शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कांग्रेस के 6 बागी विधायकों को लेकर कहा कि अगर कोई जनता के वोट से चुनकर आता है और बिक जाता है तो जनता उसका जवाब देती है। यह विधायक हिमाचल की जनता को फेस तक नहीं कर पाएंगे।
बागी विधायक हमारे भाई हैं। गलती की है और गलती माफ भी की जा सकती है। अगर वो आना चाहते कांग्रेस की विचारधारा के साथ तो स्वागत है। पर उनका फोन तक नहीं लग रहा है। विधायकों की पत्नियों से बात हो रही है। दो विधायकों की पत्नियां तो उनके पास आई थीं।
यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में मीडिया से बातचीत में कही है। वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की हार की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि हमसे भी कोई कमी रही है। हम शराफत में रहे। वहीं, इंटेलिजेंस फेलियर भी हुआ है।
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि यशवंत छाजटा ने अपने जीवन के 25 वर्ष कांग्रेस पार्टी की सेवा की है, जिसके कारण उन्हें सरकार में नियुक्ति मिली है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को भी पद दिए जाएंगे। यह बात मुख्यमंत्री ने आज हिमुडा के उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा की नियुक्ति के लिए आभार व्यक्त करने ओक ओवर पहुंचे समर्थकों को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि 11 दिसंबर को राज्य सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के अवसर पर जिला कांगड़ा में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार ने धर्मशाला नगर निगम के चुनाव में महापौर पद का चुनाव जीत लिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी बेहतर रणनीति बनाकर मैदान में उतरेगी और भाजपा को शिकस्त देगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी व सरकार व्यवस्था परिवर्तन के दौर से गुजर रही है और आने वाले समय में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था परिवर्तन से हिमाचल प्रदेश में विकास की गति तेज होगी और हिमाचल प्रदेश की जनता को लाभ मिलेगा।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने अपनी 10 में से 3 गारंटियों को पूरा कर दिया है। कैबिनेट की पहली ही बैठक में सरकारी कर्मचारियों के मान-सम्मान को बहाल करते हुए पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया गया। 680 करोड़ रुपए की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना के पहले चरण की शुरूआत हो चुकी है, जिसके तहत ई-टैक्सी की खरीद पर 50 प्रतिशत सब्सिडी के साथ-साथ युवाओं को निश्चित आय सुनिश्चित की जा रही है।
इसके साथ-साथ शिक्षा में व्यापक सुधार का वादा पूरा करते हुए अगले शैक्षणिक सत्र से सभी सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी अनिवार्य कर दी जाएगी। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए आने वाले समय में कई बदलाव देखने को मिलेंगे।
इस अवसर पर हिमुडा उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा ने मुख्यमंत्री का उनकी नियुक्ति के लिए आभार व्यक्त किया।
शिमला। हिमाचल में इन दिनों सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी का मामला गरमाया हुआ है। भाजपा सुक्खू सरकार पर यूनिवर्सिटी को बंद करने का आरोप लगा रही है। वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मामले को लेकर पूर्व भाजपा सरकार को ही लपेटे में ले लिया है।
शिमला में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जब भी कोई यूनिवर्सिटी खुलती है तो उसके कुछ नियम और कानून होते हैं।
विधानसभा चुनाव से ठीक 6 महीने पहले जयराम ठाकुर ने सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी खोली और खोली कहां कॉलेज में और उसके साथ कॉलेज को जोड़ दिया। जिस तरह स्कूल खोले, जहां बच्चे नहीं हैं और टीचर नहीं हैं, उसी तरह इन्होंने (पूर्व भाजपा सरकार) यूनिवर्सिटी भी खोल दी।
यूनिवर्सिटी में जितने छात्रों के पेपर होने हैं, उसका प्रबंध नहीं है। बैठने तक की व्यवस्था नहीं है। यूनिवर्सिटी का कोई ढांचा तो बता दें, कहां उनकी बिल्डिंग बनी है। परीक्षा केंद्र कैसे हों उस दृष्टि से मंडी यूनिवर्सिटी से कॉलेज निकाले गए हैं। यूनिवर्सिटी बंद नहीं कर रहे हैं हम।
पहले आधारभूत ढांचे में सुधार करेंगे। आधारभूत ढांचे में सुधार के बाद क्या-क्या कोर्स शुरू कर सकते हैं, उसका तय होगा। अभी कॉलेज ही वो यूनिवर्सिटी नहीं है। इसको नाम दे दिया, क्योंकि चुनाव लड़ना था और चुनाव में फायदा उठाना चाहते थे। हमारी सरकार यह देखकर काम नहीं कर रही है कि चुनाव लड़ना है।
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय (एसपीयू) मंडी के कार्य क्षेत्र में कटौती करने के मुख्यमंत्री के फैसले को बहुत ही निंदनीय और दुर्भावना युक्त बताया था।
उन्होंने कहा था कि सरकार एक विश्वविद्यालय और नहीं खोल सकती है, इसलिए पूरे कि सरकार द्वारा खोले गए विश्वविद्यालय को बंद करने की साजिश कर रही है। सुक्खू सरकार एसपीयू मंडी के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
जयराम ठाकुर ने कहा एसपीयू के कार्य क्षेत्र से जिला चंबा, कांगड़ा के साथ-साथ आनी और निरमंड के कॉलेजों को बाहर करना मंडी विश्वविद्यालय के साथ उन जिलों की छात्रों के साथ भी धोखा है, जो उसमें पढ़ाई कर रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि प्रदेश में शिक्षा सर्व सुलभ हो इसलिए जिला मंडी में सरदार पटेल विश्वविद्यालय की स्थापना की और शिमला से दूर पड़ने वाले जिलों के कॉलेजों को एसपीयू के साथ संबद्ध किया, जिससे छात्रों को शिमला तक दौड़ न लगानी पड़े। प्रशासनिक रूप से भी कार्य क्षेत्र बंट जाने से दोनों विश्वविद्यालयों पर भार कम हो जाएगा। इसका लाभ प्रदेश के छात्रों को मिला।
कुल्लू, मंडी, चम्बा, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति के छात्रों को शिमला तक का चक्कर नहीं लगाना पड़ता था। एसपीयू की वजह से इन क्षेत्र के छात्रों और उनके परिवारों को बहुत आसानी हो रही थी।
छात्रों और उनके परिजनों को सैकड़ों किलोमीटर का सफर कम करना पड़ता था। इससे समय साथ खर्च में भी कमी आई थी। सरकार के इस दुर्भावनापूर्ण फैसले की वजह से हज़ारों छात्र और उनके परिजनों को भी समस्या का सामना करना पड़ेगा।