धर्मशाला। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में पांच मई को IPL मुकाबला होने वाला है। इसके लिए पंजाब किंग्स की टीम दो मई गुरुवार को धर्मशाला पहुंचेगी।
वहीं, तीन मई को सुपर किंग्स की टीम पहुंचेगी। दोनों टीमें विशेष विमान से सुबह 10:30 बजे गगल हवाई अड्डे पहुंचेंगी और यहां से सीधे उन्हे धर्मशाला के कंडी स्थित रेडीसन ब्लू होटल ले जाया जाएगा।
इसके अलावा 9 मई को पंजाब के साथ होने वाले मैच के लिए रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की टीम 6 मई को धर्मशाला पहुंच जाएगी।
अभी तक विशेष विमान के गगल हवाई अड्डे आने का शेड्यूल तय नहीं हुआ है। इस दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का धर्मशाला दौरा भी रहेगा। इसके चलते टीम के आने का समय भी बदल सकता है।
एचपीसीए के संयुक्त सचिव विशाल शर्मा ने कहा कि धर्मशाला में होने वाले IPL मैचों के लिए पंजाब की टीम 2 मई को आएगी, जबकि चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 3 मई को धर्मशाला पहुंचेगी।
दोनों टीमें विशेष विमान से सुबह 10:30 गगल हवाई अड्डे पर उतरेंगी। आरसीबी की टीम 6 मई को धर्मशाला आएगी।
अनुबंध अवधि पूरी होने के बाद भी अभी तक नियमित नहीं
धर्मशाला। हिमाचल में करीब 1164 पटवारियों का नियमितीकरण का इंतजार लंबा हो गया है। लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लगने कारण इनका नियमितीकरण रुक गया है।
अगर लोकसभा चुनाव के बाद नियमितीकरण होता है तो इन्हें वित्तीय नुकसान होगा। साथ ही अन्य सुविधाओं से भी वंचित हो जाएंगे।
बता दें कि राजस्व विभाग में 1164 पदों (बैच 2019-20) पर प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात भर्ती हुई थी। इस बैच के सभी अभ्यर्थियों का विभागीय प्रशिक्षण 15 जून, 2020 को आरंभ हुआ।
15 नवंबर, 2021 को अनुबंध कर्मचारी के तौर पर नियुक्ति हुई। 15 नवंबर, 2021 से 31 मार्च, 2024 तक लगभग 2 साल 4 महीने 15 दिन का समय बीत चुका है।
हिमाचल में अनुबंध अवधि दो साल है। ऐसे में पटवारियों को उम्मीद थी कि हर साल की तरह 31 मार्च के बाद सरकार की नोटिफिकेशन के अनुसार नियमित किए जाएंगे। अभी एक माह पूरा होने को आ गया और कहा जा रहा है चुनाव आयोग से मंजूरी नहीं मिल रही है।
ऐसे में पटवारियों के नियमितीकरण उम्मीदें धराशायी होती दिख रही हैं। पटवारी चुनाव आयोग से मांग कर रहे हैं कि उन्हें नियमित करने के लिए मंजूरी प्रदान की जाए। क्योंकि पहले भी आचार संहिता के दौरान अनुबंध कर्मी नियमित होते आए हैं।
इसको लेकर 26 अप्रैल को पटवार कानूनगो महासंघ इकाई नगरोटा बगवां ने एसडीएम मुनीष कुमार शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुख्य चुनाव अधिकारी हिमाचल प्रदेश मनीष गर्ग को ज्ञापन भेजा था।
वहीं, 27 अप्रैल को कांगड़ा जिला की हरिपुर तहसील के तहत कार्य कर रहे अनुबंध पटवारियों ने तहसीलदार हमीरपुर के माध्यम से ज्ञापन भेजा है।
हरिपुर। अनुबंध अवधि पूरा कर चुके पटवारियों ने नियमित करने को आवाज बुलंद की है। पटवारियों ने कांगड़ा जिला की तहसील हरिपुर के तहसीलदार सुरेश कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और मुख्य चुनाव आयुक्त मनीष गर्ग को ज्ञापन भेजा है।
तहसील हरिपुर के तहत आते पटवारी भरदूं दीपक कुमार, पटवारी हरिपुर जिन्नी कुमारी, पटवारी धार शिव कुमार, पटवारी बंगोली बबीता रानी और पटवारी सकरी नीलम कुमारी ने बताया कि वर्ष 2019 बैच के पटवारियों को वर्ष 2021-22 में अनुबंध के आधार पर नियुक्त किया गया था।
सरकारी अधिसूचना के अनुसार उनकी सेवाओं को 1 अप्रैल 2024 से नियमित किया जाना था। क्योंकि उन्होंने 31 मार्च 2024 से पहले दो वर्ष की अनुबंध अवधि पूरी कर ली है, लेकिन लोकसभा चुनाव के चलते पटवारियों की नियमित प्रक्रिया पर रोक लगी है।
इसके चलते पटवारियों ने एक पत्र निर्वाचन आयोग को इस संबंध में अनुमति देने के लिए भेजा है। यदि चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद इन कर्मचारियों की सेवाएं नियमित की जाती हैं तो कर्मचारी वित्तीय एवं अन्य सुविधाओं से वंचित हो जाएंगे।
उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि नियमित करने को लेकर मंजूरी प्रदान की जाए, ताकि समय रहते उन्हें नियमित किया जा सके।
26 अप्रैल को पटवार कानूनगो महासंघ इकाई नगरोटा बगवां ने भी एसडीएम मुनीष कुमार शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू तथा मुख्य चुनाव अधिकारी हिमाचल प्रदेश मनीष गर्ग को ज्ञापन भेजा था। ज्ञापन में लिखा गया था कि राजस्व विभाग में 1164 पदों पर बैच 2019-20 में प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात भर्ती हुई थी।
इस बैच के सभी अभ्यर्थियों का विभागीय प्रशिक्षण 15 जून 2020 को आरंभ हुआ। 15 नवंबर 2021 को अनुबंध कर्मचारी के तौर पर नियुक्ति हुई। 15 नवंबर 2021 से 31 मार्च 2024 तक लगभग 2 साल 4 महीने 15 दिन का समय बीत चुका है।
हिमाचल में अनुबंध अवधि दो साल है। ऐसे में पटवारियों को उम्मीद थी कि हर साल की तरह 31 मार्च के बाद सरकार की नोटिफिकेशन के अनुसार नियमित किए जाएंगे। अभी एक माह पूरा होने को आ गया और कहा जा रहा है चुनाव आयोग से मंजूरी नहीं मिल रही है।
उन्होंने कहा कि पहले भी आचार संहिता के दौरान नियमित होते आए हैं। चुनाव आयोग से आदर्श आचार संहिता के दौरान नियमितकरण मंजूरी प्रदान करवाने की मांग की है।
नालागढ़। सोलन जिला के नालागढ़ की बघेरी पंचायत में शुक्रवार को दुखद हादसा पेश आया है। बघेरी पंचायत के अभीपुर गांव में गेहूं के खेतों में आग लग गई जिसे बुझाते हुए एक बुजुर्ग जिंदा जल गया।
मृतक की पहचान जीत सिंह (80) पुत्र मोती सिंह के रूप में की गई है। बुजुर्ग ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने नालागढ़ अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है।
जानकारी के अनुसार, अभीपुर गांव के रामस्वरूप के खेत के ऊपर से बिजली की तारें गुजर रही हैं। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे अचानक हवा चलने से तारें आपस में टकरा गईं।
तारें टकराते ही चिंगारी निकली जो कि खेत में गिरी और गेहूं की फसल में आग लग गई। आग लगी देखकर सभी ग्रामीण मौके पर इकट्ठे हुए और आग बुझाने में जुट गए।
इसी दौरान बुजुर्ग जीत सिंह खेत में लगी बाड़ की तारों में उलझ कर गिर गया। इस बीच हवा के साथ आग उसकी ओर बढ़ गई और वह बुरी तरह से झुलस गया। जब तक लोगों ने उसे बाहर निकाला तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
हादसे की सूचना मिलते ही जेपी कंपनी के फायर टेंडर मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। इस घटना में रामस्वरूप, उसके भाई व भतीजे दर्शन की करीब 10 से 12 बीघा जमीन पर गेहूं की फसल पूरी तरह से तबाह हो गई है।
पंजैहरा के नायब तहसीलदार प्रीतम सिंह ने मृतक के परिवार को 25 हजार रुपए की फौरी राहत राशि प्रदान की है।
इनके अलावा जिन लोगों की फसल जली है, पटवारी को उसकी रिपोर्ट देने को कहा है। रिपोर्ट आने के बाद अन्य प्रभावितो को भी मुआवजा राशि मुहैया करवा दी जाएगी।
ऋषि महाजन/नूरपुर। पठानकोट-जोगिंदरनगर रेलवे ट्रैक पर नूरपुर रोड से रेल इंजन दौड़ा है। नूरपुर रोड से ट्रेन चलाने के लिए पहले चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। रेल इंजन कोपड़ लाहड़ तक जाएगा। इसमें रेलवे ट्रैक की स्थिति का पता लगाया जाएगा।
यह देखा जाएगा कि कोई कमी तो नहीं रह गई है, उसे दुरुस्त किया जाएगा। अगर रेल इंजन का ट्रायल सफल रहता है तो दूसरे चरण में खाली डिब्बों के साथ कोपड़ लाहड़ तक ट्रेन दौड़ाई जाएगी।
दूसरे चरण में भी ट्रायल सफल होने के बाद एक-दो हफ्ते में ट्रेन को यात्रियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा।
नूरपुर रोड से ट्रेन शुरू करने के लिए लोग लंबे अरसे से मांग उठा रहे हैं। इस रूट पर लंबे समय से ट्रेन बंद है जिसके कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पठानकोट से नूरपुर रोड तक ट्रेन चक्की पुल के टूटने से बंद है। पुल का काम चला हुआ है। अगले 6 माह में काम पूरा होने की उम्मीद है। पुल का काम पूरा होने के बाद पठानकोट से ट्रेन शुरू कर दी जाएगी।
शिमला। हिमाचल में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की 26 अप्रैल 2024 की अपडेट के अनुसार 27 और 29 अप्रैल को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी के साथ बिजली गिरने और ओले गिरने की संभावना है।
अपडेट के अनुसार 30 अप्रैल तक मौसम खराब बना रह सकता है। 26, 28 और 30 अप्रैल के लिए अलग अलग स्थानों पर आंधी के साथ बिजली गिरने को लेकर येलो अलर्ट जारी है।
पिछले 24 घंटे में हिमाचल में मौसम शुष्क रहा है। हिमाचल में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य हैं। ऊना का अधिकतम तापमान 37 डिग्री पार कर गया है। केलांग का न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है।
शिमला का न्यूनतम तापमान 14.4, सुंदरनगर का 13.0, भुंतर का 11.1, कल्पा का 5.8, धर्मशाला का 18.4, ऊना का 14.9, नाहन का 17.6, केलांग का 2.1, पालमपुर का 15.0 दर्ज किया है।
सोलन का 12.6, मनाली का 5.2, कांगड़ा का 15.8, मंडी का 13.1, बिलासपुर का 14.2, हमीरपुर का 20.6, चंबा का 13.6, डलहौजी का 12.6, जुब्बड़हट्टी का 15.5 डिग्री रहा है।
कुफरी का 12.2, नारकंडा का 9.5, रिकांगपिओ का 8.2, कसौली का 17.2, पांवटा साहिब का 20.0. देहरा का 18.0 डिग्री दर्ज किया गया है।
25 अप्रैल को चंबा का अधिकतम तापमान 32.3, डलहौजी का 16, केलांग का 15.2, भरमौर का 25, कांगड़ा का 33, धर्मशाला का 29.3, मनाली का 23.5, पालमपुर का 27.5 दर्ज किया गया है।
भुंतर का 29.7, हमीरपुर का 34.8, मंडी का 32.6, सुंदरनगर का 33, बिलासपुर का 36.6, कल्पा का 19, नारकंडा का 17.1, शिमला का 22.5, कुफरी का 18.1 रिकॉर्ड किया है।
जुब्बड़हट्टी का 27.4, कसौली का 27.9, सोलन का 30.5, नाहन का 31.3 और धौलाकुआं का 36.3 डिग्री रहा है।
शिमला। हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर आज मंडी से कांग्रेस के प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सुप्रसिद्ध जाखू मंदिर में बजरंग बली का आशीर्वाद लिया।
शिमला। हनुमान जन्मोत्सव पर मंगलवार को जाखू मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। सुबह पांच बजे से ही बजरंग बली के दर्शनों के लिए कतारें लगना शुरू हो गई थीं।
स्थानीय लोगों के अलावा भारी संख्या में सैलानी भी मंदिर में बजरंग बली के दर्शनों के लिए पहुंचें। हिंदू पंचांग के अनुसार, हनुमान जयंती चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का जन्म हुआ था।
मंदिर के पुजारी बीपी शर्मा ने बताया कि हनुमान जी रुद्र के अवतार हैं। हनुमान जी का जन्मोत्सव आज धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुट गई।
उन्होंने बताया कि आरती के समय भी मंदिर में काफी भीड़ हो गई थी, पुलिस भीड़ को व्यवस्थित करने में लगी रही। उन्होंने बताया कि आम दिनों में भी काफी भीड़ देखी जा रही है।
पहले मई-जून में शिमला में पर्यटकों की आमद से जाखू आते थे, लेकिन बजरंग बली की 108 फीट ऊंची भव्य मूर्ति के बनने के बाद काफी पर्यटक मंदिर दर्शनों के लिए आते हैं।
वही मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि हनुमान जयंती के अवसर पर वे दर्शनों के लिए आए हैं। बजरंग बली के दर्शनों का सौभाग्य प्राप्त होने से काफी प्रसन्न हैं।
पालमपुर। कांगड़ा के पालमपुर बस स्टैंड में युवती पर युवक द्वारा दराट से हमले का मामला सामने आया है। युवती पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल और खतरे से बाहर है। आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वारदात 20 अप्रैल, 2024 शनिवार की है। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने जान की परवाह किए बिना युवक धर दबोचा तो कुछ ने लड़की को अस्पताल पहुंचाकर मानवता दिखाई। इसमें थुरल निवासी प्रियंका और पालमपुर निवासी मनिंद्र शामिल हैं।
युवक के हमले के बाद खून से लथपथ एक बिटिया का दर्द दूसरी बिटिया थुरल निवासी प्रियंका ने समझा। प्रियंका डिग्री कॉलेज पालमपुर में अंतिम वर्ष की छात्रा है और पीड़ित लड़की पालमपुर के निजी कॉलेज में पढ़ती है।
वह एक दूसरे को जानती तक नहीं थी। फिर भी प्रियंका पीड़ित के जख्म नहीं देख पाई और उसे बचाने की जद्दोजहद में लगी रही। प्रियंका पालमपुर अस्पताल से लेकर मेडिकल कॉलेज टांडा तक पीड़ित युवती के साथ गई।
प्रियंका ने यह भी परवाह नहीं कि उसके कपड़े खून से खराब हो जाएंगे। सच कहते हैं कि इंसान कपड़ों से नहीं जाना जाता बल्कि दिल से जाना जाता है। इस बात को प्रियंका ने बखूबी साबित किया है।
थुरल निवासी प्रियंका ने कहा कि जब वारदात वाली जगह के पास पहुंची तो देखा कि कुछ लोग एक लड़के को पीट रहे हैं। उसने पास जाकर पूछा तो लोगों ने बताया कि इस युवक ने युवती पर दराट से हमला कर दिया है।
पास ही बैठी युवती को जब देखा तो उसके सिर से पानी की तरह खून बह रहा था। वहां पर किसी की हिम्मत नहीं कि युवती को अस्पताल ले जाया जाए।
फिर उसने वहां मौजूद एक व्यक्ति को कहा कि अंकल इसे जल्दी अस्पताल ले जाते हैं, नहीं तो युवती की मौत हो सकती है। क्योंकि खून काफी बह गया था।
फिर युवती को उठाकर सिविल अस्पताल पालमपुर ले आए। वहां पर डॉक्टरों ने फटाफट ड्रेसिंग बगैरा की और युवती को मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर कर दिया।
प्रियंका ने बताया कि युवती के परिजन नहीं पहुंचे थे। वह और अन्य व्यक्ति युवती के साथ मेडिकल कॉलेज टांडा में गए। युवती को इमरजेंसी में लेकर गए। वहां पर डॉक्टर आदि का बहुत लाइट वर्क था।
पहले पेपर वर्क पेपर वर्क कर रहे थे। यह नहीं कि पहले उस लड़की को चेक करें। पहले लड़की को तो देखना चाहिए। टांडा में डॉक्टरों ने युवती की ड्रेसिंग खोली और साफ बगैरा किया।
जख्म काफी गहरे थे। हाथ की हड्डियां सामने दिख रही थीं। सिर का भी बुरा हाल था। टांके लगाकर युवती को चंडीगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया।
मौका-ए-वारदात पर युवती चारों तरफ से लोगों से घिरी हुई थी। लोग दूर से वीडियो बना रहे थे अपने कंटेंट के लिए। किसी की इतनी हिम्मत नहीं हुई कि कोई उस लड़की के पास जाए और उसे वहां से अस्पताल ले जाए।
लड़की मर रही है, लेकिन लोगों को कंटेंट की पड़ी थी। प्रियंका का कहना है कि जब युवक और युवती की बहस हो रही थी तब लोगों ने कुछ नहीं किया। अगर लड़ाई हो रही है तब भी लोगों को पूछना तो चाहिए था कि क्या हो रहा है।
जब युवक ने दराट निकाला तब ही युवक को दबोच लेना चाहिए। उस वक्त भी लोग वीडियो बनाते रहे। अगर उस वक्त लोग हिम्मत दिखाते तो युवती की यह हालत न होती। जब युवक ने युवती पर दराट से हमला कर दिया उसके बाद उसे पकड़ा गया।
प्रियंका ने यह भी आरोप लगाया कि जब युवक लोगों से बात कर रहा था तो लोग युवती को ब्लैम कर रहे थे। इससे युवक और ज्यादा गुस्सा हो गया और उसने यह कदम उठा लिया। माहौल को शांत करने की जगह लोगों ने उसमें घी डालने का काम किया।
युवती प्रियंका की बातों पर मंथन जरूरी है। एक बात तो सत्य है कि कब और कहां किसी के साथ क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। परिवार वाले और जानने वाले उस वक्त हमेशा साथ नहीं होते हैं।
ऐसे में अजनबी व्यक्ति ही दूसरे का सहारा बन सकता है। ऐसा किसी कानून में नहीं लिखा गया है, लेकिन मानवता की किताब में जरूर अंकित है।
ewn24 news Choice Of Himachal थुरल निवासी प्रियंका और पालमपुर निवासी मनिंद्र का जज्बे को सलाम करता है।
जानकारी के अनुसार, पुलिस को दिए बयान में परिजनों ने बताया कि रविवार को वे गेहूं की कटाई के लिए खेतों में चले गए थे।
जब सभी लौटे तो देखा कि उनकी बेटी शालिनी शर्मा (23) पुत्री रमेश चंद का कमरा अंदर से बंद था। जब उन्होंने खिड़की से अंदर झांका तो अंदर का नजाार देखकर उनके होश उड़ गए। उनकी बेटी पंखे से लगे फंदे पर लटकी हुई थी।
परिजन जोर-जोर से चिल्लाने लगे तो आस-पड़ोस के लोग उनके घर पहुंचे। लोगों ने तुरंत ग्राम पंचायत प्रधान प्यार सिंह व उपप्रधान सुनील और पुलिस को हादसे की सूचना दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजे की कुंडी तोड़कर शव को कब्जे में लिया। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट व अन्य कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
परिजनों ने बताया कि शालिनी कमीशन की तैयारी कर रही थी। वह अक्सर रात को देर तक पढ़ाई करती थी जिस वजह से वह सुबह लेट उठती थी। शालिनी ने ये खौफनाक कदम क्यों उठाया इसके कारणों का अभी कोई पता नहीं चला है।
डीएसपी मुख्यालय मदन धीमान ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।