शिमला। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने साइंटिफिक ऑफिसर और असिस्टेंट इंजीनियर इलेक्ट्रिकल के पद भरने के लिए आयोजित किए जाने वाले स्क्रीनिंग टेस्ट और SAT के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। अभ्यर्थी हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
इन पदों के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट और SAT 16 मई, 2024 को आयोजित किया जाएगा। असिस्टेंट इंजीनियर इलेक्ट्रिकल के पद हिमुडा में भरे जाएंगे। इन पदों के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट की तिथि 20 मई है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में मौसम के मिजाजों ने किसानों और बागवानों को चिंता में डाला है। कई क्षेत्रों में गेहूं कटाई का कार्य किया जा रहा है। शनिवार को भी मौसम कुछ जगहों पर थोड़ा खराब रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की 4 मई, 2024 की अपडेट के अनुसार आज यानी शनिवार को एक दो स्थानों पर आंधी तूफान के साथ बिजली चमकने को लेकर येलो अलर्ट जारी है। 5, 6, 7 और 8 मई को मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम साफ बना रह सकता है।
हालांकि, उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम खराब रहने का अनुमान है। 9 मई को एक बार फिर मौसम करवट बदल सकता है। 9 और 10 मई को पूरे हिमाचल में मौसम खराब रह सकता है। ये दो दिन एक दो स्थानों पर आंधी, तूफान के साथ बिजली चमकने की संभावना जताई है।
हिमाचल में पिछले 24 घंटे में अलग-अलग स्थानों पर बारिश हुई है। भरमौर, केलांग और चंबा में बारिश रिकॉर्ड की गई है। तापमान की बात करें तो पिछले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है। न्यूनतम तापमान सामान्य और अधिक तापमान सामान्य से नीचे रहे हैं। शनिवार को कुकमसेरी का सबसे कम न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। शुक्रवार को पांवटा साहिब का सबसे अधिक उच्चतम तापमान 37 डिग्री दर्ज किया गया था।
शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में गुरु-शिष्य के रिश्ते को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। मामला सरकारी स्कूल का है जहां एक ड्राइंग टीचर ने बेशर्मी की हदें पार करते हुए अपनी कक्षा की एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ की है।
स्कूल के ड्राइंग टीचर ने नौवीं की छात्रा को अकेले में अश्लील वीडियो दिखाई और उसके साथ छेड़छाड़ की। पीड़िता की मां की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता की मां ने शिमला के ढली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई है कि उनकी बेटी सरकारी स्कूल में पढ़ती है।
दो मई को स्कूल से आने के बाद बेटी ने उसे बताया कि स्कूल का ड्राइंग टीचर योगेंद्र शाम चार बजे के बाद एक्स्ट्रा क्लास ले रहा था तो वह उसे बहाने से अकेले में ले गया।
आरोपी शिक्षक ने अपना फोन निकाला और किसी युवती का न्यूड वीडियो दिखाने लगा साथ ही गलत इरादे से उसकी बेटी को छुआ। छात्रा किसी तरह वहां से भागकर घर पहुंची।
शिमला। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (HPPSC) रिसर्च ऑफिसर और असिस्टेंट रिसर्च ऑफिसर के पदों के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट और SAT का आयोजन करने जा रहा है। रिसर्च ऑफिसर का स्क्रीनिंग टेस्ट 15 मई और असिस्टेंट रिसर्च ऑफिसर का 18 मई, 2024 को होगा। स्क्रीनिंग टेस्ट 11 से 12 और SAT 2 से 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने स्क्रीनिंग टेस्ट और SAT के लिए ई एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। आयोग ने निर्देशों के साथ एडमिट कार्ड वेबसाइट पर अपलोड कर दिए हैं। अभ्यर्थी हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की वेबसाइट से एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। आवंटित परीक्षा केंद्र में बदलाव नहीं किया जाएगा।
शिमला। हिमाचल भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया के खिलाफ भारतीय चुनाव आयोग से शिकायत की है। शिकायत में संवैधानिक पद और आधिकारिक मशीनरी का दुरुपयोग कर कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने का आरोप लगाया है।
चुनाव आयोग से हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधानसभा डिप्टी स्पीकर हंस राज ने मामले को लेकर शिकायत की है। शिकायत की कापी मुख्य निर्वाचन अधिकारी हिमाचल को भी भेजी है।
शिकायक में लिखा गया है कि हिमाचल विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों में सार्वजनिक बैठकों में भाग ले रहे हैं और उनमें संबोधित कर रहे हैं।
हाल ही में उन्हें हिमाचल प्रदेश के भरमौर जिले में मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह सहित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ कांग्रेस पार्टी के राजनीतिक मंच पर देखा गया था।
यह भारत में अपने आप में एकमात्र उदाहरण है, जहां विधानसभा अध्यक्ष को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करके, कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में संवैधानिक पद और आधिकारिक मशीनरी का दुरुपयोग करके खुलेआम मंच साझा करते हुए और कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करते हुए पाया गया है।
इससे मंडी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं को अवैध रूप से प्रभावित करके अध्यक्ष पद की गरिमा और स्थिति को ठेस पहुंचाई है। हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया की ओर से उपरोक्त कार्रवाई सदन के अध्यक्ष से की जाने वाली अपेक्षा के बिल्कुल विपरीत है।
क्योंकि यह उनके पक्षपाती रवैये और भविष्य में लाभ का पद संभालने के इरादे को दर्शाता है। इसलिए आयोग से अनुरोध है कि न्याय और निष्पक्षता के हित में कुलदीप सिंह पठानिया के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई शुरू की जाए।
हेलीपैड में उतरने के बाद सरकारी निवास के लिए निकलीं
शिमला। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने पांच दिवसीय हिमाचल दौरे पर शिमला पहुंची। शिमला के निकट मशोबरा स्थित कल्याणी हेलीपैड में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उनका स्वागत किया।
कल्याणी हेलीपैड में उतरने के बाद राष्ट्रपति अपने सरकारी निवास रिट्रीट पहुंचीं। राष्ट्रपति दौरे को लेकर शिमला शहर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। जहां से भी राष्ट्रपति का काफिला गुजरेगा सुरक्षा का पहरा कड़ा कर दिया गया है।
यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए भारी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है। रिज व मालरोड पर भी पहरा बढ़ा दिया गया है। 1200 पुलिस अधिकारी और जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए गए हैं। राष्ट्रपति 8 मई को दिल्ली लौट जाएंगी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पांच मई को कैचमेंट एरिया कुफरी का दौरा करेंगी। छह मई को केंद्रीय विवि धर्मशाला के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। 7 मई को सुबह संकट मोचन और तारादेवी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी। दोपहर बाद मालरोड और रिज पर सैर करेंगी। शाम को गेयटी थियेटर में जाने का कार्यक्रम है।
शिमला। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 4 से 8 मई तक हिमाचल दौरे पर आ रही है। शनिवार दोपहर बाद राष्ट्रपति शिमला पहुंचेंगी और शिमला से सटे छराबड़ा स्थित राष्ट्रपति निवास दी रिट्रीट में रुकेंगी।
शुक्रवार को शिमला के माल रोड पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के काफिले के गुजरने की रिहर्सल भी की गई।
शेड्यूल के मुताबिक 5 मई को राष्ट्रपति कैचमेंट एरिया का दौरा करेंगी, जबकि 6 को राष्ट्रपति केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला (HPCU) के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी।
7 को सुबह संकट मोचन व तारादेवी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी और दोपहर बाद मालरोड, रिज मैदान में सैर करेंगी।
शाम को गेयटी थियेटर में सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। राष्ट्रपति 8 मई को सुबह शिमला से वापस दिल्ली के लिए रवाना होंगी। इस दौरान दी रिट्रीट राष्ट्रपति निवास आम जनता और पर्यटकों के लिए बंद रहेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे चप्पे पर पुलिस का पहरा रहेगा और एक हजार से अधिक पुलिस जवान सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किए गए हैं।
शिमला। कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार आनंद शर्मा प्रचार में जाने से पहले शिमला के कालीबाड़ी मंदिर पहुंचे। यहां पर पूजा-अर्चना करने के बाद वह कांगड़ा के लिए निकल गए।
कांगड़ा जाने से पहले आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा निशाना साधा और कहा कि देश में लोकतंत्र बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी चुनाव लड़ रही है उन्हें भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने का सौभाग्य मिला है जिसे पूरी तत्परता से लड़ा जाएगा।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव का परिणाम आने से पहले ही नतीजे बताने शुरू कर दिए हैं जो प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं है। राहुल गांधी भी रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि अमेठी से भी उम्मीदवार दे दिया गया है।
कांग्रेस चुनाव लड़ने से नहीं डर रही है। कांगड़ा और हिमाचल के लिए पिछले दशकों में कई संस्थान खोले गए हैं जिसको लेकर जनता अवगत है।
हिमाचल प्रदेश की जनता, सरकार व संगठन उनके साथ है। आनंद शर्मा ने कहा कि शिमला मेरी जन्म भूमि है, जबकि देश, प्रदेश मेरी कर्म भूमि है। अपने राजनीतिक जीवन में हर चुनौती का सामना किया है, अब नई चुनौती का भी सामना करेंगे।
उन्होंने ये भी कहा कि शांता कुमार पूर्व मुख्यमंत्री है उन्हें 1500 रुपए कहां से देने हैं इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए यह काम वर्तमान सीएम और कैबिनेट का है।
शिमला। राजधानी शिमला के रिज पर चर्च के बाहर प्रदेश में बनने वाले हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शनी लगाई गई है। हैरानी की बात है कि इस प्रदर्शनी में हिमाचल के बने उत्पाद नहीं, बल्कि बाहरी राज्यों के स्टाल लगाए गए हैं।
इसमें कपड़े और आर्टिफिशियल ज्वैलरी के स्टाल शामिल हैं। इससे स्थानीय व्यापारी भड़क गए हैं और नगर निगम व जिला प्रशासन से इस प्रदर्शनी को बंद करने की मांग उठाई है।
व्यापारियों ने आरोप लगाया कि बाहरी राज्यों के व्यापारियों से लाखों रुपए लेकर स्टाल लगाए जा रहे हैं, जिससे यहां के स्थानीय दुकानदारों को काफी नुकसान हो रहा है।
इसको लेकर शिमला मालरोड ओर लक्कड़ बाजार के व्यापारियों ने नगर निगम के महापौर को ज्ञापन सौंप कर इसे बंद करवाने की गुहार लगाई। साथ ही दुकानें बंद कर धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी।
व्यापारियों का कहना है कि हर महीने नगर निगम और जिला प्रशासन रिज पर प्रदर्शनी लगा देता है। बाहरी राज्यों से यहां पर व्यापारी आते हैं और जिससे यहां के स्थानीय व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है।
नियमों को ताक पर रख कर यहां प्रदर्शनी लगाई जा रही है। इस तरह की गतिविधियां यदि बंद नहीं की गई तो सभी स्थानीय दुकानदार दुकानें बंद कर आंदोलन शुरू कर देंगे।
शिमला। हिमाचल में खराब मौसम ने किसानों को ही नहीं बागवानों को भी चिंता में डाला है। पिछले साल के आर्थिक नुकसान के तले दबे हुए हिमाचल प्रदेश के सेब कारोबार से संबंधित लोगों में इस बार फिर से खराब मौसम के कारण डर और अनिश्चिता का माहौल बना हुआ है।
सेब उगाने वाले बागवान, मंडियों को संचालित करने वाले आढ़ती, सेब की आवागमन से जुड़े ट्रांसपोर्टर व निजी सीए स्टोर ऑपरेटर्स मौसम में आए अचानक बदलाव से चिंतित हैं।
हिमाचल में मौसम ने एक बार फिर गलत समय पर करवट ली है और बेमौसम बरसात ने पेड़ों की फ्लावरिंग और सेटिंग को नष्ट करना शुरू कर दिया है। इस समय हिमाचल में जहां तापमान 24 डिग्री के आसपास और खिली धूप वाला होना चाहिए था। वहीं, करीब-करीब पूरे प्रदेश में फिर से हल्की ठंड और बदली का मौसम बना हुआ है।
बता दें कि इन दिनों सेब में फ्लावरिंग का समय है। इस समय भारी ओलावृष्टि नुकसान का कारण बनती है। बताया जा रहा है कि लगातार भारी ओलावृष्टि से कुल्लू के लगभग एक दर्जन गांवों में सेब फसल पूरी तरह तबाह हो गई है।
कई जगह सेब के पेड़ों से फूल झड़ गए हैं और हेलनेट फट गए हैं। वहीं, जिन बगीचों में एंटी हेलनेट नहीं थी, उनसे फूलों के साथ पत्ते भी गिर गए और इससे सेब की टनहियां व पेड़ भी टूट गए हैं।
बात यहां पर आकर भी नहीं रुकती है। तापमान का कम और ज्यादा होना भी जख्मों पर नमक छिड़क रहा है। इसका सीधा असर फसलों पर पड़ रहा है। मधुमक्खियां भी सही से परागण नहीं कर पा रही हैं।
एक बात तो है कि सही फ्लावरिंग न होने से उत्पादन पर भी गहरा असर पड़ेगा। यह न केवल बागवानों बल्कि प्रोक्योरमेंट सेंटर्स का संचालन करने वाली निजी कंपनियों के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के साथ इन कंपनियां की नजर भी मौसम की हर अपडेट पर है।
आगे कैसे रहेंगे मौसम के मिजाज
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की 2 मई की अपडेट देखें तो कल से मौसम फिर करवट बदल सकता है। 3 मई को मध्य पर्वतीय और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की संभावना है। वहीं, 4 और 5 मई को पूरे हिमाचल में मौसम खराब रहने का अनुमान है।
ये दो दिन एक दो स्थानों पर आंधी, तूफान के साथ बिजली चमकने की संभावना को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। 6, 7 और 8 मई को भी मध्य पर्वतीय और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम खराब बना रह सकता है। लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा आदि में बर्फबारी की संभावना है।
सेब के प्रति बॉक्स 800 से 100 रुपए घाटा
हिमाचल में सेब कारोबारियों को इस साल के मुनाफे से ज्यादा बड़ी चिंता इस बात की है कि पिछले साल के नुकसान और कर्ज की भरपाई हो पाएगी या नहीं। वर्तमान हालात ऐसे हैं कि प्रति बॉक्स पर 800-1000 रुपए (40 – 50 रुपए प्रति किलो) तक का नुकसान चल रहा है।
साल 2023 की प्राकृतिक त्रासदी के चलते हिमाचल प्रदेश की आधी से ज्यादा सेब की फसल बर्बाद हो गई थी। हालत ऐसे हो गए थे कि किसानों की साल भर की मेहनत के बावजूद भी उनकी कमाई लागत से भी काम रही।
हालांकि, शुरुआत के कुछ दिनों में सेब की कीमत में कुछ सुधार दिखा था, लेकिन क्वालिटी के आभाव के कारण वो भी ज्यादा दिन टिक नहीं सका। जिन लोगों ने सेब के भंडारण के जरिये कुछ बेहतर कमाई की उम्मीद की थी, उचित मूल्यों के अभाव में उन्हें और भी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है।
2023 में दोनों तरफ से पड़ी मार
सेब कारोबारियों को 2023 में दोनों तरफ से मार पड़ी है। न तो सेब अच्छी क्वालिटी का पैदा हो सका और न ही उचित मात्रा में मंडियों तक सेब पहुंच पाया। लोगों को इस साल से काफी उम्मीदें थीं।
इसके चलते बागवान नुकसान के बावजूद इस उम्मीद पर कारोबार में टिके रहे कि अगले साल मौसम की मार नहीं पड़ेगी। यहां गौर करने की बात यह है कि सेब का भंडारण और ट्रांसपोर्ट में अच्छी खासी लागत आती है और मुनाफे का मार्जिन हमेशा काफी कम होता है।
ऐसे में बागवानों को उम्मीद यह रहती है कि सेब की अच्छी क्वालिटी हो और सप्लाई सुचारू रूप से चले।
वर्तमान में स्थिति यहां तक खराब बताई जा रही है कि कुछ निजी स्टोर ऑपरेटर्स पिछले साल के रेट पर खरीदी करने की हालत में ही नहीं हैं। अब सरकारी मदद की आस लगाए बागवान और बाकी व्यवसायी इसी उम्मीद में हैं कि किसी तरह से बची फसल सही समय पर बिना किसी नुकसान के तैयार हो जाए।