हमीरपुर। हिमाचल के हमीरपुर जिला में सुरक्षा जवानों और सुरक्षा सुपरवाइजर की भर्ती होगी। जिला बिलासपुर के झबोला स्थित एसआईएस इंडिया लिमिटेड की क्षेत्रीय प्रशिक्षण अकादमी साक्षात्कार आयोजित करेगी। 23 नवंबर 2023 को बीडीओ कार्यालय परिसर टौणीदेवी में साक्षात्कार होंगे।
हमीरपुर जिला के बीडीओ कार्यालय परिसर सुजानपुर में 24 नवंबर और बीडीओ कार्यालय परिसर भोरंज में 25 नवंबर को साक्षात्कार होंगे। पदों के लिए 21 वर्ष से 37 वर्ष तक के युवा भाग ले सकते हैं।
एसआईएस इंडिया लिमिटेड के भर्ती अधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि यह एक बहुराष्ट्रीय कंपनी है और यह देश-विदेश के संस्थानों के लिए सुरक्षा कर्मचारी उपलब्ध करवाती है।
उन्होंने बताया कि भर्ती के दौरान चयनित उम्मीदवारों को जिला बिलासपुर के झबोला में स्थित एसआईएस इंडिया लिमिटेड की क्षेत्रीय प्रशिक्षण अकादमी में ट्रेनिंग दी जाएगी और उसके बाद हिमाचल प्रदेश व अन्य राज्यों के संस्थानों तथा उद्योगों में नियुक्तियां दी जाएंगी।
रणवीर सिंह ने बताया कि उम्मीदवार कम से कम 10वीं पास होना चाहिए तथा उसकी लंबाई कम से कम 168 सेंटीमीटर और सीना 80-85 सेंटीमीटर होना चाहिए। उसका वजन 56 किलोग्राम से कम और 90 किलोग्राम से अधिक नहीं होना चाहिए।
चयनित उम्मीदवारों को साढ़े 16 हजार रुपये से लेकर साढ़े 18 हजार रुपये तक मासिक वेतन मिलेगा। उन्हें ईपीएफ, ईएसआईसी, ग्रेच्युटी, इंक्रीमेंट, बोनस और अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। भर्ती के संबंध में अधिक जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 85580-62252 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
शिमला। आईजीएमसी शिमला में सुरक्षा कर्मी और कोरोना के दौरान रखे कर्मचारियों को काम से निकालने पर सीटू उग्र हो गई है। इन कर्मियों ने सोमवार को सीटू के बैनर तले राजभवन के बाहर मुंह पर काली पट्टी बांधकर मौन धरना दिया और कहा कि उन्हें वापस नहीं रखा गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
सीटू के प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने बताया कि अगर सुरक्षाकर्मियों और कोविड कर्मियों को न्याय नहीं मिला तो आंदोलन उग्र होगा। उन्होंने कहा कि वह महात्मा गांधी के बताए मार्ग पर चल रहे हैं, लेकिन बात नहीं बनी तो चक्का जाम किया जाएगा। वहीं, गिरफ्तारियां दी जाएगी और उग्र आंदोलन किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।
उन्होंने कहा कि इस मामले को शिमला आईजीएमसी प्रशासन, ठेकेदार, उसके बाद मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया गया, लेकिन न्याय नहीं मिला। इसके बाद राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई जाएगी। राज्यपाल को मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
शिमला। हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल IGMC में कार्यरत सुरक्षा कर्मियों और प्रशासन के बीच ‘जय हिंद’ बोलने पर विवाद हो गया है। सुरक्षा कर्मियों का आरोप है कि अस्पताल के एमएस डॉ. राहुल राव ने उन्हें जय हिंद बोलने से रोका और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उनकी सैलरी ही रोक दी गई।
IGMC के सिक्योरिटी में तैनात कर्मियों का आरोप है कि बीते दिनों उन्हें एमएस ने आदेश दिए कि किसी भी अस्पताल के अधिकारी को सिक्योरिटी गार्ड जय हिंद नहीं बोलेंगे। सिर्फ अपने काम से काम रखेंगे। इस पर अब सुरक्षा कर्मी भड़क गए हैं।
सुरक्षाकर्मी यूनियन के महामंत्री प्रवीण शर्मा ने कहा कि एमएस डॉ. राहुल राव ने सभी सुरक्षाकर्मियों को जय हिंद कहने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण हैं। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो सैलरी रोक दी।
हालांकि मामले को लेकर IGMC के एमएस डॉ. राहुल राव का कहना है कि इस तरह के कोई आदेश अस्पताल प्रशासन की ओर से जारी नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जय हिंद बोलने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है। बल्कि सुरक्षा कर्मियों को कहा गया है कि वह अस्पताल में व्यवस्था देखें। इसके अलावा बायोमीट्रिक से हाजरी लगाने का कहा है।