इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना के तहत मिलने हैं पैसे
शिमला। हिमाचल में 18 साल से 59 तक की महिलाओं को 1500 रुपए सम्मान निधि को लेकर इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना शुरू की है। योजना को लेकर लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दी गई है, लेकिन लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग की तरफ से फॉर्म जमा करवाने पर रोक लगाई गई है।
हाल ही में सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें चल रही हैं जिसमें कहा जा रहा है कि इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना के लिए फॉर्म जमा करवाने का काम फिर से शुरू हो गया है।
ये खबर सामने आने के बाद से महिलाओं में फिर संशय पैदा हो गया है कि फॉर्म जमा करवाएं या नहीं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंदिरा गांधी प्यारी बहना सम्मान निधि योजना के फॉर्म अभी जमा नहीं होंगे। फिलहाल ऐसे कोई निर्देश जिला कल्याण विभाग को नहीं मिले हैं।
हमीरपुर जिला कल्याण अधिकारी और कांगड़ा जिला कल्याण अधिकारी का कार्यभार देख रहीं गीता मरवाहा ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि उन्हें चुनाव आयोग की तरफ से फॉर्म जमा करवाने को लेकर किसी तरह के निर्देश नहीं आए हैं।
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता के सवाल पर कहा कि उनसे अपना घर नहीं संभल पा रहा है, वह हमारे ऊपर आरोप लगा रहे हैं। पिछले कई महीनों से लगातार उनके विधायक आरोप लगा रहे थे कि उनका मुख्यमंत्री सुनता नहीं है।
उनके खुद के काम अपनी सरकार में नहीं हो रहे थे, जो जनता से वादे किए गए थे, वे पूरे नहीं हुए। सरकार बनने के पहले दिन से उनका अहंकार झलक रहा था। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि जहां 95 फीसदी हिंदू रहते हैं, वहां हमने हिंदुओं को हराकर सरकार बनाई है। आज 15 महीने बीत जाने के बाद भी नारी शक्ति को वादे के मुताबिक 1500 प्रति महीने नहीं मिले।
5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, नहीं दिया। 2 प्रति किलो गोबर और 100 प्रति किलो दूध खरीदने का वादा किया था, नहीं पूरा किया। स्टार्टअप फंड के लिए 600 करोड रुपए नहीं दिए। फल किसानों को सही और मुंह मांगे दाम देने का वादा किया था, नहीं दिया। आलम ये था कि किसानों को अपने फल नदी में बहाने पड़े।
राहुल गांधी द्वारा शक्ति पर दिए गए बयान के ऊपर प्रतिक्रिया देते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि सनातन की भक्ति शक्ति में है और देश की प्रत्येक माता और बहन हमारे लिए शक्ति स्वरूप है।
कांग्रेस पार्टी शक्ति के बहाने मातृशक्ति के स्वाभिमान को कुचलना चाहती है और ये ज़्यादा पुरानी बात नहीं है, जब हिमाचल में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में अपनी जीत को 95 फीसदी हिंदुओं की हार के रूप में दिखाया था।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि हम हिंदू बुराइयों से लड़ने के लिए शक्ति की पूजा करते हैं, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी शक्ति को ही खत्म करना चाहते हैं। उनके साथी सनातन धर्म को खत्म करने की बात करते हैं।
दरअसल कांग्रेस पार्टी शक्ति के बहाने मातृशक्ति के स्वाभिमान को कुचलना चाहती है, लेकिन ये बार बार भूल जाते हैं कि ना कोई कभी सनातन को खत्म कर पाया था, ना कर पाएगा। ना कोई शक्ति को दबा पाया है और ना दबा पाएगा।
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि पहले जो काम राहुल गांधी के छुटभैये नेता करते थे, वह काम अब राहुल गांधी स्वयं कर रहे हैं। श्री राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान तमिलनाडु देश का एक राज्य ऐसा भी था, जिसने वहां के मंदिरों में इसके सीधे प्रसारण पर रोक लगाई थी।
इसके लिए सुप्रीम कोर्ट को अपना निर्णय देना पड़ा। इसी राज्य के मुख्यमंत्री के बेटे सनातन को बीमारियों से जोड़कर खत्म करने की बात करते हैं। उसी राज्य सरकार में घोटाले के आरोपी मंत्री सनातन पर नकारात्मक टिप्पणी करते हैं।
जिला कल्याण अधिकारी ने निदेशालय से मांगी डायरेक्शन
धर्मशाला/हमीरपुर। हिमाचल में महिला सम्मान निधि योजना के तहत महिलाओं को 1500 रुपए सम्मान राशि मिलनी है। सरकार की अधिसूचना के अनुसार 1 अप्रैल 2024 से सम्मान राशि मिलेगी। इसको लेकर फॉर्म भरने की प्रक्रिया जारी है। फॉर्म संबंधित तहसील कल्याण अधिकारी ऑफिस में जमा करवाए जा रहे हैं।
लेकिन, लोकसभा चुनाव आचार संहिता के मध्यनजर जिला कल्याण अधिकारी ने आवेदन जमा करने पर रोक लगा दी है। कांगड़ा और हमीरपुर जिला कल्याण अधिकारी ने इस बारे निदेशालय से डायरेक्शन मांगी है। लिखित में कुछ डायरेक्शन आने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।
हमीरपुर जिला कल्याण अधिकारी और कांगड़ा जिला कल्याण अधिकारी का कार्यभार देख रहीं गीता मरवाहा ने कहा कि फोटो वाले आवेदन तो बंद कर दिए थे। पर अब आचार संहिता के चलते साधे आवेदन लेना भी बंद कर दिया है।
क्योंकि इसको लेकर अभी किसी प्रकार के लिखित आदेश हमारे पास नहीं पहुंचे हैं। इसको लेकर निदेशालय से डायरेक्शन मांगी गई है। लिखित में डायरेक्शन आने के बाद ही आगामी निर्णय लिया जा सकता है। तब तक आवेदन जमा नहीं किए जाएंगे।
एक परिवार से एक से ज्यादा पात्र महिलाओं मिलेगी सम्मान राशि
शिमला। हिमाचल में 18 साल से ऊपर की महिलाओं को 1500 रुपए सम्मान राशि देने के लिए इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि की योजना शुरू की है। महिलाओं को 1 अप्रैल 2024 से सम्मान निधि मिलेगी। इसके लिए फॉर्म भरे जा रहे हैं।
अगर किसी महिला का ससुर पेंशन ले रहा है और वह अन्य सभी औपचारिकताएं पूरी करती है तो वह महिला सम्मान निधि के लिए पात्र होगी। हालांकि, पेंशनर की बेटियों को सम्मान निधि नहीं मिलेगी।
हम आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों और कैसे होगा। इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि की योजना के तहत जारी अधिसूचना के अनुसार 18-59 वर्ष (59 साल की आयु पूरी होने तक) आयु वर्ग महिलाएं, जो हिमाचल प्रदेश की स्थाई निवासी हों इसके लिए पात्र होंगी।
साथ ही जिनके परिवार से कोई सदस्य केंद्र/राज्य सरकार के कर्मचारी/पेंशनर, अनुबंध/आउटसोर्स/दैनिक वेतन भोगी/अंशकालिक आदि वर्ग के कर्मचारी हो।
सेवारत/भूतपूर्व सैनिक व सैनिक विधवाएं, मानदेय प्राप्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका/आशा वर्कर/ मिड डे मील वर्कर/मल्टी टास्क वर्कर/सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थी, पंचायत राज संस्थाओं/शहरी स्थानीय निकायों के कर्मचारी, केंद्र/राज्य सरकार के अंतर्गत विभिन्न सार्वजनिक उपक्रम/बोर्ड/काउंसिल/एजेंसी में कार्यरत/पेंशनभोगी, वस्तु एवं सेवा कर के लिए पंजीकृत व्यक्ति और आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
नोटिफिकेशन के अनुसार परिवार से तात्पर्य पति/पत्नी, व्यस्क/अव्यस्क पुत्र/अविवाहित पुत्रियां बताया गया है। इसमें बहू का जिक्र नहीं है। ऐसे में पेंशनर की बहू 1500 रुपए के लिए पात्र होंगी। बशर्ते उसका पति उक्त सरकारी कर्मचारी या उक्त श्रेणी में न हो और बाकी शर्ते पूरी करती हो।
वहीं, अब आवेदन फॉर्म के साथ परिवार नकल लगाना जरूरी कर दिया है। इसको लेकर नोटिफिकेशन में बाद में संशोधन हुआ है। पहले परिवार नकल की शर्त नहीं थी। पर परिवार की परिभाषा सत्यापित करने के लिए परिवार की नकल जरूरी कर दी है। इसलिए महिलाएं आवेदन फॉर्म के साथ परिवार की नकल भी जरूर लगाएं।
कांगड़ा जिला कल्याण अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार देख रहीं जिला कल्याण अधिकारी हमीरपुर गीता मरवाहा ने कहा कि अगर किसी महिला का ससुर पेंशन लेता है और महिला बाकी औपचारिकताएं पूरी करती है तो महिला सम्मान निधि के लिए पात्र होगी। वहीं, आवेदन के साथ अब परिवार नकल लगाना जरूरी कर दिया है।
यह है योजना की नोटिफिकेशन में
अधूरे/अपात्र श्रेणी के आवेदनों को 15 दिन के भीतर आवेदिका (जिसने आवेदन किया है) को टिप्पणी सहित वापस भेजने होंगे। यानी अधिकारी को बताना होगा कि आपका आवेदन अधूरा है या आवेदन किसी वजह से आप सम्मान निधि के लिए अपात्र हैं।
सुख सम्मान निधि की राशि की स्वीकृति प्रदान करने के लिए जिलों के डीसी, आवासीय आयुक्त पांगी, अतिरिक्त उपायुक्त/अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी काजा व भरमौर, एसडीएम डोडरा क्वार अपने कार्यक्षेत्र में सक्षम अधिकारी होंगे।
तहसील कल्याण अधिकारी लाभार्थियों की सूची पंचायत/शहरी स्थानीय निकायवार संकलित करके बाल विकास परियोजना अधिकारी के माध्यम से प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को रिकॉर्ड के लिए प्रदान करेंगे।
वहीं, किसी भी लाभार्थी के खिलाफ यदि अपात्र होने की शिकायत प्राप्ति पर एक माह के भीतर जिला कल्याण अधिकारी या तहसील कल्याण अधिकारी द्वारा छानबीन के बाद ऐसे लाभार्थी की सुख सम्मान निधि तत्काल प्रभाव से अस्थाई तौर पर रोक दी जाएगी। लाभार्थी को एक सप्ताह के भीतर पत्र के माध्यम से इसकी सूचना देनी होगी।
स्वीकृत सुख सम्मान निधि धारकों की समय-समय पर जिला कल्याण अधिकारी और तहसील कल्याण अधिकारी द्वारा अपने प्रवास के दौरान योजना में पात्रता की शर्तों के बारे जांच करेंगे और सुख सम्मान निधि धारकों की पात्रता सुनिश्चित करेंगे।
जिला कल्याण अधिकारी/तहसील कल्याण अधिकारी योजना के कुल लाभार्थियों के क्रमश: 10 फीसदी और 25 फीसदी का निरीक्षण प्रत्येक वर्ष करेंगे। लाभार्थी की मृत्यु/अपात्रता की सूचना संबंधित ग्राम पंचायतों/शहरी निकायों के सक्षम अधिकारी द्वारा 15 दिन के भीतर तहसील कल्याण अधिकारी को दी जाएगी।
सुख सम्मान निधि प्राप्त करने के लिए इच्छुक महिला को निर्धारित प्रपत्र-1 (आवेदन फॉर्म) पर संबंधित तहसील कल्याण अधिकारी को आवेदन करना होगा। प्रार्थना पत्र जिला कल्याण अधिकारी और तहसील कल्याण अधिकारी के कार्यालय में निशुल्क प्राप्त होंगे। इसके अतिरिक्त प्रार्थना पत्र विभागीय वेबसाइट www.esomsa.hp.gov.in पर भी उपलब्ध होंगे।
प्रार्थना पत्र फोटो पर पार्थी की फोटी भी लगेगी। इसके साथ वैद्य आयु प्रमाण पत्र (10वीं का प्रमाण पत्र या अन्य ), हिमाचली बोनाफाइड/मूल निवासी प्रमाणपत्र, बैंक/डाकघर खाते की पासबुक , आधार कार्ड और राशन कार्ड की फोटो कापी लगानी होनी। साथ ही परिवार की नकल भी जरूरी है। बौद्ध भिक्षुणियों के लिए पंचायत अथवा बौद्ध मठ की मुख्य भिक्षुणी (मुख्य चोमो) द्वारा जारी प्रमाण पत्र लगाना होगा।