Categories
ACCIDENT Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla State News

शिमला : IGMC के टॉप फ्लोर में भड़की आग, लाखों का नुकसान

अग्निशमन विभाग ने 10 करोड़ की संपत्ति को बचाया

शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के IGMC अस्पताल में गुरुवार सुबह आग लग गई। आज सुबह करीब 8:50 बजे आईजीएमसी के नए भवन के टॉप फ्लोर में भयानक आग लग गई। आग लगने की खबर फैलते ही अस्पताल में अफरातफरी मच गई। आग इतनी भयानक थी कि उसका धुआं काफी दूर से भी नजर आ रहा था। आईजीएमसी में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ है।

Breaking : सीएम सुक्खू की बड़ी बात – हिमाचल में नहीं होंगी शिक्षकों की अस्थाई नियुक्ति

IGMC में बनी ओपीडी के टॉप फ्लोर में बनी कैंटीन में आग लगी, जिसमें देखते ही देखते पूरी मंजिल को राख के ढेर में तब्दील कर दिया। सूचना मिलने के बाद पहुंची अग्निशमन की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गनीमत ये रही कि भीड़भाड़ वाले अस्पताल में किसी तरह
का जानी नुकसान नहीं हुआ है। अग्निकांड से 50 से 60 लाख रुपए के नुकसान का शुरुआती आंकलन किया गया है।

हालांकि किसी तरह के जानी नुकसान की सूचना नहीं है। आग पर फिलहाल काबू पा लिया गया है न्यू ओपीडी ब्लॉक फिलहाल बंद है। आग लगने के कारण मौके पर चारों तरफ धुएं का गुबार छाया गया।  IGMC में बने न्यू ओपीडी भवन से निकल रहे धुएं को देखकर हर कोई हैरान-परेशान रह गया।

कुल्लू: फर्नीचर हाउस से चोरी लकड़ी के 54 स्लीपर बरामद, मामले में दो लोग आरोपी

अग्निशमन विभाग के चीफ फायर ऑफिसर महेश ने बताया कि सुबह जब कैंटीन बॉय उठा और उसने गैस जलाने की कोशिश की तो अचानक से आग भड़क गई और दो सिलेंडर फटने से पूरी मंजिल में आग भड़क गई। इसके साथ ही लकड़ी से बना एटिक जलकर राख हो गया। कड़ी मशक्कत के बाद अग्निशमन विभाग ने आग पर काबू पा लिया। अग्निशमन विभाग की मुस्तैदी से 10 करोड़ की संपत्ति को बचाया गया है।

आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर राहुल राव ने बताया कि आग पर अग्निशमन विभाग व आईजीएमसी ने काबू पा लिया है आगजनी से कोई हताहत नहीं हुआ है। उन्होंने मरीजों से आग्रह किया है कि वह इमरजेंसी में अपना चेकअप करा सकते हैं। आगजनी के कारण न्यू ओपीडी में धुआं है। एक से डेढ़ घंटे बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि न्यू ओपीडी को आज मरीजों के लिए खोला जाएगा या नहीं।

पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने हादसे पर चिंता व्यक्त  की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “शिमला के IGMC में आग लगने की खबर सुन कर चिंतित हूँ, देवी देवताओं से प्रार्थना करता हूँ यहाँ उपचाराधीन सभी मरीज़ों सहित अन्य सभी लोग सुरक्षित हो, संकट की इस घड़ी में हम आपके साथ है। IGMC प्रशासन सहित ज़िला प्रशासन भी स्थिति पर क़ाबू पाने के लिए मिल कर कार्य करें ऐसी आशा करता हूँ।”

कष्ट निवारण मां बगलामुखी : सच्चे मन से जो आए मनचाहा फल पाए

27 अप्रैल 2023 का राशिफल : आज क्या कहती है आपकी राशि, पढ़ें

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेटपढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 
Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla Chamba Kangra

IGMC और TMC से मेडिकल कॉलेज चंबा भेजे 35 डॉक्टर, नोटिफिकेशन जारी

शिमला। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा (टीएमसी) और आईजीएमसी के 35 डॉक्टरों को मेडिकल कॉलेज चंबा भेजा गया है। वहीं श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक (मंडी) से एक डॉक्टर को भी चंबा भेजा गया है। मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) ने कुल 36 डॉक्टरों के तबादला आदेश जारी किए गए हैं।

इन डॉक्टरों को जवाहर लाल नेहरू गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज चंबा में तैनाती दी गई है। इनमें 12 विशेषज्ञ डॉक्टर आईजीएमसी शिमला से हैं और 23 विशेषज्ञ डॉक्टर डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा जबकि एक डॉक्टर श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक (मंडी) से जवाहर लाल नेहरू गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज चंबा स्थानांतरित किए गए हैं।

आदेशों के मुताबिक एनेस्थीसिया विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. भानू गुप्ता को टीएमसी से मेडिकल कॉलेज चंबा भेजा गया है। इसके साथ ही डॉ. रमेश कुमार एसोसिएट प्रोफेसर एनेस्थीसिया विभाग को टीएमसी से चंबा, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विजय कुमार रेडियोलॉजी नोसिस विभाग को टीएमसी से चंबा,  असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अमरजीत डेंटिस्ट्री विभाग, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आशा नेगी, फिजियोलॉजी, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. समीर बायोकेमिस्ट्री, डॉ. मोनिश तोमर पैथोलॉजी, डॉ. स्वाति अग्रवाल असिस्टेंट प्रोफेसर पैथोलॉजी को चंबा भेजा गया है।

यहां देखें पूरी लिस्ट किसे कहां से भेजा गया…

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 

Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla State News

IGMC को मिली नई ओपीडी व ट्रॉमा सेंटर, सीएम सुक्खू ने किया उद्घाटन

शिमला। हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी (IGMC) की ओपीडी 13 मंजिला नए भवन में शिफ्ट हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नए ओपीडी भवन का उद्घाटन किया साथ ही ट्रामा सेंटर को भी जनता को समर्पित किया। नए भवन में ओपीडी व ट्रॉमा सेंटर आने के बाद प्रदेश की जनता को भीड़भाड़ से निजात मिलेगी। ओपीडी व ट्रॉमा सेंटर लगभग 136 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ है। 104 करोड़ ओपीडी व 32 करोड़ रुपए टॉमा सेंटर पर खर्च हुए हैं।

‘पप्पू पेजर’ से ‘कैलेंडर’ तक …. बेहद यादगार रहा सतीश कौशिक का सफर

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार जनता को बेहतर सुविधाएं देने के लिए काम कर रही है। जल्द ही आईएमसी में रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत की जाएगी, साथ ही नए उपकरण लगाए जाएंगे ताकि दूरदराज से आने वाले मरीजों को समस्याओं का सामना ना करना पड़े। सत्ता परिवर्तन के साथ ही मेडिकल रिफॉर्म्स में भी सरकार बदलाव ला रही है।

आने वाले बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र में भी नए बदलाव किए जाएंगे ताकि जनता को बेहतर स्वास्थ्य मिल सकें। उन्होंने कहा कि वह सत्ता में सत्ता के लिए नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। कई ऐसी व्यवस्थाएं हैं जिन्हें बदलने की जरूरत है।

HPBOSE ने प्रिंट करवा स्कूलों को भेज दी ‘सुधा’, शिक्षा विभाग का पढ़ाने से इनकार

ट्रॉमा ब्लॉक के इस बहुमंजिला भवन में फिजियोथैरेपी वार्ड, स्पेशल वार्ड, आपातकालीन चिकित्सा इकाई, गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) बेड, आईसोलेशन वार्ड सहित सीटी स्कैन, एक्स-रे, सैंपल एकत्रीकरण केंद्र तथा पैथोलॉजी प्रयोगशाला की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है। घायलों व गंभीर रोगियों के उपचार संबंधी वरीयता के लिए यहां अलग व्यवस्था की गई है। अन्य आपात सेवाओं के साथ-साथ यहां पर डॉक्टर, नर्स तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कक्ष, रोगियों के बैठने के लिए स्थान तथा अन्य जनोपयोगी सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।

धर्मपुर सड़क हादसा : आरोपी चालक के पास नहीं था फोर-व्हीलर लाइसेंस

मुख्यमंत्री ने इस अवसर नए ओपीडी परिसर का अवलोकन किया और रोगियों, उनके परिचारकों तथा अस्पताल स्टाफ के साथ संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि इस ब्लॉक के निर्माण से लोगों को गुणवत्तापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं मिलने के साथ साथ यहां सेवाएं देने वाले डॉक्टरों एवं अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ को कार्य करने के लिए उचित वातावरण भी प्राप्त होगा।

उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में मशीनरी तथा उपकरणों के लिए 12 करोड़ रूपये व्यय किए जा रहे हैं। यह उपकरण व मशीनरी, संस्थान के सर्जरी, ऑर्थोपीडिक्स, न्यूरो-सर्जरी, रेडियोलॉजी तथा एनस्थिसिया विभाग में उपयोग में लाए जाएंगे।

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही है। प्रदेश के चिकित्सा महाविद्यालयों में आपातकालीन चिकित्सा को सृदृढ़ करने के लिए अलग से विभाग स्थापित किए जाएंगे।

इसमें प्रत्येक 6 बिस्तर में दाखिल मरीजों की सुविधा के लिए एक नर्स तथा 10 बिस्तर में मरीजों की सुविधा के लिए चिकित्सक की व्यवस्था होगी। गहन देखभाल केंद्र (आईसीयू) में प्रत्येक बिस्तर में मरीजों की सुविधा के लिए एक नर्स की व्यवस्था की जाएगी। यहां विशेषज्ञ चिकित्सा भी तैनात किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि  वर्तमान प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अनेक कदम उठा रही है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में रोबॉटिक सर्जरी की सुविधा प्रदान की जाएगी ताकि लोगों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें। इसके अतिरिक्त इन स्वास्थ्य संस्थानों में अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए 5-जी प्रौद्योगिकी का समावेश किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को उनके घर-द्वार के समीप उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रत्येक मेडिकल ब्लॉक में आधुनिक प्रौद्योगिकी युक्त हाईटैक अस्पताल स्थापित किए जाएंगे।
चिकित्सा महाविद्यालय प्रबंधन ने मुख्यमंत्री को सम्मानित भी किया।

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 

Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla

मिलावटी खाद्य पदार्थ कैंसर का बड़ा कारण, फूड सेफ्टी पर सरकार गंभीर

स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने कही ये बात

शिमला। हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने आज कैंसर अस्पताल आईजीएमसी का दौरा किया और निर्माणाधीन कैंसर ओपीडी ब्लॉक के कार्य को भी शीघ्र पुरा करने के अधिकारियों को निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि कैंसर आज के समय में देश दुनिया में बड़ी समस्या बनी हुई है, जिसकी एक कारण मिलावटी खाद्य पदार्थ का सेवन और जीवन शैली में बदलाव है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार फूड सेफ्टी को लेकर भी गंभीर है। किस तरह से मिलावटी खाद्य पदार्थों के चलन को रोका जाए इसके लिए भी सरकार काम कर रही है। शिमला के कैंसर अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनरी के इस्तेमाल से कैंसर का समय पर पता चल सके इस दिशा में प्रदेश सरकार काम करेगी और प्रदेश के भीतर ही लोगों को इलाज उपलब्ध करवाया जाए इसके लिए सरकार प्रयासरत है।

ड्रोन टेक्नोलॉजी बदलेगी हिमाचल की तस्वीर, पहले चरण में होगा कुछ ऐसा

स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल ने कहा कि प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों से लोग आईजीएमसी इलाज के लिए पहुंचते हैं, ऐसे सरकार लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं और सुविधाएं किस तरह से प्रदान कर सकती है इस दिशा में सरकार काम कर रही है।

अखिलेश बोले- कांग्रेस सरकार बनते ही क्यों बंद हुई सीमेंट कंपनियां-दें जवाब?

वहीं, भाजपा द्वारा लगाए जा रहे हिम केयर योजना को बंद करने के आरोपों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार हिम केयर योजना को बंद करने वाली नहीं है, बल्कि इस योजना को और सुदृढ़ कैसे किया जाए इस दिशा में सरकार काम कर रही है।

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 
Categories
TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Shimla State News

IGMC में ‘जय हिंद’ बोलने पर विवाद : सुरक्षा कर्मी भड़के तो सैलरी रोकी

एमएस डॉ. राहुल राव ने आरोपों का किया खंडन

शिमला। हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल IGMC में कार्यरत सुरक्षा कर्मियों और प्रशासन के बीच ‘जय हिंद’ बोलने पर विवाद हो गया है। सुरक्षा कर्मियों का आरोप है कि अस्पताल के एमएस डॉ. राहुल राव ने उन्हें जय हिंद बोलने से रोका और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उनकी सैलरी ही रोक दी गई।

हिमाचल में बड़ी धोखाधड़ी : करोड़ों की लॉटरी का लालच देकर ठग लिए 72 लाख रुपए

IGMC के सिक्योरिटी में तैनात कर्मियों का आरोप है कि बीते दिनों उन्हें एमएस ने आदेश दिए कि किसी भी अस्पताल के अधिकारी को सिक्योरिटी गार्ड जय हिंद नहीं बोलेंगे। सिर्फ अपने काम से काम रखेंगे। इस पर अब सुरक्षा कर्मी भड़क गए हैं।

दादा साहेब फाल्के पुरस्कार में जलवा बिखेरेगा हिमाचल पुलिस ऑर्केस्ट्रा, 20 को कार्यक्रम

सुरक्षाकर्मी यूनियन के महामंत्री प्रवीण शर्मा ने कहा कि एमएस डॉ. राहुल राव ने सभी सुरक्षाकर्मियों को जय हिंद कहने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण हैं। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो सैलरी रोक दी।

सीएम सुक्खू ने कर्मचारियों के DA पर घेरी पूर्व भाजपा सरकार, क्या बोले, पढ़ें

हालांकि मामले को लेकर IGMC के एमएस डॉ. राहुल राव का कहना है कि इस तरह के कोई आदेश अस्पताल प्रशासन की ओर से जारी नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जय हिंद बोलने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। बल्कि सुरक्षा कर्मियों को कहा गया है कि वह अस्पताल में व्यवस्था देखें। इसके अलावा बायोमीट्रिक से हाजरी लगाने का कहा है।

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 

Categories
ACCIDENT TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Shimla State News

शिमला : युवती को टक्कर मार मोमोज स्टॉल में घुसी बेकाबू कार, देखें वीडियो

कार के ब्रेक फेल होने से पेश आया हादसा

शिमला। राजधानी शिमला के समरहिल में कार बेकाबू होते हुए सड़क किनारे खड़ी युवती को टक्कर मारकर मोमोज स्टॉल में जा घुसी। टक्कर में युवती को सिर व कोहनी में चोटें आई हैं। यह हादसा कार के ब्रेक फेल होने के कारण पेश आया है। हादसे के दौरान कार में 4 लोग सवार थे। गनीमत यह रही कि इस टक्कर में किसी को गंभीर चोटें नहीं आई हैं।

हिमाचल: गाड़ी बैटरी चोर गिरोह का पर्दाफाश, 5 धरे-तीन हरियाणा निवासी

सूचना मिलते ही पुलिस को मौके पर पहुंची। युवती को इलाज के लिए IGMC ले जाया गया। डॉक्टर ने बताया कि लड़की को सिर और कोहनी में हल्की चोटें आई है। अचानक हुई टक्कर की वजह से लड़की घबराई हुई है।

मोमोज बेचने का काम कर रहे रवि का कहना है कि गाड़ी टक्कर मारने के बाद उनके स्टॉल में जा घुसी। जिससे उनके टेबल, कुर्सी टूट गए व खाने का सामान सारा बर्बाद हो गया। उन्होंने कहा कि स्टॉल पर फास्ट फूड खत्म होने की वजह से ज्यादा भीड़ नहीं थी।

यही हादसा अगर 5 मिनट पहले होता तो जानी नुकसान भी हो सकता था। शिमला पुलिस ने दुर्घटना की सीसीटीवी फुटेज भी निकाली है जिसमें ब्रेक फेल हादसे की मुख्य वजह बताई जा रही है।

Categories
TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Shimla State News

IGMC में बिना चीर फाड़ के निकाला ब्रेन ट्यूमर, एंडोस्कोपी से किया ऑपरेशन

डॉक्टरों का दावा – पहली बार ऐसा किया

शिमला। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (IGMC) के न्यूरो सर्जन विभाग के चिकित्सकों ने पहली बार बिना चीर फाड़ के ब्रेन ट्यूमर का सफल ऑपरेशन किया है। आधुनिक एंडोस्कोपी का प्रयोग करते हुए चिकित्सकों ने मरीज के नाक के रास्ते ब्रेन से ट्यूमर को बाहर निकाला है।

HPU में 19 मिनट तक चली BBC की प्रतिबंधित डॉक्यूमेंट्री, पुलिस ने उठाई स्क्रीन 

जबकि पहले ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन करने के लिए न्यूरो विभाग के चिकित्सकों को बड़ा ऑपरेशन करना पड़ता था, वहीं पूरा सिर खोलकर दिमाग को अलग करना पड़ता था, लेकिन अब चिकित्सकों ने बिना चीर फाड़ किए और रक्त निकाले ब्रेन ट्यूमर निकालने में सफलता हासिल की है।

IGMC में यह सफल ऑपरेशन न्यूरो सर्जन विभाग के चिकित्सक (असिस्टेंट प्रोफेसर) डा. विप्लव व डॉ. दिग्विजय सिंह ठाकुर ने किया है। अस्पताल में सफल ऑपरेशन के बाद न्यूरो सर्जन डॉ. विप्लव ने बताया कि अस्पताल में पहली बार बिना चीर फाड़ के बे्रन से एंडोस्कोपी तकनीक के माध्यम से नाक के जरिए मरीज के सिर से ब्रेन ट्यूमर को बाहर निकाला है। इस ऑपरेशन में न तो किसी प्रकार का खून बहा है और न ही कोई टांके सिर में लगे हैं।

पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य से उठाई मांग- बेलदार का पदनाम हो कंडक्टर

ऐसे में अब ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन बिना चीर फाड़ के संभव है। उन्होंने बताया कि बिना चीर फाड़ का ऑपरेशन जिला मंडी से आए एक 64 वर्षीय मरीज का किया गया है। यह मरीज जनवरी माह के शुरुआत में उनके पास आया था जिसमें मरीज के सिर में दर्द और कुछ और समस्याएं थी। इसके बाद व्यक्ति का सिटी स्कैन करवाया गया और जिसमें पाया गया कि मरीज को ब्रेन ट्यूमर है।

उन्होंने बताया कि इस सफल ऑपरेशन में ईएनटी विभाग ने भी अहम भूमिका निभाई जिसमें विभाग ने एंडोस्कोपी के माध्यम से ट्यूमर तक पहुंचाया और नाक के जरिए ट्यूमर निकाला जा सका। उन्होंने बताया कि मरीज का ऑपरेशन 19 जनवरी को किया गया और उसे शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया गया है। जबकि पहले ब्रेन ट्यूमर का ऑपरेशन के बाद कई महीनों तक अस्पताल में रहना पड़ता था।

HPBose: 10वीं और 12वीं के इन छात्रों को स्पेशल चांस, फरवरी में होंगे पेपर 

हिमाचल: पाक करेंसी मिलने का मामला- स्पेशलाइज इंटेलिजेंस टीम करेगी जांच

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 
Categories
PHOTO GALLERY

मुख्यमंत्री सुक्खू ने सुरेश भारद्वाज का कुशलक्षेम जाना

शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (आईजीएमसी), शिमला जाकर पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज का कुशलक्षेम जाना।

गगल हिट एंड रन केस-घायल ने तोड़ा दम, परिजनों का हंगामा, गाड़ी की हुई पहचान

गत दिनों सुरेश भारद्वाज एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे और आईजीएमसी में स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मुख्यमंत्री के साथ प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, विधायक हरीश जनारथा, पूर्व विधायक हरभजन सिंह भज्जी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

हिमाचल में कल और परसों मौसम साफ रहने का अनुमान, 28 से फिर बिगड़ेगा

 

दिल्ली में बजा कांगड़ा जिला का डंका : डीसी डॉ. निपुण जिंदल को राष्ट्रीय पुरस्कार

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें 
Categories
Top News Himachal Latest KHAS KHABAR Shimla State News

हिमाचल : IGMC में जल्द शुरू होगी रोबोटिक सर्जरी, सरकार को भेजेंगे प्रस्ताव

जटिल सर्जरी के लिए नहीं जाना पड़ेगा प्रदेश से बाहर

शिमला। हिमाचल में गंभीर बीमारी से ग्रस्त रोगियों को अब सर्जरी के लिए अब प्रदेश के बाहर का रुख नहीं करना होगा। IGMC शिमला में जल्द ही रोबोटिक सर्जरी शुरू होगी।

इसके लिए अस्पताल प्रबंधन प्रदेश सरकार को जल्द प्रस्ताव भेजेगा। प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही रोबोटिक मशीन खरीदकर ऑपरेशन शुरू किए जा सकेंगे।

आईजीएमसी के जनरल सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. आरएस झोबटा ने बताया कि जटिल सर्जरी के लिए मरीजों को प्रदेश के बाहर का रुख करना पड़ता है।

अगर रोबोटिक सुविधा यहां IGMC में उपलब्ध हो जाए तो प्रदेश के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि शरीर के कई भागों को ऑपरेट करने में बड़ी कठिनाई आती है तथा कई भाग तक पहुंचना मुश्किल होता है।

असिस्टेंट प्रोफेसर एजुकेशन और होम साइंस की Answer key जारी 

इस सर्जरी के माध्यम से उन भागों तक पहुंच कर रोग आसानी से दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि रोबोटिक सर्जरी का प्रस्ताव भेजने पर मंथन हो रहा है और जल्द ही इसे सरकार को भेजा जाएगा। रोबोटिक सर्जरी को लेकर अगर सरकार मंजूरी देती है तो आंत, कैंसर, लिवर समेत गंभीर बीमारियों के मरीजों को इसका लाभ होगा।

डॉ. झोबटा ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी में एक चिकित्सक कंसोल में बैठकर सर्जिकल साधनों की मदद से पेट के कैंसर, बड़ी आंत, प्रोस्टेट और लिवर के कैंसर का ऑपरेशन आसानी से और जल्दी कर सकेगा। इसके लिए IGMC के पास दक्ष चिकित्सक भी हैं। रोबोटिक मशीन की कीमत लगभग 25 करोड़ तक है। अभी पीजीआई चंडीगढ़ के चिकित्सक इस तरीके से सर्जरी करते हैं।

शाबाश : हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के 42 छात्रों ने पास किया नेट

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें  

Categories
TRENDING NEWS Top News Himachal Latest Shimla State News

हिमाचल : IGMC में सिखाई जा रही शल्य चिकित्सा की बारीकियां

तीन दिवसीय फैलोशिप प्रोग्राम में देशभर से पहुंचे 200 सर्जन

शिमला। आईजीएमसी शिमला द्वारा इंडियन एसोसिएशन ऑफ गैस्ट्रो इन्टेस्टाइनल एण्डो सर्जियन (आईएजीईएस) के संयुक्त तत्वावधान में सर्जरी के क्षेत्र में तीन दिवसीय फैलोशिप प्रोग्राम और सम्मेलन आज से आरंभ किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने भाग लिया।

शिमला में तीसरी आँख का पहरा : हर व्यक्ति पर रहेगी CCTV की नजर

erson/इस सम्मलेन में राज्यपाल ने कहा कि ऐसे राष्ट्रीय सम्मेलन से स्वास्थ्य और शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में किस प्रकार से नई टेक्नोलॉजी और ज्ञान का इस्तेमाल किया जा सकता है इस पर विचार किया जाएगा और प्रशिक्षु डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया जाएगा जिससे आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने में लाभ होगा उन्होंने बताया कि एलोपैथी और नई तकनीकों के साथ-साथ हमारी संस्कृति में पुराने समय से उपलब्ध चिकित्सीय ज्ञान को संजोने और बढ़ाने की जरूरत है।

राज्यपाल ने कहा कि स्वास्थ्य चिकित्सा के तहत एलोपैथी, आयुर्वेद और होम्योपैथी के सिवा हमारे संस्कृति मे बहुत से ऐसे विधाएं है जो स्थानीय स्तर पर है और उन्हें पहचानने व अपनाने की जरूरत है।

HPBose : शीतकालीन स्कूलों की 8वीं कक्षा की परीक्षा तिथियों में बदलाव

राज्यपाल ने लाहौल-स्पीति की प्राचीन पद्धति किमची और कांगड़ा की कान-गढ़ा चिकित्सा का उल्लेख करते हुए कहा कि हिमाचल मे ऐसे बहुत ज्ञान और प्राचीन पद्धतिया है जो दर्शाती हैं कि चिकित्सा के क्षेत्र में कितना व्यापक ज्ञान प्राचीन समय से ही उपलब्ध है।

राज्यपाल ने कहा कि आम जनमानस को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने मे ऐसे सम्मेलन मदद करते है जिनमे हम विचार करते हैं किस प्रकार नयी टेक्नोलॉजी और ज्ञान का इस्तेमाल चिकित्सा क्षेत्र में किया जाए। जिससे आम जनमानस को लाभ हो।

वायु सेना की अग्निवीर भर्ती के लिए करें ऑनलाइन पंजीकरण, यह लास्ट डेट

इस सम्मेलन में देश भर से लगभग 200 प्रतिष्ठित शल्य चिकित्सक हिस्सा ले रहे हैं। आईआईएमसी के शल्य चिकित्सा के विभागाध्यक्ष डॉ आरएस जोबटा ने बताया कि फैलोशिप कार्यक्रम में शल्य चिकित्सा की बारीकियों और नई तकनीकों के लिए चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जाएगा और खास बात यह है कि हिमाचल के लगभग 90% सर्जन इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।

इससे हिमाचल में शल्य चिकित्सा के नई तकनीकों का इस्तेमाल बेहतर ढंग से किया जा सकेगा और प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में भी यह डॉक्टर लोगों को बेहतर सुविधाएं दे पाएंगे।

उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में प्रतिभागियों के लेप्रोस्कोपिक कौशल को निखारने तथा मिनिमल इनवेसिव सर्जरी की नई चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी।

आज की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट पढ़ें https://ewn24.in/ पर,  ताजा अपडेट के लिए हमारा Facebook Page Like करें