शिमला। हिमाचल प्रदेश कैबिनेट विस्तार की अटकलों को आज विराम लग सकता है। हिमाचल प्रदेश को आज दो नए मंत्री मिल सकते हैं। बिलासपुर जिले के घुमारवीं से विधायक राजेश धर्माणी और कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर विधानसभा से एमएलए यादवेंद्र गोमा को मंत्री बनाया जा सकता है। आज दोपहर बाद राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह भी हो सकता है।
शिमला। मुख्यमंत्री पद संभालने के पश्चात पहली बार सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से राजभवन में शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश विकास की और नई ऊंचाइयों को हासिल करेगा।
राज्यपाल ने कहा, “मैंने सुखविंदर सिंह जी की विधान सभा में परफॉरमेंस देखी है, वह सर्वश्रेठ हैं। उनकी टीम वेल एजुकेटेड है, उन्हें प्रशासनिक कार्य में कोई दिक्कत नहीं होगी।” मुख्यमंत्री ने हिमाचल को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए उन्हें राज्यपाल का मार्गदर्शन अपेक्षित रहेगा।
उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि विकास के मामले में हिमाचल देश का आदर्श राज्य बन सके। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी विधायकों का परिचय करवाया।
शिमला। हिमाचल कांग्रेस में सीएम चेहरे के चुनाव के लिए घमासान जारीहै। शनिवार दोपहर बाद 4 बजे फिर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इसमें किसी एक नाम पर मुहर लगाने की कोशिश की जा सकती है।
प्रतिभा सिंह शिमला के सिसल होटल में पहुंच गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के साथ मुकेश अग्निहोत्री, विक्रमादित्य सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर, हर्षवर्धन चौहान, रोहित ठाकुर, सुदर्शन सिंह बबलू समेत एक दर्जन से ज्यादा विधायक हैं। यहां वह नए सिरे से लॉबिंग में जुट गए हैं। उधर, सुखविंदर सुक्खू भी होटल पहुंच गए हैं। यहीं पर कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और ऑब्जर्वर भूपेश बघेल व भूपेंद्र हुड्डा ठहरे हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रतिभा के सांसद होने की वजह से उनके चेहरे को लेकर माथापच्ची ज्यादा हो रही है। इसे देखते हुए प्रतिभा गुट ने कहा कि अगर प्रतिभा नहीं तो फिर मुकेश अग्निहोत्री को सीएम बना दिया जाए। अग्निहोत्री प्रतिभा सिंह गुट के ही हैं और वह विधायक भी चुने गए है।
बता दें कि शिमला में शुक्रवार देर रात तल चली कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया। इसमें प्रतिभा सिंह, मुकेश अग्निहोत्री और सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का प्रस्ताव रखा गया था, मगर सहमति नहीं बनी। इसके बाद सभी विधायकों ने सिंगल लाइन प्रस्ताव पास किया। इसमें पार्टी हाईकमान को सीएम चुनने और सभी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया। वहीं, हिमाचल में सीएम के चयन को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी पूरी तरह से सक्रिय हैं। उन्होंने सभी दावेदारों का बायोडाटा पहले ही मांग रखा था। अंतिम फैसला प्रियंका गांधी ही लेंगी।