डीएसपी लीव रिजर्व कर रहे मामले की जांच
गगल। हिमाचल के जिला कांगड़ा में रछियालू के युवक रोहित की हत्या मामले में गगल पुलिस स्टेशन में तैनात स्टाफ की कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल उठ रहा है। सवाल उठना भी लाजिमी है। क्योंकि युवक पर सात सितंबर को जानलेवा हमला होता है और पुलिस 10 सितंबर को लोगों के विरोध के बाद 307 का मामला दर्ज करती है।
वहीं, रोहित को इस कद्र पीटा था कि बाद में उसकी मौत हो गई। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस की कार्रवाई किस दिशा में जा रही थी। मजबूरन लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा, तब जाकर कहीं कार्रवाई सही दिशा में चली।
एपीआरओ पालमपुर अनिल धीमान राजभाषा हिंदी पुरस्कार-14 से सम्मानित
एसपी कांगड़ा डॉ. खुशहाल शर्मा ने धर्मशाला में मीडिया से बातचीत में कहा कि युवक के परिजनों ने रात करीब साढ़े बारह बजे थाने में शिकायत की। इसके बाद मामला दर्ज कर लिया गया।
युवक को आठ सितंबर को मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया गया। पर तबीयत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर कर दिया गया।
10 सितंबर को डॉक्टर की ओपिनियन के बाद धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया। वहीं, लोगों की मांग पर एसएचओ को उसी दिन ट्रांसफर कर दिया गया। पिछले कल गगल पुलिस थाने के पांच कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है, ताकि जांच निष्पक्ष हो सके।
कांगड़ा – रछियालू युवक मौत मामला : आरोपी पर हत्या का मामला दर्ज
पुलिस कर्मियों की मामले में भूमिका को लेकर डीएसपी लीव रिजर्व को जांच के आदेश दिए हैं। अगर पुलिस कर्मियों की मामले में किसी भी प्रकार की कोताही सामने आती है तो आगामी कार्रवाई की जाएगी।
कांगड़ा में सीएम ने दी 53 करोड़ की सौगात, 23 विकासात्मक योजनाओं के उद्घाटन-शिलान्यास
आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर, ता