शिमला। पूर्व मंत्री और उपचुनाव में धर्मशाला से भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा के मानहानि मामले में हिमाचल हाईकोर्ट ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को नोटिस जारी किया है।
हाईकोर्ट ने 16 मई तक जवाब मांगा है। 2 मई को पहली बार मामला हाईकोर्ट में सूचीबद्ध हुआ है। मामले की सुनवाई न्यायाधीश सत्येन वैद्य के कोर्ट में हुई।
बता दें कि सुधीर शर्मा द्वारा दायर याचिका के अनुसार ऊना में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि कांग्रेस के छह विधायक और तीन निर्दलीय विधायक 15-15 करोड़ रुपये में बिके हैं।
याचिकाकर्ता सुधीर शर्मा के वकील ने कोर्ट को बताया कि इससे सुधीर शर्मा की छवि को गहरा आघात पहुंचा है। इसको लेकर सुधीर शर्मा ने हाईकोर्ट में मानहानि का दावा दायर किया।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि दूसरे पक्ष को सुने बिना कोई भी निर्णय देना सही नहीं होगा। इसलिए कोर्ट ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को नोटिस जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 16 मई को होगी।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने और भाजपा को कड़ी टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में आज मंडी संसदीय सीट को लेकर बैठक हुई।
इसमें मंडी संसदीय सीट के प्रभारी संजय दत्त, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह के अलावा मंडी के वर्तमान व पूर्व विधायक सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में मंडी सीट पर किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच में जाकर बीजेपी को घेरना है, इसको लेकर रणनीति तैयार की गई। मुख्यमंत्री ठाकुर
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मंडी संसदीय सीट के लिए कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। सरकार के 15 महीने के कार्य को लेकर जनता के बीच में जाएंगे। कांग्रेस सरकार ने महिलाओं को उनके अधिकार देने का काम किया है।
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को लेकर कहा कि अगर कोई जनता के वोट से चुनकर आता है और बिक जाता है तो जनता उसका जवाब देती है। यह विधायक हिमाचल की जनता को फेस तक नहीं कर पाएंगे।
बागी विधायक हमारे भाई हैं। गलती की है और गलती माफ भी की जा सकती है। अगर वो आना चाहते कांग्रेस की विचारधारा के साथ तो स्वागत है। पर उनका फोन तक नहीं लग रहा है। विधायकों की पत्नियों से बात हो रही है। दो विधायकों की पत्नियां तो उनके पास आई थीं।
यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में मीडिया से बातचीत में कही है। वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि हमसे भी कोई कमी रही है। हम शराफत में रहे। वहीं, इंटेलिजेंस फेलियर भी हुआ है।
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार पूरी तरह सुरक्षित है। यह बात उन्होंने सिसिल में ऑब्जर्वर से मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में कही।
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से ओक ओवर शिमला में सुप्रसिद्ध अभिनेता नाना पाटेकर, कॉमेडियन राजपाल यादव, निर्माता अनिल शर्मा तथा जर्नी फिल्म के अन्य यूनिट सदस्यों ने शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। हिमाचल अपनी समृद्ध संस्कृति, इतिहास और नयनाभिराम स्थलों के लिए विख्यात हैं।
फिल्म निर्माण की दृष्टि से हिमाचल को पसंदीदा गंतव्य के रूप में विकसित करने के लिए सरकार ने एक व्यापक फिल्म नीति तैयार की है। इसके तहत सूचना एवं जन संपर्क विभाग में एक फिल्म सुविधा केंद्र स्थापित किया जाएगा, जो एकल खिड़की के रूप में कार्य करेगा और इसके माध्यम से तीन कार्य दिवस के भीतर ऑनलाइन प्रक्रिया से सभी स्वीकृतियां व फिल्म निर्माण संबंधी अनुमतियां सुनिश्चित की जाएंगी।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार फिल्म निर्माताओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ बेहतरीन व अधिक विकसित शूटिंग स्थल उपलब्ध करवाएगी। राज्य सरकार फिल्म इकाइयों को प्रदेश में फिल्मों की आउटडोर शूटिंग के लिए विभिन्न भागों में स्थित हवाई पट्टियों और हेलीपेड का उपयोग प्रदान करने की अनुमति भी देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कम से कम 50 प्रतिशत तक फिल्माई गई उत्कृष्ट फिल्मों के लिए सरकार वार्षिक फिल्म पुरस्कार स्थापित करने पर भी विचार कर रही है। राज्य सरकार फिल्म महोत्सवों, पुरस्कारों और अन्य गतिविधियों के आयोजन के लिए एक फिल्म विकास निधि भी गठित करेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान भी उपस्थित थे।
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि यशवंत छाजटा ने अपने जीवन के 25 वर्ष कांग्रेस पार्टी की सेवा की है, जिसके कारण उन्हें सरकार में नियुक्ति मिली है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को भी पद दिए जाएंगे। यह बात मुख्यमंत्री ने आज हिमुडा के उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा की नियुक्ति के लिए आभार व्यक्त करने ओक ओवर पहुंचे समर्थकों को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 11 दिसंबर को राज्य सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के अवसर पर जिला कांगड़ा में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार ने धर्मशाला नगर निगम के चुनाव में महापौर पद का चुनाव जीत लिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी बेहतर रणनीति बनाकर मैदान में उतरेगी और भाजपा को शिकस्त देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी व सरकार व्यवस्था परिवर्तन के दौर से गुजर रही है और आने वाले समय में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था परिवर्तन से हिमाचल प्रदेश में विकास की गति तेज होगी और हिमाचल प्रदेश की जनता को लाभ मिलेगा।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी 10 में से 3 गारंटियों को पूरा कर दिया है। कैबिनेट की पहली ही बैठक में सरकारी कर्मचारियों के मान-सम्मान को बहाल करते हुए पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया गया। 680 करोड़ रुपए की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना के पहले चरण की शुरूआत हो चुकी है, जिसके तहत ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत सब्सिडी के साथ-साथ युवाओं को निश्चित आय सुनिश्चित की जा रही है।
इसके साथ-साथ शिक्षा में व्यापक सुधार का वादा पूरा करते हुए अगले शैक्षणिक सत्र से सभी सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी अनिवार्य कर दी जाएगी। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए आने वाले समय में कई बदलाव देखने को मिलेंगे।
इस अवसर पर हिमुडा उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा ने मुख्यमंत्री का उनकी नियुक्ति के लिए आभार व्यक्त किया।
शिमला। दिवाली से एक दिन पहले हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली में एम्स से इलाज के बाद स्वस्थ होकर शिमला लौट आए हैं। शिमला में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि डॉक्टर ने उन्हें 2 महीने आराम की सलाह दी है।
उन्होंने कहा कि काम के साथ आराम करने की सलाह के साथ समय पर खाने की सलाह डॉक्टर्स ने दी है। उन्होंने कहा कि देवी-देवताओं के आशीर्वाद और प्रदेश की जनता की दुआओं से वह स्वस्थ हैं।
सीएम सुक्खू ने प्रदेशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश के लोगों के लिए यह दीपावली सुख और समृद्धि लेकर आए। उन्होंने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश को पूरे देश में नंबर वन राज्य बनाने की प्रतिबद्धता को भी दोहराया।
वहीं, पांच राज्यों के चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की स्थिति काफी अच्छी है। जनता जान गई है, कौन पार्टी जनता के लिए काम कर रही है। उन्होंने चार राज्यों में कांग्रेस की जीत की बात कही है।
हिमाचल डीजीपी संजय कुंडू के खिलाफ शिकायत पर सीएम ने कहा कि ऐसे तो कोई सीएम या किसी के भी खिलाफ शिकायत कर सकता है। इसमें कितने तथ्य हैं, पहले यह देखना है। तथ्यों के बाद ही किसी मामले में एफआईआर होती है। कानून तोड़ने का अधिकार किसी को नहीं है, लेकिन शिकायत में तथ्य होना जरूरी है।
नई दिल्ली। हिमाचल के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को एम्स नई दिल्ली से छुट्टी मिल गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू थोड़ी देर में दिल्ली से शिमला के लिए रवाना होंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एम्स से रवाना होते समय कहा कि अब मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं।
बता दें कि पेट में संक्रमण के चलते मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एम्स नई दिल्ली में उपचाराधीन थे। डॉक्टरों ने निगरानी के लिए उन्हें आईसीयू में रखा था। मुख्यमंत्री 6 दिन पहले ही आईसीयू से बाहर आ गए थे जिसके बाद उन्हें प्राइवेट वार्ड में रखा गया।
मुख्यमंत्री इसके बाद पूरी तरह स्वस्थ थे। नॉर्मल तौर पर खाने-पीने के अलावा ई-ऑफिस से जरूरी फाइलें भी निपटा रहे थे इसी के साथ वह नई दिल्ली से अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे।
सुन्नी में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दी जानकारी
शिमला। हिमाचल के सभी सरकारी अधिकारी स्कूलों में जाकर छात्रों से इंटरैक्शन करेंगे। सुक्खू सरकार ऐसी योजना लाने पर विचार कर ही है। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने शिमला जिला के शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के सुन्नी में विकास कार्यों के उद्घाटन और शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार ने प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य का बेड़ा गर्क कर दिया। स्कूलों में टीचर नहीं और करीब 900 स्कूल खोल दिए। शिक्षा के स्तर की बात करें तो पूर्व की भाजपा सरकार के समय क्वालिटी एजुकेशन में हिमाचल दूसरे स्थान से 17वें स्थान तक पहुंच गया।
हमारी सरकार ने आते ही 900 स्कूल बंद किए। आने वाले समय में सरकार ऐसे स्कूल खोलेगी जिससे सभी लोगों को गर्व महसूस होगा। स्कूल व्यवस्था को बदला जाएगा और लोग खुश होकर स्कूलों में बच्चों को भेजेंगे। दो साल में सारी चीजें धरातल पर आ जाएंगी।
सरकार का प्रयास है कि प्राइमरी स्कूलों में पांच अच्छे टीचर भेजकर बेसिक क्वालिटी एजुकेशन को सुधारा जाए। सरकार की योजना है कि सरकार के सभी अधिकारी भी स्कूलों में जाकर छात्रों से इंटरैक्शन (बातचीत) करें। इस योजना पर भी विचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पांचवीं का छात्र दूसरी का सिलेबस नहीं पढ़ पाता है। भाजपा ने शिक्षा का यह हाल प्रदेश में कर दिया है।
स्वास्थ्य क्षेत्र की बात करें तो अस्पताल खोल दिए पर डॉक्टरों की तैनाती नहीं की गई। बिना डॉक्टर के स्वास्थ्य स्थान किस काम के हैं। हमारी सरकार व्यवस्था परिवर्तन के लिए आई है, न कि सत्ता सुख के लिए। भाजपा के नेता बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। भाजपा के लोग झूठ के आलावा कुछ नहीं बोलते हैं। बस यही चाहते हैं कि कुर्सी मिल जाए। कुर्सी के लिए कुछ भी करने तो तैयार हैं।
हिमाचल आपदा में जान गंवाने वाले 7 पुलिस जवानों को दी श्रद्धांजलि
शिमला। पुलिस सेवाओं के दौरान देश और प्रदेश के लिए शहीद होने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देने के मकसद से आज देश भर में स्मृति दिवस मनाया गया।
राजधानी शिमला के पुलिस ग्राउंड भराड़ी में भी प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा परेड का आयोजन कर शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया। पुलिस परेड कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस बार प्रदेश के आई प्राकृतिक आपदा में पुलिस जवानों ने बेहतरीन कार्य किया और रेस्क्यू ऑपरेशन में अलग भूमिका अदा करते हुए फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया। इस दौरान सात जवानों की दुखद मृत्यु भी हुई।
जान गंवाने वाले जवानों के परिवार के दुख को सरकार समझ सकती है और उन जवानों के परिवार को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए सरकार एक योजना लेकर आने पर विचार कर रही है ताकि परिवार के दुख को थोड़ा कम करने में सरकार मदद कर सके।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शहीदों के परिवारों के कल्याण के लिए व्यापक नीति बनाकर एक योजना बनाई जाएगी। पुलिस जवान निःस्वार्थ भाव से अपने कर्तव्य का निर्वहन कर राष्ट्र की सेवा करते हैं। पुलिस कर्मी देश सेवा का अथक भाव रखते हुए नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस वर्ष मानसून में आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों में पुलिस कर्मियों ने महत्त्वपूर्ण कार्य किया और जानमाल व सम्पत्ति की सुरक्षा की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पुलिस विभाग को उन्नत सूचना प्रौद्योगिकी से लैस कर रही है तथा विभाग में सार्थक दृष्टिकोण के साथ महत्त्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं।
वहीं, डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि देश के लिए शहीद होने वाले पुलिस जवानों को आज स्मृति दिवस पर याद किया जा रहा है और इस वर्ष प्रदेश के आठ जवानों ने सेवाओं के दौरान अपनी जान गंवाई है जिन्हें आज याद किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश पुलिस के शहीद हुए अधिकारियों और कर्मचारियों के परिजनों को सम्मानित किया।
इनमें दिवंगत आईपीएस अधिकारी साजू राम राणा, उप-निरीक्षक राकेश गौरा, सहायक उप-निरीक्षक विनोद कुमार, मुख्य आरक्षी प्रवीण कुमार, आरक्षी कमलजीत, आरक्षी सचिन राणा, आरक्षी अभिषेक सिंह और आरक्षी लक्ष्य मोंगरा के परिजनों को सम्मानित किया।
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने पुलिस स्मृति दिवस के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस स्मृति दिवस हर वर्ष 21 अक्तूबर को मनाया जाता है। इस दिन देशभर में शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।
इस अवसर पर राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी, विधायक सुरेश कुमार, पूर्व पुलिस महानिदेशक आरआर वर्मा, सेवानिवृत पुलिस अधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।