शिमला। हिमाचल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में 500 रुपए बढ़ोतरी के साथ 10000 रुपए का ऐलान किया गया है। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं मानदेय 400 रुपए बढ़ाकर 7000 कर दिया गया है।
आंगनबाड़ी सहायिका को 300 रुपए बढ़ाकर 5500 रुपए, आशा वर्कर को 300 रुपए बढ़ाकर 5500, सिलाई अध्यापिका को 500 रुपए बढ़ोतरी, मिड डे मील वर्कर को 500 की बढ़ोतरी 4500, वाटर कैरियर शिक्षा विभाग 600 बढ़ोतरी के साथ 5000, जल रक्षक को 300 बढ़ोतरी के साथ 5300 मानदेय मिलेगा।
जल शक्ति विभाग MTW को 600 बढ़ोतरी के साथ 5000, पैरा फिटर पंप ऑपरेटर को 300 बढ़ोतरी के साथ 6300, पंचायत चौकीदार को 1000 बढ़ोतरी के साथ 8000, राजस्व चौकीदार को 300 बढ़ोतरी के साथ 5800, नंबरदार को 500 बढ़ोतरी के साथ 4200 रुपए मानदेय मिलेगा।
वहीं, SMC शिक्षकों और आईटी टीचर के मानदेय में 1900 रुपए प्रति माह बढ़ोतरी की गई है। सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात स्पेशल पुलिस अफसर (SPO) के मानदेय में 500 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।
शिमला। हिमाचल में आगामी वित्तीय वर्ष में 6 हजार नर्सरी टीचर नियुक्त किए जाएंगे। पात्र आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी नर्सरी टीचर बनने का मौका दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें ब्रिज कोर्स करवाया जाएगा।
यह घोषणा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल विधानसभा में बजट भाषण के दौरान की है।
नई दिल्ली। वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आज यानी वीरवार को अंतरिम बजट 2024-25 पेश किया। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट (Budget) पेश किया। नई सरकार बनने के बाद पूर्ण बजट पेश किया जाएगा।
अंतरिम बजट (Budget) में चार प्रमुख वर्गों यानी गरीब, महिलाएं, युवा एवं अन्नदाता (किसान) को ऊपर उठाने पर प्रधानमंत्री का फोकस है। आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ केयर कवर का दायरा बढ़ाया जाएगा।
अंतरिम बजट (Budget) में आयुष्मान भारत योजना तहत स्वास्थ्य सेवा सुरक्षा में सभी आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को भी शामिल करने की घोषणा की है।
नारी शक्ति पर ध्यान केंद्रित करते हुए सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए टीकाकरण का प्रस्ताव दिया। सरकार माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विभिन्न योजनाओं में तालमेल स्थापित करेगी।
सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9 से 14 वर्ष की आयु की बालिकाओं के लिए टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार सभी पात्र श्रेणियों के बीच इस टीकाकरण को बढ़ावा देगी।
कोविड संबंधी चुनौतियों के बावजूद पीएम-आवास योजना (ग्रामीण) के तहत तीन करोड़ मकानों का लक्ष्य जल्द ही हासिल किया जाएगा।
अगले पांच वर्षों में 2 करोड़ अतिरिक्त मकानों का लक्ष्य लिया जाएगा।
छत पर सौर प्रणाली लगाने से 1 करोड़ परिवार हर महीने 300 यूनिट तक निशुल्क बिजली प्राप्त कर सकेंगे।
हरेक परिवार को सालाना 15,000 से 18,000 रुपए की बचत होने का अनुमान है।
50 वर्षीय ब्याज मुक्त ऋण के साथ एक लाख करोड़ रुपए का कोष स्थापित किया जाएगा।
इस कोष से दीर्घकालिक वित्त पोषण या पुनर्वित्तपोषण कम या शून्य ब्याज दरों पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
वर्ष 2030 तक 100 मीट्रिक टन की कोयला गैसीकरण और तरलीकरण क्षमता स्थापित की जाएगी।
परिवहन के लिए कम्प्रस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) और घरेलू प्रयोजनों के लिए पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) में कम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) के चरणबद्ध अधिदेशात्मक मिश्रण को अनिवार्य किया जाएगा।
राज्यों को प्रतिष्ठित पर्यटक केंद्रों का संपूर्ण विकास शुरू करने, उनकी वैश्विक पैमाने पर ब्रांडिंग और मार्केटिंग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
पर्यटन केंद्रों को वहां उपलब्ध सुविधाओं और सेवाओं की गुणवत्ता के आधार पर रेटिंग देने के लिए एक फ्रेमवर्क बनाया जाएगा।
वित्त पोषण करने के लिए राज्यों को मैचिंग के आधार पर ब्याज मुक्त दीर्घावधि ऋण दिया जाएगा।
राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न पड़ावों से जुड़े सुधार के लिए 50 वर्ष के ब्याज मुक्त ऋण के रूप में 75,000 करोड़ रुपए के प्रावधान का प्रस्ताव।
उधार को छोड़कर कुल प्राप्तियों का संशोधित अनुमान 27.56 लाख करोड़ रुपए है, जिसमें से कर प्राप्ति 23.24 लाख करोड़ रुपए है।
कुल व्यय का संशोधित अनुमान 44.90 लाख करोड़ रुपए है।
लंज। जिला कांगड़ा के विकास खंड के अंतर्गत दो पंचायतों अप्पर लंज व लंज खास में 09 दिसंबर 2023 को विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत शिविर का आयोजन किया गया।
Garuda Aerospace Private Limited से आए ड्रोन पायलट सक्षम जमवाल ने ड्रोन की विशेषता के बारे में बताया कि खासतौर से इसका इस्तेमाल कृषक कामों के लिए ही किया जाता है। अनेक प्रकार के फर्टिलाइजर्स, पेस्टिसाइड्स, इंसेक्टिसाइड फसलों को दिए जाते हैं, उसमें इसका इस्तेमाल किया जाता है।
विकसित भारत संकल्प यात्रा में बाल विकास परियोजना की वृतप्रवेशिका नीतू तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शालु व अमिता तथा अन्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। जिसमें वृतप्रवेशिका ने केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना तथा राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी और स्वस्थ बालक/ बालिका स्पर्धा के दौरान स्वस्थ बच्चों को सम्मानित किया गया व मेरी कहानी मेरी जुबानी पर बच्चों की माताओं की विडियो बनाई गई। जिसमें PMMYY की लाभार्थियों ने अपने अपने विचार रखेरखे कि उन्हें इस परियोजना से लाभ प्राप्त हुआ है।
जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड धर्मशाला हिमांशु साहु ने नाबार्ड योजनाओं व घर घर केसीसी अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए नई-नई योजनाएं चलाई जा रही हैं। सरकार किसानों को पैसों की आवश्यकता पूरी करने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) दे रही है। क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान बैकों से न्यूनतम ब्याज दर पर अपनी जरूरत के अनुसार ऋण ले सकते हैं।
इस ऋण को किसान अपने कृषि कार्यों या पशुपालन आदि के लिए उपयोग कर सकते हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नई दिल्ली में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम में केसीसी घर घर अभियान शुरू किया। देश भर में इस अभियान के तहत 1.5 करोड़ किसानों को ये कार्ड दिए जाएंगे।
हिमाचल ग्रामीण बैंक लंज शाखा के प्रबंधक निखिल कुमार ने बैंक की योजनाओं के बारे में जानकारी दी व केसीसी अभियान के बारे में बताया कि इस ऋण का ब्याज 7 फीसदी है, जो बहुत ही न्यूनतम है। किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के लिए आयु 18 वर्ष से 75 वर्ष रखी गई है। इसके लिए बैंक द्वारा जारी आवेदन पत्र, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, मूल निवासी प्रमाण पत्र, भूमि के दस्तावेज बैंक में देने होंगे।
सवेरा संस्था की कोर्डिनेटर रंजना मेहरा ने बताया कि हमारी पंचायत में नाबार्ड के सहयोग से 18 समूहों का गठन हुआ है व संस्था द्वारा नाबार्ड के सहयोग से कांगड़ा, देहरा व परागपुर विकास खंड में 250 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया है। 30 महिलाओं को फूड प्रोसेसिंग, 30 महिलाओं को जूट से बनने वाली वस्तुएं बनाने का प्रशिक्षण, 30 महिलाओं को गाय के गोबर से दीए व धूप, अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण व 30 महिलाओं को ढिंगरी मशरूम तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया है।
महिलाएं इस कार्य को करके अपनी आय अर्जित कर रही हैं। इस अवसर पर अपर लंज पंचायत की प्रधान रेखा देवी, बीडीसी सदस्य, वार्ड पंच, लंज खास पंचायत की प्रधान आशा धीमान, उपप्रधान, वार्ड पंच, सवेरा संस्थान के निदेशक सुभाष चौहान उपस्थित रहे। इसमें दोनों पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधियों, किसानों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, स्वयं सहायता समूहों व संयुक्त देयता समूहों की महिलाओं सहित लगभग 210 लोगों ने भाग लिया।
10 पदों के लिए 24 नवंबर को होने वाले थे साक्षात्कार
देहरा। बाल विकास परियोजना देहरा के अधीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की 24 नवंबर को होने वाली छंटनी परीक्षा स्थगित कर दी गई है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी देहरा बलजीत ठाकुर ने बताया कि बाल विकास परियोजना देहरा के अधीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के दो और आंगनबाड़ी सहायिका के 10 पद भरे जाने हैं।
ग्राम पंचायत मझीण के मझीण तथा मझीण के दबकेहड़ में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद भरे जाने हैं।
वहीं, ग्राम पंचायत मझीण के दबकेहड़, टिप्परी के डुहक, कमलोटा के कमलोटा , हडोली के बाह , बदोली के डोल , खुंडिया के अंबाडा, सिहोरपांई के बन चल्लियां, जाखोटा के वोहल जागीर , अलुहा के भौंरन एवं थिल के थिल केंद्रों में सहायिका के पद भरे जाने हैं।
इस संदर्भ में छंटनी परीक्षा का आयोजन 24 नवंबर को उपमंडल अधिकारी ज्वालाजी के कार्यालय में निर्धारित किया गया था परंतु प्रशासनिक कारणों के चलते अब छंटनी परीक्षा को आगामी आदेशों तक स्थगित किया गया है।
मंडी। समेकित बाल विकास सेवाएं योजना के अंतर्गत प्रदान की जा रही सेवाओं के सुचारू रूप से संचालन के लिए मंडी सदर के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के रिक्त पदों को भरने की अधिसूचना जारी की गई है।
रिक्त पदों को भरने के संबंध में बाल विकास परियोजना अधिकारी मंडी सदर वंदना शर्मा द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार बाल विकास परियोजना मंडी सदर के अंतर्गत आने वाले विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में 6 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के रिक्त पदों पर भर्ती की जानी है।
इन पदों के लिए इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवारों को 24 नवंबर, 2023 तक समस्त वांछित दस्तावेजों सहित सादे कागज पर अपना आवेदन पत्र बाल विकास परियोजना कार्यालय मंडी सदर में जमा करवाना होगा। पात्र महिला आवेदकों के चयन/स्क्रीनिंग हेतु एक दिसंबर, 2023 को बाल विकास कार्यालय सदर मंडी में मूल दस्तावेजों सहित प्रातः 10 बजे उपस्थित होना होगा।
अधिसूचना के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्र मांडल-।।, गुटकर, छलखी, ढाबण-। में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी केंद्र सोयरा और रठोहा में आंगनबाड़ी सहायिकाओं के पदों को भरा जाना है।
आवदेक का नाम संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र के सर्वेक्षण रजिस्टर में नाम दर्ज होना चाहिए। मान्यता प्राप्त बोर्ड से दस जमा दो पास होना अनिवार्य है और आयु 18 से 35 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। परिवार की वार्षिक आय 50 हजार रुपये वार्षिक से अधिक न हो तथा आय प्रमाण-पत्र तहसीलदार, नायब तहसीलदार द्वारा जारी किया जाना चाहिए। इसके लिए केवल हिमाचल के स्थाई निवासी ही आवेदन कर सकते हैं।
बाल विकास परियोजना अधिकारी मंडी सदर वंदना शर्मा ने बताया कि पात्र महिला उम्मीदवार सादे कागज पर प्रमाण-पत्रों की सत्यापित छायाप्रतियों सहित 24 नवंबर, 2023 तक अपने आवेदन परियोजना कार्यालय मंडी में जमा करवा सकते हैं।
धर्मशाला। बाल विकास परियोजना धर्मशाला के अधीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के दो तथा सहायिका के बारह पद भरे जाने तय हुए हैं। बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मशाला रमेश जागवान ने बताया कि पूर्व में इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 अक्टूबर रखी गई थी, जिसे अब बढ़ाकर 6 नवंबर, 2023 कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए पात्र उम्मीदवार सादे कागज पर अपने संपूर्ण दस्तावेजों सहित 6 नवंबर, 2023 तक बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मशाला के कार्यालय में आवेदन जमा करवा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत ढगवार के मसरेहड़ केंद्र तथा ग्राम पंचायत पासू पंतेहड़ के देहरू केंद्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद भरे जाने हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम धर्मशाला के वार्ड नम्बर-1 के टैंगलवुड, वार्ड नम्बर-4 के कोतवाली बाजार तथा वार्ड नम्बर-8 के उपरेहड़ केंद्रों में आंगनवाड़ी सहायिका के पद भरे जाने है।
वहीं ग्राम पंचायत रसेहड़ के रसेहड़, योल के लहसर, बरवाला के थम्बा, कजलोट के अप्पर सुधेड़, सुक्कड़ के खास सुक्कड़, शीला के शीला-2, गगल के गगल-2, मंदल के निचली भड़वार और ढगवार के मसरेहड़ केंद्रों में भी सहायिका के पद भरे जाएंगे।
आवेदन के लिए 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग की महिला उम्मीदवार ही पात्र होंगी। उम्मीदवार उसी आंगनबाड़ी केंद्र के सर्वे क्षेत्र की स्थाई निवासी हो। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के लिए जमा दो पास होना आवश्यक है। उम्मीदवार के परिवार की समस्त साधनों से वार्षिक आय 50 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इच्छुक अभ्यर्थी अधिक जानकारी के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मशाला के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
देहरा। बाल विकास परियोजना देहरा के अधीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के दो तथा सहायिका के 10 पद भरे जाएंगे। ग्राम पंचायत मझीण के मझीण तथा दबकेहड़ केंद्रों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के एक-एक पद भरे जाने हैं।
वहीं, ग्राम पंचायत मझीण के दबकेहड़, टिप्परी के डुहक, कमलोटा के कमलोटा, हडोली के बाह, बदोली के डोल, खुंडिया के अंबाडा, सिहोंरपाई के बन चेल्लियां, जखोटा के वोहल जागीर, अलूहा के भौंरन और थिल के थिल केंद्रों में सहायिका के पद भरे जाएंगे।
इन पदों के आवेदन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर, 2023 निर्धारित की गई है। बाल विकास परियोजना अधिकारी देहरा बलजीत ठाकुर ने बताया कि रिक्त पदों को भरने के लिए पात्र उम्मीदवार सादे कागज पर अपने संपूर्ण दस्तावेजों सहित आवेदन कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग की महिला उम्मीदवार ही आवेदन करने के लिए पात्र होंगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बारहवीं पास होना अति आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि उम्मीदवार उसी आंगनबाड़ी केंद्र के सर्वे क्षेत्र की स्थाई निवासी हो तथा प्रार्थी के परिवार की वार्षिक आय 50 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि योग्यता जांच 8 नवंबर को प्रातः 11 बजे एसडीएम ज्वालामुखी के कार्यालय में होगी। अधिक जानकारी के लिए संबंधित पर्यवेक्षक या बाल विकास परियोजना अधिकारी देहरा के कार्यालय में किसी भी कार्य दिवस में प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।
धर्मशाला। बाल विकास परियोजना धर्मशाला के अधीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के दो तथा सहायिका के बारह पद भरे जाएंगे। बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मशाला रमेश जागवान ने जानकारी दी कि ग्राम पंचायत ढगवार के मसरेहड़ केंद्र तथा ग्राम पंचायत पासू पंतेहड़ के देहरू केंद्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद भरे जाने हैं।
उन्होंने बताया कि नगर निगम धर्मशाला के वार्ड नंबर-1 के टैंगलवुड, वार्ड नंबर-4 के कोतवाली बाजार तथा वार्ड नंबर-8 के उपरेहड़ केंद्रों में आंगनबाड़ी सहायिका के पद भरे जाने हैं। वहीं, ग्राम पंचायत रसेहड़ के रसेहड़, योल के लहसर, बरवाला के थम्बा, कजलोट के अप्पर सुधेड़, सुक्कड़ के खास सुक्कड़, शीला के शीला-2, गगल के गगल-2, मंदल के निचली भड़वार और ढगवार के मसरेहड़ केंद्रों में भी सहायिका के पद भरे जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए पात्र उम्मीदवार सादे कागज पर अपने संपूर्ण दस्तावेजों सहित 25 अक्टूबर 2023 तक बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मशाला के कार्यालय में आवेदन जमा करवा सकते हैं। आवेदन के लिए 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग की महिला उम्मीदवार ही पात्र होंगी।
उम्मीदवार उसी आंगनबाड़ी केंद्र के सर्वे क्षेत्र की स्थाई निवासी हो। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के लिए जमा दो पास होना आवश्यक है। उम्मीदवार के परिवार की समस्त साधनों से वार्षिक आय 50 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इच्छुक अभ्यर्थी अधिक जानकारी के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मशाला के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
पालमपुर। बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय भवारना स्थित पालमपुर के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के 17 पद भरे जाने हैं। इसमें 6 पद कार्यकर्ताओं और 11 पद सहायिकाओं के शामिल हैं।
सीडीपीओ भवारना ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र नगर निगम पालमपुर वार्ड नंबर- 8, तप्पा, बड़गुवार, लाहला, बागोड़ा और रमेहड़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद भरे जाएंगे।
आंगनबाड़ी केंद्र नगर निगम पालमपुर वार्ड नंबर-6, नगर निगम पालमपुर वार्ड नंबर-7 , मैंझा, गदियाड़ा, घाड़, बल्ला, नगर निगम वार्ड नंबर 10, घनैटा, नगर निगम पालमपुर वार्ड नंबर 8, लाहला और सिद्धपुर केंद्रों में आंगनबाड़ी सहायिका के पदों के लिए आवेदन किए जा सकते हैं।
इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवारों से सादे कागज पर बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय भवारना स्थित पालमपुर के कार्यालय में 2 नवंबर, 2023 तक आवेदन कर सकते हैं। दस्तावेजों का सत्यापन एवं काउंसलिंग 9 नवंबर 2023 को प्रातः 10 बजे से एसडीएम पालमपुर के कार्यालय की जाएगी।
इसके लिए अलग से किसी को सूचित नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिका को सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित मानदेय देय होगा। इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवार वांछित दस्तावेजों सहित आवेदन कर सकते हैं।
आवेदक आंगनबाड़ी केंद्र के लाभान्वित सर्वे क्षेत्र में सामान्य रूप से रह रहे परिवार से संबंध रखती हो। आवेदक की आयु आवेदन करने की अंतिम तिथि को 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
आवेदक के परिवार की वार्षिक आय समस्त साधनों से 50 हजार रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/ बोर्ड से 10+2 पास होनी चाहिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं का चयन मेरिट के आधार पर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आवेदन के लिए अनिवार्य प्रमाण पत्रों में हिमाचली प्रमाण पत्र, शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र, जन्म तिथि प्रमाण पत्र, नवीनतम आय प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर की नकल, सर्वे क्षेत्र में नाम दर्ज होने का प्रमाण ( संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा जारी किया हो और पर्यवेक्षक द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित किया गया हो) होना अनिवार्य है।
इसके अतिरिक्त अन्य प्रमाण पत्र यदि हो तो जैसे उच्च शिक्षा जाति, दिव्यांग, अनुभव, स्टेट होम आश्रिता/ बालिका आश्रम आश्रिता / अनाथ / विधवा / परित्यक्ता/तलाकशुदा विवाहिता महिला जिसका पति पिछले सात साल से लापता हो।
आवेदक अधिक जानकारी के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी, भवारना / संबंधित वृतों के पर्यवेक्षक/ संबंधित आंगनबाड़ी केंद्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं अथवा दूरभाष नंबर 01894232122, 7018096511 पर संपर्क कर सकते हैं।