10 पदों के लिए 24 नवंबर को होने वाले थे साक्षात्कार
देहरा। बाल विकास परियोजना देहरा के अधीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की 24 नवंबर को होने वाली छंटनी परीक्षा स्थगित कर दी गई है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी देहरा बलजीत ठाकुर ने बताया कि बाल विकास परियोजना देहरा के अधीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के दो और आंगनबाड़ी सहायिका के 10 पद भरे जाने हैं।
ग्राम पंचायत मझीण के मझीण तथा मझीण के दबकेहड़ में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद भरे जाने हैं।
वहीं, ग्राम पंचायत मझीण के दबकेहड़, टिप्परी के डुहक, कमलोटा के कमलोटा , हडोली के बाह , बदोली के डोल , खुंडिया के अंबाडा, सिहोरपांई के बन चल्लियां, जाखोटा के वोहल जागीर , अलुहा के भौंरन एवं थिल के थिल केंद्रों में सहायिका के पद भरे जाने हैं।
इस संदर्भ में छंटनी परीक्षा का आयोजन 24 नवंबर को उपमंडल अधिकारी ज्वालाजी के कार्यालय में निर्धारित किया गया था परंतु प्रशासनिक कारणों के चलते अब छंटनी परीक्षा को आगामी आदेशों तक स्थगित किया गया है।
हमीरपुर। बाल विकास परियोजना नादौन और भोरंज के अंतर्गत कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों में खाली हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिका के पदों को भरने के लिए अगले माह प्रस्तावित साक्षात्कार फिलहाल अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिए गए हैं।
उधर, नादौन के बाल विकास परियोजना अधिकारी संजय गर्ग ने बताया कि नादौन में 11 दिसंबर को निर्धारित किए गए साक्षात्कार भी फिलहाल स्थगित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन पदों को भरने के संबंध में आगामी कार्रवाई के बारे में बाद में सूचित किया जाएगा।
वर्कर व हेल्पर यूनियन ने मंत्री को सौंपा मांग पत्र
शिमला। आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन ने विभिन्न मांगों को लेकर सचिवालय में सामाजिक न्याय व आधिकारिता मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल को मांग पत्र सौंपा। यूनियन का कहना है कि केंद्र व राज्य सरकार लंबे समय से आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर की मांगों के प्रति अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं। केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है।
आंगनबाड़ी वर्कर यूनियन की प्रदेश महासचिव वीना ने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मियों को ही प्री-प्राइमरी कक्षाओं के लिए नियुक्त किया जाए व आंगनबाड़ी केंद्रों को प्री प्राइमरी स्कूल का दर्जा दिया जाए। 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की शिक्षा का कार्य वर्तमान में आंगनबाड़ी कर्मी ही कर रहे हैं। प्री प्राइमरी कक्षाओं व नई शिक्षा नीति के तहत छोटे बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा केवल आंगनबाड़ी वर्कर को दिया जाए, क्योंकि वे काफी प्रशिक्षित कर्मी हैं। प्री प्राइमरी में उनकी नियमित नियुक्ति की जाए तथा इसकी एवज में उनका वेतन बढ़ाया जाए।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मियों को सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार गुजरात की तर्ज पर ग्रेच्युटी व अन्य सुविधाएं लागू की जाएं। हरियाणा की तर्ज पर आंगनबाड़ी वर्कर व हेल्पर को मानदेय दिया जाए। हरियाणा की तर्ज पर ही आंगनबाड़ी वर्कर एवं हेल्पर का वेतनमान उनके सेवाकाल के हिसाब से तय किया जाए। आंगनबाड़ी कर्मियों के लिए तीन हजार रुपये पेंशन, पंजाब की तर्ज पर मेडिकल व छुट्टियों की सुविधा दी जाए।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मियों की रिटायरमेंट उम्र 65 वर्ष की जाए।
इसके अलावा मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत वर्करज़ को अन्य आंगनबाड़ी वर्करज के समान वेतन दिया जाए व इन्हें पूर्ण आंगनबाड़ी वर्करज का दर्जा दिया जाए। इनके छुट्टी पर जाने की एवज में वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि सुपरवाइजरों के सभी प्रकार के रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए। सरकार अगर उनकी मांगें नहीं मानती है तो हड़ताल व सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना ही आखिरी रास्ता होगा।
सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर यूनियन का संबंध उनके विभाग के साथ-साथ केंद्र से भी है। यूनियन की मांगों को शिक्षा मंत्री व केंद्र के साथ उठाएंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का छोटे बच्चों के महत्वपूर्ण काम करते हैं। उनकी मांगों पर गहनता से विचार किया जाएगा।
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट भाषण में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर, मिड डे मील कार्यकर्ता, जल रक्षक, सिलाई टीचर आदि का मानदेय बढ़ाने का ऐलान किया है। आंगनबाड़ी वर्कर को अब 9500, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 6,600 रुपए मानदेय मिलेगा, वहीं आंगनबाड़ी सहायिका को 5200 और आशा वर्कर को भी 5200 प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा।
मिड डे मील कार्यकर्ता को 4000, वाटर कैरियर शिक्षा विभाग को 4400, जल रक्षक को 5000, मल्टी पपर्ज वर्कर को 4400, पैराफिटर औऱ पंप ऑपरेटर को 6000 रुपए मानदेय मिलेगा।
वहीं, दिहाड़ीदारों की दिहाड़ी में 25 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। अब दिहाड़ीदारों को प्रतिदिन 375 रुपए दिहाड़ी मिलेगी। आउटसोर्स कर्मियों को अब 11250, पंचायत चौकीदार को 7000, राजस्व चौकिदार को 5500, राजस्व लंबरदार को 3700 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे।
इसके साथ ही सिलाई अध्यापिकाओं के मानदेय में 500, एसएससी टीचर के मानदेय में भी 500 , आईटी टीचर के मानदेय में 2000 रुपए , एसपीओ के मानदेय में 500 रुपए प्रतिमाह बढ़ोतरी की गई है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट भाषण में मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी बढ़ाने का ऐलान किया है। उन्होंने दिहाड़ी को मौजूदा 212 रुपए से 240 रुपए करने की घोषणा की है। साथ ही जनजातीय क्षेत्रों में 266 से 294 रुपए होगी। वहीं सीएम ने पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक के पद भरने का भी ऐलान किया है। इसके अलावा जन प्रतिनिधियों का मानदेय भी बढ़ाया गया है। नगर निगमों के प्रतिनिधियों का मानदेय भी बढ़ाने का ऐलान किया गया है।
अध्यक्ष जिला परिषद 20 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। उपाध्यक्ष जिला परिषद को 15 हजार हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। सदस्य जिला परिषद को 6500 रुपये प्रति माह, अध्यक्ष बीडीसी को 9500 रुपये प्रति माह, उपाध्यक्ष बीडीसी को 7000 रुपये प्रति माह, सदस्य बीडीसी को 6000 रुपये प्रति माह, पंचायत प्रधान को 6000 रुपये प्रति माह, उप प्रधान को 4000 रुपये प्रति माह और सदस्य ग्राम पंचायत को 500 रुपये प्रति बैठक प्रदान किया जाएगा। ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग के लिए 1916 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है।
शिमला। हिमाचल कैबिनेट की बैठक समाप्त हो गई है। बैठक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई है। बैठक में आंगनबाड़ी, आशा वर्कर, बीपीएल, मिड डे मील, मनरेगा मजदूरों को बड़ी राहत दी है। कैबिनेट की बैठक में आंगनबाड़ी वर्कर और हेल्पर, आशा वर्कर, बीपीएल, मिड डे मील कर्मचारी, विकलांग व मनरेगा मजदूरों को आयुष्मान और हिम केयर शामिल करने का निर्णय लिया है। इससे करीब 42 हजार 713 नए परिवारों को लाभ मिलेगा।
बैठक में एनटीटी भर्तियों पर भी कोई चर्चा नहीं हुई है। युवाओं को एक लाख नौकरी देने के मुद्दे पर भी फैसला नहीं हो पाया है। क्योंकि अभी विभागों से रिपोर्ट ही नहीं पहुंची है। अब अगली बैठक में इस मामले पर चर्चा होगी।
सोलन। जिला सोलन में समेकित बाल विकास परियोजना धर्मपुर के तहत आंगनबाड़ी में सीधी भर्ती की जानी है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 2 पद और आंगनबाड़ी सहायिकाओं के 3 रिक्त पद भरे जाएंगे। आवेदनकर्ता को 18 मार्च शाम 5 बजे तक बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर के कार्यालय में आवेदन करना होगा। इसके लिए इंटरव्यू 20 मार्च को सुबह 10 बजे बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर के कार्यालय में लिए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार, आंगनबाड़ी सर्किल पट्टा की ग्राम पंचायत सुरजपुर के आंगनबाड़ी केन्द्र हरीपुर और आंगनबाड़ी सर्किल पट्टा की ग्राम पंचायत सुरजपुर के तहत आंगनबाड़ी केन्द्र टिपरा में कार्यकर्ता का एक-एक पद भरा जाएगा।
इसी प्रकार आंगनबाड़ी सर्किल पट्टा की ग्राम पंचायत पट्टानाली के आंगनबाड़ी केन्द्र कथलोह, आंगनबाड़ी सर्किल बरोटीवाला की ग्राम पंचायत बरोटीवाला के आंगनबाड़ी केन्द्र बल्याना और आंगनबाड़ी सर्किल बरोटीवाला की ग्राम पंचायत मन्धाला के आंगनबाड़ी केन्द्र कुल्हाड़ीवाला में आंगनबाड़ी सहायिका का एक-एक पद भरा जाएगा।
ये महिला उम्मीदवार होंगी पात्र
इन पदों के लिए वहीं महिला उम्मीदवार पात्र होंगी, जो सम्बन्धित आंगनबाड़ी केन्द्र के लाभान्वित क्षेत्र में एक जनवरी, 2023 को सामान्य रूप से रह रहे परिवार से संबंध रखती हों। उम्मीदवार की आयु 21 से 45 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।
न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास होनी चाहिए। आंगनबाड़ी सहायिका के लिए 8वीं उत्तीर्ण होना चाहिए, लेकिन 5वीं पास महिला यदि अन्य शर्ते पूरी करती हो तो विचार किया जा सकता है।
उम्मीदवार के परिवार की वार्षिक आय 35 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस संबंध में उम्मीदवार को तहसीलदार अथवा नायब तहसीलदार द्वारा जारी व प्रति हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
आवेदक को आवेदन पत्र के साथ आयु, शैक्षणिक योग्यता, जाति, दिव्यांग, विधवा, अनुभव, हिमाचली, परिवार रजिस्टर की नकल व अन्य योग्यता प्रमाण पत्रों की प्रमाणित प्रतियां साक्षात्कार के समय या इससे पूर्व जमा करवाने होंगे। पंचायत सचिव अथवा तहसीलदार से स्थायी निवासी का प्रमाण पत्र लाना भी अनिवार्य है।
मंडी। ऐसी महिलाएं जो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बनने का सपना देख रही है उनका सपना अब पूरा होने वाला है। ऐसे में बिना देरी करें जल्द ही आवेदन जमा कर ले वरना ये मौका हाथ से निकल जाएगा। जिला मंडी के उपमंडल बल्ह के आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिकाओं के रिक्त पद भरे जाएंगे।
बाल विकास परियोजना अधिकारी सदर मंडी वंदना शर्मा ने बताया कि उपमंडल बल्ह के आंगनबाड़ी केंद्रों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिकाओं के रिक्त पदों को भरने के लिए इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन मांगे गए हैं। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र कोट-1 तथा टांवा-एक में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा बग्गी-2, मगर, नायटला, लोअर ढांगू, ओटा, भीयूरा तथा चण्डयाल में आंगनबाड़ी सहायिका के पद भरे जाने हैं ।
उन्होंने कहा कि इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवार साधारण आवेदन पत्र के साथ समस्त प्रमाण पत्रों की सत्यापित छाया-प्रतियों सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी सदर मंडी के कार्यालय में 1 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं। साक्षात्कार 4 मार्च को बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय मंडी सदर में आयोजित किया जाएगा। साक्षात्कार के समय सभी दस्तावेजों की मूल प्रतियां प्रस्तुत करना अनिवार्य होंगी।
उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए महिला उम्मीदवार सम्बन्धित आंगनबाड़ी केन्द्र के फीडर एरिया में 1 जनवरी, 2023 को सामान्य रूप से रह रहे परिवार से सम्बन्ध रखती हो। आवेदनकर्ता का परिवार 1 जनवरी, 2023 को सम्बन्धित आंगनबाड़ी केन्द्र के सर्वे रजिस्टर में दर्ज होना चाहिए। आयु 21 से 45 वर्ष होनी चाहिए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए शैक्षणिक योग्यता बारहवीं पास रखी गई है जबकि आंगनबाड़ी सहायिका के लिए शैक्षणिक योग्यता 8वीं पास रखी गई है । उम्मीदवार की पारिवारिक वार्षिक आय 35000 से अधिक नहीं होनी चाहिए। घर से कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी, अर्ध सरकारी नौकरी में न हो। इस बारे प्रमाणपत्र उपमंडल अधिकारी या तहसीलदार द्वारा जारी किया होना आवश्यक है।
उच्च शैक्षणिक योग्यता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या सहायिका, बाल सेविका, बालबाड़ी अध्यापिका, नर्सरी अध्यापिका, सम्बन्धित पंचायत की सिलाई अध्यापिका, ईसीसी केन्द्र में शिशु पालिका के रुप में कार्य अनुभव को अधिमान दिया जाएगा। स्टेट होम आश्रिता, बालिका आश्रम आश्रिता, अनाथ, विधवा, निराश्रित, तलाकशुदा, विवाहित महिला जिसका पति पिछले सात वर्षो से लापता है, महिला जिसे उसके पति ने छोड़ दिया है और वह अपने माता-पिता के साथ रह रही है, को भी उक्त नियुक्तियों में अधिमान दिया जाएगा।
दिव्यांग (40 प्रतिशत से अधिक),अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को भी उक्त नियुक्तियों में अधिमान दिया जाएगा। दो लड़कियों वाले परिवार से सम्बन्ध रखने वाली अविवाहित लड़कियों, विवाहित महिलाओं (जिनके घर कोई लड़का पैदा न हुआ हो) को निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार अंक दिए जाएंगे जिसके लिए प्रार्थी को सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। अधिक जानकारी के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी, मंडी सदर के कार्यालय दूरभाष 01905- 225540 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
मंडी। बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर के अंतर्गत आने वाले आंगनबाड़ी केंद्र संधोल, भूर, सरी, बदेहड़, रोपड़ी, गरोडु, थाना, कोहण, और चनौता में आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पदों को भरने हेतु इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवारों से आवेदन पत्र मांगे गए हैं।
बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर कुन्दन हाजरी ने बताया कि इसके लिए इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवार साधारण आवेदन पत्र के साथ समस्त प्रमाण पत्रों की सत्यापित छाया-प्रतियों सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर के कार्यालय में 27 जनवरी, 2023 तक आवेदन कर सकती हैं।
यदि किसी कारणवश कोई आवेदक तकय अवधि तक आवेदन नहीं कर पाता है तो साक्षात्कार के दिन भी वह अपने सभी मूल दस्तावेजों सहित साक्षात्कार में भाग ले सकता है। साक्षात्कार 28 जनवरी को प्रातः 10 बजे उपमण्डल कार्यालय धर्मपुर में आयोजित किया जाएगा। साक्षात्कार के समय सभी दस्तावेजों की मूल प्रतियां प्रस्तुत करना अनिवार्य होंगी। साक्षात्कार के लिए अलग से सूचित नहीं किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए महिला उम्मीदवार संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र के फीडर एरिया में 1 जनवरी, 2023 को सामान्य रूप से रह रहे परिवार से संबंध रखती हो। आवेदनकर्ता का परिवार 1 जनवरी, 2023 को सम्बन्धित आंगनबाड़ी केंद्र के सर्वे रजिस्टर में दर्ज होना चाहिए। आयु 21 से 45 वर्ष होनी चाहिए। आंगनबाड़ी सहायिका के लिए शैक्षणिक योग्यता 8वीं पास रखी गई है।
उम्मीदवार की पारिवारिक वार्षिक आय 35,000 से अधिक नहीं होनी चाहिए। घर से कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी, अर्ध सरकारी नौकरी में न हो। इस बारे प्रमाणपत्र उपमण्डलाधिकारी या तहसीलदार द्वारा जारी किया होना आवश्यक है। उच्च शैक्षणिक योग्यता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या सहायिका, बाल सेविका, बालबाड़ी अध्यापिका, नर्सरी अध्यापिका, संबंधित पंचायत की सिलाई अध्यापिका, ईसीसी केंद्र में शिशु पालिका के रुप में कार्य अनुभव को अधिमान दिया जाएगा।
स्टेट होम आश्रिता, बालिका आश्रम आश्रित, अनाथ, विधवा, निराश्रित, तलाकशुदा, विवाहित महिला जिसका पति पिछले सात वर्षो से लापता है, महिला जिसे उसके पति ने छोड़ दिया है और वह अपने माता-पिता के साथ रह रही है, को भी उक्त नियुक्तियों में अधिमान दिया जाएगा। दिव्यांग (40 प्रतिशत से अधिक),अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को भी उक्त नियुक्तियों में अधिमान दिया जाएगा। दो लड़कियों वाले परिवार से सम्बन्ध रखने वाली अविवाहित लड़कियों, विवाहित महिलाओं (जिनके घर कोई लड़का पैदा न हुआ हो ) को निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार अंक दिए जाएंगे जिसके लिए प्रार्थी को सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा।
उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए हिमाचली प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर की नकल, सर्वे में दर्ज होने बारे प्रमाण पत्रों के अलावा अन्य कोई प्रमाण पत्र यदि हो तो वह साथ लाना होगा। अधिक जानकारी के लिए बाल विकास परियोनजा अधिकारी, धर्मपुर के कार्यालय दूरभाष 01905-272292 पर संपर्क किया जा सकता है।
ऋषि महाजन/नूरपुर। बाल विकास परियोजना अधिकारी नूरपुर द्वारा उपमंडल के तहत दो आंगनवाड़ी केंद्रों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पदों को भरने के लिए महिला उम्मीदवारों से 30 जनवरी, 2023 तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
बाल विकास परियोजना अधिकारी रमेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि हडल पंचायत के तहत आंगनबाड़ी केंद्र, नल्ला तथा डन्नी पंचायत के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद, मेहरका में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पद को साक्षात्कार के माध्यम से भरा जाना है।
इस पद के लिए इच्छुक पात्र महिला अभ्यर्थी सादे कागज पर अपने आवेदन पत्र 30 जनवरी, 2023 शाम 5 बजे तक सभी प्रमाण पत्रों की सत्यापित प्रतियों सहित बाल विकास परियोजना, नूरपुर के कार्यालय में जमा करवा सकती हैं। आवेदन पत्र में अपना या परिवार के सदस्य का फोन नंबर लिखना जरूरी है। इन पदों के लिए पात्र अभ्यर्थियों को साक्षात्कार की तिथि बारे बाद में सूचित कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस पद के लिए उम्मीदवार की आयु 21 से 45 वर्ष होनी चाहिए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता बाहरवीं पास होना अनिवार्य है। उनकी पारिवारिक वार्षिक आय समस्त स्त्रोतों से 35 हज़ार रुपए से कम होनी चाहिए।
इन पदों के बारे में कोई भी आवेदक या व्यक्ति अधिक जानकारी के लिए अपनी संबंधित पंचायत के अलावा बाल विकास परियोजना अधिकारी, नूरपुर के कार्यालय, कमरा नंबर 309, मिनी सचिवालय अथवा उनके दूरभाष नंबर 01893-221173 पर संपर्क कर सकता है।