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शिमला। हिमाचल में मिशन डि-नोटिफाई के हल्ले के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 25 दिसंबर को शिमला लौटेंगे। राजधानी शिमला लौटने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन के साथ 28 दिसंबर को एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। इस बैठक में कर्मचारियों के साथ ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) की बहाली को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा होगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा है कि सरकार OPS की बहाली को लेकर प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री शिमला लौटते ही कर्मचारी संघ के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने कहा कि उसके बाद जल्द से शीतकालीन सत्र होगा, जिसके बाद कैबिनेट का गठन कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बने प्रदेश में अभी कुछ ही दिन हुए हैं, ऐसे में जनता को उन्हें वादे पूरे करने के लिए कुछ दिन देने चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले जो गारंटी दी है, उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा। जनता को किसी तरह की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
नरेश चौहान ने सरकार की ओर से डि-नोटिफाई किए जा रहे कार्यालयों को लेकर कहा कि पूर्व सरकार ने बिना बजट के चुनावी फायदा लेने के लिए कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए भी तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को चेताया था, लेकिन उन्होंने चुनावी फायदा लेने के लिए इस तरह की घोषणाएं कीं।
नरेश चौहान ने बीजेपी के बदले की भावना से की जा रही कार्रवाई के आरोपों को भी खारिज किया। उन्होंने कहा कि सरकार रिव्यू करेगी, जहां जनता की मांग व आवश्यकता होगी वहां ये कार्यालय खोले जाएंगे। वहीं, उन्होंने कहा कि क्रिसमस व नए साल के लिए पर्यटकों का हिमाचल प्रदेश में स्वागत है। वह हिमाचल आए खूब एन्जॉय करें, लेकिन मुख्यमंत्री ने स्पष्ट दिशा निर्देश दिए हैं कि प्रशासन कोविड-19 का पालन करवाना सुनिश्चित करवाए।
बता दें कि कोरोना पॉजिटिव आने के चलते मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नई दिल्ली में है। दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने से पहले प्रोटोकॉल के तहत करवाए कोरोना टेस्ट में वह पॉजिटिव पाए गए थे। उनका 24 दिसंबर तक क्वारंटाइन पीरियड है।
शिमला। शहरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक हरीश जनारथा ने आज शिमला में डीएसपी और शहर के पुलिस थाना प्रभारी के साथ बैठक की। उन्होंने सुचारू यातायात व्यवस्था एवं नशाखोरी की समस्या पर गहनता से विचार-विमर्श किया और पुलिस अधिकारियों से सीधा संवाद स्थापित किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
हरीश जनारथा ने शहर में युवाओं में बढ़ती नशाखोरी की समस्या में सामुदायिक भागीदारी एवं पुलिस की सतर्कता पर बल दिया, ताकि समाज में सकारात्मक संदेश जाए और नशा निवारण केंद्रों में पारदर्शिता एवं आधुनिक सुविधाएं के महत्व पर प्रकाश डाला। शिमला शहरी के विधायक ने शहर में यातायात व्यवस्था एवं सड़क सुरक्षा के संदर्भ में विस्तृत चर्चा की और स्थानीय लोगों से यातायात नियमों का पालन करने का आग्रह किया, ताकि शहर में लगातार लगते जाम की समस्या से निजात मिल सके। उन्होंने बताया कि शहर में स्मार्ट सिटी के अंतर्गत पार्किंग स्थलों एवं ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा और इन कार्यों में गुणवत्ता का आश्वासन दिया।
शिमला। हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सरकार सत्ता में आते ही एक्शन मोड में है। सरकार ने बीजेपी सरकार के 1 अप्रैल 2022 के बाद लिए के निर्णयों पर अपना चाबुक चला दिया है। सरकार ने स्वास्थ्य, राजस्व, वन, लोक निर्माण और कृषि विभाग के कई कार्यालयों को इस बात का हवाला देते हुए बंद कर दिया हैं कि यह चुनावी फायदे के लिए बिना बजट के खोले गए हैं, जबकि भाजपा इसे बदले की राजनीति बता रही है।
भाजपा ने सड़कों पर उतरकर इसका विरोध शुरू कर दिया है। भाजपा जिला शिमला इकाई ने आज इसके विरोध में उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाजपा ने उपायुक्त शिमला के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा।
भाजपा के जिला अध्यक्ष रवि मेहता ने कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी को जनमत दिया। बावजूद इसके सरकार जनता के विरोध में कार्य कर रही है। जनता हितैषी कार्य करने के बजाय कांग्रेस सरकार जयराम सरकार द्वारा जनता के हित में लिए गए निर्णयों को डि-नोटिफाई कर रहे है। कैबिनेट का गठन अभी तक नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 307 से अधिक कार्यालयों को बंद कर दिया है। विपक्ष इसे बर्दाश्त करने वाला नहीं है। बीजेपी पूरे प्रदेश में आज धरना प्रदर्शन व ज्ञापन दे रही है। यह एक सांकेतिक धरना है, आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
शिमला। हिमाचल प्रदेश सयुंक्त कर्मचारी महासंघ एवं हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा है कि सरकार द्वारा पूर्व सरकार के छह महीनों के निर्णयों की समीक्षा करना जनहित एवं कर्मचारी हित में उठाया गया सराहनीय कदम है, जिसकी संघ सराहना करता है। चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार ने अंतिम 6 महीनों में बिना किसी बजट का प्रावधान किए राजनीतिक फायदा लेने के लिए धड़ल्ले से संस्थानों व कार्यालयों को खोलने व स्थानांतरण अंतर करने का बिना सोचे समझे काम किया, जिसमें ना तो किसी तरह की व्यवस्था को तैयार किया गया और ना ही बजट का प्रावधान किया गया।
इससे ना तो पहले से कार्यरत संस्थान सही तरीके से काम कर पाए और ना ही नए खोले गए कार्यालय एवं संस्थानों को सही तरीके से चलाया जा सका। इससे एक और जहां कर्मचारी पशोपस्त की स्थिति में रहा, वहीं सरकारी कार्य भी बाधित रहे, जिससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा।
चौहान ने कहा कि हिमाचल में पूर्व सरकार ने अनगिनत ऐसे शिक्षण संस्थानों को खोला व अपग्रेड किया, जिसका कोई औचित्य नहीं था, लेकिन वहां पर ना तो इंफ्रास्ट्रक्चर का प्रावधान किया गया और ना ही स्टाफ की व्यवस्था की गई। दिखावा करने के लिए कुछ शिक्षकों का स्थानांतरण कर इन संस्थानों को चलाने का प्रयास तो किया गया, लेकिन पहले से चल रहे शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे बच्चों को भारी क्षति का सामना करना पड़ा।
इससे ना तो पहले से चल रहे शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई हो पाई और ना ही नए खोले गए संस्थानों में बच्चे दाखिल हो पाए और ना ही उनकी पढ़ाई हो पाई। चौहान ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पहले से ही जरूरत से ज्यादा शिक्षण संस्थान खोले गए हैं और अधिक शिक्षण संस्थान खोलने की आवश्यकता हिमाचल जैसे छोटे राज्य में नहीं है।
शिमला। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भाजपा नेताओं का देश की आजादी में कोई योगदान न होने के बयान का कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप राठौर ने समर्थन किया है और कहा कि भाजपा का देश की आजादी में कोई भी योगदान नहीं है। कांग्रेस ने देश को आजाद करवाया और देश के लिए कांग्रेस नेताओं ने अपने प्राणों की आहुति दी है और समय भाजपा के नेता अंग्रेजों के साथ खड़े थे, उनके नेताओं ने उस समय स्वतंत्रता सेनानियों के खिलाफ कोर्ट में जाकर गवाही तक दी थी।
भाजपा नेताओं के पूर्वजों का देश की आजादी या स्वतंत्रता संग्राम में कोई भी योगदान नहीं रहा है, जबकि कांग्रेस नेताओं ने देश को आजाद ही नहीं करवाया बल्कि देश की एकता अखंडता के लिए अपने प्राण भी न्योछावर किए हैं। चाहे वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी हो या पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी हों। इन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी है। उन्होंने कहा कि जो बयान राष्टीय अध्यक्ष ने दिया है, उसका समर्थन करते हैं।
वही कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार द्वारा राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा रोकने को लेकर लिखे पत्र पर राठौर ने पलटवार किया और कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में देशभर में राहुल गांधी के साथ लोग काफी तादाद में जुड़ रहे और यह यात्रा काफी सफल हो रही है, जिससे भाजपा घबरा गई है। इस यात्रा को रोकने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब राज्यो में चुनाव हुए तो उस समय कोरोना नजर नहीं आया और जब राहुल गांधी देश को जोड़ने के लिए यात्रा कर रहे हैं तो कोरोना के मामले बढ़ते नजर आ रहे ये केंद सरकार की भारत जोड़ो यात्रा को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।