस्तकालय पहल की तरफ से विश्वविद्यालय ने अभी हाल में ही मोबाइल एप लांच किया था।
इसके अलावा ‘सिंगल विंडो सर्च’ टूल है। पुस्तकालय में रिसर्च प्रोफाइल्स को दृढ़ करने के लिए विश्वविद्यालय में कई पहलों जैसे ईबुक्स, पिक एंड चूज मॉडल, ई-जर्नल्स तथा डाटाबेसेज की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। पुस्तकालय में 2.5 लाख ईबुक्स, 30000 से अधिक जर्नल्स सब्सक्राइब किए जा चुके हैं। विश्वविद्यालय के सभी परिसरों के पुस्तकालय अब आरएफआईडी सक्षम हैं।
वहीं इस मौके पर CU के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा कि पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. विक्रम ने कम समय में इस पुस्तकालय को स्मार्ट पुस्तकालय में रूपांतरित किया है, इसके लिए उनको और उनकी पूरी टीम को बधाई। अब स्मार्ट लाइब्रेरी में कोई भी विद्यार्थी बायोमेट्रिक के जरिए बुक इश्यू करवा सकता है। हमारे साथ इनफ्लिबनेट में पहले से ही एक समझौता ज्ञापन था, जिसे हमने और मजबूत किया है। यह एक बहुत अच्छा प्रयास है।
हिमाचल प्रदेश का यह पहला इस तरह का विश्वविद्यालय है, जिसमें इस प्रकार की लाइब्रेरी स्थापित हुई है। यह गौरव की बात है। इस मौके पर उन्होंने यज्ञ का आयोजन करने के लिए संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. योगेंद्र कुमार और विभाग के संकाय सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विभाग बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। इस मौके पर कुलसचिव प्रो. विशाल सूद भी मौजूद रहे।