मंडी। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मंडी के 6 मील में पहाड़ से मलबा हटाने के कार्य को लेकर बड़ी अपडेट है। पहाड़ से मलबे को हटाने के लिए लगाया जा रहा ब्लॉकेज शिवरात्रि मेले के दौरान नहीं लगाया जाएगा। बचा हुआ कार्य शिवरात्रि मेले के बाद होगा। यह जानकारी मंडी पुलिस ने सोशल मीडिया पर दी है।
बता दें कि मंडी और पंडोह के बीच नेशनल हाईवे पर 6 मील में पिछले एक साल में चट्टानें और मलबा गिरने से तीन लोगों की मौत हुई है। इसमें आठ साल का बच्चा भी शामिल है।
चट्टानें और पत्थर गिरने की की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके कारण की वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई लोग मौत के मुंह में जाने से बचे हैं। यहां पर भारी चट्टानें और मलबा खतरनाक स्थिति में हैं।
इसके चलते एनएचएआई ने मलबे को पूरी तरह साफ करने का फैसला लिया था। इसके चलते 21 फरवरी से दिन में दो बार दो-दो घंटे के लिए मार्ग बंद किया जा रहा था। यह सुबह 10 से 12 और दोपहर 2 से 4 बजे तक बंद किया जा रहा था।
मंडी। हिमाचल के मंडी-कुल्लू पंडोह डैम सड़क मार्ग को लेकर बड़ी अपडेट है। पंडोह डैम बाईपास लिंक रोड पर तारकोल बिछाने का काम जो कुछ दिन से बजट उपलब्ध न होने के कारण रोक दिया गया था, दोबारा शुरू किया जा रहा है। प्रतिदिन काम दो शिफ्ट में दो-दो घंटे किया जाएगा।
पहली शिफ्ट सुबह 11 से 1 और दूसरी दोपहर बाद साढ़े तीन से साढ़े 5 बजे तक होगी। इस कार्य के दौरान ट्रैफिक बाधित रहेगी। मंडी-कुल्लू के बीच में यात्रा करने वालों को सलाह दी जाती है कि दिन के समय कमांद कटौला सड़क से यात्रा करें।
वहीं, आधी रात 12 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक इस लिंक रोड पर पत्थर गटका बिछाने का काम किया जाएगा, जिस दौरान यह पूर्णतया बंद रहेगा। यह कार्य अगले पांच दिन तक चलने की संभावना है। तब तक उपरोक्त व्यवस्था जारी रहेगी।
बता दें कि अगस्त में बाढ़ से नेशनल हाईवे पंडोह के पास बह गया था। इसकी बहाली के लिए अभी करीब डेढ़ से दो माह का और वक्त लगेगा। ऐसे में ट्रैफिक कच्चे तंग बाईपास लिंक रोड से चलाया जा रहा है। इस मार्ग को पीडब्ल्यूडी द्वारा पक्का किया जा रहा है।
मंडी। हिमाचल के मंडी जिला में पंडोह डैम बाईपास लिंक रोड के रखरखाव व मरम्मत के लिए आज फिर पांच घंटे ट्रैफिक बंद रखा जाएगा। मंगलवार रात 12 बजे से 4 अक्तूबर सुबह 5 तक ट्रैफिक बंद रखा जाएगा।
एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि इस दौरान सड़क के तंग हिस्सों को चौड़ा किया जाएगा ताकि पूरे बाईपास रोड से छोटे वाहनों का दोतरफा ट्रैफिक निकल सके।
इस दौरान छोटे वाहन कुल्लू-मंडी के बीच में वाया कमांद-कटौला यात्रा कर सकते हैं लेकिन बड़े वाहनों को इंतजार करना पड़ेगा। बता दें कि एनएच 21 पंडोह डैम के पास कैंची मोड़ पर 14 अगस्त के फ्लैश फ्लड में बह गया था। इसलिए पंडोह डैम के पीछे 400 मीटर एक अस्थाई लिंक रोड बनाया गया, जिसे गांव की एक सड़क के साथ जोड़ा गया।
वाहनों की आवाजाही के लिए यहां 4.5 किलोमीटर की दूरी का एक बाईपास लिंक रोड बनाया गया, जिस पर एनएच का सारा ट्रैफिक चलाया जा रहा है।
यह एक अस्थिर संकरी कच्ची सड़क है, जो कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त है, इसलिए इस लिंक रोड पर एनएच यातायात को बारी-बारी से एक तरफा चलाया जा रहा है। छोटे वाहनों को दो तरफा भेजने का ट्रायल किया गया, लेकिन यह सफल नहीं रहा।
लोडेड ट्रकों और वोल्वो बसों को इस सड़क को पार करने में 30 से 50 मिनट का समय लग रहा है। मंडी की तरफ पंडोह और कुल्लू की तरफ कैंची मोड़ पर यातायात रोका जाता है। चार वायरलेस स्टेशनों के साथ 22 पुलिसकर्मी रात दिन इस लिंक रोड पर व्यवस्था संभालने में जुटे हैं।
दोनों तरफ प्रतीक्षा समय 15 से 90 मिनट है। अगर 29 सितंबर 2023 की बात करें तो दोनों दिशाओं से 9563 वाहन गुजरे। जानकारी के अनुसार यह व्यवस्था नवंबर/दिसंबर 2023 तक लागू रहने की संभावना है, तभी तक मुख्य एनएच बहाल होने की संभावना है।
मंडी। हिमाचल के मंडी जिला में तीन ट्रक जलकर राख हो गए। मामला शनिवार देर शाम पंडोह का है।बता दें कि पंडोह के पास 8 मील में सिलेंडर से भरे ट्रक में अचानक आग लग गई। आग इतनी भयंकर थी कि तीन ट्रक जलकर राख हो गए। आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां घटनास्थल के लिए रवाना हुईं और मौके पर आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू हुआ। पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची।
बता दें कि भारी बारिश ने पंडोह में मंडी-कुल्लू सड़क मार्ग को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया है। सड़क मार्ग को बहाल रखना चुनौती से कम नहीं है। पंडोह से कुल्लू और कुल्लू से पंडोह की तरफ टाइम टेबल के अनुसार वाहनों को छोड़ा जा रहा है। मंडी-कुल्लू वाया पंडोह मार्ग पर रात को वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित है।
शिमला।सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने एनएचएआई को राज्य में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हुए राष्ट्रीय राजमार्गों को शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि आपदा के कारण मंडी- मनाली फोरलेन, विशेषकर पंडोह के पास कैंची मोड़ में सर्वाधिक प्रभावित हुआ है, जिसके बहाली कार्यों में और तेजी लाने के लिए इस फोरलेन के संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त अधिकारियों को तैनात करने की आवश्यकता है। उन्होंने आने वाले समय में मंडी जिले के कैंची मोड़ के नीचे सुरंग बनाने की संभावनाएं तलाशने पर बल दिया।
बता दें कि मंडी-मनाली फोरलेन पंडोह के पास बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है। मार्ग बार-बार बंद हो रहा है। अभी भी कुल्लू-मंडी वाया पंडोह मार्ग लैंडस्लाइड के चलते बंद है। कुल्लू-मंडी वाया पंडोह सड़क झलोगी के पास टनल नंबर 11 के पास लैंडस्लाइड होने के कारण बंद हो गई है।
लगातार पत्थर गिर रहे हैं, जिस कारण सड़क बहाली का कार्य अभी शुरू नहीं हो पाया है। वहीं, कुल्लू-मंडी वाया कमांद सड़क छोटे वाहनों के लिए बहाल है, लेकिन सड़क की स्थिति बेहतर न होने के कारण इस मार्ग से छोटे और खाली वाहनों को ही भेजा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सेब सीजन चल रहा है और किसानों की उपज को समय पर मंडियों तक पहुंचाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही लाहौल क्षेत्र में आलू की फसल भी तैयार हो जाएगी और राष्ट्रीय राजमार्गों की समय पर बहाली के लिए उचित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राज्य में तीन प्रमुख सुरंगों के निर्माण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कांगड़ा और कुल्लू घाटी को जोड़ने के लिए घटासनी-शिल्ह-बुधाणी-भुभु जोत सुरंग का निर्माण किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह सुरंग न केवल पर्यटन की दृष्टि से वरदान साबित होगी बल्कि इसका सामरिक महत्व भी है क्योंकि इससे कांगड़ा से मनाली के बीच की दूरी लगभग 55 किलोमीटर कम हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि चंबा जिले में चुवाड़ी-चंबा सुरंग और भावा घाटी से पिन घाटी को जोड़ने वाली सुरंग राज्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये सुरंगें पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के अलावा सभी मौसमों में सड़क सम्पर्क बनाए रखने में सहायक होंगी।
मुख्यमंत्री ने शिमला-मटौर फोरलेन परियोजना के निर्माण कार्य में तेजी लाने को कहा, क्योंकि इससे प्रदेश के आठ जिलों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि सड़क के सौंदर्यकरण में बढ़ोतरी के लिए निर्धारित मानकों के अनुरूप अथवा पांच मीटर का मध्याह्न सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश में बड़े पैमाने पर पर्यटन को बढ़ावा दे रही है और राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या प्रति वर्ष 5 करोड़ तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। शिमला-मटौर फोरलेन परियोजना राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण साबित होगी।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एनएचएआई के अधिकारियों के साथ परवाणू-सोलन फोरलेन की चर्चा करते हुए कहा कि ढलानों में बेहतर स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए इनकी कटाई तकनीकी रूप से की जाए। उन्होंने कहा कि एनएचएआई को राजमार्गों पर ड्रेनेज और क्रॉस ड्रेनेज का निर्माण कर पानी की उचित निकासी सुनिश्चित करनी चाहिए।
उन्होंने बाढ़ के कारण सोलन जिले के बद्दी क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुए दो पुलों के जीर्णोद्धार में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने नालागढ़-भरतगढ़ सड़क को फोरलेन बनाने पर बल दिया, जो दो राष्ट्रीय राजमार्गों को जोड़ेगी। उन्होंने कहा कि पूरे पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग को फोरलेन बनाया जाना चाहिए क्योंकि टुकड़ों में इस राजमार्ग को फोरलेन बनाने से यातायात के सुचारू प्रवाह में समस्या होगी।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि एनएचएआई जल्द से जल्द राष्ट्रीय राजमार्गों को स्थायी रूप से बहाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव लोक निर्माण भरत खेड़ा, प्रधान सचिव परिवहन आर.डी. नजीम, प्रधान सचिव वित्त मनीष गर्ग, विशेष सचिव लोक निर्माण विभाग हरबंस सिंह ब्रसकॉन, क्षेत्रीय अधिकारी एन.एच.ए.आई. अब्दुल बासित और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
पेट्रोल-डीजल के टैंकर व आवश्यक सेवा के वाहन भी शामिल
कुल्लू। हिमाचल के कुल्लू-मंडी वाया पंडोह मार्ग बारिश से भूस्खलन होने के कारण यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया था, जिसे प्रशासन व संबंधित विभाग ने दिन रात कार्य करके यातायात के लिए बहाल कर दिया है। सड़क की स्थिति और वाहनों की अधिक संख्या के कारण इस सड़क पर वाहनों की आवाजाही एक समय एक तरफा ही की गई है। सड़क बहाल होने के बाद रात 12 बजे से सुबह 10 बजे तक लगभग 1000 से अधिक छोटे व भारी वाहनों को पंडोह से कुल्लू की तरफ भेजा गया। इन वाहनों में पेट्रोल-डीजल के टैंकर व आवश्यक सेवा के वाहन भी शामिल हैं।
इस समय औट/कुल्लू से वाहनों को पंडोह की तरफ भेजा जा रहा है, जबकि पंडोह की तरफ से आने वाले सभी वाहनों को रोक दिया गया है, ताकि यातायात जाम की समस्या उत्पन्न न हो। बता दें कि भारी बारिश के चलते लैंडस्लाइड होने से सड़क मार्ग जगह जगह से क्षतिग्रस्त हुआ है। हन्नोगी से कैंची मोड़ तक इस सड़क की स्थिति बहुत ही खराब है। पंडोह बांध के पास नवनिर्मित लिंक मार्ग के कारण दोनों दिशा से एक ही समय में वाहनों की आवाजाही करने में काफी समय लग रहा है। ऐसे में एक तरफा ट्रैफिक चलाने का फैसला लिया गया है।
कुल्लू। हिमाचल के कुल्लू-मंडी वाया पंडोह सड़क यातायात के लिए बहाल कर दी गई है, लेकिन सड़क संकीर्ण होने के कारण जाम की समस्या आ रही है। इसलिए कुल्लू तरफ से मंडी जाने वाले वाहनों को रात 9 बजे तक औट में ही रोक दिया गया है।
वहीं, कुल्लू-मंडी वाया कमांद मार्ग को बहाल करने के लिए प्रशासन और संबंधित विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। फिलहाल कुल्लू-मंडी वाया कमांद मार्ग अवरुद्ध है। वाहनों को छोड़ने का समय सड़क एवं मौसम की परिस्थितियों के अनुसार बदला जा सकता है।
कुल्लू। हिमाचल के कुल्लू-मंडी वाया पंडोह व कुल्लू-मंडी वाया कमांद दोनों सड़क मार्ग पिछले दिनों हुई भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इसलिए ये दोनों मार्ग यातायात के लिए बहाल नहीं हैं।
प्रशासन व संबंधित विभाग कुल्लू-मंडी वाया पंडोह व कुल्लू-मंडी वाया कमांद मार्गों की मरम्मत और यातायात बहाल करने के लिए दिन-रात युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। ये दोनों मार्ग भूस्खलन के कारण काफी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, जिनका आज यानी शुक्रवार को बहाल हो पाना भी संभव नहीं है। कुल्लू पुलिस ने आम जनता से आग्रह किया है कि जब तक कुल्लू-मंडी मार्ग सुचारू रूप से यातायात के लिए बहाल नहीं हो जाता, तब तक मंडी की ओर यात्रा न करें। उपरोक्त मार्गों से यातायात चालू होने पर स्थानीय पुलिस की ओर से सूचना जारी की जाएगी।
शुक्रवार यानी 25 अगस्त 11 बजे की अपडेट के अनुसार कुल्लू-मंडी वाया पंडोह व कुल्लू-मंडी वाया कमांद सड़क मार्ग के अलावा कुल्लू-पंडोह-चैलचौक-गोहर- सुंदरनगर मार्ग भी बंद है। कुल्लू-मनाली वाया राइट बैंक सड़क मार्ग सुचारू है, लेकिन पतलीकूहल से मनाली तक सड़क मार्ग मरम्मत के चलते रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद किया जा रहा है। कुल्लू-मनाली वाया लेफ्ट बैंक भी बहाल है।
भुंतर-मणिकर्ण, औट-बंजार मार्ग पर हल्के वाहन चल पा रहे हैं। औट-सैंज मार्ग भी बहाल है। बंजार-आनी मार्ग वाया कंडूगड़ से खांग तक हल्के वाहनों के लिए बहाल है।वहीं, पंडोह कैंची मोड के पास चंडीगढ़-मनाली फोरलेन भी धंस गया है।
पंडोह। मंडी जिला के पंडोह में 9 मील के पास बासता गांव में एक महिला की हत्या का मामला सामने आया है। महिला के गले पर चाकू से वार कर उसको मौत के घाट उतारा गया है।
पुलिस के अनुसार सोमवार दोपहर पंडोह चौकी की टीम को पहाड़ी के ऊपर बासता गांव में किसी महिला का शव पड़े होने की सूचना मिली। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
जानकारी के अनुसार सोमवार दोपहर गांव की एक महिला ने यह शव दिखा था जिसके बाद उसने इसकी सूचना प्रधान को दी और उसने पुलिस को सूचित किया। महिला ने बताया कि सोमवार सुबह जब वह अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने गई तो वहां पर यह शव नहीं था लेकिन जब वह दोपहर को बच्चों को घर लेकर आ रही थी तो उसे झाड़ियों में शव नजर आया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार महिला की हत्या सुबह करीब 9 लेकर दोपहर 12 के बीच हुई है।
फिलहाल पुलिस के शक की सुई फोरलेन निर्माण कार्य में लगे मजदूरों की ओर घूम रही है, जिसके चलते पुलिस ने फोरलेन निर्माण कार्य में लगी कंपनी के अधिकारियों से सभी मजदूरों का विवरण मांगा है। पुलिस ने उन मजदूरों का भी विवरण मांगा है, जो कुछ दिन से काम पर नहीं आ रहे हैं। (मंडी)
मंडी। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मंगलवार रात पहाड़ी दरकी। पंडोह में 5 मील के पास पहाड़ी से भारी मात्रा में मलब सड़क पर आ गिरा। गनीमत यह रही कि पहाड़ी से जब भूस्खलन हुआ तो उस समय कोई भी वाहन वहां से नहीं गुजर रहा था जिस वजह से किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। रात भर बंद रहा हाईवे बुधवार सुबह यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है।
बता दें कि इस रास्ते पर आजकल फोरलेन निर्माण का कार्य चला हुआ है, जिसके चलते आए दिन पहाड़ी से भूस्खलन होता रहता है। केएमसी कंपनी के सेफ्टी इंजीनियर कमल गौतम ने बताया कि मंगलवार रात करीब 8 बजे पहाड़ी से अचानक मलबा गिरने लगा। समय रहते खतरे को भांप लिया गया और साइट पर लगे कर्मियों को हटा दिया गया।
इसी के साथ एनएच पर ट्रैफिक को भी दोनों तरफ रोक दिया गया। प्रशासन व पुलिस को इस बारे सूचित कर दिया गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से भेजा गया। रात को ट्रैफिक वैकल्पिक मार्ग मंडी-कटौला-बजौरा और पंडोह-चैलचौक-डडोर की ओर डायवर्ट किया गया।
भूस्खलन वाली साइट पर बिजली की व्यवस्था कर दी गई है। रात को लगातार रुक-रुक कर पहाड़ी से बीच-बीच में पत्थर गिरते रहे। रास्ते को खोलने का कार्य बुधवार सुबह शुरू किया गया। दोपहर से पहले मार्ग बहाल कर दिया गया।