चंबा। हिमाचल में चंबा शहर के साथ लगती सरोल पंचायत के भंडारका गांव में 16 साल के किशोर ने खुदकुशी कर ली। किशोर ने ये खौफनाक कदम क्यों उठाया अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार मनीष कुमार पुत्र जगदीश चंद शनिवार रात को परिवार के साथ खाना खाने के बाद सोने के लिए अपने कमरे में चला गया। रविवार सुबह वह जब अपने कमरे से बाहर नहीं निकला तो परिजनों को कुछ शक हुआ। उन्होंने दरवाजे को तोड़कर अंदर देखा तो मनीष फंदे से लटका हुआ था। ये नजारा देख परिजनों के होश उड़ गए।
चंबा। जिला चंबा में भरमौर-पठानकोट एनएच पर तत्वानी के पास सड़क हादसा हुआ है जिसमें एक युवक की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया। दरअसल, यहां पर एक स्कूटी अनियंत्रित होकर सड़क में पलट गई। स्कूटी सवार एक युवक की मौत हो गई वहीं दूसरा घायल है।
घायल युवक को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चंबा में भर्ती करवाया गया है। मृतक युवक की पहचान शिवम कपूर पुत्र सुरेंद्र कपूर निवासी मोहल्ला सपड़ी जिला चंबा के रूप में हुई है, वहीं राहुल कपूर पुत्र दर्शन घायल है।
जानकारी के अनुसार, हादसा शुक्रवार शाम को हुआ है। शिवम और राहुल स्कूटी पर सवार होकर मैहला क्षेत्र में अपने रिश्तेदार के यहां किसी समारोह में गए हुए थे। दोनों वहां से वापस लौट रहे थे।
इस दौरान तत्वानी के पास स्कूटी अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई। हादसे में शिवम को सिर में गंभीर चोट आईं जबकि राहुल को बाजू में चोट आई है। दोनों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चंबा लाया गया, जहां शिवम ने दम तोड़ दिया।
मेडिकल कॉलेज प्रशासन की सूचना पर चंबा शहर पुलिस चौकी प्रभारी हंस राज की अगुवाई में टीम मौके पर पहुंची तथा घायल युवक व परिजनों के बयान दर्ज किए।
शनिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा दिया गया है। एसपी चंबा अभिषेक यादव ने हादसे की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चंबा। भाजपा के वरिष्ठ नेता और चंबा सदर के पूर्व विधायक बीके चौहान का निधन हो गया है। वह रिटायर आईएएस अधिकारी भी थे। दो बार चंबा सदर से विधायक रहे हैं।
बाल कृष्ण चौहान चीफ सेक्रेटरी झारखंड राज्य भी रह चुके हैं। उन्होंने दिल्ली में अंतिम सांस ली। दिल्ली से उनकी पार्थिव देह उनके पैतृक गांव कुंडी पंचायत सुनारा चंबा लाई जा रही है। कल यानी वीरवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बीके चौहान का आज तड़के दिल्ली में निधन हो गया। वह 76 वर्ष के थे।
बीके चौहान वर्ष 2007 से 2012 और 2012 से 2017 तक दो बार हिमाचल के चंबा सदर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पूर्व विधायक और झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव बीके चौहान के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चंबा विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए उनका सराहनीय योगदान है। समाज के हर वर्ग के कल्याण के प्रयासों के लिए उन्हें याद किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बीके चौहान के निधन पर शोक जताया है। जयराम ठाकुर ने कहां, ” भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक बाल कृष्ण चौहान का निधन अत्यंत दुःखद और पीड़ादायक है।
उनके निधन से प्रदेश की अपूरणीय क्षति हुई है। स्वर्गीय चौहान एक कुशल और प्रतिबद्ध समाजसेवी थे। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) 1974 बैच के अधिकारी थे।
स्वर्गीय चौहान जी ने अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से 2003 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। वर्ष 2007 और 2012 में हिमाचल प्रदेश के विधायक भी रहे।
अपने सेवाकाल में स्वर्गीय चौहान जी ने जनहित के बहुत से प्रशंसनीय कार्य किए। मैं ईश्वर से स्वर्गीय श्री बालकृष्ण चौहान जी को अपने श्री चरणों में स्थान देने और परिजनों को इस असह्य पीड़ा में संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति”
चंबा। हिमाचल के चंबा जिला में बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार का सुनहरा मौका है। जिला में क्लर्क, कुक, वेटर, कैप्टन किचन असिस्टेंट और अकाउंटेंट के पदों पर साक्षात्कार होंगे। इसमें 15 पदों पर इंटरव्यू होने हैं। इन पदों के लिए एमसीसी कम जिला रोजगार कार्यालय चंबा में 23 नवंबर 2023 को साक्षात्कार होंगे। चयनित उम्मीदवारों को चंबा में तैनाती मिलेगी।
10वीं, 12वीं और आईटीआई पास भी इन पदों के लिए आयोजित होने वाले साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं। चयनित उम्मीदवारों को 10 हजार रुपए वेतन मिलेगा।
इच्छुक अभ्यर्थी इन पदों में साक्षात्कार में भाग लेने से पहले हिमाचल प्रदेश श्रम एवं रोजगार विभाग (Himachal Pradesh Labor and Employment Department) के पोर्टल पर पंजीकरण करवाएं। इसके लिए https://eemis.hp.nic.in/ पर लॉग इन करना होगा। पदों को लेकर जानकारी भी इस पोर्टल से प्राप्त की जा सकती है।
जानें एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट, व्लॉगर जीनिया चड्ढा के संघर्ष की कहानी
चंबा। परिंदों को मिलेगी मंज़िल एक दिन ये फैले हुए उनके पंख बोलते हैं और वही लोग रहते हैं खामोश अक्सर ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं। हम सभी ने अपने जीवन में उतार-चढ़ाव का अनुभव किया है, लेकिन जिस क्षण ‘जब परिस्थितियां हमारे पक्ष में न होने पर भी हम आगे बढ़ने का निर्णय लेते हैं’ तो यह हमारे जीवन में एक बड़ा बदलाव लाता है।
आज हम आप तक लाए हैं ऐसी ही एक संघर्ष की कहानी। ये कहानी है हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला की जीनिया चड्ढा की जिन्होंने बुरी परिस्थितियों को अवसर में बदल दिया है।
जीनिया चड्ढा (Genia Chadha) एक एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट, व्लॉगर और वीडियो प्रेजेंटर हैं, जिन्होंने बॉलीवुड और पॉलीवुड की लगभग 150 प्रमुख हस्तियों के इंटरव्यू किए हैं। उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर उनके प्रशंसकों की अच्छी खासी संख्या है। इस लेख में हम जीनिया चड्ढा के जीवन और संघर्ष पर प्रकाश डालेंगे।
जीनिया का जन्म और पालन-पोषण हिमाचल प्रदेश के चंबा में हुआ और उन्होंने अपनी पढ़ाई हिमाचल प्रदेश से ही पूरी की। मेडिकल बैकग्राउंड से होने के बावजूद जीनिया मास कम्युनिकेशन में जाने के बाद यूनिवर्सिटी टॉपर बनीं।
जीनिया ने कहा, “बचपन से ही मैं कैमरे का सामना करना चाहती थी, मैंने सोचा था कि मैं एक अभिनेता या मॉडल बनूंगी, लेकिन मैं आगे नहीं बढ़ सकी और मैं एक छोटे जिले से हूं, इसलिए परिवार का दबाव रहा और मुझे मुंबई जाने की इजाजत नहीं मिली। लेकिन मुझे कैमरे के सामने आना चाहता था इसलिए मैंने पत्रकारिता का पेशा चुना।
एंटरटेनमेंट जर्नलिस्म से जुड़ने का एक अन्य कारण मशहूर हस्तियों के जीवन में रुचि भी है। जब कोविड के कारण दुनिया भर में लॉकडाउन की स्थिति पैदा हो गई उस दौरान मैंने लाइव सेशन करके और कुछ अनूठी और अच्छी सामग्री बनाकर अपने इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया हैंडल पर काम करना शुरू किया। इससे मुझे अच्छा फैन बेस बनाने में मदद मिली।”
हालांकि, जीनिया की पहली और सबसे बड़ी समस्या परिवार और समाज का दबाव था क्योंकि जिस जगह उनका जन्म हुआ और उनका पालन-पोषण हुआ, वहाँ के लोग ऐसे करियर को महत्व नहीं देते। वहां के लोग चाहते हैं कि उनके बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर या सिविल सेवा जैसे विकल्पों को प्राथमिकता दें। फिर भी मास कम्युनिकेशन में अपनी पढ़ाई पूरी की।
जीनिया ने कहा, “मुझे कई अस्वीकृतियां मिलीं क्योंकि मैं शीर्ष या आप कह सकते हैं कि प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से पास नहीं हुई था, इससे मुझे कोई मदद नहीं मिली, क्योंकि विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा आपके पेशेवर करियर को आधार देती है। हालांकि मेरी किस्मत कहें या मेहनत कि मुझे ज़ी न्यूज़ में इंटर्नशिप मिली।
जीनिया चड्ढा कैमरे के प्रति बहुत जुनूनी और उत्साही हैं, यही कारण है कि वह किसी भी स्थिति में निराश नहीं होतीं। जीनिया ने खुलासा किया कि जब वह हतोत्साहित हो जाती थी तो वह कुछ प्रेरक चीजें और साथ ही अपने पुराने इंटरव्यू भी देखती थी। जीनिया ने कहा कि वह नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी सर, पंकज त्रिपाठी सर जैसी कुछ महान हस्तियों का अनुसरण करती हूं।
आप सोच सकते हैं कि हमारे पास अलग-अलग क्षेत्र हैं लेकिन फ़ील्ड बिल्कुल भी मायने नहीं रखती, यदि आप अपने सपनों का पीछा करते हैं तो आपको केवल संघर्ष की परवाह है, चाहे वह किसी और की संघर्ष यात्रा हो सकती है। जीनिया ने कहा कि पॉजिटिव रहना महत्वपूर्ण हैं जो आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
ऐसी दुनिया में जहां बाधाएं अक्सर सपनों को हतोत्साहित करती हैं, एक छोटे शहर की लड़की जेनिया चड्ढा ने सभी बाधाओं को पार किया और पत्रकारिता, सोशल मीडिया प्रभाव और उद्यमिता के क्षेत्र में एक अग्रणी बनकर उभरी।
अपने अटूट दृढ़ संकल्प के साथ, जीनिया ने सामाजिक मानदंडों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और खुद को दो बेहद सफल उद्यमों, न्यूज फ्लैश 18 (www.newsflash18.in) और द फिल्मी शैडो के संस्थापक के रूप में स्थापित किया। उनकी प्रेरक यात्रा महिला सशक्तिकरण की शक्ति के प्रमाण का रूप है।
चंबा। दिवाली की रात न्यू बस स्टैंड चंबा के पास एक सड़क हादसा पेश आया। यहां पर दो बाइक सवार रावी नदी में समा गए। हादसे के शिकार एक युवक का शव सोमवार दोपहर को परेल के पास बरामद कर लिया गया है जबकि दूसरा युवक अभी भी लापता है। पुलिस और दमकल विभाग की टीम पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ युवक की तलाश में जुटी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये हादसा रविवार को दिवाली की रात करीब एक बजे पेश आया है। दो युवक अभिनय पटियाल (21) पुत्र पवन कुमार निवासी छुद्रा और सन्नी (20) निवासी लचौड़ी, सलूणी रात को बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे। रात के अंधेरे में दोनों बाइक सवार रावी नदी में जा गिरे। स्थानीय लोगों ने हादसे की खबर पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों बाइक सवार युवकों की तलाश में जुट गई। रात को दोनों में से किसी का कोई पता नहीं लग पाया। सोमवार सुबह अभिनय पटियाल (21) पुत्र पवन कुमार निवासी छुद्रा का शव परेल के पास मिला। पुलिस ने चंबा अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं सन्नी (20) निवासी लचौड़ी, सलूणी की तलाश अभी भी जारी है।
शिमला। हिमाचल के चंबा की बेटी सीमा का विजय अभियान जारी है। सीमा ने अब गोवा में 10 हजार मीटर दौड़ में स्वर्ण पद जीता है। सीमा ने गोवा में 37वीं राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लिया। उन्होंने 10 हजार मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीत कर एक बार फिर पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है।
उन्होंने 33.20 सेकंड में दौड़ पूरी की। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने सीमा को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। साथ ही प्रदेश व देशवासियों को भी हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं।
बता दें कि इसी माह सीमा ने बेंगलुरु में अपना परचम लहराया था। चंबा जिला की सीमा ने बेंगलुरु में आयोजित 62वीं राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10 हजार मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था। सीमा ने 33 मिनट 26 सेकंड में दौड़ पूरी की थी।
चंबा। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला में चंबा-जोत मार्ग पर जोत में बर्फबारी शुरू हो गई है। चंबा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण तरफ से ये एडवाइजरी जारी की गई है कि चंबा-जोत मार्ग पर आवाजाही से परहेज करें। किसी भी आपात स्थिति में टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क करें।
चंबा। हिमाचल के चंबा जिला के लोगों को दो-तीन दिन परेशानी उठानी पड़ सकती है। पंडित जवाहरलाल नेहरू सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल चंबा में सिटी स्कैन और एमआरआई (MRI) टेस्ट पर ब्रेक लग गई है। आज यानी 12 अक्टूबर से दो-तीन दिन मेडिकल कॉलेज में सिटी स्कैन और एमआरआई टेस्ट नहीं होंगे। इसके लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल चंबा प्रबंधन ने इसके लिए खेद जताया है।
चंबा पंडित जवाहरलाल नेहरू सरकारी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के मेडिसन विभाग के विभागाध्यक्ष एवं प्रवक्ता डॉ. पंकज गुप्ता ने बताया कि सिटी स्कैन और एमआरआई मशीनों में अर्थिंग और रूटीन सर्विसिंग की वजह से ये टेस्ट नहीं होंगे।
अर्थिंग के कारण जानमाल का खतरा हो सकता था। इसलिए अर्थिंग और सर्विसिंग सर्विस के लिए इंजीनियर बुलाए गए हैं। जब यह काम पूरा हो जाएगा, टेस्ट सुचारू रूप से चलेंगे।
चंबा।पंडित जवाहरलाल नेहरू सरकारी मेडिकल कॉलेज चंबा में लिफ्ट की सुविधा मुहैया हो गई है। 12 लाख रुपए की लागत से स्थापित लिफ्ट से मरीजों को बड़ी राहत मिली है। बता दें कि चंबा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसएस डोगरा ने सोमवार को पूजा अर्चना के साथ विधिवत तरीके से लिफ्ट का शुभारंभ किया।
चंबा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसएस डोगरा ने कहा कि इस लिफ्ट की लागत 12 लाख रुपए आई है। इस लिफ्ट के लगने से मरीजों के लिए बहुत सुविधा होगी, जिसमें सीरियस मरीज, एमरजेंसी मरीज कॅज्युल्टी वार्ड से वार्ड में ले जाए जा सकेंगे। इस मौके पर डिप्टी एमएस डॉ. देवेंद्र, डॉ. हर्ष, मेट्रन, स्टाफ नर्स, स्वास्थ्य कर्मचारी व आउटसोर्स कर्मचारी मौजूद रहे।