37वीं राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा को 40-20 से शिकस्त दी
शिमला। हिमाचल की महिला कबड्डी टीम के साथ ही महिला हैंडबॉल टीम ने भी गोवा में दमखम दिखाया है। गोवा में चल रही 37वीं राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल प्रदेश की महिला हैंडबॉल टीम ने स्वर्ण पदक जीता है। हिमाचल महिला हैंडबॉल टीम ने भी फाइनल में हरियाणा को 40-20 से शिकस्त दी।
हिमाचल ने पहली बार इस प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया था। पहली बार में ही स्वर्ण पदक जीत लिया। फाइनल में मेनिका 9, भावना ने 8, मिताली ने 6, निधि-शिवानी ने 5-5, गुलशन व प्रियंका ने 3-3 और पायल ने एक गोल किया।
गौरतलब है कि हिमाचल महिला हैंडबॉल टीम के सिलेक्शन पर कुछ लोग काफी उंगलियां उठा रहे थे, लेकिन पहली बार क्वालीफाई करने के बाद स्वर्ण पदक जीतकर टीम ने अपनी कोच को सही साबित किया है।
बता दें कि हिमाचल महिला कबड्डी टीम ने गोवा में चल रही 37वीं राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीता है। सिरमौर की पुष्पा राणा की अगुवाई में हिमाचल की टीम ने फाइनल मुकाबले में हरियाणा की टीम को 32-23 से शिकस्त दी। दोनों टीमों के बीच पहले हॉफ में मुकाबला काफी कड़ा रहा।
स्कोर 12-12 की बराबरी पर था। दूसरे हॉफ में हिमाचल कबड्डी टीम की खिलाड़ी हरियाणा पर भारी पड़ीं। पुष्पा के दो सुपर रेड ने हरियाणा की टीम को चारों खाने चित कर दिया। पुष्पा ने पहले सुपर रेड में 3 व दूसरे में 5 अंक प्राप्त किए।
गोवा में चल रहीं 37वें राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल की टीम का प्रदर्शन बेहतर रहा है। लगातार 4 मैच में जीत दर्ज की। हिमाचल की टीम ने पहले मैच में महाराष्ट्र को 44-23, दूसरे में उत्तर प्रदेश को 52-22 और तीसरे मुकाबले में राजस्थान को 36-23 से मात दी। सेमीफाइनल में हिमाचल और पंजाब की टीमों के बीच भिड़ंत हुई। हिमाचल की टीम ने पंजाब को 48-30 से हराया।
शिमला। गोवा में नाटी में खूब फराटी लगी। मौका था हिमाचल की बेटियों द्वारा हासिल की बड़ी उपलब्धि का। ऐसे में जश्न में झूमना लाजमी था।
बता दें कि हिमाचल की बेटियों ने एक बार फिर प्रदेश का नाम चमकाया है। हिमाचल महिला कबड्डी टीम ने गोवा में चल रही 37वीं राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीता।
सिरमौर की पुष्पा राणा की अगुवाई में हिमाचल की टीम ने फाइनल मुकाबले में हरियाणा की टीम को 32-23 से शिकस्त देने के बाद ग्राउंड में ही नाटी डालकर जश्न मनाया।
गोवा की धरती पर हिमाचल की बेटियों का ये अंदाज देखते ही बन रहा था। जश्न का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल की महिला कबड्डी टीम को गोवा में चल रहीं 37वें राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी है।
सुक्खू ने कहा कि इस बार भी हिमाचल की बेटियों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री ने पूरी टीम के अद्भुत जोश और उत्साह की सराहना करते हुए सभी को सफल भविष्य की ढेरों शुभकामनाएं दी हैं।
बता दें कि दोनों टीमों के बीच पहले हाफ में मुकाबला काफी कड़ा रहा। स्कोर 12-12 की बराबरी पर था।
दूसरे हॉफ में हिमाचल कबड्डी टीम की खिलाड़ी हरियाणा पर भारी पड़ीं। पुष्पा के दो सुपर रेड ने हरियाणा की टीम को चारों खाने चित कर दिया। पुष्पा ने पहले सुपर रेड में 3 व दूसरे में 5 अंक प्राप्त किए।
37वीं राष्ट्रीय खेलों में मेडल किया अपने नाम, सीएम ने दी बधाई
शिमला। हिमाचल महिला कबड्डी टीम ने गोवा में चल रही 37वीं राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीता है। सिरमौर की पुष्पा राणा की अगुवाई में हिमाचल की टीम ने फाइनल मुकाबले में हरियाणा की टीम को 32-23 से शिकस्त दी। दोनों टीमों के बीच पहले हॉफ में मुकाबला काफी कड़ा रहा। स्कोर 12-12 की बराबरी पर था। दूसरे हॉफ में हिमाचल कबड्डी टीम की खिलाड़ी हरियाणा पर भारी पड़ीं। पुष्पा के दो सुपर रेड ने हरियाणा की टीम को चारों खाने चित कर दिया। पुष्पा ने पहले सुपर रेड में 3 व दूसरे में 5 अंक प्राप्त किए।
बता दें कि गोवा में चल रहीं 37वें राष्ट्रीय खेलों में हिमाचल की टीम का प्रदर्शन बेहतर रहा है। लगातार 4 मैच में जीत दर्ज की। हिमाचल की टीम ने पहले मैच में महाराष्ट्र को 44-23, दूसरे में उत्तर प्रदेश को 52-22 और तीसरे मुकाबले में राजस्थान को 36-23 से मात दी। सेमीफाइनल में हिमाचल और पंजाब की टीमों के बीच भिड़ंत हुई। हिमाचल की टीम ने पंजाब को 48-30 से हराया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल की महिला कबड्डी टीम को गोवा में चल रहीं 37वें राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस बार भी हिमाचल की बेटियों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री ने पूरी टीम के अद्भुत जोश और उत्साह की सराहना करते हुए सभी को सफल भविष्य की ढेरों शुभकामनाएं दी हैं।
मुंबई। आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 का ऑस्ट्रेलिया-अफगानिस्तान का मंगलवार का मैच क्रिकेट इतिहास में याद रहेगा। मानो वानखेड़े में तूफान सा आ गया।
ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल के बल्ले से रनों की बारिश हुई। मैक्सवेल ने वन मैन आर्मी की तरह न केवल हारा मैच जीता बल्कि टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने 91 रन पर सात विकेट गंवा दिए थे। अफगानिस्तान को जीत के लिए तीन विकेट की दरकार थी और ऑस्ट्रेलिया को लंबी पारी की।
अफगानिस्तान को तीन विकेट तो नहीं मिल पाई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खाते में लंबी और शानदार पारी जरूर आई। ग्लेन मैक्सवेल के बल्ले से आग उगली। मैक्सवेल ने 128 गेंद पर 201 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई और अफगानिस्तान के मंसूबों को धराशाई कर दिया।
ग्लेन मैक्सवेल ने 21 चौके और 10 छक्के जड़े। यह इस विश्व कप का पहला दोहरा शतक था। मैक्सवेल ने पैट कमिंस के साथ 202 रन की नाबाद साझेदारी की। ऑस्ट्रेलिया ने 293 रन बनाकर मैच जीत लिया। अफगानिस्तान के लिए नवीन उल हक, अजमतुल्लाह ओमरजई और राशिद खान ने दो-दो विकेट लिए।
राजा का तालाब। कांगड़ा जिला के राजा का तालाब के नजदीकी क्षेत्र नेरना के BSF जवान बलबीर चंद की छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हैंड ग्रेनेड फटने से जान चली गई।
बलबीर चंद का मंगलवार को उनके पैतृक गांव में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
BSF जवान बलबीर चंद ने नया मकान बनाया था। अभी गृह प्रवेश भी नहीं किया था। अगले माह छुट्टी पर आकर गृह प्रवेश की योजना बना रहे थे। लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। बलबीर चंद की नए मकान में रहने की हसरत अधूरी रह गई।
बता दें कि बीएसएफ जवान बलबीर चंद की तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह मंगलवार को सुबह नेरना पहुंची तो माहौल गमगीन हो गया।
BSF जवान बलबीर चंद की पत्नी सुदेश कुमारी सहित बेटों व परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। भारत माता की जय, तेरा वैभव अमर रहे मां के उद्घोषों से गांव गूंज उठा। शहीद के बड़े बेटे ने पिता की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी।
मोक्षधाम सुखार में 24 बटालियन के एएसआई अश्वनी कुमार की अगुवाई में उनकी टीम ने जवान बलवीर चंद की पार्थिव देह को सलामी दी। इस दौरान स्थानीय विधायक भवानी सिंह पठानिया ने जवान की पार्थिव देह पर पुष्प गुच्छ अर्पित किए।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हैं। दंतेवाड़ा जिले में भी पहले चरण में वोटिंग होनी थी। दंतेवाड़ा नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के 12 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। इसलिए यहां चुनाव के मद्देनजर अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। बलबीर चंद भी अपनी बटालियन के साथ ड्यूटी पर तैनात थे।
रविवार को चुनाव ड्यूटी के लिए कटेकल्याण पुलिस थाने में तैनात बीएसएफ (BSF) की 70वीं बटालियन की एक टीम तलाशी अभियान के लिए जा रही थी। गश्ती दल थाना परिसर से बाहर जा रहा था।
इसी दौरान हेड कांस्टेबल बलबीर चंद के पास पैकेट में रखा हैंड ग्रेनेड अचानक से ब्लास्ट हो गया। घटना में जवान बलबीर चंद गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्हें तुरंत ही दंतेवाड़ा जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां पर डॉक्टरों ने बलबीर को मृत घोषित कर दिया।
शिमला। हिमाचल में लाखों राशन कार्ड उपभोक्ताओं को त्योहारी सीजन में बड़ा झटका लगने वाला है। उचित मूल्य की दुकान यानी राशन डिपो में मिलने वाले तेल और दालों के रेट में बदलाव किया गया है।
रिफाइंड तेल की कीमत बढ़ गई है, वहीं एपीएल और बीपीएल के लिए दालों की कीमतों में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। कीमतों में कितना बदलाव आया है आपको बताते हैं विस्तार से ….
राशन डिपो में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बीपीएल परिवारों को दी जाने वाली माश की दाल अब चार रुपए महंगी हो गई है। इन उपभोक्ताओं को डिपो में ये दाल 63 रुपए प्रति किलो मिलेगी।
इससे पहले यह दाल 59 रुपए प्रतिकिलो दी जा रही थी। वहीं, एपीएल उपभोक्ताओं को मलका दाल 64 के बजाय अब 73 रुपए प्रति किलो की दर से मिलेगी। इसमें 9 रुपए की बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि बीपीएल को मलका दाल पहले की अपेक्षा एक रुपए सस्ती दी जाएगी। 64 रुपए प्रतिकिलो के बजाय अब यह दाल 63 रुपए किलो मिलेगी। चने की दाल के दाम कोई बदलाव नहीं किया गया है।
यह एपीएल को 48 और बीपीएल को 38 रुपए प्रति किलो ही दी जाएगी। मूंग दाल के दाम बढ़े हैं इसलिए सरकार ने इस दाल को शेड्यूल से हटा दिया है। इसके बदले में उपभोक्ताओं को दो किलो दाल चना दी जाएगी।
वहीं, तेल की बात करें तो डिपो में रिफाइंड तेल की कीमत में भी दस रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है। बीपीएल और एपीएल दोनों को ही तेल बढ़ी हुई कीमत पर ही मिलेगा। रिफाइंड तेल पहले 104 रुपए प्रति लीटर मिलता था जो कि अब 114 रुपए में मिलेगा।
शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) ने लगेज पॉलिसी को लेकर आदेश जारी किए हैं। HRTC ने यात्रियों के साथ और उनके बिना सामान, सब्जियां, फल, फूलों के बक्से और अन्य सामान ले जाने के लिए माल ढुलाई शुल्क के संबंध में पिछले और 6 नवंबर 2023 तक जारी किए गए संशोधनों को शामिल करते हुए आदेश जारी किए हैं।
HRTC बसों में बच्चों की ट्रॉली और ट्राई साइकिल यात्री के साथ फ्री होगी। बिना यात्री के एक यात्री किराया का 1/4 भाग किराया लगेगा। यात्री के साथ व्हील चेयर का भी शुल्क नहीं लगेगा। बिना यात्री के एक यात्री किराया का 1/4 भाग शुल्क देना होगा।
यात्री के साथ तीन लैपटॉप का कोई किराया नहीं लगेगा। तीन से अधिक पर एक यात्री किराए का 1/4 भाग लगेगा।
बिना यात्री के एक यात्री किराए के बराबर शुल्क देना होगा। यात्री के साथ एक सेब गिफ्ट बॉक्स फ्री होगा। एक से अधिक पर 1/4 भाग किराया अदा करना होगा। बिना यात्री के एक यात्री का आधा किराया लगेगा। सेब का फुल बॉक्स एक भी फ्री होगा। एक से अधिक पर आधा किराया लगेगा।
बिना यात्री के एक यात्री किराए के बराबर किराया देना होगा। एक यात्री अपने साथ एक सेब गिफ्ट पैक या फुल बॉक्स ले जा सकता है। अगर कोई यात्री दोनों ले जा रहा होगा तो सेब फुल बॉक्स फ्री होगा।
यात्री के साथ 30 किलो तक सामान फ्री होगा। किसी भी साइज के टू बैगेज भी फ्री होंगे। 15 किलोग्राम से अधिक वजन वाले किसी भी आकार के प्रत्येक अतिरिक्त सामान के लिए एक यात्री किराए का 1/4 हिस्सा और मुफ्त सामान या सामग्री के अतिरिक्त सामग्री के मामले में, सामग्री दरों पर किराया लिया जाएगा।
केवल HRTC नॉन-एसी (Non AC) बसों में यात्रियों के साथ पालतू जानवरों के परिवहन की अनुमति होगी। यदि कोई यात्री HRTC एसी (AC) बसों में पालतू जानवरों का परिवहन करते हुए पाया जाता है, तो कंडक्टर/निरीक्षण के कर्मचारियों द्वारा ऐसे यात्री से एसी बस के एक यात्री किराए के दो गुना के बराबर जुर्माना वसूला जाएगा। अधिक जानकारी के लिए HRTC के ऑफिशियल आदेश पढ़ें।
मुंबई। वर्तमान में नशे की एडिक्शन गंभीर समस्या है। नशे की एडिक्शन ही नहीं बल्कि कुछ और भी है जोकि वर्तमान में गंभीर समस्या बनती जा रही है। यह है स्क्रीन एडिक्शन। जिसे आईएडी (Internet Addiction Disorder) भी कहते हैं।
इसको लेकर सोनी टीवी पर केबीसी स्पेशल एपिसोड में पर पहुंचे अभिनेता रणदीप हुड्डा और मुक्तांगन मित्र पुनर्वास केन्द्र की संचालिका मुक्ता पुणतांबेकर कई खुलासे किए।
मुक्ता पुणतांबेकर ने बताया कि स्मार्ट फोन गेम्स, वीडियो गेम्स और ऑनलाइन शॉपिंग की भी लत होती है। कई बार देखा गया है कि 5 साल का बच्चा खाना नहीं खाता तो मां उसे मोबाइल में बिजी रख खाना खिलाती है। यह काफी खतरनाक हो सकता है। बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता है और स्कूल जाना नहीं चाहता है।
स्क्रीन एडिक्शन बच्चों के लिए बहुत ही गंभीर है। हालांकि बड़े भी इससे अछूते नहीं हैं। इसलिए हमें जरूर देखना चाहिए कि हम स्मार्ट फोन जरूरत के लिए कर रहे या फिर उसके आदी हो चुके हैं।
हम सिर्फ मोबाइल पर लगे रहते हैं, अपनी दिनचर्या भी भूल चुके हैं। अगर ऐसा आभास हो तो इससे दूरी बना लो। दिनचर्या में व्यायाम को भी शामिल करो।
नई दिल्ली। आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 में सोमवार को बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच मैच खेला गया। इस मैच में श्रीलंका के खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज अजीब तरीके से आउट हुए। एंजेलो मैथ्यूज मैदान में तो पहुंचे लेकिन एक भी गेंद खेले बिना आउट होकर चले गए।
अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे संभव है तो हम आपको बताते हैं। अंपायर्स ने एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट करार दिया। क्रिकेट के इतिहास में ऐसा शायद पहली बार हुआ है, जब कोई खिलाड़ी टाइम आउट करार दिया हो।
बता दें कि बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। सदीरा समरविक्रमा के आउट होने के बाद एंजेलो मैथ्यूज बल्लेबाजी के लिए आए। एंजेलो मैथ्यूज क्रीज पर देरी से पहुंचे। जब मैदान में आए तो उन्हें एहसाल हुआ कि हेलमेट तो टूटा हुआ है, उन्होंने साथ खिलाड़ी को दूसरा हेलमेट लाने के लिए कहा।
इसी बीच बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने टाइम आउट की अपील कर दी। अंपायर ने भी नियमों के तहत एंजेलो मैथ्यूज को पवेलियन जाने का फरमान जारी कर दिया। वहीं, इसको लेकर शाकिब सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं।
आखिर क्या है एमसीसी का नियम
इसको लेकर क्रिकेट के खेल के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) का नियम 40.1.1 है। इसके अनुसार कोई विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद अगर अंपायर खेल नहीं रोकता है तो आने वाले नए बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर अगली बॉल खेलने के लिए तैयार होना चाहिए।
यदि नया बल्लेबाज ऐसा करने में सक्षम नहीं होता है, तो उसे आउट करार दिया जाता है। इसे ही ‘टाइम आउट’ कहते हैं। इस नियम के तहत की अंपायर ने एंजेलो मैथ्यूज को आउट करार दिया। एंजेलो मैथ्यूज टाइम आउट होने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं।
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर समस्या बनता जा रहा है। प्रदूषण के स्तर में निरंतर बढ़ोतरी देखी जा रही है। आखिर वायु प्रदूषण का सबसे बढ़ा कारण क्या है हम आपको बताते हैं। वैज्ञानिकों और मौसम विभाग के विश्लेषण के अनुसार दिल्ली में 30 अक्टूबर के बाद प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
इसका कारण दिल्ली में तापमान का लगातार गिरना है। साथ ही हवा गति 30 अक्टूबर से ठहराव की स्थिति में है। यानी कि हवा की गति काफी धीमी बनी हुई है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मीडिया से बातचीत में बताया कि दिल्ली में कई सालों के बाद ऐसी स्थिति बनी है। 30 अक्टूबर के बाद निरंतर हवा की गति धीमी है।
हालांकि होता ऐसा है कि दो या तीन दिन हवा की गति धीमी रहती है, फिर तेज हो जाती है। पर इस बार 30 अक्टूबर के बाद से लगातार ऐसी स्थिति बनी हुई है। इसके चलते प्रदूषण के कण डिस्पर्स (फैल नहीं रहे हैं) नहीं हो रहे हैं व नीचे सतह बने हुए हैं। इसके चलते AQI लेवल बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि 30 अक्टूबर को AQI लेवल 347 दर्ज किया गया था। 31 अक्टूबर को 359, 1 नवंबर को 364, 2 नवंबर को 392, 3 नवंबर को 468, 4 नवंबर को 415, 5 नवंबर को 454, 6 नवंबर को 436 रहा है। दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विभागों अधिकारियों से समीक्षा बैठक की और जरूरी फैसले लिए गए।
सरकार ने दिवाली के बाद यानी 13 नवंबर 2023 से ऑड और ईवन लागू करने का फैसला लिया है। 13 नवंबर से 20 नवंबर तक यह नियम लागू रहेगा। 20 नवंबर को फिर समीक्षा करके इस बारे आगे का फैसला लिया जाएगा। जिन वाहनों के नंबर का अंतिम अंक 1, 3, 5, 7 और 9 होगा वह ऑड वाले दिन चलेंगे। वहीं, जिस वाहनों के नंबर का आखिरी अक्षर 0, 2, 4, 6 और 8 होगा वे ईवन वाले दिन चलेंगे।
फैसलों का जानकारी देते हुए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते सरकार ने कुछ फैसले लिए हैं। सरकार ने निर्णय लिया है कि बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल वाहनों के चलाने पर प्रतिबंध जारी रहेगा। इसके अलावा इमरजेंसी, आवश्यक सेवाओं, एलएनजी, सीएनजी, इलेक्ट्रिक ट्रक को छोड़कर अन्य ट्रकों के प्रवेश पर भी रोक रहेगी।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक, सीएनजी, बीएस 6 डीजल, इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं के वाहनों को छोड़कर दिल्ली से बाहर रजिस्ट्रर अन्य सभी लाइट कमर्शियल वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक रहेगी। दिल्ली के अंदर पंजीकृत डीजल के मध्यम और भारी मालवाहक वाहनों चलने पर भी रोक रहेगी। मात्र इमरजेंसी और आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को ही छूट रहेगी।
दिल्ली में अब सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा पहले नर्सरी से 5वीं तक स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद किया गया था। सोमवार को लिए फैसले के अनुसार 6, 7, 8, 9 और 11 कक्षाओं के छात्रों के लिए भी स्कूल भी 10 नवंबर तक बंद रहेंगे। बोर्ड परीक्षाओं के मध्यनजर 10वीं और 12वीं की कक्षाएं जारी रखने का फैसला लिया है।
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध है, लेकिन पहले भी देखा गया कि प्रतिबंध के बावजूद पटाखे फोड़े जाते हैं। इसके लिए पुलिस के सतर्क रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि दिवाली आ रही है।
वर्ल्ड कप का मैच और छट पूजा भी आ रही है। इसके चलते पुलिस को सख्ती के निर्देश जारी दिए हैं। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार से भी आग्रह किया है कि वे भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाएं औ निगरानी रखें, ताकि वायु प्रदूषण की समस्या से निजात मिल सके।