शिमला। हिमाचल प्रदेश कैबिनेट विस्तार की अटकलों को आज विराम लग सकता है। हिमाचल प्रदेश को आज दो नए मंत्री मिल सकते हैं। बिलासपुर जिले के घुमारवीं से विधायक राजेश धर्माणी और कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर विधानसभा से एमएलए यादवेंद्र गोमा को मंत्री बनाया जा सकता है। आज दोपहर बाद राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह भी हो सकता है।
अगले 6 दिन में विभिन्न रोजगार कार्यालय में होंगे इंटरव्यू
शिमला। अगले 6 दिन में हिमाचल में निजी क्षेत्र में 310 पदों पर नौकरी का सुनहरा मौका है। कांगड़ा, मंडी, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों में हेल्पर, मशीन ऑपरेटर, बुनकर, वाइन्डर, सेल्स ऑफिसर, बीआरओ के पद भरे जाने हैं। इन पदों के लिए रोजगार कार्यालयों में साक्षात्कार होंगे। आईएफएम फिनकोच ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड (IFM Fincoach Global Pvt Ltd) कंपनी बैंकिंग सेक्टर में पद भरेगी। वहीं, ओरा टेक्सटाइल कंपनी (Auro Textiles) भी पद भरेगी।
इन पदों के लिए आवेदन करने वाले इच्छुक अभ्यर्थी हिमाचल प्रदेश श्रम एवं रोजगार विभाग के eemis पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाकर आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी भी इसी पोर्टल से प्राप्त कर सकते हैं। आवेदन आदि के लिए किसी प्रकार का शुल्क देय नहीं देना पड़ेगा। पंजीकरण और आवेदन करने के बाद अभ्यर्थी साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश श्रम एवं रोजगार विभाग के eemis पोर्टल पर डाली जानकारी के अनुसार मंडी जिला के रोजगार कार्यालय सुंदरनगर में कासा सेल्स ऑफिसर और ऑपरेटर के 30 पद के लिए साक्षात्कार आयोजित होंगे। साक्षात्कार 11 दिसंबर 2023 को लिए जाएंगे। रोजगार कार्यालय सरकाघाट जिला मंडी में 12 दिसंबर को कासा सेल्स ऑफिसर के 30 पदों के लिए साक्षात्कार होगा।
वहीं, बिलासपुर जिला के रोजगार कार्यालय घुमारवीं में कासा सेल्स ऑफिसर और बीआरओ के 100 पदों के लिए इंटरव्यू लिया जाएगा। साक्षात्कार 15 दिसंबर को होंगे।
हिमाचल के हमीरपुर जिला के रोजगार कार्यालय हमीरपुर में 13 दिसंबर तो रोजगार कार्यालय नादौन में 14 दिसंबर को कासा सेल्स ऑफिसर और बीआरओ के 50-50 पद के लिए साक्षात्कार आयोजित किया जाएगा। कासा सेल्स ऑफिसर, ऑपरेटर, बीआरओ के पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता स्नातक रखी गई है।
चयनित अभ्यर्थियों को 20 हजार रुपए तक वेतन मिलेगा। चयनित अभ्यर्थियों को हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में तैनाती मिलेगी।
हिमाचल के कांगड़ा जिला के धर्मशाला में हेल्पर, मशीन ऑपरेटर, बुनकर और वाइन्डर के 50 पदों पर भर्ती के लिए साक्षात्कार होंगे। इसके लिए शैक्षणिक योग्यता 10वीं , 12वीं और आईटीआई पास रहेगी। इन पदों के लिए धर्मशाला रोजगार कार्यालय में 25 दिसंबर को साक्षात्कार आयोजित किए जाएंगे। चयनित अभ्यर्थियों को बद्दी में तैनाती मिलेगी। वेतन की बात करें तो ट्रेनिंग अवधि के दौरान 10 हजार रुपए मिलेंगे। तीन माह बाद हेल्पर को 12284 रुपए देय होंगे।
बिलासपुर के मंगरोट निवासी ने मजबूरन भूमि पर किया कब्जा
बिलासपुर। हिमाचल के बिलासपुर जिला में शिमला-धर्मशाला नेशनल हाईवे पर चारपाई लगाकर बिस्तर बिछा दिया। साथ ही पत्थर और रेहड़ी लगाकर एक लेन को बंद कर दिया गया।
दूसरी लेन से यातायात सुचारू चलता रहा। मामला बिलासपुर जिला के मंगरोट का है। नेशनल हाईवे पर अपनी भूमि का दावा करने वाले राजनकांत ने ऐसा किया है। इससे पहले भी राजनकांत ने कई बार नेशनल हाईवे पर पत्थर और रेहड़ी लगाकर उसे रोका है।
राजनकांत का कहना है कि भूमि का वापस करने के लिए कहा था, लेकिन प्रशासन ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। मजबूरन उसे अपनी भूमि पर कब्जा करना पड़ रहा है।
उधर, हाईवे बंद करने की सूचना मिलने के बाद प्रशासन भी हरकत में आया और एसडीएम ने पीड़ित परिवार को मिलने के लिए बुलाया है। बता दें कि लंबे अरसे से यह परिवार अपने हक के लिए लड़ रहा है।
अपनी जमीन पर अवैध कब्जा होते हुए परिवार बेबस नजर आ रहा है। हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन का दावा करने वाली सुक्खू सरकार के राज में यह परिवार व्यवस्था परिवर्तन के इंतजार में है।
राजनकांत के अनुसार मंगरोट गांव में उनकी माता के नाम से 15 बिस्वा जमीन है, उसमें से 8 बिस्वा जमीन पर लोक निर्माण विभाग के द्वारा अतिक्रमण करके व अवैध कब्जा करके सड़क बनाई हुई है।
इससे उन्हें वहां पर व्यापार करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने विभागीय मापदंडों के अनुसार टायरिंग न करके किसी प्रभावशाली व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए टायरिंग को आगे बढ़ाते-बढ़ाते उनकी 8 बिस्वा जमीन पर कब्जा कर लिया है और अब उनकी जमीन से कब्जा नहीं छोड़ा जा रहा है।
राजनकांत इस बाबत हमीरपुर के सांसद और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को भी पत्र लिख चुके हैं। साथ ही आलाधिकारियों से भी मांग उठा चुके हैं।
बिलासपुर। हिमाचल के बिलासपुर जिला में भूकंप आया है। अपडेट के अनुसार दोपहर 2 बजकर 15 मिनट पर 2.9 तीव्रता का भूकंप रिकॉर्ड किया गया। भूकंप का केंद्र जमीन से 13 किलोमीटर नीचे था।
इस माह हिमाचल में दूसरी बार धरती डोली है। इससे पहले 6 नवंबर 2023 को कांगड़ा जिला में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर आया था।
अगर भूकंप के वक्त आप घर में हैं तो फर्श पर बैठ जाएं। घर में किसी मजबूत टेबल या फर्नीचर के नीचे बैठकर हाथ से सिर और चेहरे को ढकें।
भूकंप के झटके आने तक घर के अंदर ही रहें और झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें। अगर रात में भूकंप (Earthquake) आया है और आप बिस्तर पर लेटे हैं तो लेटे रहें, तकिए से सिर ढक लें।’ घर के सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें।
अगर आप भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब जाएं तो किसी रुमाल या कपड़े से मुंह को ढक लें। मलबे के नीचे खुद की मौजूदगी को जताने के लिए पाइप या दीवार को बजाते रहें, ताकि बचाव दल आपको तलाश सके।
अगर आपके पास कुछ उपाय न हो तो चिल्लाते रहें और हिम्मत ना हारें। भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर हैं तो ऊंची इमारतों और भूकंप के खंभों से दूर रहें।
अगर आप गाड़ी चला रहे हो तो उसे रोक लें और गाड़ी से बाहर ना निकलें। किसी पुल या फ्लाईओवर पर गाड़ी खड़ी न करें। क्योंकि इससे आप खतरे में पड़ सकते हैं। अगर आप घर में हैं तो बाहर ना निकलें। अगर आप भूकंप (Earthquake) के वक्त मलबे में दब जाएं तो माचिस बिल्कुल ना जलाएं।
इससे गैस लीक होने की वजह से आग लगने का खतरा हो सकता है। घर में हैं तो चले नहीं। सही जगह ढूंढें और बैठ जाएं। घर के किसी कोने में चले जाएं, कांच, खिड़कियों, दरवाज़ों और दीवारों से दूर रहें।
भूकंप के वक्त लिफ्ट के इस्तेमाल बिल्कुल ना करें। साथ ही कमजोर सीढ़ियों का इस्तेमाल भी न करें। क्योंकि लिफ्ट और सीढ़ियां दोनों ही टूट सकती हैं।
अगर मलबे में दब जाएं तो ज्यादा हिले नहीं और धूल ना उड़ाएं। आपके आप-पास जो चीज मौजूद हो उसी से अपनी मौजूदगी जताएं। भूकंप के दौरान आप पैनिक न करें और किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं।
आपको एक इमरजेंसी किट बनाकर रखनी चाहिए, जिसमें आपके जरूरी दस्तावेज, खाना, पानी और फर्स्ट एड की चीजें हों। घर के सामान को सुरक्षित रखने की कोशिश करें और छत या किसी दीवार के गिरने की स्थिति में जरूरी सामान को बचाने के उपाय करें। अपने परिवार के लिए एक इमरजेंसी प्लान तैयार करें। क्योंकि ऐसा करना आपके लिए बेहतर होगा।
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में नौकरी का सुनहरा मौका है। SBI में 8283 पदों पर भर्ती शुरू की है। क्लर्क कैडर में जूनियर एसोसिएट्स (कस्टमर सपोर्ट एंड सेल्स) के पद भरे जाने हैं। इन पदों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 7 दिसंबर 2023 निर्धारित की है। हिमाचल प्रदेश के लिए 180 पद हैं।
इसमें सामान्य श्रेणी के लिए 74 पद हैं। एससी के लिए 45, ओबीसी के लिए 36, ईडब्ल्यूएस के लिए 18 और एसटी के लिए 7 पद हैं। अगर सभी 8283 पदों की बात करें तो 3515 अनारक्षित हैं। 1919 पद ओबीसी, 1284 पद एससी, 817 ईडब्ल्यूएस और 748 पद एसटी के लिए आरक्षित हैं। अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आरक्षित वर्गों को नियमों के अनुसार अधिकतम आयु में छूट दी जाएगी। परीक्षा शुल्क की बात करें तो एससी,एसटी/पीडब्ल्यूबीडी/डीईएसएम के लिए छूट होगी। सामान्य/ओबीसी/ईडब्ल्यूएस के लिए 750 रुपए शुल्क लगेगा।
शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक या केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त कोई समकक्ष योग्यता होनी चाहिए। एकीकृत दोहरी डिग्री (आईडीडी) प्रमाणपत्र रखने वाले उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि आईडीडी उत्तीर्ण करने की तिथि 31 दिसंबर 2023 या उससे पहले हो।
जो लोग अपने स्नातक के अंतिम वर्ष/सेमेस्टर में हैं, वे भी अंतिम रूप से इस शर्त के अधीन आवेदन कर सकते हैं कि यदि अंतिम रूप से चयनित होते हैं, तो उन्हें 31 दिसंबर 2023 को या उससे पहले स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा। अधिक जानकारी के लिए SBI की ऑफिशियल नोटिफिकेशन देखें।
बिलासपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की बुआ गंगा देवी शर्मा का निधन हो गया है। सोमवार सुबह करीब 7:00 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। गंगा देवी (105 साल) कुल्लू जिला के गांधीनगर स्थित उनके निवास पर निधन हुआ। बुआ के निधन की खबर लगते ही भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आद दोपहर बाद करीब 2:00 बजे कुल्लू पहुंचे और गहरा दुख जताया।
दोपहर बाद करीब 3:00 बजे पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए बिलासपुर स्थित जेपी नड्डा के पैतृक गांव ले जाया गया, जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
गौर रहे कि जेपी नड्डा की बुआ का घर जिला मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर गांधीनगर में है। जानकारी के मुताबिक गंगा देवी तीन दिन से बीमार चल रही थीं। नड्डा ने कहा कि बुआ हम सबके लिए प्रेरणा की स्रोत थीं। समाज के सभी लोगों के साथ उनका प्रेम था और सामाजिक कामों में उनकी काफी रुचि थी।
बुआ गंगा देवी की अंतिम इच्छा भी यही थी कि उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव में ही किया जाए इसलिए उनका अंतिम संस्कार बिलासपुर में किया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी, भाजपा के जिलाध्यक्ष अरविंद चंदेल, उपायुक्त आशुतोष गर्ग, एएसपी संजीव चौहान सहित अन्य कई लोग मौजूद रहे।
बिलासपुर। अपने गृह जिला बिलासपुर में पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सोमवार को एम्स कोठीपुरा का औचक निरीक्षण किया। इस मेडिकल इंस्टीट्यूट के प्रत्येक ब्लॉक की विजिट करके व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही उन्होंने मरीजों के तीमारदारों तथा एमबीबीएस और नर्सिंग स्टूडेंट्स से भी बात की।
डॉक्टरों और स्टूडेंट्स को सभी जरूरी सुविधाएं और भी बेहतर ढंग से उपलब्ध करवाने के लिए उन्होंने हर तरह की फीडबैक ली। बाद में एम्स प्रबंधन के साथ अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस स्वास्थ्य संस्थान में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रखी गई है। यदि कोई काम केंद्र सरकार के करने का है, तो उसे भी तुरंत प्रभाव से किया जाएगा। मरीज जिस भरोसे के साथ इस स्वास्थ्य संस्थान में उपचार के लिए आते हैं, उस पर खरा उतरने में किसी भी स्तर पर कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि एम्स में हर जरूरी इंस्ट्रूमेंट और इक्विपमेंट होना चाहिए, ताकि मरीजों का उपचार सही ढंग से करने में डॉक्टरों और अन्य स्टाफ को कोई दिक्कत न हो। यदि कोई उपकरण बाकी रह गए हैं, तो उनकी व्यवस्था जल्द की जाए।
जेपी नड्डा ने एमबीबीएस और नर्सिंग स्टूडेंट्स से भी मुलाकात की। स्टूडेंट्स ने अपनी कुछ समस्याओं से भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत करवाया। जेपी नड्डा ने एम्स के डायरेक्टर तथा संबंधित विभागों के एचओडी से इस बारे बात की।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यही स्टूडेंट्स मरीजों का उपचार करेंगे। लिहाजा उनकी ट्रेनिंग में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। उन्हें हर जरूरी सुविधा और बेहतर माहौल मुहैया करवाया जाए।
उन्होंने कहा कि कोठीपुरा में एम्स का निर्माण बिलासपुर समेत आसपास के जिलों के लाखों लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से किया गया है। इससे मरीजों को शिमला, चंडीगढ़ और दिल्ली जैसे दूरदराज के स्वास्थ्य संस्थानों की दौड़ लगाने से निजात मिली है।
लिहाजा इस स्वास्थ्य संस्थान को उत्कृष्ट स्तर तक पहुंचाने में किसी भी स्तर पर कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। इस मौके पर श्री नैना देवी के विधायक रणधीर शर्मा, झंडूता के विधायक जीतराम कटवाल तथा सदर के विधायक त्रिलोक जमवाल के साथ ही एम्स के डायरेक्टर वीर सिंह नेगी, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, डीन तथा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
नैनादेवी। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नैना देवी में शारदीय नवरात्र के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
मां के दर्शनों के साथ ही श्रद्धालु दिल खोलकर दान पुण्य भी कर रहे हैं।
मंदिर में एक श्रद्धालु द्वारा 99 ग्राम सोने का हार, 8 ग्राम सोने की नथ, 12 ग्राम सोने की टीका व 14 ग्राम सोने के झुमके गुप्त दान के रूप में चढ़ाए हैं। श्रद्धालु ने लगभग 133 ग्राम सोने के आभूषण मां के चरणों में अर्पित किए हैं।
शारदीय नवरात्र के अवसर पर 15 अक्टूबर से 22 अक्टूबर अब तक 8.93 लाख से अधिक श्रद्धालु हिमाचल के शक्तिपीठों में दर्शन कर चुके हैं। साथ ही 69.2 हजार से ज्यादा वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई है।
हिमाचल पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 12 से 22 अक्टूबर अब तक श्री नैनादेवी जी मंदिर में 2.65 लाख श्रद्धालु पहुंचे। साथ ही 16.9 हजार वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई।
शिमला। बिलासपुर में हिमाचल प्रदेश की पहली डिजिटल लाइब्रेरी बनने वाली है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज बिलासपुर के रौड़ा सेक्टर में बनने वाली प्रदेश की पहली डिजिटल लाइब्रेरी का शिलान्यास किया।
इस डिजिटल लाइब्रेरी के निर्माण कार्य पर लगभग 3 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बिलासपुर जिला को 8 करोड़ रुपए की विकासात्मक परियोजनाओं की सौगातें दीं।
मुख्यमंत्री ने धौलरा क्षेत्र में 5.18 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले कृषि भवन की भी आधारशिला रखी। उन्होंने इन भवनों का निर्माण कार्य दो वर्षों के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश की पहली डिजिटल लाइब्रेरी में पुस्तकों का संग्रह डिजिटल दस्तावेज के रूप में पाठकों को प्राप्त होगा, जिसे इंटरनेट के माध्यम से हासिल किया जाएगा।
इसी परियोजना के तहत जिला बिलासपुर के विभिन्न क्षेत्रों की 10 पंचायतों में भी ऐसी और डिजिटल लाइब्रेरी खोली जाएंगी ताकि ग्रामीण क्षेत्र के पाठकों को इसका लाभ मिल सके।
इस कार्य के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम के साथ अनुबंध किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस डिजिटल लाइब्रेरी को इस वर्ष के अंत तक शुरू करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बिलासपुर में 5.18 करोड़ रुपए की लागत से कृषि भवन भी निर्मित किया जाएगा, जिसमें पार्किंग, उप-निदेशक कार्यालय, किसानों की बैठकें आयोजित करने के लिए हॉल, वीडियो कान्फ्रेंसिंग हॉल तथा अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए पर्याप्त कमरों की सुविधा होगी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में प्रदेश में आपदा से बहुत अधिक नुकसान हुआ है। आपदा प्रभावितों की मदद के लिए राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज जारी किया है और प्रभावितों को मदद प्रदान करने के कार्य का अनुश्रवण वे स्वयं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से प्रभावित परिवारों की भरपूर मदद का प्रयास कर रही है। बिलासपुर जिला में आपदा प्रभावितों को 25 अक्तूबर को सहायता वितरित की जाएगी तथा वह स्वयं बिलासपुर जिला का दौरा करेंगे।
सुक्खू ने कहा कि केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की उम्मीद दिन-प्रतिदिन धुंधली होती जा रही है, क्योंकि और राज्य से आपदा से संबंधित 12 हजार करोड़ रुपए के दावे केंद्र सरकार को भेजे गए हैं लेकिन कोई विशेष राहत जारी नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि भेजे गए दावों पर नियमानुसार केंद्र सरकार को जल्द से जल्द धनराशि जारी करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भाजपा आपदा में भी राजनीतिक रोटियां सेकती रही और प्रभावित परिवारों के साथ उनका रवैया उदासीन ही रहा। प्रदेश में आई इस भीषण आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और विशेष राहत पैकेज प्रदान करने के लिए विधानसभा में लाए गए संकल्प का भाजपा ने समर्थन नहीं किया। उन्होंने आपदा राहत कोष में रिकॉर्ड दान के लिए दानी सज्जनों का आभार व्यक्त किया।
एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला परिषद कैडर कर्मचारियों को अपनी हड़ताल छोड़कर काम पर लौटना चाहिए। राज्य सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी आपदा प्रभावितों को मदद पहुंचाने का काम चल रहा है तथा उन्हें अपनी हड़ताल समाप्त कर देनी चाहिए।
इस अवसर पर उनके साथ शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक राजेश धर्माणी, पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर, बाबू राम गौतम, बीरू राम, सोहन लाल ठाकुर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अंजना धीमान, कांग्रेस नेता विवेक कुमार, उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
भराड़ी। बिलासपुर जिला में पुलिस थाना भराड़ी के तहत ग्राम पंचायत मैहरी काथला के गांव कुलवाड़ी में एक व्यक्ति पर गोली चलाने का मामला सामने आया है। गोली चलाने वाला व्यक्ति मौके से फरार हो गया है। भराड़ी पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है।
जानकारी के अनुसार ओम प्रकाश निवासी बिहार कुछ साल से कुलवाड़ी में कर्म चंद के घर में रह रहा है और नजदीकी इलाके में ही दिहाड़ी-मजदूरी का काम करता है। मंगलवार देर शाम को जब वह मजदूरी करके अपने कमरे में आकर आराम कर रहा था तो बाहर से किसी ने उसका दरवाजा खटखटाया।
उसने दरवाजा खोला तो नकाब पहने हुए एक व्यक्ति ने उस पर गोली चला दी। गोली उसके कान के नीचे से होती हुई गुजर गई जिससे उसे हल्की चोट आई है। गोली चलाने के बाद नकाबपोश आरोपी मौके से भाग गया। आसपास के लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी।
वहीं, सूचना मिलने पर भराड़ी थाना से टीम मौके पर पहुंची तथा शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए। डीएसपी घुमारवीं चंद्रपाल सिंह ने मामले की पुष्टि की है।
वहीं, ग्राम पंचायत प्रधान मैहरी काथला कांता शर्मा का कहना है कि गोली चलाने वाला व्यक्ति कोई प्रवासी ही लग रहा है। भराड़ी पुलिस मामले की जांच कर रही है।