पालमपुर। कांगड़ा जिला के पालमपुर बस स्टैंड में युवती पर युवक द्वारा दराट से हमले को लेकर मंगलवार को केएलवी कॉलेज की छात्राओं का गुस्सा फूटा है।
छात्राओं ने पालमपुर बाजार में विशाल जुलूस निकाला साथ ही पालमपुर पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन भी किया। हाथ में स्लोगन लेकर छात्राओं ने खूब नारेबाजी की।
छात्राओं ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर बताया कि पीड़ित युवती शाइना पढ़ाई में बहुत अच्छी है और अपने करियर को लेकर काफी ईमानदार है। कॉलेज में कभी भी उसकी ओर से कोई भी गलत गतिविधि नहीं देखी गई।
छात्राओं ने पीड़िता के बारे में फैलाई जा रही अफवाओं को रोकने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है। इसी के साथ गुस्साई छात्राओं ने आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की भी मांग की है।
इसी के साथ छात्राओं ने समाज में महिलाओं के प्रति सम्मानपूर्वक व्यवहार का संदेश देते हुए कहा कि सभी महिलाओं से सम्मान पूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए क्योंकि एक दिन कोई आपकी बेटी के साथ भी ऐसा कर सकता है।
उन्होंने सरकार से मांग की है कि लड़कियों की सुरक्षा के लिए नया कानून बनाकर उसमें कड़ी सजा का प्रवाधान किया जाना चाहिए ताकि कोई किसी की बहन-बेटी के साथ गलत काम करने से पहले कई बार सोचे।
पालमपुर। कांगड़ा के पालमपुर बस स्टैंड में युवती पर युवक द्वारा दराट से हमले का मामला सामने आया है। युवती पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल और खतरे से बाहर है। आरोपी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वारदात 20 अप्रैल, 2024 शनिवार की है। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने जान की परवाह किए बिना युवक धर दबोचा तो कुछ ने लड़की को अस्पताल पहुंचाकर मानवता दिखाई। इसमें थुरल निवासी प्रियंका और पालमपुर निवासी मनिंद्र शामिल हैं।
युवक के हमले के बाद खून से लथपथ एक बिटिया का दर्द दूसरी बिटिया थुरल निवासी प्रियंका ने समझा। प्रियंका डिग्री कॉलेज पालमपुर में अंतिम वर्ष की छात्रा है और पीड़ित लड़की पालमपुर के निजी कॉलेज में पढ़ती है।
वह एक दूसरे को जानती तक नहीं थी। फिर भी प्रियंका पीड़ित के जख्म नहीं देख पाई और उसे बचाने की जद्दोजहद में लगी रही। प्रियंका पालमपुर अस्पताल से लेकर मेडिकल कॉलेज टांडा तक पीड़ित युवती के साथ गई।
प्रियंका ने यह भी परवाह नहीं कि उसके कपड़े खून से खराब हो जाएंगे। सच कहते हैं कि इंसान कपड़ों से नहीं जाना जाता बल्कि दिल से जाना जाता है। इस बात को प्रियंका ने बखूबी साबित किया है।
थुरल निवासी प्रियंका ने कहा कि जब वारदात वाली जगह के पास पहुंची तो देखा कि कुछ लोग एक लड़के को पीट रहे हैं। उसने पास जाकर पूछा तो लोगों ने बताया कि इस युवक ने युवती पर दराट से हमला कर दिया है।
पास ही बैठी युवती को जब देखा तो उसके सिर से पानी की तरह खून बह रहा था। वहां पर किसी की हिम्मत नहीं कि युवती को अस्पताल ले जाया जाए।
फिर उसने वहां मौजूद एक व्यक्ति को कहा कि अंकल इसे जल्दी अस्पताल ले जाते हैं, नहीं तो युवती की मौत हो सकती है। क्योंकि खून काफी बह गया था।
फिर युवती को उठाकर सिविल अस्पताल पालमपुर ले आए। वहां पर डॉक्टरों ने फटाफट ड्रेसिंग बगैरा की और युवती को मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर कर दिया।
प्रियंका ने बताया कि युवती के परिजन नहीं पहुंचे थे। वह और अन्य व्यक्ति युवती के साथ मेडिकल कॉलेज टांडा में गए। युवती को इमरजेंसी में लेकर गए। वहां पर डॉक्टर आदि का बहुत लाइट वर्क था।
पहले पेपर वर्क पेपर वर्क कर रहे थे। यह नहीं कि पहले उस लड़की को चेक करें। पहले लड़की को तो देखना चाहिए। टांडा में डॉक्टरों ने युवती की ड्रेसिंग खोली और साफ बगैरा किया।
जख्म काफी गहरे थे। हाथ की हड्डियां सामने दिख रही थीं। सिर का भी बुरा हाल था। टांके लगाकर युवती को चंडीगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया।
मौका-ए-वारदात पर युवती चारों तरफ से लोगों से घिरी हुई थी। लोग दूर से वीडियो बना रहे थे अपने कंटेंट के लिए। किसी की इतनी हिम्मत नहीं हुई कि कोई उस लड़की के पास जाए और उसे वहां से अस्पताल ले जाए।
लड़की मर रही है, लेकिन लोगों को कंटेंट की पड़ी थी। प्रियंका का कहना है कि जब युवक और युवती की बहस हो रही थी तब लोगों ने कुछ नहीं किया। अगर लड़ाई हो रही है तब भी लोगों को पूछना तो चाहिए था कि क्या हो रहा है।
जब युवक ने दराट निकाला तब ही युवक को दबोच लेना चाहिए। उस वक्त भी लोग वीडियो बनाते रहे। अगर उस वक्त लोग हिम्मत दिखाते तो युवती की यह हालत न होती। जब युवक ने युवती पर दराट से हमला कर दिया उसके बाद उसे पकड़ा गया।
प्रियंका ने यह भी आरोप लगाया कि जब युवक लोगों से बात कर रहा था तो लोग युवती को ब्लैम कर रहे थे। इससे युवक और ज्यादा गुस्सा हो गया और उसने यह कदम उठा लिया। माहौल को शांत करने की जगह लोगों ने उसमें घी डालने का काम किया।
युवती प्रियंका की बातों पर मंथन जरूरी है। एक बात तो सत्य है कि कब और कहां किसी के साथ क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। परिवार वाले और जानने वाले उस वक्त हमेशा साथ नहीं होते हैं।
ऐसे में अजनबी व्यक्ति ही दूसरे का सहारा बन सकता है। ऐसा किसी कानून में नहीं लिखा गया है, लेकिन मानवता की किताब में जरूर अंकित है।
ewn24 news Choice Of Himachal थुरल निवासी प्रियंका और पालमपुर निवासी मनिंद्र का जज्बे को सलाम करता है।
इसके चलते उसके बैग में दराट रहता ही था। क्योंकि मल्टी टास्क वर्कर को सड़क किनारे झाड़ियों आदि की छंटाई का भी कार्य करना पड़ता है।
वारदात वाले दिन 20 अप्रैल को आरोपी युवक युवती से यह जानने के लिए कि वह उससे बात क्यों नहीं कर रही है बस स्टैंड पालमपुर पहुंचा। युवती ने बात करने से साफ मना कर दिया। युवक आपा खो बैठा और बैग से दराट निकालकर युवती पर हमला कर दिया।
बता दें कि शनिवार 20 अप्रैल को पालमपुर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। पालमपुर बस स्टैंड के पास एक युवक ने युवती पर दिनदहाड़े जानलेवा हमला किया।
युवक ने तेजधार हथियार (दराट) से युवती के सिर पर कई वार किए। युवती की चार उंगलियां कटी हैं और उसके सिर पर गंभीर चोटें आई। आरोपी युवक ने युवती पर 9 से 10 बार दराट से हमला किया।
आरोपी युवक सुमित कुमार पुत्र रमेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। युवक मस्सल, नगरोटा बगवां का रहने वाला है। युवती सुलह (सालन) की रहने वाली है और पालमपुर के निजी कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि 20 अप्रैल को पालमपुर बस अड्डे में हुई दर्दनाक घटनाक्रम में पुलिस थाना पालमपुर में भारतीय दंड संहिता धारा 307, 326, 323, 341 के तहत मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई शुरू की जा चुकी है।
इस वारदात में 21 वर्षीय सुलह निवासी छात्रा को हाथ, बाजू, सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। स्थानीय लोगों की सहायता से पीड़िता को पहले सिविल अस्पताल पालमपुर और फिर टांडा अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया।
अब पीड़िता की हालत में काफी सुधार है। मौके से पुलिस द्वारा साक्ष्य और हमला करने के लिए उपयोग में लाए गए दराट को कब्जे में ले लिया है।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह पीडब्ल्यूडी मसल में मल्टी टास्क वर्कर के रूप में कार्य कर रहा है। यह अपनी रिश्तेदार की शादी में 6 साल पहले गांव सालन में गया।
वहां पर शादी में इसने पीड़िता को देखा था और तब से दोनों में कॉल के माध्यम से बातचीत होने लगी। करीब 3 साल बाद इसे पता चला कि पीड़िता किसी एक और लड़के से बात करती है। पीड़िता ने पिछले 15-20 दिन से इसका नंबर ब्लॉक कर दिया।
20 अप्रैल को इसने पीड़िता को बात करने के लिए कहा तो वह मना करने लगी, तब यह अपना आप खो बैठा और इसने उस पर दराट से 8-10 वार कर दिए।
आरोपी को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया है। आरोपी से और गहनता से पूछताछ की जा रही है।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि मामले से संबंधित सोशल मीडिया में अफवाह फैलाई जा रही है, जिस पर पुलिस की साइबर सेल टीम निरंतर नजर बनाए हुए है। अफवाह फैलाने वालों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।