हरिपुर। धड़है दा पीर चतरा खैरियां में वार्षिक कुश्ती दंगल बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इसमें रमन गिल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की जिन्हे कमेटी सदस्य सुरेंद्र बग्गा ने सिरोपा व समृती चिन्ह देकर स्वागत किया।
कुश्ती में छोटी माली का आयोजन देर रात तक चला जिसमें स्थानीय व बाहरी राज्यों पंजाब, हरियाणा के नामी पहलवानों ने कुश्ती के अखाड़े में खूब दाव पेंच लड़ाए तथा उपस्थित लोगों का खूब मनोरंजन किया।
इसमें बड़ी माली गोपी ज्वालाजी तथा मांगी अटारी पंजाब के बीच हुई जिसमें गोपी ज्वालाजी विजेता रहा। विजेता को 21000 रुपए नकद इनाम दिया गया। इस मौके सुरेंद्र बग्गा कमेटी प्रधान, सुभाष बग्गा सचिव, कैप्टन सुरिंदर कुमार व अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
दंगल में हिमाचल ही नहीं बाहरी राज्यों के पहलवानों ने भी दमखम दिखाया। देहरा के निर्दलीय विधायक और भाजपा नेता होशियार सिंह भी दंगल में पहुंचे। उन्होंने अखाड़े में घूमकर लोगों का अभिवादन किया।
हरिपुर। गुलेर रियासत और उसकी राजधानी हरिपुर को कौन नहीं जानता होगा। इतिहास में भी इनका जिक्र आता है। हरिपुर कांगड़ा जिला के विधानसभा क्षेत्र देहरा के तहत पड़ता एक कस्बा है। हरिपुर वर्तमान में वजूद की जंग लड़ रहा है। यहां बेशकीमती प्राचीन धरोहरें हैं, जोकि खंडहरों में तब्दील हो चुकी हैं।
अब संस्कृति की पहचान कहलाने वाले हरिपुर बाबा धुडू छिंज मेले पर भी संकट पैदा हो गया है। मेला हरिपुर चौगान में आयोजित नहीं होगा। इसका कारण हरिपुर चौगान का शिक्षा विभाग के अधीन होना है।
हिमाचल हाईकोर्ट ने स्कूल के मैदानों में ऐसे आयोजन पर रोक लगाई है। ऐसा बच्चों की पढ़ाई के मध्यनजर लिया गया है।
इसके चलते मेले का आयोजन हरिपुर अस्पताल के पास निजी भूमि पर किया जाएगा। निजी भूमि पर मेला कब तक आयोजित होता रहेगा इस पर भी सवाल है। अब कारण प्रशासनिक, राजनीतिक या आपसी खींचतान कुछ भी हो, पर मेले के अस्तित्व पर तो संकट जरूर है।
हालांकि, शिक्षा विभाग की एनओसी के साथ चौगान में मेला आयोजन की अनुमति ली जा सकती थी। ऐसे प्रयास किए जाते तो चौगान में मेला हो सकता था। क्योंकि आयोजन से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित तो नहीं हो रही आदि को देखते हुए एजुकेशन अथॉरिटी एनओसी दे सकती है।
हरिपुर चौगान की बात करें तो यहां आयोजन पर बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान पड़ने के कम चांस हैं, क्योंकि स्कूल चौगान के आखिरी कोने में है। मैदान काफी बड़ा है। पर जानकारी के अनुसार इस बार मेले का आयोजन करने वाली कमेटी हरिपुर चौगान में मेले का आयोजन करवाने से इंकार करते हुए किसी और जगह मेला करवाने की अनुमति ली है।
बता दें कि हरिपुर बाबा धुडू छिंज मेले का आयोजन हर वर्ष 10 अप्रैल को आयोजित होता है। पहले मेला सूखा तालाब में आयोजित किया जाता है। पर सूखा तालाब में जगह की कमी के चलते मेले को हरिपुर चौगान में शिफ्ट किया गया था।
उस वक्त भी मेला शिफ्ट करने का कुछ लोगों ने विरोध किया था और शिफ्ट होने के साल दो जगह मेला आयोजित किया गया था। इसके बाद से मेला चौगान में ही आयोजित होता था। हरिपुर में यही एक मात्र बड़ा मैदान है।
देहरा एसडीएम शिल्पा बेक्टा ने कहा कि ग्राउंड रेवेन्यू या पंचायत के अधीन होता तो मेले का आयोजन हो सकता था। ग्राउंड शिक्षा विभाग के अधीन है। हाईकोर्ट ने स्कूल मैदानों में ऐसे आयोजन पर रोक लगाई है।
यहां आयोजन की अनुमति एजुकेशन अथॉरिटी की एनओसी के बाद ही दी जा सकती है। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित तो नहीं हो रही आदि को ध्यान में रखते हुए एनओसी दी जाती है।
हरिपुर में 10 अप्रैल को मेला आयोजन की अनुमति के लिए लोग उनके पास आए थे। उन्होंने हरिपुर ग्राउंड में मेले का आयोजन करने से इंकार करते अन्य जगह मेला आयोजन की अनुमति ली है। मेला किसी प्राइवेट जगह करवाया जा रहा है।
हरिपुर। कांगड़ा जिला के देहरा विधानसभा क्षेत्र के हरिपुर के पास अंबटयालू में एचआरटीसी बस ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में दो युवक घायल हो गए हैं। घायल युवकों को हरिपुर सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर कर दिया है। हादसा शाम को हुआ है। पठानकोट डिपो की बस पठानकोट से शिमला जा रही थी।
बता दें कि बाइक सवार पंकज कुमार पुत्र जगदीश चंद और प्रिंस पुत्र केवल चंद निवासी भटोली फकोरियां दो सड़का से हरिपुर की तरफ आ रहे थे। बस हरिपुर से देहरा की तरफ जा रही थी।
दोसड़का से कुछ दूर पहले अंबटयालू में एचआरटीसी बस (HP38G6961) ने बाइक (HP36F0732) को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों युवक घायल हो गए। दोनों युवक रिश्ते में चचेरे भाई हैं।
मामले की सूचना पुलिस स्टेशन हरिपुर में दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। वहीं, घायल दोनों युवकों को हरिपुर अस्पताल ले जाया गया।
जहां से प्रारंभिक उपचार के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर कर दिया। पुलिस ने बस और बाइक को कब्जे में ले लिया है। बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। डीएसपी देहरा अनिल कुमार ने हादसे की पुष्टि की है।
हरिपुर। नगरोटा सूरियां-हरिपुर सड़क मार्ग पर सकरी में तीखे मोड़ पर हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसके बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग कोई संज्ञान नहीं ले रहा है। शायद किसी की जान जाने के बाद ही विभाग नींद से जागेगा।
गनीमत है कि स्कूल बस में बैठे छोटे-छोटे बच्चे और कार सवार सभी लोग सही सलामत हैं। हादसे का पता चलते ही बच्चों के अभिभावक और स्कूल प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी भी तुरंत मौके पर पहुंचे।
बच्चों को स्कूल की दूसरी बस में बैठकर स्कूल के लिए भेज दिया। कार सवार ने अपनी गलती मानी और दोनों पक्षों ने आपसी समझौता हो गया।
गौरतलब है कि 5 दिन पहले भी एक कार इसी जगह मोड़ काटते वक्त पलट गई थी। लोगों का कहना है कि इसी जगह पर पहले भी हादसे हुए हैं। लोगों की मांग है कि इस जगह पर शीघ्र ही चेतावनी बोर्ड लगाया जाए और साथ ही इस तीखे मोड़ को दोनों तरफ से खोला जाए।
नगरोटा सूरियां के स्थानीय निवासी सरदार सुरिंदर सिंह सोहल ने प्रशासन से मांग उठाई है कि समय रहते इस और जरूर ध्यान दिया जाए, ताकि भविष्य में कोई बड़ी घटना या हादसा फिर से ना हो।
उधर, पीडब्ल्यूडी हरिपुर के एसडीओ गुरबचन सिंह ने बताया कि जगह का निरीक्षण करके आगामी कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को भेजा गया है। जल्द ही उचित कदम उठाया जाएगा। (हरिपुर)
हरिपुर। देहरा विधानसभा क्षेत्र में हरिपुर पुलिस स्टेशन के तहत गूगा मंदिर के पास गुरुवार को एक सड़क हादसा पेश आया है। बनखंडी-हरिपुर रोड पर एक ट्रैक्टर सड़क से लुढ़क गया। हादसे में ट्रैक्टर चालक की मौत हो गई। मृतक की पहचान राम कुमार (44) पुत्र प्रकाश चंद निवासी शेर लुहारा के रूप में हुई है।
बनखंडी-हरिपुर रोड पर गूगा मंदिर के पास राम कुमार ट्रैक्टर से अचानक नियंत्रण खो बैठा और ट्रैक्टर सड़क से लुढ़क कर पलट गया। हादसे में चालक की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही हरिपुर पुलिस स्टेशन से टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एसएचओ पुलिस थाना हरिपुर पवन कुमार ने हादसे की पुष्टि की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरिपुर। देहरा की हरिपुर तहसील की झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव में 19 साल की युवती के मामले में अभी मां और बेटा गिरफ्तार हैं। दोनों मां और बेटे को आज देहरा में जज के सामने पेश किया गया।
कोर्ट से उन्हें तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है। सोमवार को दोनों को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। बाकी लोगों की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
बता दें कि झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव में 19 वर्षीय युवती ने 23 फरवरी को आत्महत्या कर ली। पूरा मामला 19 साल की युवती और 29 साल के युवक के प्रेम से शुरू हुआ था।
31 जनवरी के आसपास युवती अचानक लापता हो गई थी। परिजनों ने एक फरवरी को पुलिस स्टेशन हरिपुर में गुमशुदगी की शिकायत की, लेकिन उसी दिन परिजनों ने युवती को ढूंढ भी लिया।
युवती की माता ने उक्त युवक पर बेटी के शारीरिक शोषण का आरोप लगाया और शिकायत पुलिस स्टेशन हरिपुर में दी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाकर 376 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इससे पहले कि पुलिस मामले में आगे बढ़ पाती दो फरवरी को केस में नया मोड़ आ गया।
जिस युवक पर युवती की मां ने आरोप लगाए थे, उस युवक ने युवती से शादी करने को हामी भर दी। शादी का कोई प्रोपर तरीका नहीं अपनाया गया, बल्कि नोटरी हस्ताक्षर एफेडेविट बनाया गया। युवक के माता पिता ने कोई अच्छा मुहूर्त देखकर शादी करवाने की बात कही।
इसके बाद युवती के देहरा कोर्ट में बयान हुए। युवती ने बयान में कहा कि युवक ने उसके साथ शादी का फैसला लिया है। अब वह केस वापस लेना चाहते हैं। युवती के बयान के बाद केस बंद हो गया और युवक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार भी हट गई। इसके बाद युवक के माता-पिता ने युवती को बहू के रूप में अपनाने से मना कर दिया।
शादी के बाद भी युवती मायके में रही। कुछ दिन बाद युवक शायद किसी दबाव में युवती को मायके से ले गया और अपनी बुआ के घर रहने लगे। एक दिन युवक बुआ के घर से अचानक गायब हो गया और युवती वहीं पर रही। इसके बाद युवक के रिश्तेदार युवती को मायके छोड़ गए।
इसके बाद से युवक, युवती का फोन तक नहीं उठा रहा था। न ही उसका कोई अता पता चल रहा था कि कहां है। युवती परेशान हो गई।
19 फरवरी के आसपास परेशान युवती धर्मशाला में एसपी शालिनी अग्निहोत्री के समक्ष पेश हो गई।
युवती ने एसपी को बताया कि युवक कुछ से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा है। युवक के परिजन भी कुछ नहीं बता रहे हैं। वह बहुत परेशान है और समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे। मेरी मदद करें।
युवती ने एसपी को एफेडेविट भी दिखाया, लेकिन मात्र उस एफेडेविट को शादी का वैध दस्तावेज नहीं माना जा सकता है। एसपी ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में दर्ज करवाने का फैसला लिया और इसके बाद आगामी कार्रवाई होनी थी। पर बयान करवाने में कुछ देरी हो गई।
23 फरवरी की सुबह करीब आठ बजे युवती ने मायके में कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती की आत्महत्या करने के बाद पुलिस भी एक्शन मोड़ में आ गई। पुलिस ने आत्महत्या के कुछ घंटों बाद युवक को ढूंढ निकाला, जोकि कहीं छिपा बैठा था।
धारा 306 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज है। साथ ही धारा 376 मामला भी रिओपन कर दिया है, जो कि पहले दर्ज था।
पुलिस को युवती की डायरी मिली है। जिसमें उसने उसके साथ क्या क्या और कब कब हुआ सब लिखा है। पुलिस इसे अहम सुबूत मानकर चल रही है।
हरिपुर। कांगड़ा जिला के देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील की झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव में 19 वर्षीय युवती ने आत्महत्या कर ली। युवती ने आज सुबह मायके में नए बनाए कमरे में पंखे से दुपट्टे का फंदा लगाकर जान दे दी। युवक के प्यार में पड़ी युवती का ऐसा अंत देखकर रुह कांप जा रही है।
पूरा मामला 19 साल की युवती और 29 साल के युवक के प्रेम से शुरू हुआ। उस वक्त शायद युवती ने भी सोचा न होगा कि इस प्यार का अंत ऐसा होगा। 31 जनवरी के आसपास युवती अचानक लापता हो जाती है।
परिजनों के ढूंढने के बावजूद नहीं मिली तो परिजनों ने एक फरवरी को पुलिस स्टेशन हरिपुर में गुमशुदगी की शिकायत की, लेकिन उसी दिन परिजनों ने युवती को ढूंढ भी लिया।
युवती की माता ने उक्त युवक पर बेटी के शारीरिक शोषण का आरोप लगाया और शिकायत पुलिस स्टेशन हरिपुर में दी।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाकर 376 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इससे पहले कि पुलिस मामले में आगे बढ़ पाती दो फरवरी को केस में नया मोड़ आ गया।
जिस युवक पर युवती की मां ने आरोप लगाए थे, उस युवक ने युवती से शादी करने को हामी भर दी।
शादी का कोई प्रोपर तरीका नहीं अपनाया गया, बल्कि नोटरी हस्ताक्षर एफेडेविट बनाया गया। युवक के माता पिता ने कोई अच्छा मुहूर्त देखकर शादी करवाने की बात कही।
इसके बाद युवती के देहरा कोर्ट में बयान हुए। युवती ने बयान में कहा कि युवक ने उसके साथ शादी का फैसला लिया है। अब वह केस वापस लेना चाहते हैं। युवती के बयान के बाद केस बंद हो गया और युवक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार भी हट गई।
सबको ऐसा लगा कि मियां बीबी राजी हो गए, अब सब ठीक हो गया। लेकिन यह किसी को पता नहीं था कि युवती की परेशानियां दूर नहीं हुई हैं। युवक के माता-पिता ने युवती को बहू के रूप में अपनाने से मना कर दिया।
शादी के बाद भी युवती मायके से विदा न हो सकी और मायके में रही। कुछ दिन बाद युवक शायद किसी दबाव में युवती को मायके से ले गया और अपनी बुआ के घर रहने लगे।
एक दिन युवक बुआ के घर से अचानक गायब हो गया और युवती वहीं पर रही। इसके बाद युवक के रिश्तेदार युवती को मायके छोड़ गए। युवती घर में नहीं छोड़ी, बल्कि बाहर छोड़कर चले गए।
इसके बाद से युवक, युवती का फोन तक नहीं उठा रहा था। न ही उसका कोई अता पता चल रहा था कि कहां है। युवती परेशान हो गई।
19 फरवरी के आसपास परेशान युवती धर्मशाला में एसपी शालिनी अग्निहोत्री के समक्ष पेश हो गई।
युवती ने एसपी को बताया कि युवक कुछ से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा है। युवक के परिजन भी कुछ नहीं बता रहे हैं। वह बहुत परेशान है और समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे। मेरी मदद करें।
युवती ने एसपी को एफेडेविट भी दिखाया, लेकिन मात्र उस एफेडेविट को शादी का वैद्य दस्तावेज नहीं माना जा सकता है। एसपी ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में दर्ज करवाने का फैसला लिया और इसके बाद आगामी कार्रवाई होनी थी। पर बयान करवाने में कुछ देरी हो गई।
इसके बाद युवती का एक-एक दिन भारी गुजरने लगा। युवक का कोई अता पता नहीं था। शायद युवती को भी आभास हो चुका होगा कि उसके साथ धोखा हुआ है। शादी का मात्र ड्रामा था।
युवती की हिम्मत टूटी और उसे जीवन में अंधेरा दिखा। 23 फरवरी, 2024 की सुबह छब्बड़ की यह बेटी उठी तो जरूर, लेकिन दोबारा कभी न उठ पाने के लिए सो गई।
सुबह करीब आठ बजे युवती ने मायके में कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस प्रकरण से पहले से दुखी माता-पिता पर दुखों का पहाड़ टूट गया।
युवती की आत्महत्या करने के बाद पुलिस भी एक्शन मोड़ में आ गई। युवती जो चाहती थी कि पुलिस युवक को ढूंढे, वैसे ही हुआ। पुलिस ने आत्महत्या के कुछ घंटों बाद युवक को ढूंढ निकाला, जोकि कहीं छिपा बैठा था। लेकिन युवती दुनिया को अलविदा कह गई थी।
तमाम घटनाक्रम से प्रतीत होता है कि एफेडेविट पर शादी मात्र युवती और उसके परिवार वालों का मुंह बंद करने को रचा ड्रामा था। युवक और युवक के परिवार वालों की मंशा कुछ और ही थी।
नोटरी हस्ताक्षर एफेडेविट का ऐसे कोई फायदा नहीं, इसके आगे भी लीगल औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती हैं, जोकि नहीं की, बल्कि युवक और उसके परिजन युवती से पल्ला छुड़ाते रहे।
युवक गायब हो गया, उसे ढूंढने की जगह युवक के परिजन युवती को घर छोड़ आए। यह अभागी बेटी ने तो मायके से ढंग से विदा हो पाई और न ही ससुराल से सही तरीके से मायके फेरा डाल सकी। युवक युवती को मायके से ले गया, उसे कहीं और रखा। बाद में युवक के परिजन उसे लावारिस की तरह रास्ते में छोड़ आए।
अपने भविष्य को लेकर ख्वाब देखने वाली अभागी बेटी ने दुनिया को अलविदा कहने का ही फैसला ले लिया। अच्छा मुहूर्त तो नहीं आया, लेकिन अभागा दिन जरूर आया। युवती ने शादी का ही तो सपना देखा था। क्या यह इतना बड़ा गुनाह था कि जिसकी यही सजा थी।
हरिपुर। देहरा की हरिपुर तहसील की पंचायत झकलेड़ के गांव छब्बड़ में 19 साल की युवती आत्महत्या मामले में डायरी अहम सुराग माना जा रहा है। पुलिस को युवती की डायरी मिली है।
डायरी में युवती ने सारे घटनाक्रम के बारे विस्तार से लिखा है कि कब कब क्या क्या हुआ। डायरी को पुलिस सुबूत के तौर पर इस्तेमाल करेगी। मामले में डायरी काफी मददगार साबित होगी।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री युवती की डायरी मिलने की पुष्टि की है उन्होंने कहा कि डायरी को सुबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। डायरी में युवती ने सारे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से लिखा है, जोकि केस में काफी मददगार साबित होगा।
बता दें कि झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव में 19 वर्षीय युवती आत्महत्या मामले में पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की गिरफ्तारी होनी है। वहीं, युवती के शव का पोस्टमार्टम टांडा में करवाया जा रहा है।
युवती के पिता ने युवक अर्जित कुमार, उसके पिता, माता, बुआ और दादी पर आरोप लगाया है। वहीं, युवती करीब चार दिन पहले धर्मशाला में एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री से उनके ऑफिस में मिली थी।
युवती ने एसपी को बताया था कि युवक कुछ दिन से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा। युवती इस बात से काफी परेशा थी और उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे।
युवक के परिजन भी उसके बारे में कुछ नहीं बता रहे थे। युवती ने एसपी को शादी के दस्तावेज भी दिखाए थे, लेकिन वह शादी के लिए वैध नहीं थे। मात्र एफिडेविट पर लिखा गया था।
एसपी ने युवती को लीगल प्रोसिजर के लिए कहा था। साथ ही एसपी ने सीआरपीसी 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में करवाने के निर्देश दिए थे। बयान से पहले युवती ने यह कदम उठा लिया। पुलिस ने 306 के तहत मामला दर्ज किया है इसी के साथ पुराना 376 का मामला भी रिओपन कर दिया है।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि युवती उनसे मिलने आई थी और उन्होंने उसे उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था। पुलिस सीआरपीसी 164 के तहत कार्रवाई आगे बढ़ा रही थी।
आत्महत्या मामले में धारा 306 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज है। साथ ही धारा 376 मामला भी रिओपन कर दिया है, जोकि पहले दर्ज था। युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी ने बताया कि सुबह जैसे ही पुलिस को युवती की खुदकुशी के बारे में पाता चला तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए टीम बनाई। टीम ने युवक की तलाश शुरू कर दी। युवक इलाके में ही कहीं छिपा हुआ था जिसे पुलिस ने ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया।
एसपी ने बताया कि युवती की डायरी मिली है जिसे सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। डायरी में युवती ने सारे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से लिखा है जो कि केस में काफी मददगार साबित होगा।
हरिपुर। देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील की झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव में 19 वर्षीय युवती आत्महत्या मामले में पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की गिरफ्तारी होनी है।
वहीं, युवती के शव का पोस्टमार्टम टांडा में करवाया जा रहा है। युवती के पिता ने युवक अर्जित कुमार, उसके पिता, माता, बुआ और दादी पर आरोप लगाया है।
वहीं, युवती करीब चार दिन पहले धर्मशाला में एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री से उनके ऑफिस में मिली थी। युवती ने एसपी को बताया था कि युवक कुछ दिन से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा। युवती इस बात से काफी परेशान थी और उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे।
युवक के परिजन भी उसके बारे में कुछ नहीं बता रहे थे। युवती ने एसपी को शादी के दस्तावेज भी दिखाए थे, लेकिन वह शादी के लिए वैध नहीं थे। मात्र एफिडेविट पर लिखा गया था। एसपी ने युवती को लीगल प्रोसिजर के लिए कहा था।
साथ ही एसपी ने सीआरपीसी 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में करवाने के निर्देश दिए थे। बयान से पहले युवती ने यह कदम उठा लिया। पुलिस ने 306 के तहत मामला दर्ज किया है इसी के साथ पुराना 376 का मामला भी रिओपन कर दिया है।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि युवती उनसे मिलने आई थी और उन्होंने उसे उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था। पुलिस सीआरपीसी 164 के तहत कार्रवाई आगे बढ़ा रही थी।
आत्महत्या मामले में धारा 306 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज है। साथ ही धारा 376 मामला भी रिओपन कर दिया है, जो कि पहले दर्ज था।
युवक को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने बताया कि सुबह जैसे ही पुलिस को युवती की खुदकुशी के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए टीम बनाई। टीम ने युवक की तलाश शुरू कर दी।
युवक इलाके में ही कहीं छिपा हुआ था जिसे पुलिस ने ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि युवती की डायरी मिली है जिसे सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। डायरी में युवती ने सारे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से लिखा है जो कि केस में काफी मददगार साबित होगा।