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साथी छात्रा घायल, बोदड़ बल्ला में ट्रक ने स्कूटी को मारी टक्कर
कांगड़ा। हिमाचल के कांगड़ा जिला के मेडिकल कॉलेज टांडा के एक प्रशिक्षु डॉक्टर की सड़क हादसे में मौत हो गई है। साथ ही उनकी साथी छात्रा घायल हैं। जिनका उपचार मेडिकल कॉलेज टांडा में चल रहा है। दोनों स्कूटी पर सवार होकर निजी रेस्टोरेंट में डिनर के लिए जा रहे थे और रास्ते में ट्रक ने स्कूटी को टक्कर मार दी। हादसे में प्रशिक्षु डॉक्टर की मौके पर मौत हो गई। हादसा मेडिकल कॉलेज टांडा के पास बोदड़ बल्ला में हुआ है। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार है। चालक की तलाश की जा रही है।
बता दें कि बांद्रा महाराष्ट्र निवासी पीयूष पाल (32) मेडिकल कॉलेज टांडा में ईएनटी विभाग में पीजी दूसरे साल के छात्र थे। बुधवार देर शाम वह अपनी एक साथी छात्रा इंदिरा के साथ महाराष्ट्र नंबर स्कूटी में सवार होकर निजी रेस्टोरेंट में डिनर के लिए निकले थे। जब वह बोदड़ बल्ला पहुंचे तो टांडा से बाईपास की तरफ जा रहे ट्रक ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि ट्रक पीयूष को कुछ दूरी तक घसीटते ले गया। सड़क पर निशान इस बात को प्रमाणित कर रहे हैं।
हादसे में पीयूष की मौत हो गई और इंदिरा गंभीर रूप से घायल हो गईं। इंदिरा को मेडिकल कॉलेज टांडा ले जाया गया। जहां उनका उपचार चल रहा है। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। जहां हादसा हुआ पास ही एक घर के सीसीटीवी में हादसा कैद हुआ है। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर जांच को आगे बढ़ा रही है। फरार ट्रक चालक की तलाश जारी है। मामले की जांच कांगड़ा पुलिस थाना के हैड कांस्टेबल रविंद्र कुमार कर रहे हैं।
कांगड़ा। जिला कांगड़ा के तरसूह में गुरुवार सुबह एक युवक का शव मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। जिस युवक का शव मिला है उसका नाम रमन कुमार (23) है और वह तरसूह का ही रहने वाला था। शव भी रमन के घर के पास ही पड़ा मिला और आसपास में खून बिखरा हुआ था। स्थित को देखकर ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी ने रमन की हत्या कर उसके शव को 10 फीट नीचे खाई में फेंक दिया होगा। पुलिस को सूचना दे दी गई है। पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन कर रही है।
तरसूह पंचायत प्रधान सुनील दत्त ने बताया कि उन्हें लोगों ने सुबह एक शव पड़ा होने की जानकारी दी तो उन्होंने तुरंत कांगड़ा पुलिस को इस बारे में सूचित किया। बताया जा रहा है सुबह कुछ लोग जंगल की तरफ निकले थे तो रास्ते में बिखरा हुआ खून देखा और नीचे झांका तो 10 फीट नीचे युवक का शव पड़ा था।
युवक के सिर और मुंह में काफी खून निकला हुआ था। अनुमान है कि युवक के सिर पर पत्थरों से वार किया गया होगा। युवक का मोबाइल भी गायब है। पास में उसके फोन का कवर पड़ा मिला है। फोरेंसिक टीम आसपास के पूरे क्षेत्र में जांच कर रही है। रमन परिवार में सबसे छोटा बेटा था। उसके दो बड़े भाई भी हैं। वह कांगड़ा में पेंटर का काम करता था।
थाना प्रभारी कांगड़ा विजय कुमार शर्मा ने बताया कि तरसूह पंचायत में एक शव मिलने की जानकारी मिली है और मौके पर कांगड़ा पुलिस पहुंच गई है। उन्होंने बताया मामले की जांच की जा रही है। धर्मशाला से फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंच गई हैं। पुलिस छानबीन कर रही है।
वारदात के समय दिल्ली में था पूरा परिवार
कांगड़ा। जिला कांगड़ा के भदरोआ में रहने वाला एक परिवार दिल्ली गया था और जब वापस लौटा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उनके घर का सारा सामान बिखरा हुआ था और नकदी व ज्वेलरी चोरी हो गई थी। इस घऱ से चोरों ने आठ हजार की नकदी और साढ़े तीन लाख रुपये के गहनों पर हाथ साफ किया है। परिवार ने पुलिस थाने में इस बारे में मामला दर्ज करवाया है।
डमटाल थाना प्रभारी कल्याण सिंह ने बताया कि पुलिस थाना डमटाल के तहत गांव भदरोआ में कृष्ण आश्रम के पास एक घर में चोरी हुई है। दिव्यांशु कुमार पुत्र क्रांति ने शिकायत दर्ज करवाई कि वह अपने पूरे परिवार के साथ 15 नवंबर को दिल्ली में समागम के लिए गए हुए थे।
जब वह 20 नवंबर को शाम आठ बजे अपने घर वापस आए तो घर के मुख्य द्वार पर लगा ताला टूटा पड़ा था। जब अंदर जाकर देखा तो कमरे से आठ हजार की नकदी और तीन लाख पचास हजार के गहने गायब थे। फिलहाल चोरों का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस जांच में जुटी है।
पुलिस अधीक्षक नूरपुर अशोक रत्न नूरपुर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि चोरी का मामला पुलिस थाना डमटाल में दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। चोर जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
यह दल एयरपोर्ट रनवे ब्रिज के निर्माण और उससे जुड़े हर पहलू के गहन अध्ययन के उपरांत व्यवहारिकता रिपार्ट सौंपेंगा। इसके अलावा यह दल परियोजना के पर्यावरण प्रभाव के आकलन समेत पारिस्थितकीय पहलुओं से जुड़े मुद्दों पर भी परामर्श देगा।
डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने मंगलवार को वैज्ञानिकों के इस दल सहित सभी संबंधित एजेंसियों की एक बैठक ली और जरूरी दिशा निर्देश दिए। डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि बैठक में सीडब्ल्यूपीआरएस पुणे के वैज्ञानिकों के दल के सहयोग को एक जिला स्तरीय कमेटी के गठन का निर्णय लिया गया है।
उनके कार्य को लेकर विचारार्थ विषय (टर्म ऑफ रेफरेंस) निर्धारित किए गए हैं। यह कमेटी प्रस्तावित परियोजना निर्माण ये जुड़े तय विचारार्थ विषय को लेकर सीडब्ल्यूपीआरएस के दल का सहयोग करेगी।
डीसी डॉ. निपुण जिंदल की अध्यक्षता में गठित इस कमेटी में कांगड़ा के जल शक्ति विभाग धर्मशाला और लोक निर्माण विभाग पालमपुर के अधीक्षण अभियंता, जल शक्ति विभाग शाहपुर, कांगड़ा और धर्मशाला तथा लोक निर्माण विभाग शाहपुर व कांगड़ा के अधिशासी अभियंता, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण कांगड़ा के निदेशक, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के उप प्रबंधक और जिला खनन अधिकारी को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
जिला स्तरीय कमेटी सीडब्ल्यूपीआरएस पुणे के वैज्ञानिकों के दल को प्रस्तावित निर्माण से संबंधित मुख्यतः पांच बिंदुओं को लेकर रिपोर्ट बनाने में सहयोग देगी। मांझी खड्ड पर बनी पानी की योजनाओं को बहाल रखने और उनके स्वाभाविक बहाव को कायम रखने के साथ पारस्थितकीय पहलुओं को लेकर परामर्श देना। खड्ड के ऊपरी और निचले सिरों पर टिकाऊ ढांचागत निर्माण को लेकर सलाह देना।
खड्ड के तटीकरण व चेक डैम बनाने और रनवे ब्रिज निर्माण को लेकर मार्गदर्शन करना। प्रस्तावित रनवे ब्रिज क्षेत्र को आवश्यकता होने पर, पूर्णतः खनन प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करने की जरूरत को लेकर राय देना। प्रशासन और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को प्रस्तावित एनएच के रि-असाइनमेंट के चलते मांझी खड्ड पर प्रस्तावित पुल निर्माण को लेकर विशेषज्ञ परामर्श देना।
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