Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Kangra State News

नूरपुर भाजपा में कुछ तो है गड़बड़, बैठक से 50 फीसदी पदाधिकारी नदारद

डॉ. राजीव भारद्वाज विशेष रूप से रहे उपस्थित

 

ऋषि महाजन/नूरपुर। भाजपा संगठनात्मक जिला नूरपुर की बैठक कई चर्चाओं को हवा दे गई है। बैठक में कई पदाधिकारियों का नदारद रहना सवाल खड़े कर गया है। नूरपुर, इंदौरा, फतेहपुर व जवाली के कई पदाधिकारी बैठक में नहीं पहुंचे थे। ज्वाली और इंदौरा के भाजपा मंडल अध्यक्ष उपस्थित रहे, लेकिन फतेहपुर और नूरपुर के मंडल अध्यक्ष बैठक में उपस्थित नहीं थे। पदाधिकारियों का बैठक से गैर हाजिर रहना कहीं भाजपा जिला अध्यक्ष के खिलाफ रोष तो नहीं, ऐसी चर्चाएं भी गर्म हैं। हालांकि, उन्होंने फोन पर बताया कि हम किन्ही कारणों से इस बैठक में भाग नहीं ले पाए, जिसके बारे हमने पहले ही जिला अध्यक्ष को सूचना दे दी थी।’

हिमाचल : घरेलू सिलेंडर के दाम 200 रुपए कम, अब कितने में मिलेगा जानें

बता दें कि भाजपा संगठनात्मक जिला नूरपुर की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक कांगड़ा-चंबा प्रभारी डॉ. राजीव भारद्वाज विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक संगठनात्मक जिला के अध्यक्ष रमेश राणा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में करीब 50 फीसदी पदाधिकारी ही पहुंचे, बाकी बैठक में नहीं पहुंचे थे।

आखिर क्या हो सकता है विरोध का कारण

संगठनात्मक जिला नूरपुर में विधानसभा चुनाव के वक्त से ही फेरबदल देखने को मिल रहा है। इस जिला में भाजपा को अपनों से ही चुनौती मिलती रही है। नूरपुर, फतेहपुर, जवाली इंदौरा सब मंडलों में ऐसी स्थिति रही है। विधानसभा चुनाव में नूरपुर से पूर्व मंत्री राकेश पठानिया का टिकट काटकर उन्हें फतेहपुर भेजा गया था। नूरपुर से रणबीर सिंह निक्का को टिकट दी। रणबीर सिंह निक्का तो जीत गए लेकिन फतेहपुर से राकेश पठानिया को हार का मुंह देखना पड़ा।

कुल्लू-मंडी वाया पंडोह सड़क मार्ग बंद, झलोगी के पास हुआ लैंडस्लाइड

फतेहपुर का जिक्र हो रहा हो और पूर्व सांसद कृपाल सिंह परमार का नाम आए ऐसा तो हो नहीं सकता है। भाजपा से बगावत कर कृपाल परमार ने फतेहपुर से आजाद चुनाव जीता और हारे। जवाली और इंदौरा में भी भाजपा को अपनों से चुनौती मिलती रही है। जवाली में संजय गुलेरिया और पूर्व विधायक अर्जुन सिंह के बीच टिकट को जंग रहती है। इंदौरा में मनोहर धीमान भाजपा को चुनौती देते आए हैं।

अब बात करते हैं संगठनात्मक जिला नूरपुर की। चारों मंडलों के अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष को भी दूसरी बार कुर्सी पर बैठाया गया है। इस बार अध्यक्ष की कुर्सी पर अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की नजर थी पर भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने एक बार फिर रमेश राणा पर भरोसा जताते हुए उन्हें दूसरी बार अध्यक्ष की कुर्सी सौंप दी। ऐसे में कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की उम्मीदें धराशायी हो गईं। ये बात भाजपा के पूर्व में रहे मंत्री तथा विधायकों को रास नहीं आई, जिसके चलते परिस्थितियां ऐसी हो गई कि बैठक में बस 50 फीसदी पदाधिकारी नहीं पहुंचे। भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में है और संगठनात्मक जिला नूरपुर में अगर कोई मनमुटाव या नाराजगी भाजपा कार्यकर्ताओं में हो तो ये सही संकेत नहीं है।

शिमला : आपदा में फीकी पड़ी रक्षाबंधन की रौनक, बाजार में कम पहुंचे ग्राहक

संगठनात्मक जिला नूरपुर के अध्यक्ष रमेश राणा ने कहा कि संगठन में नए सदस्यों को जोड़ा गया है। अगर किसी में कोई नाराजगी होगी तो बैठकर दूर कर दी जाएगी। अभी मोर्चों और प्रकोष्ठ के दायित्व भी सौंपने हैं। सबको एडजस्ट किया जाएगा। पदाधिकारियों के गैरहाजिर रहने को लेकर उन्होंने कहा कि बैठक में कुछ पदाधिकारी नहीं पहुंचे थे। कुछ बीमार होने के चलते और कुछ किसी कार्य में व्यस्त होने के चलते नहीं आ सके। नहीं आने वाले पदाधिकारियों ने पहले ही सूचना दे दी थी।

 

 

राहत : मंडी के कलहनी में पहुंचा राशन, नगवाईं से दो गर्भवती महिलाएं एयरलिफ्ट

Breaking : हिमाचल में DElEd CET 2023 काउंसलिंग स्थगित, जानें नई डेट

कांगड़ा : जलाड़ी में जल शक्ति विभाग के जेई के बनेर खड्ड में बह जाने के मामले में बड़ी अपडेट
हिमाचल और देश दुनिया से जुड़ी हर बड़ी अपडेट के लिए जुड़ें EWN24 NEWS की वेबसाइट https://ewn24.in/ फेसबुक https://www.facebook.com/ewn24 और यूट्यूब https://www.youtube.com/@ewn24news/videos के साथ

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *