शिमला। बालचिकित्सा विभाग के हेड और प्रोफेसर डॉ. मिलाप शर्मा को डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा जिला कांगड़ा के प्रिसिंपल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। इस बारे अधिसूचना जारी कर दी है।
बता दें कि टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. भानू अवस्थी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनकी सेवानिवृत्ति के चलते डॉ मिलाप शर्मा को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। वह आगामी आदेशों तक कार्यभार संभालते रहेंगे।
देहरा। कांगड़ा जिला के देहरा में ब्यास पुल पर एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। यहां पर एक ट्रक ने कार को जोरदार टक्कर मार दी।
हादसे में कार में सवार पति-पत्नी की मौत हो गई जबकि उनकी 13 साल की भांजी की हालत गंभीर है। बच्ची को टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। वहीं, ट्रक चालक भी घायल हुआ है जिसका उपचार चल रहा है।
जानकारी के अनुसार ये हादसा गुरुवार देर रात हुआ है। ज्वालामुखी की उमर पंचायत के डोहग देहरियां निवासी चालक मुकेश कुमार (32), उनकी पत्नी पल्लवी (28) और शानू (13) चंडीगढ़ से अपने घर जा रहे थे।
ब्यास पुल पर अचानक ट्रक ने इनकी कार (CH01B J8041) को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए।
मुकेश और उसकी पत्नी पल्लवी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि 13 साल की शानू बेहोश हो गई। मुकेश और पल्लवी की शादी करीब दो साल पहले हुई थी।
बताया जा रहा है कि ट्रक चालक नशे में धुत्त था। हादसे से कुछ समय पहले ही उसने गुम्मर में चल रहे एक जागरण में शराब पीकर हुड़दंग मचाई। यहां से लोगों ने उसको भगाया। इसके कुछ ही देर बाद उसने इस वारदात को अंजाम दिया।
डीएसपी देहरा अनिल कुमार ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि चालक का मेडिकल करवाया गया है। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगामी कार्रवाई में जुट गई है।
धर्मशाला। कांगड़ा जिला के विधानसभा क्षेत्र धर्मशाला के तहत पड़ते घियाणा कलां गांव में मूंग दाल की खिचड़ी खाने के बाद बीमार हुए एक परिवार के चारों सदस्यों की मौत हो गई है। महेंद्र चौधरी की पत्नी अनुराधा ने भी आज टांडा अस्पताल में दम तोड़ दिया है।
इससे कुछ दिन पहले ही उनके पति महेंद्र चौधरी और बहू सुमन की मौत हुई थी। सुमन लुधियाना डीएमसी में दाखिल थी। कुछ दिन दाखिल रहने के बाद उसे वापस भेज दिया था और मेडिकल कॉलेज टांडा में भर्ती थी। टांडा में उसने दम तोड़ा था।
महेंद्र चौधरी के बेटे और सुमन के पति अंशनील चौधरी की मौत सबसे पहले हुई थी। परिवार में अब महेंद्र चौधरी का छोटा बेटा अनिल, उनकी पत्नी और अशनील चौधरी का बेटा आर्यन रह गए हैं। अशनील चौधरी पुत्र महेंद्र चौधरी कि धर्मशाला में जाने माने वकील थे।
एक परिवार के चार सदस्यों की इस तरह मौत से सब सकते में हैं। लोगों में यही चर्चा है कि आखिर ऐसा कैसे हो गया। उधर, पुलिस पैथोलॉजी रिपोर्ट के इंतजार में है। वहीं, अशनील चौधरी की विसरा रिपोर्ट भी आनी बाकी है। इसके बाद ही क्लेयर हो पाएगा कि मृतकों ने किस चीज का सेवन कर लिया, जिससे इनकी मौत हो गई।
बता दें कि घियाणा कलां में रहने वाले महेंद्र चौधरी उनकी पत्नी अनुराधा, उनका बड़ा बेटा अशनील चौधरी, उसकी पत्नी सुमन और महेंद्र का पोता आर्यन (16) 30 जुलाई की रात दाल-चावल खाकर सोने गए तो कुछ ही देर में सबकी तबीयत बिगड़ गई।
परिवार टांडा अस्पताल में दवा लेकर लौटा और परहेज आदि करना भी शुरू कर दिया। इसी बीच 31 जुलाई को उनका छोटा बेटा अनिल फरीदाबाद से घर आया। दो दिन सब ठीक रहा इसके बाद 2 अगस्त की रात परिवार ने मूंग दाल की खिचड़ी खाई और सोने चले गए।
रात करीब 12 बजे चार लोगों (महेंद्र, अनुराधा, अशनील और सुमन) की तबीयत बिगड़ गई और उनको उल्टियां लगना शुरू हो गईं। जिसके बाद चारों को टांडा अस्पताल में आईसीयू में भर्ती करवाया गया। सुबह तक अनिल और आर्यन की भी तबीयत बिगड़ने लगी तो उनको भी एडमिट कर लिया गया।
अनिल और आर्यन की तबीयत में जल्द सुधार होने लगा, लेकिन बाकी चारों की तबीयत और बिगड़ने लगी। 4 अगस्त (शुक्रवार) सुबह अशनील और उसकी पत्नी सुमन की गंभीर हालत को देखते हुए परिजन इलाज के लिए दोनों को लुधियाना ले जा रहे थे।
इसी दौरान अशनील ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। शव का मेडिकल कॉलेज टांडा में पोस्टमार्टम करवाया गया। सुमन की कुछ दिन पहले ही मौत हो गई उसके बाद महेंद्र चौधरी और आज उनकी पत्नी अनुराधा ने भी टांडा में दम तोड़ दिया।
मामले में पुलिस को पैथोलॉजी और विसरा रिपोर्ट का इंतजार है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से कुछ साफ नहीं हो पाया है। पैथोलॉजी और विसरा रिपोर्ट के बाद ही मामले में कुछ कहना संभव हो पाएगा कि ऐसा कैसे हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी कुछ साफ नहीं हुआ है।
गगल। कांगड़ा जिला में पुलिस थाना गगल के तहत घियाणा कलां गांव में एक परिवार के 6 लोग एक साथ बीमार हो गए। इनमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई है वहीं तीन की हालत गंभीर है।
मृतक की पहचान अशनील चौधरी पुत्र महेंद्र चौधरी के रूप में हुई है। दो लोग टांडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं वहीं एक महिला का इलाज लुधियाना के अस्पताल में चल रहा है। आशंका जताई जा रही है कि इनकी ये हालत फूड प्वाइजनिंग की वजह से हुई है। हालांकि वजह पूरी तरह साफ नहीं हो पाई है।
जानकारी के अनुसार कांगड़ा जिला में धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ते घियाणा कलां में रहने वाले महेंद्र चौधरी उनकी पत्नी अनुराधा, उनका बड़ा बेटा अशनील, उसकी पत्नी सुमन और महेंद्र का पोता आर्यन (16) 30 जुलाई की रात दाल-चावल खाकर सोने गए तो कुछ ही देर में सबकी तबीयत बिगड़ गई।
परिवार टांडा अस्पताल में दवा लेकर लौटा और परहेज आदि करना भी शुरू कर दिया। इसी बीच 31 जुलाई को उनका छोटा बेटा अनिल फरीदाबाद से घर आया। दो दिन सब ठीक रहा इसके बाद 2 अगस्त की रात परिवार ने मूंग दाल की खिचड़ी खाई और सोने चले गए।
रात करीब 12 बजे चार लोगों (महेंद्र, अनुराधा, अशनील और सुमन) की तबीयत बिगड़ गई और उनको उल्टियां लगना शुरू हो गईं। जिसके बाद चारों को टांडा अस्पताल में आईसीयू में भर्ती करवाया गया। सुबह तक अनिल और आर्यन की भी तबीयत बिगड़ने लगी तो उनको भी एडमिट कर लिया गया।
अनिल और आर्यन की तबीयत में जल्द सुधार होने लगा लेकिन बाकी चारों की तबायत और बिगड़ने लगी। 4 अगस्त (शुक्रवार) सुबह अशनील और उसकी पत्नी सुमन की गंभीर हालत को देखते हुए परिजन इलाज के लिए दोनों को लुधियाना ले जा रहे थे।
इसी दौरान अशनील ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। सुमन का इलाज लुधियाना में चल रहा है वहीं महेंद्र और अनुराधा अभी भी टांडा में भर्ती है। अनिल और आर्यन की हालत अब ठीक है। डीएसपी मदन धीमान ने मामले की पुष्टि की है वहीं, पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।
टांडा।हिमाचल के कांगड़ा जिला में टांडा अस्पताल 14 अप्रैल को छुट्टी वाले दिन भी खुला रहेगा, ताकि लगातार तीन दिन के अवकाश के चलते लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
यह जानकारी देते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रधानाचार्य डॉ. भानू अवस्थी ने बताया कि आगे तीन दिन 14, 15 और 16 अप्रैल को लगातार अवकाश है, ऐसे में अस्पताल प्रबंधन ने यह फैसला लिया है कि 14 अप्रैल को अस्पताल खुला रखा जाए, इसे लेकर सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दे दिए गए हैं। 14 अप्रैल को अस्पताल सामान्य दिनों की तरह ही कार्यशील रहेगा, सभी विभाग यथावत काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि टांडा अस्पताल में आसपास के अलावा दूरदराज के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में मरीजों की आमद होती है। ऐसे में लगातार 3 दिन अवकाश से मरीजों को कोई परेशानी न हो, इसलिए अस्पताल प्रबंधन ने 14 अप्रैल को राजकीय अवकाश बावजूद अस्पताल को सामान्य दिनों की भांति ही खुला रखने का निर्णय लिया है। बता दें कि 14 अप्रैल को डॉ. बीआर अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में राजकीय अवकाश है। वहीं, 15 अप्रैल को हिमाचल दिवस तथा 16 अप्रैल को रविवार होने के चलते अवकाश है।
धर्मशाला। हिमाचल में H3N2 इन्फ्लूएंजा का पहला मामला सामने आया है। कांगड़ा जिला के परागपुर क्षेत्र की ढाई माह की बच्ची H3N2 इन्फ्लूएंजा से संक्रमित पाई गई है। बच्ची को इलाज के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। मामला आने के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। सीएमओ डॉ. सुशील शर्मा ने ढाई माह की बच्ची के H3N2 संक्रमण होने की पुष्टि की है।
हिमाचल में H3N2 इन्फ्लूएंजा का पहला मामले आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों, पीएचसी और सीएचसी स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों को रोग से निपटने के लिए निर्देश जारी किए हैं।