गगल।हिमाचल के कांगड़ा जिला में गगल पुलिस थाना के तहत गगल चौक पर हुए हिट एंड रन मामले में घायल व्यक्ति ने मेडिकल कॉलेज टांडा में दम तोड़ दिया। युवक की मौत से गुस्साए परिजनों ने गुरुवार सुबह मंडी-पठानकोट एनएच जाम कर खूब हंगामा किया। युवकों के परिजनों और अन्य लोगों में रोष था कि घटना के चार दिन बाद भी आरोपी चालक को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। काफी देर हंगामा होने के बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और लोगों से बात की। एएसपी हितेश लखनपाल भी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाया।
बता दें कि 21 जनवरी को गगल पंचायत निवासी सतपाल (45) कोई काम निपटाकर लौट रहा था। गगल चौक पर पालमपुर की तरफ जा रही एक पिकअप ने रात 10 बजे व्यक्ति को टक्कर मार दी। पिकअप चालक टक्कर मारकर मौके से फरार हो गया। हादसे में सतपाल घायल हो गया। उसे घायल अवस्था में डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया, जहां 25 जनवरी को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
गगल पंचायत की प्रधान रेणु पठानिया और उप प्रधान भवनेश चड्ढा ने प्रशासन से मांग की है कि दिहाड़ी लगाकर परिवार का भरण-पोषण करने वाले सतपाल को आर्थिक सहायता दी की जाए। सतपाल की तीन बेटियां है।
मामले की पुष्टि करते हुए एएसपी हितेश लखनपाल ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई है, जिसमें गाड़ी की पहचान कर ली गई है, जोकि पिकअप है, लेकिन सीसीटीवी में नंबर नहीं आया है, जिसके लिए फॉरेंसिक की मदद ली जा रही है। जल्द ही चालक पुलिस की गिरफ्त में होगा।
विस चुनावों में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अभिनव पहल के लिए मिला सम्मान
धर्मशाला। देश की राजधानी दिल्ली में शानदार कार्यों के लिए कांगड़ा जिला का डंका बजा है। कांगड़ा के डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. निपुण जिंदल को हिमाचल विधानसभा निर्वाचन 2022 में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभिनव पहल और बेहतरीन उपयोग के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा गया है।
डॉ निपुण जिंदल ने भारत चुनाव आयोग द्वारा 13वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर 25 जनवरी को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों यह पुरस्कार ग्रहण किया।
आईटी क्षेत्र में भारत भर में सर्वश्रेष्ठ चुनावी पहल
डीसी को कांगड़ा जिले में चुनाव व्यय निगरानी के डिजिटलीकरण के लिए एप्लिकेशन ई-कैच विकसित करने और उसका बेहतरीन उपयोग तय बनाने के लिए यह सम्मान दिया गया है।
इस पहल की नवीनता और दक्षता के कारण इसे आईटी क्षेत्र में पूरे भारत में सर्वश्रेष्ठ चुनावी पहल घोषित किया गया है। डॉ. निपुण जिंदल ने कांगड़ा जिले की समस्त जनता और चुनाव प्रक्रिया में सहयोगी रहे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का धन्यवाद करते हुए बधाई दी है।
बता दें, कांगड़ा जिले में चुनावों के बेहतर प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन ने एक अभिनव पहल करते हुए ई-कैच ऐप (कांगड़ा एप्लीकेशन फॉर ट्रैकिंग चुनाव) तैयार की थी। चुनाव व्यय निगरानी के लिए ऐप विकसित करने का यह आइडिया डीसी डॉ. निपुण जिंदल का था।
डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि चुनाव आयोग हमेशा इस पर जोर देता है कि चुनावों में सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग कर चुनावी व्यवस्था को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और सुगम बनाया जाए।
इससे प्रेरणा लेकर जिला प्रशासन ने कांगड़ा में चुनाव व्यय निगरानी के लिए ई-कैच ऐप बनाई थी, जिससे व्यय निगरानी को सरल बनाने के साथ ही प्रत्याशियों के व्यय की प्रत्येक दिन की ऑनलाइन रिपोर्टिंग समय पर सुनिश्चित हो सके। कांगड़ा इस प्रकार की पहल करने वाला हिमाचल का पहला जिला है।
डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि यह ऐप फील्ड में तैनात विभिन्न निगरानी दलों के कामकाज को आसान और अधिक प्रभावी बनाने में कारगर रही। ई-कैच ऐप के माध्यम से व्यय निगरानी से जुड़ी सभी टीमों को प्रतिदिन की रिपोर्ट ऑनलाइन भेजने की सुविधा मिली, इससे पहले व्यय निगरानी टीमों को रिपोर्ट रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय में स्वयं जाकर जमा करवानी पड़ती थीं।
ई-कैच ऐप के माध्यम से व्यय निगरानी दलों को मौके से ही वाहनों की चेकिंग इत्यादि की डिटेल और जब्त सामान की रिपोर्ट प्रेषित करने की सुविधा हुई। वहीं इस ऐप के माध्यम से व्यय निगरानी टीमों द्वारा किए गए कार्य की प्रगति के आकलन में आसानी रही। उन्होंने बताया कि इस ऐप के माध्यम से प्रतिदिन की रिपोर्ट केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षकों, जिला निर्वाचन अधिकारी तथा अकाउंटिंग टीम को उपलब्ध होने से चुनावों के सुचारू निष्पादन में सहूलियत हुई।
वहीं, ये पहल लोगों में चुनावी प्रक्रिया को लेकर विश्वास बढ़ाने में मददगार रहने के साथ-साथ राजनीतिक दलों तथा उम्मीदवारों के लिए चुनावी व्यय में किसी प्रकार की अनियमितता बरतने में एक अवरोध की तरह काम करने में कारगर रही।
ऋषि महाजन/नूरपुर। अब वह दिन दूर नहीं जब नूरपुर के अमरूद सब तरफ मशहूर होंगे और बागवान हर साल हजारों रुपए कमाएंगे। फलों के राजा आम के साथ लीची, किन्नू, गलगल तथा नींबू की पैदावार के लिए मशहूर नूरपुर को अब बागवानी विभाग के प्रयासों तथा बागवानों की मेहनत से अमरूद की खेती से नई पहचान मिलेगी।
विकास खंड नूरपुर के तहत पन्द्रेहड़ तथा लोहारपुरा पंचायतों में बागवानी विभाग द्वारा एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत अमरूद की दो उन्नत किस्मों के 3,334 पौधे लखनऊ से मंगवा कर बागवानों को उपलब्ध करवाए गए हैं। दोनों पंचायतों में अमरूद की वीएनआर तथा श्वेता किस्में 26-26 कनाल भूमि पर लगाकर नया और सफल प्रयोग किया है, जिसमें चार-चार बागवानों को बागवानी गतिविधियों से जोड़कर दो क्लस्टर बनाकर अमरूद के बगीचे तैयार किए गए हैं।
दोनों बगीचों की सोलर बाड़बंदी करने के साथ-साथ सिंचाई के लिए चेकडैम से लेकर एक-एक लाख लीटर के भंडारण टैंक तक पानी की सुविधा उपलब्ध है। जहां से हर पौधे तक दो-दो ड्रिप लगाकर सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इस बगीचे में दूसरे वर्ष में पैदावार शुरू हो गई है, लेकिन पौधों के विकास एवं बेहतर फसल को ध्यान में रखते हुए फलों को तोड़ दिया गया है।
इन बगीचों को पूरी तरह से आर्गेनिक तरीके से तैयार किया गया है। जहां बागवानों को इससे साल में दो फसलें मिलेंगी, वहीं वीएनआर किस्म से 300 से एक किलोग्राम जबकि श्वेता किस्म से 250 से 350 ग्राम साइज का अमरूद पैदा होगा। पांच वर्ष के बाद पौधे के पूरी तरह तैयार हो जाने पर हर बागवान को साल में एक कनाल से औसतन 50 हज़ार रुपए तक आमदन होगी।
विशेषकर ऑफ सीजन फसल यानि नवंबर से जनवरी के बीच बागवानों को बाजार में अच्छे दाम मिलने से काफी फायदा होगा। बागवानी विभाग के ऐसे प्रयास से जहां अन्य लोगों को बागवानी गतिविधियों से जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी, वहीं क्षेत्र को नई पहचान मिलने के साथ बागवान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खु किसानों-बागवानों तथा पशुपालकों की आय को बढ़ाने के साथ युवाओं को इन व्यवसायों से जोड़ने के प्रति प्रयासरत हैं, ताकि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के साथ आर्थिक तौर से मजबूत बनाया जा सके।
पन्द्रेहड़ पंचायत के बागवान हरबंस सिंह का कहना है कि बागवानी विभाग की प्रेरणा व सहयोग से अमरूद के बगीचे को लगाया है। विभाग के अधिकारी समय-समय पर बगीचे में आकर बागवानों को सभी तकनीकी जानकारियां उपलब्ध करवाते हैं। रेज्ड बेड पर जो अमरूद के पौधे लगाए हैं, उसके साथ खाली भूमि पर सरसों, मटर, प्याज तथा लहसुन उगाया गया है, जिसकी अच्छी फसल उगी है। इसकी खेती से भी हमें आने वाले समय में काफी फायदा होगा।
बागवानी विभाग के विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. हितेंद्र पटियाल का कहना है कि एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत बागवानों को 75:25 स्कीम की मदद से अमरूद का बगीचा तैयार किया गया है। विभाग के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर बगीचे में जाकर बागवानों को पौधों की देखभाल करने संबंधी तकनीकी परामर्श भी दिया जाता है। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने भी नूरपुर प्रवास के दौरान बगीचे का भ्रमण कर विभाग तथा बागवानों के सामूहिक प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने बागवानी गतिविधियों को बढ़ाने के साथ अन्य लोगों को भी बागवानी से जुड़ने के प्रेरित करने के निर्देश दिए हैं।
धर्मशाला। हिमाचल के जिला कांगड़ा के श्री राम गोपाल मंदिर डमटाल की जमीन पर अनाधिकृत तरीके से स्टोन क्रशर और खनन गतिविधियों के संचालन का मामला सामने आया है। मंदिर की भूमि का उपयोग खनन और स्टोन क्रशर के लिए बिना किसी लीज डीड के हो रहा है।
डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने डमटाल के श्री राम गोपाल मंदिर की भूमि पर स्टोन क्रशर और खनन गतिविधियों के अवैध एवं अनाधिकृत संचालन का कड़ा संज्ञान लिया है। मामले की जांच को एसडीएम इंदौरा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। इसे लेकर डीसी ने आदेश जारी किए हैं।
डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि श्री राम गोपाल मंदिर डमटाल की जमीन पर अनाधिकृत तरीके से स्टोन क्रशर और खनन गतिविधियों के संचालन का मामला ध्यान में आया है। इस संदर्भ में मंदिर के सहायक आयुक्त एवं एसडीएम इंदौरा ने अवगत कराया है कि मंदिर की भूमि का उपयोग खनन और स्टोन क्रशर संचालन के लिए करने को लेकर इन ऑपरेटरों के साथ किसी लीज डीड पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं।
यह भी प्रतीत होता है कि स्टोन क्रशर संचालकों ने खनन व स्टोन क्रशिंग ऑपरेशन के लिए पीएमटी पंजीकरण और उद्योग तथा खनन विभाग, राज्य भूवैज्ञानिक और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जैसे विभिन्न विभागों से अन्य मंजूरी के संदर्भ में किसी भी वैधानिक आवश्यकता को पूरा नहीं किया है।
डीसी ने बताया कि मामले को देखते हुए श्री रामगोपाल मंदिर, डमटाल की भूमि पर सभी स्टोन क्रशर एवं खनन पट्टे का निरीक्षण कर फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट सौंपने के लिए एसडीएम इंदौरा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है। खनन अधिकारी नूरपुर, जिला उद्योग केंद्र कांगड़ा के महाप्रबंधक और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नूरपुर के क्षेत्रीय अधिकारी कमेटी के सदस्य होंगे। ये कमेटी फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट के साथ इन संचालकों द्वारा खनन एवं स्टोन क्रशर संचालन के लिए ली गई सांविधिक स्वीकृतियों के संपूर्ण दस्तावेज भी प्रस्तुत करेगी।
पालमपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला के पालमपुर में राज्य स्तरीय होली महोत्सव 5 से 8 मार्च तक आयोजित होगा। होली महोत्सव के आयोजन को लेकर एसडीएम एवं मेला समिति के अध्यक्ष डॉ. अमित गुलेरिया की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मुख्य संसदीय सचिव, शहरी विकास एवं शिक्षा आशीष बुटेल और मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना एवं प्रौद्योगिकी तथा नवाचार) गोकुल बुटेल विशेष रूप में उपस्थित रहे।
सीपीएस के कहा कि राज्य स्तरीय होली महोत्सव का देशभर में अपना विशेष महत्व है। उन्होंने पालमपुर होली महोत्सव के स्तर को बढ़ाने तथा अधिक मनोरंजन बनाने के लिए विशेष प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने नशा उन्मूलन को चुनोती के रूप में लिया है। उन्होंने कहा कि होली महोत्सव के आयोजन का थीम भी नशा निवारण निर्धारित किया जाए और मंच से प्रस्तुतियां देने वाले नामी कलाकार भी युवा पीढ़ी को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करें।
आशीष ने कहा कि पालमपुर होली महोत्सव समाज का उत्सव है और इसमें सभी की सहभागिता और योगदान को सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने कहा कि पालमपुर के लोगों की होली उत्सव से भावनात्मक जुड़ाव है और लाखों लोगों आशाओं का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि आयोजन समिति को उत्सव को और अधिक भव्य रूप देने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्सव में आयोजित होने वाली सभी प्रकार की प्रतियोगिताओं को केवल मात्र औपचारिकता के लिए ही नहीं बल्कि इनमें अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता को सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने कहा कि होली उत्सव को कोरोना काल से पूर्व की तरह भव्य रूप में आयोजित किया जाएगा। जिसमें महादंगल का आरंभ किया जाए और अन्य खेल प्रतियोगिताओं के साथ साथ कबड्डी की प्रतियोगिता को शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि इन प्रतियोगिताओं को अधिक आकर्षण बनाने के लिए इनसे जुड़ी नामी हस्तियों को भी आयोजन में आमंत्रित किया जाएगा।
आशीष ने कहा कि उत्सव के दौरान लगाई जाने वाली प्रदर्शनियों में सभी विभागों की सहभागिता सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए, ताकि कल्याणकारी योजनाओं सीधा लाभ आम आदमी तक पहुंचाने वाली योजनाओं की जानकारी उपलब्ध करवाई जा सके।
आशीष बुटेल ने कहा कि होली महोत्सव की चारों सांस्कृतिक संध्या को अधिक मनोरंजक बनाया जाए, जिसमें देश के नामी कलाकारों के अतिरिक्त स्थानीय कलाकारों को भी मंच उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने सांस्कृतिक संध्याओं में स्कूलों और महाविद्यालयों के छात्रों को भी आमंत्रित करने की बात कही, ताकि प्रदेश की समृद्ध लोक संस्कृति को भी देखने का अवसर प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि होली कला मंच रिपेयर के साथ मंच को आकर्षक रूप देने के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी प्रारूप बनाकर कार्य करें, ताकि महोत्सव से पूर्व अच्छा मंच तैयार हो।
इससे पहले मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार गोकुल बुटेल ने कहा कि पालमपुर होली महोत्सव लोगों की आस्थाओं से जुड़ा पर्व है। पालमपुर के लोग बेसब्री से साल भर इस उत्सव के आयोजन का इंतजार करते हैं। उन्होंने कहा कि होली सभी का उत्सव है और सामूहिक प्रयासों से महोत्सव को भव्य महोत्सव बनाया जाएगा। उन्होंने उत्सव के आयोजन के लिए अपनी तथा सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक संध्याओं में बेहतर कलाकारों के अतिरिक्त स्कूलों तथा महाविद्यालय के छात्रों को भी प्रस्तुतियां देने के लिए आमंत्रित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि उत्सव के दौरान बड़ा सहयोग देने वाले लोगों को बेहतर बैठने व्यवस्था करने की बात कही। उन्होंने मौसम खराब होने पर भी लोग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनन्द ले सकें इसके लिये वाटर प्रूफ टेंट लगाने की बात कही।
गोकुल ने कहा कि प्रदेश में साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्सव के दौरान प्रदेश पुलिस लोगों साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रदर्शनियों में अपना एक स्टॉल लगाया जाए।
एसडीएम पालमपुर एवं महिला समिति के अध्यक्ष डॉ. अमित गुलेरिया ने आशीष बुटेल और गोकुल बुटेल का स्वागत किया तथा बैठक की कार्रवाई को संचालित किया। उन्होंने इस अवसर पर का पिछले वर्ष का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और विभिन्न विभागों को धन संग्रह के लिए लक्ष्य भी दिए। उन्होंने कहा कि महोत्सव का आयोजन भव्य रूप में किया जाएगा।
बैठक में नगर निगम पालमपुर की महापौर पूनम वाली, उपमहापौर अनीश नाग, पार्षद ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष तिलोक चंद, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता करुण शर्मा, अर्चित बुटेल, व्यापार मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सूद, डीएसपी पालमपुर गुरबचन सिंह, तहसीलदार पालमपुर सार्थक शर्मा सहित मेला समिति के सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
धर्मशाला। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत कांगड़ा जिले के विभिन्न विकास खंडों के 11 गांवों में उचित मूल्य की दुकानों ( राशन डिपो) का आंबटन किया जाना है। इसे लेकर इच्छुक लोग अथवा संस्थाएं 16 फरवरी तक ऑनलाइन ओदवन कर सकते हैं।
जिला नियंत्रक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले कांगड़ा पुरषोत्तम सिंह ने बताया कि ये दुकानें कांगड़ा जिला के विकास खंड नूरपुर की ग्राम पंचायत रिट उपरली, बासा और हडल, विकास खंड भवारना के अंतर्गत नगर निगम पालमपुर के चिम्बलहार, विकास खंड रैत की ग्राम पंचायत करेरी, विकास खंड परागपुर की ग्राम पंचायत कोलापुर और अमरोह, विकास खंड सुलह की ग्राम पंचायत सपरूहल और पुड़वा, विकास खंड बैजनाथ की ग्राम पंचायत गुनेहड़ और विकास खंड देहरा की ग्राम पंचायत नौशहरा के विभिन्न गांवों के वार्डों में खोली जानी हैं।
आवेदन निर्धारित प्रपत्र पर वांछित दस्तावेजों सहित http//emergingimachal.hp.gov.in वेबसाइट पर ऑनलाइन अपलोड किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि आवेदन केवल ऑनलाइन माध्यम से ही प्राप्त किए जाएंगे और निर्धारित दिनांक के पश्चात कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं होगा।
आवेदन के साथ सहकारी सभा, महिला मंडल, स्वयं सहायता समूह इत्यादि का पंजीकरण प्रमाण पत्र एवं वित्तीय प्रबंध प्रमाण, शिक्षित बेरोजगार प्रमाण पत्र, दसवीं का प्रमाण पत्र, उच्च शिक्षा का प्रमाण पत्र (यदि कोई हो), बीपीएल, एससी, ओबीसी, एसटी का प्रमाण पत्र (यदि कोई हो), जिस वार्ड में दुकान खेली जानी है उसी वार्ड के निवासी होने का प्रमाण पत्र (यदि कोई हो) अवश्य लगाएं। अधिक जानकारी के लिए विभाग के दूरभाष नं0 01892-222877 पर सभी कार्य दिवस में संपर्क किया जा सकता है।
धर्मशाला। कांगड़ा जिले के सबसे बड़े सरकारी स्वास्थ्य संस्थान डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा का सराय भवन बन कर तैयार है। 2.50 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह भवन बहुत जल्द जनता के उपयोग के लिए सौंपा जाएगा।
इसके चालू होने पर टांडा अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके साथ आए तीमारदारों को बड़ी सुविधा मिलेगी और उनके ठहरने के लिए बेहतर व्यवस्था उपलब्ध होगी।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा के प्रधानाचार्य डॉ. भानू अवस्थी ने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने सराय भवन का काम पूरा कर लिया है।
सराय भवन के संचालन का जिम्मा जिला रेडक्रॉस सोसाइटी कांगड़ा को सौंपना प्रस्तावित है। इसे लेकर प्रदेश सरकार से अनुमति मांगी गई है। बहुत जल्द सराय का संचालन शुरू हो जाएगा। सराय में एक समय में 50 लोगों के रुकने की व्यवस्था है।
डॉ. अवस्थी ने कहा कि टांडा अस्पताल प्रबंधन सभी रोगियों की समुचित सेवा और स्वास्थ्य सुरक्षा तथा तीमारदारों की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। यह अस्पताल प्रदेश के विभिन्न जिलों को सेवाओं प्रदान करता है। मरीजों के साथ आए तीमारदारों की अधिक संख्या के चलते सभी के लिए ठहरने की व्यवस्था करना एक चुनौती है। फिर भी इसे लेकर संस्थान द्वारा हर संभव प्रयास किए जाते हैं। सराय भवन के संचालन से इसमें और सहूलियत होगी।
रोगियों को दी जा रहीं बेहतर चिकित्सा सेवाएं
उन्होंने कहा कि अस्पताल ने लोगों को लगातार बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर उत्तर भारत के बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में अपनी जगह बनाई है। यहां के अनुभवी डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ तथा अत्याधुनिक मशीनरी की उपलब्धता से रोगियों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं दी जा रही हैं। अस्पताल में मरीजों को सभी जरूरी दवाएं निशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
अस्पताल में आवश्यक सूची की 526 प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं, जिन्हें रोगियों को मुफ्त दिया जाता है। उन्होंने कहा कि निशुल्क दवाईयों के साथ-साथ अनेक प्रकार के टेस्ट और जांच भी संस्थान में निशुल्क उपलब्ध है।उन्होंने बताया कि इसके अलावा अस्पताल में हिम केयर और आयुष्मान कार्ड धारकों के निशुल्क इलाज की सुविधा है।
वहीं, जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि टांडा अस्पताल जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है और कांगड़ा के अलावा साथ लगते जिलों को भी सेवाएं प्रदान करता है, लिहाजा यहां लोगों की आमद ज्यादा है। उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा, सेवा और सुविधा का ख्याल रखना प्राथमिकता है। अस्पताल प्रबंधन इसे लेकर पूरे समर्पण से काम कर रहा है। संस्थान में व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को कहा गया है।
इंदौरा। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने ऐतिहासिक काठगढ़ शिव मंदिर, इंदौरा में माथा टेका और पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उनके साथ थे।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा कांगड़ा जिला के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के मानसर में हिमाचल में प्रवेश हुई। भारत जोड़ो यात्रा मानसर टॉल प्लाजा से मलोट गांव तक लगभग 24 किलोमीटर तक निकाली गई। यात्रा 19 जनवरी, 2023 को जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी। भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा गया।
इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के मानसर में प्रवेश हुई थी यात्रा
इंदौरा। हिमाचल पहुंची राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लोगों के बीच खासा उत्साह देखा गया। काफी संख्या में लोग सड़क के किनारे राहुल गांधी की एक झलक पाने के लिए खड़े रहे। कुछ लोग राहुल गांधी को देखकर हाथ हिलाते नजर आए तो कुछ युवा मोबाइल से वीडियो बनाते दिखे।
बता दें कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा बुधवार सुबह कांगड़ा जिला के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के मानसर में हिमाचल में प्रवेश हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कैबिनेट के सदस्यों और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, राजीव शुक्ला और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने राहुल गांधी को हिमाचल की टोपी और शॉल से सम्मानित किया।
हिमाचल के सीमावर्ती गांव घटोटा में हिमाचल प्रदेश आगमन पर राहुल गांधी की उपस्थिति में पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष राजा वारिंग ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह को तिरंगा सौंपा। भारत जोड़ो यात्रा कांगड़ा जिला के इंदौरा क्षेत्र के मानसर टॉल प्लाजा से मलोट गांव तक लगभग 24 किलोमीटर पैदल यात्रा तय कर 19 जनवरी, 2023 को जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी। हजारों लोगों एवं समर्थकों ने राहुल गांधी का प्रदेश में पहुंचने पर स्वागत किया और यात्रा में पूरे उत्साह एवं जोश से भाग लिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस 3,570 किलोमीटर की यात्रा का नेतृत्व कर पार्टी कार्यकर्ताओं और आमजन में उमंग एवं नया जोश भर रहे हैं। यह यात्रा 7 सितम्बर, 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से आरंभ हुई और 30 जनवरी, 2023 को श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वजारोहण के साथ संपन्न होगी।
इस अवसर पर राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा आरंभ करने का उद्देश्य देश में एकता और सौहार्द का संदेश देना है। उन्होंने कहा कि लगभग चार माह पूर्व कन्याकुमारी से शुरू की गई यह यात्रा भाजपा व आरएसएस की नफरत वाली विचारधारा के विरुद्ध है। इसके साथ-साथ यात्रा के माध्यम से सरकार को बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के प्रति आगाह भी किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपनी सारी नीतियां कुछ उद्योगपति मित्रों को खुश करने के लिए बना रही है। चाहे नोटबंदी हो या फिर जीएसटी, केंद्र सरकार के फैसले मजदूर, गरीब व आम आदमी के हित में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हर मंच पर विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। विपक्ष के नेताओं को संसद में बोलने का अवसर नहीं दिया जाता।
राहुल गांधी ने कहा कि पहले भारत जोड़ो यात्रा हिमाचल प्रदेश में प्रस्तावित नहीं थी, लेकिन हिमाचलवासियों के स्नेह के कारण यात्रा रूट में बदलाव किया गया। पूरा रूट ही बदल दिया। कम समय दिया यह बात तो है। हिमाचल को सिर्फ एक दिन मिला और समय देना चाहिए था। पर हमारा प्लान है कि 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रीनगर में यात्रा का समापन करें। इसलिए सिर्फ एक दिन दे पाए।
इंदौरा। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा हिमाचल पहुंची है। यात्रा कांगड़ा जिला के इंदौरा में हिमाचल में प्रवेश की। इस भारत जोड़ो यात्रा में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह आदि कांग्रेस नेता शामिल हुए। भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह दिखा। कार्यकर्ताओं ने राहुल भाई जिंदाबाद के नारे लगाए।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का गवाह बनने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे। सड़क किनारे लोगों की खासी भीड़ देखी गई। इस दौरान राहुल गांधी ने काठगढ़ मंदिर में माथा भी टेका और पूजा अर्चना की।
बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा मीलवां से शुरू हुई। यात्रा मीरथल, काठगढ़, बाई इंदौरियां, इंदौरा, चनौर, भपू, राजा खासा. डाह होते हुए मलोट पहुंचेगी। मलोट में जनसभा होगी। बाई इंदौरियां में लंच ब्रेक होगी।