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हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग : SET-2023 को लेकर बड़ी अपडेट April 18, 2024
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धर्मशाला। हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के नव मीडिया विभाग के छात्रों द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म, ‘भारतीय चित्र साधना’ की ओर से 2024 में होने वाले ‘चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल’ (CBFF) में ‘बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म’ (कैंपस कैटेगरी) में नॉमिनेट की गई है। फिल्म फेस्टिवल का 5वां संस्करण 23 से 25 फरवरी, 2024 तक हरियाणा के पंचकूला में आयोजित किया जा रहा है।
इस फिल्म फेस्टिवल में देश के सिनेमा जगत के तमाम दिग्गज शामिल होंगे। केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के नव मीडिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राम प्रवेश राय के अनुसार यह बहुत हर्ष और गौरव की बात है। विभाग के विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म, ‘बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म’ (कैंपस कैटेगरी) में नॉमिनेट की गई है।
डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘Next stop Folk Music’ लोक संगीत पर आधारित एक फिल्म है, जिसमें भारत के तीन अलग–अलग स्थान (राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और बिहार) की संस्कृतियों में लोक संगीत का स्थान और स्तर को दिखाया गया है।
इस फिल्म का मुख्य निर्देशन नव मीडिया विभाग के अश्विनी रंजन और अनुभव कुमार दुबे ने किया है और सहायक निर्देशन की भूमिका काजल कपूर और अनुभूति मेहता ने निभाई है। इस फिल्म को 23 फरवरी 2024 को रेड बिशप टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स, सेक्टर–1, पंचकूला, हरियाणा में स्क्रीन किया जाएगा।
शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) में शुक्रवार को छात्र संगठन एसएफआई (SFI) ने छात्रों की विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में छात्रों के बीच हिंसा के मामले में एसएफआई का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने वीडियो को आधार बनाकर एकतरफा कार्रवाई की है।
लड़ाई के दौरान दूसरे गुट की तरफ से पहले हमला हुआ, लेकिन कार्रवाई सिर्फ छात्र संगठन एसएफआई (SFI) के कार्यकर्ताओं पर ही की गई है और छात्रों को निष्कासित किया गया है। बीते कई दिन से एसएफआई इसके विरोध में प्रदर्शन कर रही है। छात्र संगठन की चेतावनी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई, तो आने वाले वक्त में आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा।
एसएफआई (SFI) के राज्य सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। विश्वविद्यालय में हुई हिंसा में एक तरफा कार्रवाई के विरोध के अलावा एसएफआई (SFI) की ओर से छात्र संगठन चुनाव बहाली की मांग और नई शिक्षा नीति- 2020 के खिलाफ भी प्रदर्शन किया गया। अमित ठाकुर ने कहा कि देशभर में कांग्रेस नई शिक्षा नीति का विरोध कर रही है, लेकिन हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद नई शिक्षा नीति को लागू किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि छात्र संगठन एसएफआई (SFI) की यह मांग है की नई शिक्षा नीति को वापस लिया जाए। इसके अलावा छात्र संगठन के नेता और कार्यकर्ता पिछले कुछ वक्त में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में हुई भर्तियों में कथित धांधली की जांच की मांग भी कर रहे हैं। एसएफआई का दावा है कि उन्होंने बीते दिनों हुई भर्ती की आरटीआई ली है।
इस आईटीआई में करीब 80 फीसदी सिलेक्शन गलत सर्टिफिकेट के आधार पर हुआ है। ऐसे में मांग की जा रही है कि राज्य सरकार इसकी जांच करवाए। अमित ठाकुर ने कहा कि अगर राज्य सरकार उनकी मांगे नहीं मानती है, तो आने वाले वक्त में आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा।
धर्मशाला। तिब्बती चिल्ड्रन विलेज स्कूल के छात्रों ने हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (CU) के शाहपुर परिसर का दौरा किया। इस दौरान तिब्बती चिल्ड्रन विलेज स्कूल के लगभग 100 छात्रों के साथ दो शिक्षक केलसांग त्सवांग और तेनज़िन ग्येचेन सहित सूर्य प्रताप (कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय) साथ रहे। इस दौरे का उद्देश्य छात्रों को पाठ्यक्रमों, प्रवेशों और सुविधाओं के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करना था, जिससे उन्हें अपने शैक्षणिक विकल्पों के बारे में सूचित निर्णय लेने में सहायता मिल सके।
CU शाहपुर परिसर में परिसर निदेशक प्रो. भागचंद चौहान ने छात्रों और उनके शिक्षकों का स्वागत किया। उन्होंने उनके समक्ष विश्वविद्यालय की सुविधाओं का व्यापक अवलोकन प्रस्तुत किया और विभिन्न उल्लेखनीय उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। वहीं प्रो. होम चंद ने छात्रों को कैसे दूरबीन ने ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ को बदला विषय पर एक व्याख्यान दिया।
इस सत्र का उद्देश्य छात्रों में जिज्ञासा पैदा करना और वैज्ञानिक प्रगति के बारे में उनकी जागरूकता का विस्तार करना रहा। प्रस्तुतियों के बाद, छात्रों को विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं और पुस्तकालय के निर्देशित दौरे पर ले जाया गया। इस व्यावहारिक अनुभव ने उन्हें उपलब् संसाधनों और शैक्षणिक वातावरण की वास्तविक समझ प्रदान की।
शाहपुर CU परिसर में परिसर निदेशक प्रो. भागचंद चौहान ने बताया कि इस विजि़ट का प्राथमिक उद्देश्य छात्रों को उनके भविष्य के शैक्षणिक प्रयासों के बारे में सूचित निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाना था। विश्वविद्यालय की पेशकशों की एक झलक पेश करके, इस दौरे का उद्देश्य छात्रों को अपने विषयों और संस्थानों को बुद्धिमानी से चुनने के लिए मार्गदर्शन करना था।
यह पहल शैक्षणिक संस्थानों और छात्रों के बीच संबंध को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित करती है, जिससे एक उज्जवल और अधिक जानकारीपूर्ण शैक्षणिक भविष्य का मार्ग प्रशस्त होता है।
शिमला। वर्ष 2026-2027 तक हिमाचल की प्राथमिक से लेकर वरिष्ठ माध्यमिक स्तर की 2050 पाठशालाओं को चरणबद्ध तरीके से मुख्यमंत्री स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा।
यह जानकारी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग की एक समीक्षा बैठक में दी। अगले शैक्षणिक सत्र से यह संस्थान गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाने में मील का पत्थर सिद्ध होंगे। उन्होंने 31 दिसंबर, 2023 तक इनकी सूची तैयार करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए व्यापक स्तर पर सुधार करने की दिशा में आगे बढ़ रही है तथा इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
राज्य में सरकारी क्षेत्र में अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले जाएंगे। इसके साथ ही स्कूल एडॉप्शन प्रोग्राम भी शुरू किया जाएगा, जिसके लिए खंड, उपमंडल व जिला स्तर के अधिकारियों को शामिल किया जाएगा, ताकि शिक्षा के स्तर में सुधार आ सके।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों को गेस्ट लेक्चरर योजना शुरू करने की संभावनाएं तलाशने के भी निर्देश दिए। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लेने और चयन के बाद उन्हें रिक्त पदों वाले स्कूलों में एक साल के लिए तैनात करने संबंधी प्रावधान भी किए जाएंगे।
उन्होंने विभाग को इस योजना का विस्तृत प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विभाग को प्राथमिक और वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के क्लस्टर बनाकर उनके संसाधनों का सांझा उपयोग करने की रूपरेखा को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने को कहा।
विद्यार्थियों को अन्य गतिविधियों के साथ-साथ एक शैक्षणिक सत्र में अनिवार्य 220 अध्यापन दिवस (टीचिंग डे) सुनिश्चित करने के लिए कैलेंडर तैयार किया जाएगा।
शिक्षकों का प्रमुख दायित्व विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना है तथा उन्हें अपने दायित्व का निर्वहन करने के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए। पहली नियुक्ति पर अध्यापकों को अनिवार्य प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बेहतर कार्य करने वाले स्कूलों और अध्यापकों को राज्य सरकार प्रोत्साहित करेगी और इसके तहत जिला स्तर पर 5 स्कूलों को सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार की एजेंसियों के साथ-साथ प्रमुख गैर सरकारी संस्थाओं का सहयोग लेने की संभावनाएं भी तलाशी जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में लाए जा रहे सुधारों के तहत सरकारी शिक्षण संस्थानों में भी छह वर्ष की आयु में पहली कक्षा में दाखिला सुनिश्चित किया जाए।
इसके साथ ही विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को आयु वर्ग के अनुसार जीवन उपयोगी कौशल (लाइफ स्किल) में पारंगत किया जाएगा, ताकि उनका ज्ञान केवल किताबों तक ही सीमित न रहने पाए।
उन्होंने प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से खोले जा रहे राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों की प्रगति की भी समीक्षा की।
गोहर, धर्मपुर तथा बंगाणा में निर्माणाधीन अटल आदर्श विद्यालय के निर्माण कार्य को वर्तमान राज्य सरकार पूरा करेगी और इनके लिए पर्याप्त धन उपलब्ध करवाया जाएगा। इन्हें अगले वर्ष से संचालित किया जाएगा।
बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, सचिव शिक्षा राकेश कंवर, निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत शर्मा, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा आशीष कोहली, परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान राजेश शर्मा, संयुक्त सचिव सुनील वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
हमीरपुर। शैक्षणिक सत्र 2022-23 के दौरान हुए सिल्वर जोन ओलंपियाड की नौ प्रतिस्पर्धाओं गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी भाषा, सामाजिक अध्यन, सामान्य ज्ञान, सूचना विज्ञान अभ्यास, तर्क एवं योग्यता तथा STEM विषयों में भाग लेते हुए केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर के छात्र-छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। छात्रों ने 35 स्वर्ण, 22 रजत एवं 13 कांस्य पदक अपने नाम करते हुए विद्यालय व जिले का नाम रोशन किया। विद्यालय की छात्रा मिशेल ने कुल पांच स्वर्ण पदक झटकते हुए पदक तालिका में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है।
प्रग्न्य शर्मा, नवांश मनकोटिया, अन्विषा चौहान, मिशेल, सारांश, शौर्य गुलेरिया, आराध्य चौहान, आरुष गौतम, रिहान, कनिका कुमारी, रूहानी, अंशिका शर्मा, सानिया शर्मा, करण राणा, अनया कुमावत, रणवीर कुमार, प्रज्वल मंडयाल, विरेन ठाकुर, प्रियांशी, दिव्यांश मौदगिल, कीर्ति लखनपाल, निलेश चंदेल, काव्यांश रांगडा, परिधि, अंशुमिता ठाकुर, शिखा ने स्वर्ण अर्पित चौहान, पारस शर्मा, सौरभ, कार्तिक वर्मा, सुकृति सोहल, देवेश कुमार कालिया, प्रतुश बभौरिया, पलक, कशिश चौहान, भानु चौधरी, आस्था, अंशुमिता ठाकुर, साधिका शर्मा, निलेश चंदेल, सारांश, अखिल चौहान, दिनेश कुमार, कर्ण राणा, रिया, वंश मनकोटिया, दिनेश कुमार ने रजत एवं गुंजन, जानवी, आयुष, रेलिश सिंह, स्वास्तिका, काव्यांश रांगडा, सौरभ, पियूष कपूर, शौर्य राणा, पलक शर्मा, सुनाक्षी, अनिकेत सोहल तथा प्रांजलि ने कांस्य पदक अपने नाम करते हुए उत्कृष्टता का परिचय दिया।
प्रांजलि ने राज्य-स्तर पर भी STEM विषय में कांस्य पदक प्राप्त किया। इसके अलावा लगभग 300 छात्र-छात्राओं को सहभागिता प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। विद्यालय के प्राचार्य सुनील चौहान ने प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को पदक एवं उत्कृष्टता प्रमाण पत्र प्रदान देकर सम्मानित किया तथा ओलंपियाड से जुड़े शिक्षकों केशव राम शर्मा, प्रवीण ठाकुर, रमेश चंद ठाकुर एवं अनिल के सार्थक प्रयासों की प्रसंशा की।
प्राचार्य तथा सिल्वर जोन ओलंपियाड के विद्यालय संचालक केशव राम शर्मा ने प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कमाना की तथा भविष्य में भी इस प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं में बढ़ चढ़ कर भाग लेने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया।
धर्मशाला। धौलाधार स्कूल श्यामनगर का जमा दो कक्षा का परिणाम बेहतरीन रहा है। विज्ञान संकाय में हर्षजीत बैंस ने 468 अंक प्राप्त करके स्कूल में प्रथम स्थान हासिल किया। ईशान्य ने 460 अंक लेकर दूसरा तथा पल्लवी राणा और मुस्कान ने 456 अंक लेकर स्कूल में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। कॉमर्स की रागिनी परमार ने 418 अंक, कनिका ने 380, आर्यन चौधरी ने 342 अंक लेकर तृतीय स्थान हासिल किया है।
कला संकाय में दिनेश कुमार ने 460 अंक प्राप्त किए हैं। साक्षी ने 402 अंक लेकर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। कार्तिक 390 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रहे। विद्यालय की अध्यक्ष स्नेहलता धटवालिया तथा चेयरमैन विश्वभानु दत्तबालिया व प्रधानाचार्य पूजा महाजन ने विद्यार्थियों को बधाई दी है।
पल्लवी राणा का सपना भविष्य में सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का है। पल्लवी राणा के पिता एक कंपनी में पायलट के रूप में सेवाएं देते हैं तथा माता गृहिणी हैं। कॉमर्स में 342 अंक लेकर तीसरे स्थान पर आने वाला आर्यन चौधरी ने विद्यालय का अपने गांव का नाम रोशन किया है। आर्यन के पिता पत्रकारिता करने के साथ-साथ अकाउंट्स का काम भी करते हैं तथा माता ग्रहिणी हैं।
कनिका कपूर भविष्य में सीए बनना चाहती हैं। पिता इस दुनिया में नहीं हैं। बावजूद इसके कनिका के हौसले बुलंद हैं। अपनी पढ़ाई का सारा श्रेय अपनी माता व गुरुजनों को दिया है। दिनेश का भविष्य में आईपीएस अफसर बनने का सपना है।