शिमला। हिमाचल प्रदेश में पश्चिम विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के कई भागों में आज यानी मंगलवार से छह दिन तक मौसम खराब रहने की संभावना है। राजधानी शिमला व आसपास भागों में आज हल्की धूप खिलने के साथ बादल छाए हुए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मौसम वैज्ञानिक संदीप शर्मा ने बताया कि आज और कल हिमाचल के कुछ स्थानों पर बारिश, जबकि 28 से 31 मार्च तक मध्य और उच्च पर्वतीय कई स्थानों पर बारिश बर्फबारी की संभावना है। वहीं, निचले और मैदानी भागों में बारिश के आसार हैं। इस दौरान कई स्थानों पर अंधड़ और ओलावृष्टि के येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। तापमान में कुछ बढ़ोतरी दर्ज की गई है। प्रदेश के ऊना जिला में सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज। किया गया है।
शिमला। हिमाचल में 17 फरवरी, 2024 से मौसम बिगड़ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार 18 से 21 फरवरी तक एक दो स्थानों पर ओले पड़ने और भारी बारिश व बर्फबारी की संभावना है। इसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
पिछले 24 घंटे में हिमाचल में मौसम शुष्क रहा है। निचली पहाड़ियों और मैदानी क्षेत्रों के लिए औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे था और मध्य व ऊंची पहाड़ियों के लिए औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे रहा है।
हिमाचल में औसत अधिकतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर था। वीरवार को कुकुमसेरी का सबसे कम न्यूनतम तापमान -09.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। बुधवार को ऊना का सबसे अधिक उच्चतम तापमान 26.2 डिग्री था।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार 31 जनवरी को चंबा, कुल्लू. मंडी, शिमला, कांगड़ा, लाहौल स्पीति और किन्नौर व 1 फरवरी को चंबा, कुल्लू, कांगड़ा और लाहौल-स्पीति जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बर्फबारी होने की संभावना है।
शिमला। हिमाचल के सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय ने राज्य सरकार से केंद्रीय कानून को जल्द लागू करने की मांग की है। हाटी विकास मंच ने सरकार को दिवाली तक का अल्टीमेटम दिया है।
दिवाली तक अगर एसटी दर्जे को लेकर कानून लागू नहीं किया गया तो हाटी सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।
हाटी विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता रमेश सिंगटा आदि ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार को चेताया है। प्रदीप सिंगटा और रमेश सिंगटा ने कहा कि प्रदेश सरकार जानबूझकर कर सिरमौर जिला के हाटी समुदाय को जनजाति दर्जा देने को लेकर बने कानून को लागू करने में देरी कर रही है।
सरकार संविधान और संसद का अपमान कर रही है। वे मुख्यमंत्री से भी मिले, लेकिन अब बातचीत का दौर खत्म हुआ। अब हाटी समुदाय सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगा।
उन्होंने कहा कि हाटी समुदाय सरकार को दिवाली तक का समय देता है, अगर दिवाली तक यह कानून लागू नहीं किया जाता है तो हाटी समुदाय सड़कों पर उतरेगा और महामहिम का दरवाजा खटखटाएगा।
प्रदीप सिंगटा और रमेश सिंगटा ने कहा कि एससी समुदाय अगर एसटी का हिस्सा नहीं बनना चाहता है तो उनकी इच्छा है और हाटी समुदाय को इसमें कोई आपत्ति नहीं है।
मगर सरकार जिन लोगों को केंद्र सरकार की ओर से यह सौगात दी गई है, उनके लिए जल्द से जल्द कानून को लागू करें, ताकि लाभार्थी व्यक्ति भी इसका लाभ उठा सकें।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के ट्रांस गिरिपार इलाके के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया गया। इसको लेकर पहले संसद के दोनों सदनों से बिल पास हुआ, जिसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हस्ताक्षरों के बाद हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की अधिसूचना जारी हुई।
वहीं, इस क्षेत्र में रहने वाले अनुसूचित जाति के लोगों ने इसको लेकर आपत्ति जताते हुए हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की। जिसको लेकर मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव और ज्योत्सना रेवाल दुआ की खंडपीठ ने सुनवाई की और केंद्र व हिमाचल प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया। मामले में अगली सुनवाई 18 नवंबर को होनी है।
वहीं, हिमाचल प्रदेश सरकार में उद्योग मंत्री और सिरमौर से विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि राष्ट्रपति की अधिसूचना के बाद ट्रांस गिरिपार के जनजातीय समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया गया है, लेकिन इसमें एक बड़ी समस्या यह है कि राष्ट्रपति और अंडर सेक्रेटरी की अधिसूचना में अंतर है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति की अधिसूचना में गिरिपार क्षेत्र के सभी लोगों को एसटी के दर्जे में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि अब ऐसे में दोनों अधिसूचनाओं में अंतर है और राष्ट्रपति की अधिसूचना अंतिम मानी जाती है, लिहाजा इस क्षेत्र में कई लोग जो अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं, वे एसटी (ST) कैटेगरी का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं।
इन लोगों की ओर से हाईकोर्ट में सिविल याचिका भी दाखिल की गई है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के अनुसूचित जाति के लोगों की मांग जायज है, ऐसे में अब प्रदेश सरकार केंद्र को एक पत्र लिखेगी, जिसमें केंद्र से इस बाबत स्पष्टीकरण मांगा जाएगा कि किस अधिसूचना को सही माना जाए।
शिमला। जल रक्षक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल मांगों को लेकर आज मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओक ओवर में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिला। संघ के पदाधिकारियों कहना है कि वे लंबे समय से अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रख रहे हैं। अगर अब मांगों पर सुनवाई नहीं होती है तो विधानसभा के मानसून सत्र में वे परिवार सहित धरने पर बैठेंगे।
जल रक्षक संघ के अध्यक्ष ज्वालु राम ने कहा कि उनके अनुबंध का समय 12 साल से कम किया जाए। उन्होंने कहा कि जो लोग 12 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, उन्हें अनुबंध पर लाया जाए। उन्हें 4500 मानदेय दिया जाता है, वह काफी कम है। उससे परिवार का पालन पोषण करना संभव नहीं है।
मानदेय बढ़ाकर 9300 किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर आगामी कैबिनेट बैठक में उनकी मांगों पर फैसला नहीं होता है तो परिवार सहित विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान घेराव किया जाएगा।
मंडी।हिमाचल में सूरज की तपिश बढ़ने लगी है। अधिकतम तापमान अभी सामान्य से अधिक चल रहा है। न्यूनतम तापमान सामान्य है। मौसम विज्ञान केंद्र में आगे मौसम बिगड़ने की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र की अपडेट के बाद मंडी जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा 24 से 26 मई तक मंडी जिला के कई स्थानों पर बारिश, तेज हवाएं एवं बिजली चमकने की चेतावनी जारी की है।
इस चेतावनी के दृष्टिगत जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी के अध्यक्ष एवं डीसी अरिंदम चौधरी ने लोगों से 24 से 26 मई तक ऊपरी/पहाड़ी भागों में जाने से परहेज करने एवं अपने घरों में सुरक्षित स्थानों पर रहने का आग्रह किया है।
मंडी डीसी ने जिला के पंचायत प्रधानों, गैर सरकारी संगठनों, ट्रैकर्स एवं नागरिकों से भी अनुरोध किया है कि वे इस बारे लोगों को जानकारी प्रदान करें, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। उन्होंने आग्रह किया कि आपदा की स्थिति में सहायता के लिए पर्यटक व आम नागरिक जिला आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र के दूरभाष नंबर 1905-226201, 202, 203, 204 अथवा टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क कर सकते हैं।
बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला 26 मई तक हिमाचल में मौसम खराब रहने की संभावना व्यक्ति की है। इसमें 23 और 24 मई को ऑरेंज अलर्ट जारी है। ऑरेंज अलर्ट के अनुसार दो दिन मैदानी, निचली और मध्य पहाड़ियों पर एक दो स्थानों पर भारी बारिश, गरज के साथ बिजली गिरने, ओलावृष्टि व तेज हवाएं चलने की संभावना व्यक्त की है। हवाओं की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है।
तापमान की बात करें तो पिछले कल ऊना का अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। केलांग का सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
शिमला।हिमाचल में एक दिन नहीं बल्कि दो दिन भारी बारिश की चेतावनी जारी हुई है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ एक मई की रात उत्तर पश्चिमी भारत को प्रभावित कर सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की आज की अपडेट के अनुसार पहली और 2 मई को मैदानी, निचली और मध्य पहाड़ियों पर एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
साथ ही गरज के साथ बिजली गिरने और ओलावृष्टि का भी अनुमान है। हिमाचल में 4 मई तक मौसम के मिजाज बिगड़े रह सकते हैं। प्रदेश में पहली और दो मई के अलावा 29 और 30 अप्रैल के लिए भी येलो अलर्ट है। यह येलो अलर्ट गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना को लेकर जारी किया गया है।
हिमाचल में पिछले 24 घंटे की बात करें तो अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई है। ऊंचे क्षेत्रों में एक-दो क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी भी हुई है। हिमाचल में पिछले 24 घंटे की बात करें तो अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई है।
ऊंचे क्षेत्रों में एक-दो क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी भी हुई है। बंजार और सुजानपुर में 28-28, खदरला में 22, भरमौर में 17, मनाली में 16, चंबा में 15, कुकमसेरी में 13-13, जोगिंद्रनगर में 12, कोठी, रोहड़ू, रामपुर, सराहन और मंडी में 11-11, बजौरा में 10, जंजहैली व बैजनाथ में 8-8 मिलीमीटर बारिश हुई है। गोंदला 11 और केलांग में 6 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की है। हिमाचल में औसत न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से कम हैं।
प्रदेश में 3 मई तक बिगड़े रह सकते हैं मौसम से मिजाज
शिमला।हिमाचल में मौसम ने करवट बदली है। बारिश और बर्फबारी के चलते न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की है। इसके चलते लोग एक बार फिर गर्म कपड़े पहनने को मजबूर हो गए हैं। आज केलांग का सबसे कम न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री और बुधवार को ऊना का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है।
हिमाचल में अभी तीन मई तक मौसम के मिजाज बिगड़े रह सकते हैं। एक मई को निचली और मध्य पहाड़ियों शिमला, मंडी, कुल्लू, चंबा के कुछ क्षेत्र, सोलन, सिरमौर, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा में एक दो स्थानों पर भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा 27 और एक मई को मैदानी, निचली और मध्य पहाड़ियों पर गरज के साथ बिजली गिरने और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की आज की अपडेट के अनुसार हिमाचल में पिछले 24 घंटे में अनेक स्थानों पर हल्की और मध्यम बारिश हुई है। ऊंचे क्षेत्रों में एक दो स्थानों पर हल्का हिमपात हुआ है।
तीसा में 36, गगल में 30, सुंदरनगर में 24, पंडोह और चंबा में 23-23, कोटखाई में 22, मंडी में 15, भरमौर, डलहौजी और सराहन में 14-14, पालमपुर, चुवाड़ी में 13-13, राजगढ़ में 11, कुकुमसेरी और बैजनाथ में 10-10 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की है। लाहौल स्पीति के उदयपुर में एक सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है।
एक पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र को कर सकता है प्रभावित
शिमला/मंडी। हिमाचल में कल यानी 26 अप्रैल से मौसम बिगड़ सकता है।कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की अपडेट के अनुसार 29 अप्रैल तक मौसम बिगड़ा रह सकता है। ये चार दिन येलो अलर्ट भी जारी किया गया है। 26 और 27 अप्रैल को मैदानी, निचली और मध्य पहाड़ियों पर गर्जन के साथ बिजली गिरने और ओलावृष्टि की संभावना है। बता दें कि 26 अप्रैल से एक पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा 26 व 27 अप्रैल को मंडी जिला के कई स्थानों पर वर्षा, तेज हवाएं एवं बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी के मध्यनजर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी के अध्यक्ष एवं डीसी अरिंदम चौधरी ने 26 व 27 अप्रैल को उपरी/पहाड़ी भागों में जाने से परहेज करने एवं अपने घरों में सुरक्षित स्थानों पर रहने का आग्रह किया है।
डीसी ने जिला के पंचायत प्रधानों, गैर सरकारी संगठनों, ट्रैकर्स एवं नागरिकों से भी अनुरोध किया है कि वे मौसम के बारे लोगों को जानकारी प्रदान करें, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। उन्होंने आग्रह किया कि आपदा की स्थिति में सहायता के लिए पर्यटक व आम नागरिक जिला आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र के दूरभाष नंबर 1905-226201, 202, 203, 204 अथवा टोल फ्री नम्बर 1077 पर संपर्क कर सकते हैं।
वहीं, हिमाचल में तापमान की बात करें तो औसत न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य रहे हैं। आज सबसे कम न्यूनतम तापमान केलांग में 0.1 डिग्री और सोमवार को ऊना में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में बढ़ती गर्मी के बीच भारी बारिश और ओलावृष्टि के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की आज की अपडेट के अनुसार 17 और 18 अप्रैल को मैदानी, निचली और मध्य पर्वतीय पहाड़ियों में गरज के साथ बिजली गिरने और ओलावृष्टि की संभावना है।
18 और 19 अप्रैल को निचले और मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में 17 अप्रैल से मौसम बिगड़ सकता है। 17 अप्रैल को पूरे प्रदेश में एक दो, 18 अप्रैल को अनेक और अधिकांश क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का अनुमान है।
हालांकि, 16 अप्रैल को भी मैदानी क्षेत्रों को छोड़कर मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम खराब रहने का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे में एक-दो स्थानों पर बारिश हुई है। रोहड़ू में पांच और सराहन में 4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।
हिमाचल प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक हैं। आज केलांग का सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.0 सेल्सियस और शुक्रवार को ऊना का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 39.0 डिग्री दर्ज किया गया है।