कांगड़ा। हिमाचल में वंदे भारत बस सेवा का आगाज कल यानी 9 मार्च, 2024 को पालमपुर से होगा। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष व पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) आरएस बाली पालमपुर में सुबह 8 बजे बस को हरी झंडी दिखाएंगे
यह पहली वंदे भारत बस सेवा को पालमपुर से नगरोटा, कांगड़ा होते हुए जिला ऊना के अंब तक शुरू किया जा रहा है। सेवा का उद्देश्य वंदे भारत ट्रेन के पर्यटकों को जिला कांगड़ा तक लाना और ले जाना है। इस बात की जानकारी हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष व पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) आरएस बाली ने महाशिवरात्रि के दिन प्रेसवार्ता में दी है।
प्रेसवार्ता में आरएस बाली ने तीन बड़ी घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा हिमाचल प्रदेश पर्यटन वंदे भारत बस सेवा का शुभारंभ किया जा रहा है, जिसका फ्लैग ऑफ समारोह 9 मार्च 2024 को पालमपुर से सुबह 8 बजे किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बस पालमपुर से सुबह 8 बजे चलेगी और 11 : 30 बजे पर्यटकों को अंब से लेकर कांगड़ा, पालमपुर आएगी। ये वंदे भारत बस वोल्वो श्रेणी की होगी, जो सभी सुविधाओं से परिपूर्ण होगी, जिसमें पर्यटक कांगड़ा के सफर का आनंद उठा सकेंगे।
इसी के साथ उन्होंने दूसरी बड़ी घोषणा देश के सैनिकों के सम्मान के लिए की। उन्होंने कहा प्रदेश के सभी वर्तमान और भूतपूर्व सैनिकों को प्रदेश के सभी टूरिज्म के होटलों में रहने पर 8 महीनों के लिए 50 प्रतिशत छूट और अन्य 4 माह मार्च, अप्रैल, मई और जून के लिए 30 फीसदी छूट देने का ऐलान किया है। साथ ही सभी सैनिकों को खाने पर 30 फीसदी डिस्काउंट दिया जाएगा।
उन्होंने तीसरी बड़ी घोषणा प्रदेश के सभी पंजीकृत पत्रकारों के लिए की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी पंजीकृत पत्रकारों को भी प्रदेश के सभी टूरिज्म के होटलों में रहने पर 8 महीने के लिए 50 फीसदी छूट और अन्य 4 माह मार्च, अप्रैल, मई और जून में 30 फीसदी डिस्काउंट दिया जाएगा।
पंजीकृत पत्रकारों को खाने पर 30 फीसदी छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इन 3 बड़ी घोषणाओं से हिमाचल प्रदेश में आने वाले लाखों पर्यटकों और नागरिकों को इसका लाभ मिलेगा और इसके साथ ही प्रदेश के हजारों सैनिक और पंजीकृत पत्रकार भी इससे लाभान्वित होंगे।
4 और 5 मार्च को स्वयं सहायता समूहों के लिए होगी आयोजित
पालमपुर। जाइका (एचपीसीडीपी) में हिमाचल सरकार के मीडिया सलाहकार राजेश्वर ठाकुर ने जाइका HPCDP के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यशाला के आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया।
राजेश्वर ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की दूरदर्शिता के परिणाम स्वरूप प्रदेश में इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन कर किसानों की आर्थिक की को सुदृढ़ करने के लिए प्रशिक्षित करना है।
उन्होंने बताया कि स्थानीय उत्पादों के मूल्यवर्धन, विपणन और वैज्ञानिक रूप से प्रसंस्करण के लिए 4 और 5 मार्च को स्वयं सहायता समूहों के लिए महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कार्यशाला में प्रदेश के 8 स्वयं सहायता समूहों के 16 लोगों को आमंत्रित किया गया है। कार्यशाला में स्थानीय उत्पादों से समूहों की आय बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक इन्हें प्रशिक्षित करेंगे।
उन्होंने बताया कि स्थानीय उत्पादों जिनमें जिमीकंद, आंवला, लुंगड़ू इत्यादि का मूल्यवर्धन, वैज्ञानिक रूप से प्रसंस्करण और विपणन के बारे वैज्ञानिक जागरूक करेंगे। पहले दिन स्वयं सहायता समूह अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे।
इस दिन आईआईटी दिल्ली की वैज्ञानिक डॉ निवेदिता, डॉ पलव स्थानीय उत्पादों के मूल्यवर्धन इत्यादि के प्रति जागरूक करेंगे।
इसके अतिरिक्त चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय की वैज्ञानिक डॉ रंजना, डॉ अनुपमा वैज्ञानिक भोजन विशिष्टता, सीएसआईआर से डॉ महेश गुप्ता तथा विकास सरीन दूध उत्पादों के बारे जागरूक करेंगे।
उन्होंने बताया कि शी-हाट योजना से स्वरोजगार प्राप्त महिला भी स्वयं सहायता समूहों को कार्यशाला में अपने अनुभव और सफलता से अवगत करवाएंगे।
उन्होंने बताया कि 5 मार्च को स्वयं सहायता समूहों को विपणन की बारीकियों के प्रति जागरूक करने के लिए कामधेनु, बीडीएम, पपरोला प्रगतिशील फार्म कंपनी और टेनेशियस बी कलेक्टिव उपलब्ध रहेगी।
नगर निगम क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए होगा अनिवार्य
शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को अपनी सरकार के कार्यकाल का दूसरा बजट विधानसभा में पेश किया है। बजट में हिमाचल प्रदेश को 2026 तक देश का पहला ‘हरित ऊर्जा’ राज्य बनाने और प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भी कुछ घोषणाएं की गई गई हैं।
पेखुबेला स्थित 32 मैगावॉट क्षमता वाले हिमाचल के सबसे बड़े सोलर पावर प्रोजेक्ट का शिलान्यास 2 दिसंबर, 2023 में किया गया था। इसे मार्च 2024 तक के अंत तक Commission करने की घोषणा की है। ऊना में अघलोर स्थित 10 मैगावॉट क्षमता वाला ‘सोलर पावर प्लांट’ जून, 2024 तक बनाकर तैयार कर दिया जाएगा।
ऊना के भंजाल में 5 मैगावॉट क्षमता वाले सोलर पावर प्रोजेक्ट का सितंबर, 2024 तक लोकार्पण कर दिया जाएगा। राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना’ के अंतर्गत निजि भूमि पर 45 प्रतिशत उपदान पर 100 से 500 किलोवॉट तक के सोलर पैनल लगाने के कार्य में गति लाई जाएगी। इस योजना के अंतर्गत प्रथम चरण में कुल 100 मैगावॉट सोलर क्षमता का दोहन सुनिश्चित किया जाएगा।
निजी भूमि पर स्थापित होने वाली सौर ऊर्जा परियोजनाओं का पंजीकरण पूरे वर्ष के लिए खुला रखा जाएगा, जिससे 100 मेगावॉट सौर क्षमता का दोहन शीघ्र संपन्न हो पाएगा।
प्रदेश के बाल एवं बालिका आश्रमों, वृद्ध आश्रमों और राजीव गांधी मॉडल डे बोर्डिंग स्कूलो (Rajiv Gandhi Model Day Boarding Schools) में ग्रिड से जुड़े रूफ टॉप सोलर प्लांट (Roof Top Solar Plant) और वाटर हीटिंग सिस्टम (Water Heating System) स्थापित किए जाएंगे।
बजट घोषणा के अनुसार सभी सरकारी भवनों के connected load के कम से कम 20 प्रतिशत की आपूर्ति ग्रिड से जुड़े रूफ टॉप सोलर प्लांट के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से करना अनिवार्य किया जाएगा।
सोलन, पालमपुर और धर्मशाला नगर निगमों (MC) में सभी बिजली घरेलू उपभोक्ताओं को एनओसी (NOC) प्राप्त करने के लिए नए भवनों में सोलर वाटर हीटिंग सिस्टम (Solar Water Heating System) लगाना अनिवार्य किया जाएगा। इन निगमों में स्थित सरकारी भवनों की छत पर चरणबद्ध तरीके से सोलर प्लांट (Solar Plant) लगाने होंगे।
ऊना, कांगड़ा, सोलन, सिरमौर, मंडी और शिमला जिलों में 501 मेगावॉट की क्षमता वाले 5 सौर पार्क और 212 मेगावॉट की क्षमता वाली सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने का कार्य शुरू किया जाएगा।
शिमला। परमवीर चक्र से अलंकृत शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की माता कमल कांत बत्रा का निधन हो गया है। उनका 77 वर्ष की आयु में बुधवार को जिला कांगड़ा के पालमपुर में निधन हुआ। कमलकांत बत्रा हमीरपुर निर्वाचन क्षेत्र से आम आदमी पार्टी (AAP) की उम्मीदवार भी थीं। कमल कांत प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थीं। उनके पति का नाम जीएल बत्रा है। इन्हें वीर माता के नाम से जाना जाता था।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कमल कांत बत्रा के निधन पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार के सदस्यों को इस असहनीय क्षति को सहन करने की प्रार्थना की।
बता दें कि कैप्टन विक्रम बत्रा ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए दुश्मनों से लोहा लिया था और इस दौरान वह वीरगति को प्राप्त हो गए थे। कैप्टन विक्रम बत्रा 24 साल की उम्र में 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च युद्ध कालीन वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।ा
अग्निवीर भर्ती में इस बार कुछ नए नियम हुए हैं लागू
पालमपुर। अग्निवीर भर्ती में इस बार कुछ नए नियम लागू किए गए हैं। नए नियमों की बात करें तो अग्निवीर लिपिक व स्टोर कीपर तकनीकी के जगह अग्निवीर कार्यालय सहायक/एसकेटी की कैटेगरी में भर्ती होगी।
अग्निवीर ऑफिस असिस्टेंट/एसकेटी के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के लिए टाइपिंग टेस्ट ऑनलाइन सीईई के दौरान किया जाएगा, जिसमें परीक्षण के दौरान अंग्रेजी में 30 शब्द प्रति मिनट (डब्ल्यूपीएम) वांछनीय हैं। केवल वे उम्मीदवार जो टाइपिंग टेस्ट उत्तीर्ण करेंगे वे भर्ती प्रक्रिया के चरण- II के लिए बुलाए जाने के पात्र होंगे।
अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन सीईई अभ्यास परीक्षण और टाइपिंग अभ्यास परीक्षण का नमूना भारतीय सेना के अधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर उपलब्ध हैं ।
शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण (पीएफटी) और शारीरिक माप परीक्षण (पीएमटी) उत्तीर्ण करने वाले सभी उम्मीदवारों को प्रचलित नीति के अनुसार अनुकूलनशीलता परीक्षण (Adaptability test) देना होगा।
अनुकूलनशीलता परीक्षण उन उम्मीदवारों के चयन के लिए है, जो भारतीय सेना के वातावरण के अनुकूल हो सकते हैं और सैन्य जीवन की चुनौतियों को अपनाने में सक्षम हैं।
एडेप्टेबिलिटी टेस्ट (Adaptability Test) उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार मेडिकल और आगे की भर्ती प्रक्रिया के लिए पात्र होंगे, जो उम्मीदवार अनुकूलनशीलता परीक्षा उत्तीर्ण नहीं करेंगे, उन्हें भर्ती प्रक्रिया में आगे भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अनुकूलनशीलता परीक्षण की अवधि के लिए उम्मीदवारों को अपने स्मार्ट फोन ले जाने की अनुमति होगी। इस बार शारीरिक मानकों में छूट केवल स्पोर्टसमैन, अधिसूचित क्षेत्रों के अनुसूचित जनजाति एवं भारतीय गोरखा अभ्यर्थियों को ही मिलेगा।
क्या होता है अनुकूलनशीलता परीक्षण
अनुकूलनशीलता परीक्षण यानी एडेप्टेबिलिटी टेस्ट टेस्ट एक प्रकार का मनोवैज्ञानिक परीक्षण होता है। पहले सेना में सिर्फ अधिकारियों की भर्ती में ही ऐसा होता था। अब अग्निवीर बनने के लिए भी एडेप्टेबिलिटी टेस्ट टेस्ट को शामिल किया गया है।
शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण (पीएफटी) और शारीरिक माप परीक्षण (पीएमटी) उत्तीर्ण करने वाले सभी उम्मीदवारों में सफल उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र में मोबाइल (स्मार्टफोन) ले जाने की अनुमति होगी।
इसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर लिंक भेजा जाएगा। लिंक में एडेप्टेबिलिटी टेस्ट के 50 प्रश्न होंगे और 50 अंक का होगा। इसमें सफल अभ्यर्थी ही मेडिकल टेस्ट के लिए पात्र होंगे। इस टेस्ट का उद्देश्य अभ्यर्थियों का मानसिक स्तर जानना होता है।
अभ्यर्थी का मानसिक स्तर सेना के लायक है या नहीं। यह देखा जाता है कि अभ्यर्थी सेना के जोखिम, सेना की जिम्मेदारी और सेना के कार्य को समझते हैं या नहीं।
कांगड़ा-चंबा के अभ्यर्थियों के लिए आवेदन शुरू
अग्निपथ योजना के तहत कांगड़ा और चंबा के अभ्यर्थियों के लिए अग्निवीर भर्ती 2024-25 के तहत ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 13 फरवरी यानी आज से शुरू हो गई है। आवेदन 22 मार्च, 2024 तक किए जा सकेंगे।
सेना भर्ती कार्यालय, पालमपुर के भर्ती निदेशक कर्नल मनिष शर्मा (सेना मेडल) ने प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया कि अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया दो चरणों में आयोजित की जाएगी।
प्रथम चरण में ऑनलाइन कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा होगी। यह ऑनलाइन सीईई 22 अप्रैल 2024 से शुरू होगा। दूसरे चरण में शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण (पीएफटी), शारीरिक माप परीक्षण (पीएमटी) और चिकित्सा परीक्षण किया जाएगा।
कांगड़ा और चंबा जिला के उम्मीदवारों के लिए अग्निवीर (सामान्य ड्यूटी), अग्निवीर (तकनीकी), अग्निवीर कार्यालय सहायक/स्टोर कीपर तकनीकी, अग्निवीर ट्रेड्समेन 10वीं पास और अग्निवीर ट्रेड्समेन 8वीं पास वर्गों के लिए अधिसूचना जारी की गई है।
इच्छुक उम्मीदवार अपना पंजीकरण भारतीय सेना के अधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर कर सकते हैं।
सभी आवेदकों को सलाह दी जाती है कि ऑनलाइन आवेदन करने से पहले अधिसूचना को अच्छी तरह से पढ़ें और योजना के बारे में भर्ती प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लें।
उन्होंने सभी अभ्यार्थियों से अनुरोध किया है कि वे किसी भी तरह की भर्ती संबंधित अफवाह पर ध्यान न दें और भर्ती के दौरान दलालों से सावधान रहें। यदि किसी प्रार्थी को फार्म भरने में समस्या आती है तो वे आर्मी की वेबसाइट पर संपर्क कर सकते हैं अथवा सेना भर्ती कार्यालय पालमपुर में भी निजी तौर पर संपर्क किया जा सकता है।
पालमपुर। कांगड़ा जिला के पालमपुर उपमंडल के भवारना-खैरा-जयसिंहपुर रोड पर नागालैंड नंबर के बेकाबू ट्रक ने चार लोगों को रौंद डाला। इसमें महिला की मौत हो गई और 9 साल की बच्ची सहित तीन घायल हैं। एक किलोमीटर आगे जाकर ट्रक भी पलट गया और चालक भी घायल हो गया।
बता दें कि मनियाड़ा के समीप मलाहु में बेकाबू ट्रक ने सब्जी की दुकान से सब्जी खरीद रही महिला को कुचल डाला। कमला देवी (75) पत्नी साधु राम की जान चली गई। बुजुर्ग महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक चिकित्सालय पालमपुर ले जाया गया है
ट्रक की चपेट में आने से आराध्या (9), भावना (17) रितिक (23) भी घायल हो गए। एक घायल को मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर किया गया है। बेकाबू ट्रक की चपेट में एक स्कूटी व बाइक भी आ गए।
ट्रक का कहर यहीं नहीं रुका। मलाहु से करीब एक किलोमीटर दूर ठंडोल में स्विफ्ट कार सहित दो गाड़ियों को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद ट्रक बीच सड़क में ही पलट गया। ट्रक पलटने से चालक दिल्लू राम भी घायल हो गया।
ट्रक चालक को भी पालमपुर अस्पताल में ले जाया गया। चालक को मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि चालक नशे में था। पर इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पालमपुर। कांगड़ा जिला के पालमपुर जल शक्ति विभाग डिवीजन में पैरा पंप ऑपरेटर, पैरा फिटर और मल्टी पर्पज वर्कर (MPW) के 73 पद भरे जाएंगे। इन पदों के लिए इच्छुक अभ्यर्थी 20 फरवरी 2024 तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन जल शक्ति विभाग डिवीजन एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ऑफिस में 20 फरवरी शाम पांच बजे से पहले पहुंचने चाहिए।
पैरा पंप ऑपरेटर की शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो अभ्यर्थी का 10वीं पास होना जरूरी है। साथ ही इलेक्ट्रीशियन/वायरमैन/डीजल मैकेनिक/पंप मैकेनिक/मोटर मैकेनिक/पंप ऑपरेटर कम मैकेनिक/ मैकेनिक मोटर व्हीकल/पंप ऑपरेशन कम मैकेनिक/पंप ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस का किसी मान्यता प्राप्त आईटीआई से सर्टिफिकेट जरूरी है।
पैरा फिटर के लिए न्यूनतम योग्यता 10वीं पास और फिटर/प्लंबर ट्रेड में मान्यता प्राप्त आईटीआई से सर्टिफिकेट जरूरी है। मल्टी पर्पज वर्कर के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 8वीं पास है। आयु सीमा 18 से 45 वर्ष है। (पालमपुर)
राजस्व विभाग के किसी भी विंग में न्यूनतम 5 वर्ष की सेवा जरूरी
पालमपुर। कांगड़ा जिला के पालमपुर में सेवानिवृत्त कानूनगो से एक पद भरा जाएगा। एसडीएम पालमपुर नेत्रा मेती ने बताया कि डीसी कांगड़ा की स्थापना के तहत सेवानिवृत्त कानूनगो में से पारिश्रमिक के आधार पर कानूनगो के एक रिक्त पद को फिर से भरने के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं।
इच्छुक आवेदक निर्धारित प्रपत्र में सभी प्रासंगिक/समर्थक दस्तावेजों/प्रमाण पत्रों के साथ 15 फरवरी 2024 तक एसडीएम कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। अंतिम तिथि के बाद प्राप्त या अपूर्ण पाए गए आवेदन अस्वीकार कर दिया जाएंगे और इस संबंध में किसी भी पत्राचार पर विचार नहीं किया जाएगा।
आवेदक हिमाचल प्रदेश के राजस्व विभाग के किसी भी विंग में न्यूनतम 5 वर्ष की सेवाएं प्रदान की हों और उनके खिलाफ कोई विभागीय अनुशासनात्मक/आपराधिक कार्रवाई लंबित न हो।
नियोजित होने वाले सेवानिवृत्त आवेदक की आयु 65 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। सेवानिवृत्त कानूनगो के लिए 30,000 रुपए प्रति माह मानदेय निर्धारित किया गया है। आवेदक उपरोक्त पद के लिए विभाग द्वारा निर्धारित सभी मापदंडों को पूर्ण करता हो।
कांगड़ा। हिमाचल के कांगड़ा जिला के सीआरपीएफ (CRPF) जवान रजत कटोच की चेन्नई में ड्यूटी के दौरान मौत हो गई।
पालमपुर उपमंडल के भौरा गांव निवासी सीआरपीएफ जवान रजत कटोच (31) पुत्र स्वर्गीय इकवाल चंद कटोच की मौत हृदय गति रुकने के कारण हुई है। जवान पार्थिव देह शनिवार देर रात तक पैतृक गांव भौरा पहुंचेगी। रविवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
रजत कटोच के शहीद होने की खबर से पूरा परिवार शोकाकुल है। रजत के घर में उनकी मां और पत्नी ही हैं। रजत की डेढ़ साल पहले ही दगोह की सीमा से शादी हुई थी। दो महीने पहले रजत छुट्टी आया था तथा अपनी माता व पत्नी को भी साथ लेकर चेन्नई गया था।
उनके पिता की भी सीआरपीएफ (CRPF) में सेवाकाल के दौरान ही मौत हो गई थी। उस समय रजत मात्र पांच वर्ष का ही था।
रजत पढ़ाई-लिखाई के साथ खेलकूद में भी हमेशा अव्वल रहता था। रजत की मौत की खबर सुनते ही इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। गांव वाले शहीद की मां और पत्नी को ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने जवान की मौत पर दुखद जताया है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, वीरभूमि कांगड़ा के सपूत CRPF जवान रजत कटोच जी की मृत्यु की ख़बर अत्यंत दुःखद है।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकग्रस्त परिवारजनों को संबल प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि! ॐ शांति! ”
पालमपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला के पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत ग्राम पंचायत द्रोगनु के गांव द्रोवी के आर्मी जवान प्रवीण कुमार (32) की सड़क हादसे में जान चली गई है। सैनिक प्रवीण कुमार अरुणाचल प्रदेश में ग्रीफ रेजिमेंट में तैनात थे। सैनिक का शनिवार को पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बेटे ने सैनिक प्रवीण कुमार की चिता का मुखाग्नि दी। अंतिम यात्रा में मुख्य संसदीय सचिव (शहरी विकास एवं शिक्षा) आशीष बुटेल शामिल हुए।
सैनिक प्रवीण कुमार के घर में माता-पिता, पत्नी, भाई और बेटा और बेटी हैं। सैनिक प्रवीण कुमार की माता का नाम हिमा देवी है और पिता का सोहन लाल है। पत्नी रिंपला देवी, 6 साल का बेटा रियांश और तीन साल की बेटी आदविक है। भाई का नाम गगन है।