सूची में सुजानपुर से कैप्टन रणजीत सिंह राणा, गगरेट से राकेश कालिया और कुटलेहड़ से विवेक शर्मा को टिकट दी गई है।
बता दें कि हिमाचल में 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इसमें धर्मशाला, सुजानपुर, बड़सर, गगरेट, कुठलैहड़ और लाहौल स्पीति शामिल हैं। इसमें तीन सीटों पर टिकट फाइनल हो गए हैं।
धर्मशाला। डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने बताया कि मतदान केंद्र के 200 मीटर की परिधि में पार्टी बूथ लगाने पर प्रतिबंध होगा। मतदान केंद्र के 100 मीटर के दायरे में प्रचार पर प्रतिबंध है।
साधारण पार्टी बूथ को 200 मीटर से अधिक दूरी पर एक मेज और दो कुर्सियों और तिरपाल के साथ बिना किसी प्रचार सामग्री के स्थापित किया जा सकता है। परिसर में पार्टी और उम्मीदवार के नाम और प्रतीक वाले बैज, टोपी, शॉल, मफलर आदि की अनुमति नहीं है।
उन्होंने बताया कि मतदान केंद्रों के अंदर एजेंटों को मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है। मतदान केंद्र के अंदर और मतदान कक्ष के बाहर मतदान कार्यवाही की वीडियोग्राफी की अनुमति केवल ईसीआई द्वारा अधिकृत प्रेस रिपोर्टर को ही है।
किसी भी स्थिति में मतदान कक्ष में वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं है। मतदान की गोपनीयता सुनिश्चित करने का उचित ध्यान रखा जाएगा।
लोकसभा निर्वाचन-2024 के तहत कांगड़ा जिला के पंद्रह विधानसभा क्षेत्रों में 1054 मतदान केंद्रों वेबकास्टिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी, ताकि निष्पक्ष तथा शांतिपूर्वक तरीके से मतदान प्रक्रिया को संपन्न किया जा सके।
यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी डीसी हेमराज बैरवा ने बुधवार को कांगड़ा,शाहपुर, ज्वाली विस क्षेत्रों में पोलिंग बूथों का निरीक्षण करने के उपरांत दी।
उन्होंने सहायक रिर्टनिंग अधिकारियों तथा बूथ लेवल अधिकारियों को पोलिंग बूथ में निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए आदेश दिए।
जिला निर्वाचन अधिकारी डीसी हेमराज बैरवा ने कहा कि मतदान प्रक्रिया के बेहतर प्रबंधन के लिए अधिकारियों तथा कर्मचारियों को पूर्वाभ्यास करवाया जा रहा है, ताकि चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित हो सके।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने ग्रहण की बीजेपी की सदस्यता
नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। हिमाचल कांग्रेस के सह प्रभारी तेजिंदर सिंह बिट्टू ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही भाजपा का दामन थाम लिया है।
उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को त्यागपत्र भेजकर हिमाचल के सह प्रभारी के साथ AICC सेक्रेटरी पद से भी इस्तीफे का ऐलान किया था।
चुनावों से पहले इस तरह तेजिंदर सिंह बिट्टू का पद छोड़ना पार्टी के लिए बड़े झटका है। तेजिंदर सिंह बिट्टू न सिर्फ पंजाब कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे बल्कि हिमाचल में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
तेजिंदर सिंह बिट्टू ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस दौरान बीजेपी कार्यालय में अश्विनी वैष्णव, सुशील कुमार उर्फ रिंकू और विनोद तावड़े भी मौजूद रहे।
इसके अलावा, चौधरी करमजीत कौर ने भी बीजेपी मुख्यालय पहुंच कर पार्टी की सदस्यता ग्रहणकी। करमजीत कौर कांग्रेस के टिकट पर जालंधर से लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि, मौजूदा समय में वह कांग्रेस से नाराज थीं।
सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे को शेयर करते हुए तेजिंदर पाल सिंह बिट्टू भावुक हो गए थे। उन्होंने पोस्ट में लिखा था, ’35 साल बाद भारी मन से कांग्रेस से रिजाइन कर रहा हूं।’
तेजिंदर पाल सिंह बिट्टू ने नगर निगम शिमला के चुनाव में कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वह यहां नगर निगम शिमला के चुनाव प्रबंधन का काम भी देख रहे थे।
कांग्रेस पार्टी की शिमला संसदीय क्षेत्र की बैठक में गरजे मुख्यमंत्री
शिमला। मंडी संसदीय क्षेत्र की बैठक के बाद आज शिमला संसदीय क्षेत्र की कांग्रेस मुख्यालय में अहम बैठक हुई। बैठक में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू, प्रतिभा सिंह, शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी व सरकार के मंत्री व पार्टी के शिमला संसदीय क्षेत्र पदाधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने शिमला संसदीय क्षेत्र के लिए अहम बैठक बुलाई है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपने 15 महीने के काम को लेकर जनता के बीच में जाएगी। उन्होंने कहा कि आपदा के वक्त राज्य सरकार ने बिना केंद्र सरकार की मदद के बेहतरीन काम किया।
जब प्रदेश में आपदा आई, तब भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने दिल्ली में हिमाचल प्रदेश की आवाज नहीं उठाई।
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भी जब हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प आया, तब भाजपा विधायकों ने इसका समर्थन नहीं किया।
उन्होंने कहा कि सभी भाजपा सांसदों और विशेष तौर पर शिमला के सांसद सुरेश कश्यप को यह जवाब देना चाहिए कि उन्होंने हिमाचल में आई आपदा के वक्त वे वहां कहां छिप गए थे।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को हर महीने इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान योजना के तहत 1500 रुपए की सम्मान निधि की शुरुआत हुई, तब भी राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचकर भाजपा ने से रोकने की कोशिश की।
शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने कहा कि वे मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ेंगे। शिमला संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने कहा कि वे मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ेंगे।
शिमला। हिमाचल में लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। हिमाचल कांग्रेस के सह प्रभारी तजेंद्र सिंह बिट्टू ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को त्यागपत्र भेजकर हिमाचल के सह प्रभारी के साथ AICC सेक्रेटरी पद से भी इस्तीफे का ऐलान किया।
चुनावों से पहले इस तरह तजेंद्र सिंह बिट्टू का पद छोड़ना पार्टी को बड़ा नुकसान दे सकता है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा और छह उपचुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस में सियासी वार पलटवार जारी है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश कांग्रेस पर पलटवार किया है। जयराम ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस अस्थिरता के कारण बौखलाहट में है।
उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार नहीं रहेगी। इस दौरान जयराम ठाकुर ने सिलसिलेवार तरीके से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेताओं पर पलटवार किया।
इस दौरान जयराम ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर महिलाओं को जून में एकमुश्त 3000 रुपए की राशि देने के बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री सुक्खू समेत कांग्रेस पर पलटवार किया। नेता प्रतिपक्ष ने निशाना साधते हुए कहा कि बीते घटनाक्रम के बाद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस बौखलाहट में है।
उन्होंने कहा कि बार-बार भाजपा पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया जा रहा है, जबकि सरकार की अस्थिरता का कारण उनके खुद के नेता हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। पार्टी हाई कमान के साथ कांग्रेस नेताओं की भी यही चर्चा हुई है।
मुख्यमंत्री के दाएं और बाएं बैठे हुए नेताओं को भी यही आश्वासन पार्टी हाई कमान की ओर से दिया गया है। जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद यह सरकार प्रदेश में बनी नहीं रहेगी। चारों सीटों पर भाजपा की जीत हो रही है।
वहीं, इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने सिलसिलेवार तरीके से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री पर निशाना साधा। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान स्थिति से मुख्यमंत्री विचलित हो गए हैं।
चुनाव के समय में घोषणा कर रहे हैं जो की साफ तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को 1500 देने की घोषणा सरकार ने की लेकिन 15 महीने में यह घोषणा पूरी नहीं हुई।
अब चुनाव के समय में कांग्रेस को उसकी याद आई है, वहीं इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को भी निशाने पर लिया।
मुकेश अग्निहोत्री पर निशाना चाहते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि बार-बार सरकार को स्थिर बताने की आखिर आवश्यकता क्या है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में भी कहा जा रहा था कि परिणाम उनके पक्ष में होगा लेकिन परिणाम सबने देखा।
जयराम ने कहा कि उन पर इल्जाम लगाया जा रहा है कि वह सरकार को अस्थिर करने का काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार की स्थिरता के पीछे उनके अपने लोग हैं। इस दौरान जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के पास चुनावी मैदान में उतरने के लिए कोई तैयार नहीं है।
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चुनाव से पहले कांग्रेस प्रत्याशी तय कर देगी, वहीं उप मुख्यमंत्री को जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह नींद में भी सपने नहीं देखते दिन की बात तो दूर। मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम ठाकुर पर निशाना साधते को कहा था कि नेता प्रतिपक्ष दिन में सपने देख रहे हैं।
इससे अतिरिक्त भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा के उपरांत शाश्वत कपूर धर्मशाला जो कि सांसद किशन कपूर के बेटे हैं को भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
यह नियुक्ति भाजपा पूर्व मोर्चा अध्यक्ष तिलक राज द्वारा जारी की गई।
बता दें कि नालागढ़ के पूर्व विधायक लखविंदर राणा ने साल 2022 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था।
इसके बाद वह विधानसभा चुनाव लड़े और हार गए। साल 2024 में भाजपा के पुराने नेता कृष्ण लाल ठाकुर ने भाजपा में वापसी कर ली है। इसी से लखविंदर राणा नाराज थे।
कांग्रेस को हिंदुत्व विरोधी बताने का प्रोपेगेंडा यहां नहीं चलेगा
शिमला। मंडी लोकसभा हलके के प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने प्रत्याशी बनाए जाने पर पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया है।
उन्होंने कहा कि मंडी संसदीय क्षेत्र काफी बड़ा है और वह हर एक व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास करेंगे। इसी के साथ विक्रमादित्य सिंह ने एक बार फिर मंडी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत पर भी जवाबी हमला किया है।
उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी को हिंदुत्व विरोधी बताने का प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह साफ कर देना चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश में धर्मांतरण विरोधी कानून पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के समय में लाया गया।
नजराना बढ़ाने की बात हो या देव सदन बनाने की पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हिंदुत्व को आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने कहा कि हम उनसे बड़े हिंदू है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि वह कंगना रनौत का सम्मान करते हैं भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है अच्छी बात है।
कंगना रनौत को आंकड़ों पर बात करनी चाहिए, मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए उनका क्या विजन है इसे बताना चाहिए।
प्रदेश के भाजपा के नेता जिन मुद्दों पर बात नहीं कर रहे हैं कंगना उन पर बोल रही हैं। आने वाले समय में पूरा विजन डॉक्यूमेंट मंडी की जनता के सामने रखेंगे और मुद्दों पर चुनाव लड़ा जाएगा।
शिमला। हिमाचल भाजपा ने लोकसभा चुनाव में समन्वय की दृष्टि से कुछ कार्यकर्ताओं को विशिष्ट कार्यभार सौंपा गया है। किसे क्या कार्यभार सौंपा गया है पढ़ें पूरी लिस्ट … (भाजपा)