ऋषि महाजन/नूरपुर। कांगड़ा दिला के पुलिस थाना फतेहपुर के तहत पड़ती पंचायत रियाली में ब्यास नदी में डूबने से एक युवक की मौत हो गई है। युवक अपनी बुआ के घर आया हुआ था। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवक के शव को नदी से निकाला गया।
बता दें कि गुरमीत सिंह (20) पुत्र स्वर्ण सिंह निवासी पराल तहसील इंदौरा फूफा के निधन के चलते रियाली में अपनी बुआ के घर आया था। शुक्रवार को निधन के दस दिन होने पर अन्य लोगों के साथ कपड़े धाने रियाली मंझीर में ब्यास नदी में गया था। नदी में युवक नहाने लग पड़ा। नहाते वक्त युवक का पैर फिसला और गहरे पानी में चला गया। जब तक उसे बचाया जाता वह ब्यास नदी में डूब गया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। लोगों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद युवक के शव को नदी से बाहर निकाला।
पुलिस थाना फतेहपुर के तहत पड़ती रे पुलिस चौकी की टीम ने मौके पर आकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नूरपुर अस्पताल भेजा। चौकी प्रभारी रे भजन जरियाल ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है। वहां पंचायत प्रधान रमेश कुमार ने बताया कि ब्यास नदी में करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद युवक से शव को बाहर निकाला गया।
ऋषि महाजन/नूरपुर।हिमाचल के कांगड़ा जिला में पुलिस ने देह व्यापार के धंधे का पर्दाफाश किया है। मामले में हरियाणा निवासी को गिरफ्तार किया है। साथ ही एक एक लड़की को भी रेस्क्यू किया गया है। मामला पुलिस जिला नूरपुर के तहत का है।
बता दें कि पुलिस को पुलिस थाना डमटाल के अंतर्गत भदरोया में एक होटल में देह व्यापार के धंधे की सूचना मिली थी। सूचना मिलने के बाद नूरपुर पुलिस धंधे का पर्दाफाश करने के लिए जाल बिछाया। नूरपुर पुलिस ने होटल में दबिश दी।
पुलिस टीम ने होटल आरडी में अरुण कुमार पुत्र धर्म सिंह निवासी गांव व डाकघर सनोली खुर्द तहसील वापोली जिला पानीपत हरियाणा को रंगे हाथ देह व्यापार करवाते पकड़ा। पुलिस ने आरोपी को मौके से नकदी और लड़की सहित पकड़ा है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है।
ऋषि महाजन/ नूरपुर।हिमाचल के कांगड़ा जिला के डमटाल में एक पंचायत प्रधान ने दफ्तर में घुसकर बिजली बोर्ड के एसडीओ (SDO) पर 32 बोर की रिवॉल्वर तान दी और जान से मारने की धमकी दी। रिवॉल्वर भरी हुई थी।
बता दें कि वीरवार को तहसील इंदौरा के बांई अटारियां गांव के सुधीर पठानिया पुत्र भगवान दास ने बिजली बोर्ड डमटाल के दफ्तर में घुसकर एसडीओ तनुज मैहरा निवासी नूरपुर पर रिवॉल्वर तान दी और जान से मारने की धमकी दी। रिवॉल्वर भरी हुई थी। बताया जा रहा है कि बिजली मीटर लगाने को लेकर विवाद के चलते आरोपी ने ऐसा किया है। आरोपी बांई अटारियां पंचायत का प्रधान है। डमटाल पुलिस स्टेशन में इस संदर्भ में धारा 382,353,506 व धारा 25-54-59 भारतीय शस्त्र अधिनियम में मामला दर्ज किया है।
वहीं, पुलिस स्टेशन नूरपुर के तहत बाइक को आग लगाने का मामला सामने आया है। मामले के अनुसार बदूही में संजय कुमार पुत्र पवन कुमार गांव बदूही नूरपुर ने पवन कुमार पुत्र राकेश कुमार गांव बदूही नूरपुर के बाइक जला दी। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।
ऋषि महाजन/ नूरपुर।हिमाचल के पुलिस जिला नूरपुर के तहत अगर आप जसूर-जवाली सड़क मार्ग पर सफर करते हैं तो सावधान हो जाएं। ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन करें। यह न सोचे कि पुलिस कर्मी नाका लगाकर खड़े होंगे तभी आपका चालान कट सकेगा। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों का अब बिना पुलिस नाके से ही चालान हो सकेगा। यानी की अब यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए नाके लगाने की जरूरत नहीं है। चालान कट भी जाएगा और आपको पता भी नहीं चलेगा।
बता दें कि हिमाचल के पुलिस जिला नूरपुर के तहत जसूर-जवाली सड़क मार्ग पराजा का तालाब में इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित किया गया है। बिना हेलमेट, ओवरस्पीड, बिना सीट ब्लैट. ट्रिपल राइडिंग होने पर चालान काटे जाएंगे। ऑनलाइन ही चालान कट जाएंगे और सूचना वाहन चालक को संबंधित मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से मिलेगी।
साधारण शब्दों में कहे तो राजा का तालाब में सीसीटीवी कैमरे हर वक्त यानी 24 घंटे सड़क पर आने जाने वाले वाहनों पर नजर रखेंगे। इसलिए अगर आप इस मार्ग पर सफर कर रहे हैं तो ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
ऋषि महाजन/नूरपुर।हिमाचल बागवानी विभाग ने आम की 6 नई किस्में तैयार की हैं। इन किस्मों की खासियत है कि पौधे से पौधे की दूरी 3 मीटर के करीब रख कर एक कनाल में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जा सकते हैं। तीन साल के बाद ये आम के पौधे पूरी तरह तैयार हो जाएंगे। आम के इन पौधों की लंबाई केवल सात से आठ फीट तक ही होगी, जिससे किसानों को फल तोड़ने में भी आसानी होगी।
इसके साथ ही आम के शौकीनों को नया स्वाद मिलेगा। आम की इन हाइब्रिड किस्मों में फल ऑफ सीजन यानी सितंबर में तैयार होता है, जोकि सिंदूरी और लाल रंग का होगा। हिमाचल के किसान-बागवान बाजार की प्रतिस्पर्धा में बने रहने के साथ सामान्य बागवानी की तुलना में उतने ही क्षेत्र में तीन से चार गुणा ज्यादा उत्पादन कर ऊंचे दाम पा सकेंगे।
हिमाचल के बागवानी विभाग ने 1,293 करोड़ रुपए से विश्व बैंक द्वारा प्रायोजित हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना (एचपीएचडीपी) के अंतर्गत फल संतति एवं प्रदर्शन केंद्र जाच्छ (नूरपुर) में लगभग 13 कनाल क्षेत्र में आम की 6 नई किस्मों के साथ 605 पौधों का बगीचा तैयार किया है। इसमें पूसा अरुणिमा, पूसा लालिमा, पूसा सूर्या, पूसा श्रेष्ठा, मल्लिका तथा चौंसा किस्में तैयार की गई हैं। विभाग ने भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र नई दिल्ली से इन पौधों की कलमें लाकर पीसीडीओ केंद्र, जाच्छ में पौधों को तैयार किया गया है।
इसमें रेज्ड बेड प्रणाली बनाई गई है, जिस पर इन पौधों को लगाया गया है। इनकी सिंचाई के लिए ड्रिप सिस्टम भी लगाया गया है। इन पौधों पर दूसरे वर्ष से ही फल लगना शुरू हो गए हैं, लेकिन इनके बेहतर विकास के लिए फलों को तोड़ दिया गया है। परागन के लिए यहां मधुमक्खियों के लिए प्राकृतिक मड हाउस बनाए गए हैं।
विभाग ने इन किस्मों के अब तक 2,500 पौधे तैयार किए हैं। इन पौधों को विभाग क्लस्टर में बागवानी कर रहे किसानों को मुहैया करवाएगा। इसके अतिरिक्त विभाग ने इस वर्ष आम,लीची, किन्नू, गलगल, पपीता तथा कटहल सहित अन्य फलों के 30 हजार पौधे तैयार कर बागवानों को उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा है, जिससे बागवान आधुनिक व वैज्ञानिक तरीके से आम के साथ अन्य फलों की खेती कर सकेंगे।
रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए इस केंद्र में मनरेगा के तहत पंजीकृत लोगों को नर्सरी में काम के लिए लगाया जाता है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को रोजगार के साथ बागवानी बारे तकनीकी ज्ञान भी प्राप्त हो रहा है।
नई किस्म की विशेषताएं
आम की पारंपरिक खेती (साधारण बागवानी) में पौधे से पौधे की दूरी 10 मीटर के करीब रखी जाती है, जहां एक कनाल भूमि पर मात्र 4 पौधे ही लगते थे। वहीं, नई किस्म के तैयार होने से हाई डेंसिटी बागवानी करते समय अब पौधे से पौधे की दूरी 3 मीटर के करीब रख कर भूमि पर 44 पौधे लगाए जा सकते हैं यानी अब किसान अपनी सीमित भूमि से भी अधिक उत्पादकता के साथ ज्यादा मुनाफा कमा सकेंगे।
राज्य के बागवानों की दशहरी, लंगड़ा, चौसा तथा संदूरी आम की फसल अन्य आम उत्पादक राज्यों की फसल के साथ पीक सीजन में बाजार में आती है। यह आम अधिकतर हरे व पीले रंग के ही होते हैं, जिस कारण बागवानों को प्रतिस्पर्धा के कारण उनकी फसल का उचित दाम नहीं मिल पाता है, लेकिन आम की इन हाइब्रिड किस्मों में फल ऑफ सीजन यानी सितंबर में तैयार होता है, जोकि सिंदूरी और लाल रंग का होगा।
हिमाचल के किसान-बागवान बाजार की प्रतिस्पर्धा में बने रहने के साथ सामान्य बागवानी की तुलना में उतने ही क्षेत्र में तीन से चार गुणा ज्यादा उत्पादन कर ऊंचे दाम पा सकेंगे।
क्या कहते हैं बागवानी विभाग के अधिकारी
बागवानी विभाग के उपनिदेशक डॉ. कमलशील नेगी ने बताया कि वर्ष 2021 में विभाग ने भारतीय कॄषि अनुसंधान संस्थान, पूसा (नई दिल्ली) से आम की इन किस्मों की कलमें लाकर पीसीडीओ केंद्र, जाच्छ में बगीचा लगाकर पौधों की नई किस्मे तैयार की हैं। इसके अतिरिक्त विभाग ने इस केंद्र में लीची, किन्नू, गलगल, पपीता तथा कटहल के पौधे तैयार किए हैं, जिनके पौधे भी सीजन पर किसानों को उपलब्ध करवाए जाएंगे।
बागवानी विभाग किसानों को आधुनिक व वैज्ञानिक तरीके से बागवानी करने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण कोर्स भी आयोजित करवाता है। इसके अतिरिक्त उन्हें प्रशिक्षण टूअर पर भी भेजता है। उनका कहना है कि प्रदेश के बागवान इस प्रदर्शन केंद्र का जरूर भ्रमण करें, ताकि वे आधुनिक और वैज्ञानिक तरीके से बागवानी करने के गुर सीख सकें।
बता दें कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश को फल राज्य के तौर पर नई पहचान दिलाने के साथ बागवानों को आर्थिंक रूप से समृद्ध बनाने के लिए बागवानी विकास को विशेष प्राथमिकता दे रहे हैं। राज्य में फलों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए फल क्लस्टर/हब विकसित करने की दिशा में प्रदेश सरकार ने कार्य शुरू करने की पहल की है, जिसके तहत हाई डेंसिटी प्लांटेशन और माइक्रो इरीगेशन सिस्टम को विकसित किया जाएगा।
हाईकोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना ने किया
ऋषि महाजन/नूरपुर।हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना ने शुक्रवार को नूरपुर में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर, मुख्य न्यायाधीश के ओएसडी एवं सीनियर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चिराग भानु, उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल अरविंद मल्होत्रा सहित जिला एवं सत्र न्यायाधीश, कांगड़ा अजय मैहता विशेष रूप से उपस्थित रहे।
लोकार्पण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना ने कहा कि इस कोर्ट के खुलने से नूरपुर, इंदौरा, फतेहपुर तथा ज्वाली उपमंडल की 221 पंचायतों के लोगों को न्यायिक सुविधा प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश उच्च न्यायालय लोगों को उनके घर-द्वार के समीप तीव्र एवं किफायती न्याय सुनिश्चित बनाने के लिए समर्पित प्रयास कर रहा है। जनता के लिए न्याय व्यवस्था को और अधिक सुगम और सुलभ बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि न्यायालय तथा बार एसोसिएशन का मूल उद्देदय लोगों को न्याय दिलाना है। उन्होंने न्यायिक प्रकिया को अधिक जनमुखी बनाने के लिए बार एसोसिएशन और न्यायाधीशों के मिलकर काम करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एक दूसरे के अनुभवों से हर आदमी नया ज्ञान प्राप्त करता है। उन्होंने सभी से गरीब लोगों को शुलभ, सस्ता और शीघ्र न्याय सुनिश्चित बनाने के लिए सामूहिक प्रयास करने की अपील की।
उन्होंने नए कोर्ट खुलने के लिए बधाई देते हुए सभी सम्बंधित न्यायिक अधिकारियों और बार एसोसिएशन से इसे लेकर अपनी जिम्मेदारी समझने और गुणात्मक काम करने को कहा। प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर ने क्षेत्र के लोगों को अतिरिक्त ज़िला एवं सत्र कोर्ट खुलने पर बधाई दी।
उन्होंने कहा कि न्याय व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के साथ शांति स्थापित करना न्यायालय का मूल उद्देश्य है। उन्होंने न्यायिक अधिकारियों और वकीलों से लोगों को तीव्र गति से न्याय प्रदान करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने विश्वास जताया कि यह न्यायालय न्यायिक व्यवस्था को मजबूत बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मेहर चंद महाजन जो नूरपुर से संबंध रखते थे का उल्लेख करते हुए सभी अधिवक्ताओं से उनके द्वारा न्यायिक प्रक्रिया में स्थापित किये गए जीवन के उच्च आदर्शों की परम्पराओं का अनुसरण करते हुए नए आयाम स्थापित करने की उम्मीद जताई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय मैहता ने इस अवसर पर कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश और अन्य गणमान्यों का स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि अभी तक क्षेत्र के लोगों को न्याय प्राप्त करने के लिए ज़िला मुख्यालय धर्मशाला तक का सफर तय करना पड़ता था जिससे लोगों को कई तरह की दिक्कतें होती थीं। इस कोर्ट के खुलने से ऐसे सभी लोगों को सहुलियत होगी।
नूरपुर बार एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ता अम्बिका गुलेरिया व रजनी मल्होत्रा ने मुख्यतिथि को शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। बार एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य व अध्यक्ष अधिवक्ता नरेश शर्मा ने जस्टिस विवेक सिंह ठाकुर का स्वागत किया तथा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इसके पश्चात, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सबीना तथा अन्य अतिथियों ने स्थानीय श्री बृजराज स्वामी मंदिर में माथा टेका तथा पूजा अर्चना की ।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में नूरपुर के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र कुमार, सीनियर सिविल जज एवम एसीजीएम बलजीत नायक, पुलिस अधीक्षक अशोक रतन, एडीएम रोहित राठौर, एसडीएम गुरसिमर सिंह, बार एसोसिएशन के प्रधान नरेश शर्मा सहित अन्य अधिवक्ता एवं न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला के पुलिस थाना नूरपुर के अंतर्गत पंचायत बासा बजीरा में एक युवक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक की पहचान लवली (25) पुत्र राकेश कुमार निवासी गांव बासा बजीरा तहसील नूरपुर ने आज सुबह घर पर ही यह खौफनाक कदम उठाया। बताया जा रहा है कि युवक की शादी करीब 1 वर्ष पहले ही किरण निवासी बाड़ी खड्ड तहसील इंदौरा जिला कांगड़ा से हुई थी।
एक सप्ताह पहले मृतक लवली व उसकी पत्नी किरण का पंचायत में अपनी सहमति से अलग अलग रहने का निश्चय हुआ था, जिसके बाद किरण अपने मायके चली गई। आज सुबह लवली ने घर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक का सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
नूरपुर कॉलेज के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में शामिल हुए कृषि मंत्री
ऋषि महाजन/नूरपुर। कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार ने राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में अपने संबोधन में युवाओं को संस्कारवान बनाने में गुणात्मक शिक्षा के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा सिर्फ अकादमिक ज्ञान नहीं है, यह व्यक्ति के व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। संस्कार, मूल्य और नैतिकता शिक्षा के मूल घटक होते हैं। उन्होंने गुणात्मक शिक्षा के साथ साथ संस्कार युक्त शिक्षा मुहैया कराने पर बल दिया।
प्रो. चंद्र कुमार ने बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ अन्य सांस्कृतिक व खेलकूद गतिविधियों में भी बढ़ चढ़ कर भाग लेने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में अभिभावकों व अध्यापकों का अहम रोल रहता है। अध्यापकों द्वारा विद्यार्थी जीवन में बताए गए रास्तों व शिक्षाओं को वे हमेशा याद रखते हुए आगे बढ़ते हैं। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ें। प्रतिस्पर्धा के इस युग में कड़ी मेहनत करें।
20.34 करोड़ से बन रहा नूरपुर महाविद्यालय का नया भवन
प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश में शिक्षण संस्थानों में आधारभूत ढांचा मजबूत किया जा रहा है। 20.34 करोड़ रुपये से नूरपुर महाविद्यालय का नया भवन बनाया जा रहा है । भवन का कुछ काम पूरा लिया गया है और इसके शेष कार्य को पूरा करवाने हेतु समुचित धनराशि उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री महोदय से मामला उठाया जाएगा ताकि निर्धारित समय में इसका काम पूरा किया जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकारों के कार्यकाल में हमेशा शिक्षा क्षेत्र की मजबूती पर बल दिया गया है। कांग्रेस ने हर विधानसभा क्षेत्र में कॉलेज खोले ताकि गाँव के बच्चों को विशेष कर बेटियों को घर के नजदीक ही उच्च शिक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में ज्यादा से ज्यादा रोजगारोन्मुखी कोर्स शुरू होने चाहिए ताकि रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा हों।
कृषि मंत्री ने कहा कि यह विडंबना है कि धर्मशाला में अभी तक सेंट्रल यूनिवर्सिटी का निर्माण नहीं हो सका है इस तरह के शिक्षण संस्थानों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए बल्कि तय समयावधि में इन्हें तैयार कर आमजन को समर्पित कर देना चाहिए।
उन्होंने राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर को शिक्षा का बेहतर संस्थान बताते हुए कहा कि इस संस्थान से पढ़कर बच्चे अच्छे स्थानों पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार बड़े अच्छे और प्रभावी ढंग से कार्य कर रही है। ओपीएस लागू कर दी है, विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े पदों को चरणबद्ध तरीके से भरा जा रहा है ।
कृषि मंत्री ने कॉलेज में सांस्कृतिक गतिविधियों के बढ़ावे हेतु 15 हज़ार रुपये देने की घोषणा की।उन्होंने सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी। इसके उपरांत कृषि मंत्री ने विभिन्न गतिविधियों में अव्वल रहे छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ डीके शर्मा ने महाविद्यालय में आने पर मुख्य अतिथि तथा अन्य मेहमानों का स्वागत किया तथा आभार जताया। उन्होंने कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी तथा अन्य गतिविधियों बारे जानकारी दी।
इस अवसर पर महाविद्यालय के स्टाफ तथा वोकेशनल स्टाफ ने मांग पत्र भी मुख्य अतिथि को दिया। कृषि मंत्री ने सहानुभूति पूर्वक उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया । कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया ।
इस अवसर पर पूर्व विधायक एवं कार्यक्रम के विशेष मेहमान नूरपुर अजय महाजन, सुशील मिंटू कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष, एसडीएम गुरसिमर सिंह, एएसपी मदन कांत,नगर परिषद अध्यक्ष अशोक शिब्बू, नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा, जिप सदस्य हरदीप,योगेश महाजन,विक्रम पठानिया, रोजी जम्वाल, सुदर्शन शर्मा, सतविंद्र छिंदा, बलदेव पप्पी, पीटीए प्रधान कुलदीप, एनजीओ प्रधान राजेश सहोत्रा, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कॉलेज स्टाफ, बच्चों के अभिवावक, स्थानीय लोग तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
खेतों में उगा रहे सब्जियां और अनाज, कर रहे प्राकृतिक खेती
ज्वाली। कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों…। जी हां अगर आपने में कुछ कर गुजरने की इच्छा हो तो आप किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं। आप किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकते हैं।
ऐसा ही कुछ कर दिखाया है कांगड़ा जिला के ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के घाड़ जरोट गांव के विवेक कुमार ने। विवेक कुमार 12वीं के बाद आईटीआई कर निजी क्षेत्र में नौकरी के लिए निकल पड़ा। परवाणू में 2000 से 2005 तक निजी क्षेत्र में नौकरी की। पर पांच साल तक नौकरी करने के बाद नौकरी छोड़ वर्ष 2006 में कृषि व्यवसाय से जुड़ा। इसके बाद विवेक कुमार ने पीछे मुडकर नहीं देखा और आज खुद सालाना 3 लाख रुपए तक की कमाई कर रहा है। वहीं, 10 लोगों को भी रोजगार मुहैया करवाया है।
विवेक कुमार की पारिवारिक पृष्ठभूमि किसान परिवार से है। उनके पिता सरकारी नौकरी के दौरान भी इस व्यवसाय से जुड़े रहे। वर्ष 2008 में सेवानिवृत्ति के पश्चात उन्होंने खेतीबाड़ी तथा पशुपालन व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। उन्होंने अपने बेटे विवेक को जमा दो की पढ़ाई पूरी करने के उपरांत आईटीआई करवाई, जिसके उपरांत वर्ष 2000 से 2005 तक विवेक कुमार ने परवाणू में निजी क्षेत्र में नौकरी की। उनके पिता ने नौकरी छोड़ कर पुस्तैनी व्यवसाय से जुड़ने को कहा। विवेक ने वर्ष 2006 में अपने पिता के साथ कृषि व्यवसाय से जुड़ कर विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
कृषि विभाग से खेतीबाड़ी की उन्नत तकनीकों तथा व्यवसाय चलाने के लिए बताए गए आधुनिक तरीकों को भी अपनाने के साथ समय-समय पर मिलते मार्गदर्शन तथा प्रोत्साहन से विवेक खेतीबाड़ी के कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके पिता जिनका गत वर्ष मई माह में देहांत हो चुका है, द्वारा दिए गए मार्गदर्शन व गुर से विवेक आज 80 कनाल भूमि पर सब्जियों तथा 40 कनाल भूमि पर गेहूं, धान, गन्ना तथा पशुओं के लिए हरे चारे का उत्पादन कर रहे हैं। कृषि विभाग द्वारा उनके खेतों में सिंचाई के लिए ड्रिप सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है, जिससे मौसम पर निर्भरता समाप्त हुई है।
वे खेतीबाड़ी में प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे खेतीबाड़ी पर कम लागत आ रही है। उन्होंने गत वर्ष प्राकृतिक खेती से सब्जियां उगाने के साथ 15-20 क्विंटल गेहूं पैदा की थी, जिसमें से 10 क्विंटल गेहूं 3,500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बेची है। वे भविष्य में प्राकृतिक खेती की तकनीकों को अपनाकर अच्छी किस्म के उत्पाद उगा कर मार्किट में बेचने के प्रयास कर रहे हैं।
विवेक कुमार स्वंय स्वावलंबी होने के साथ 10 और लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए अच्छी किस्म की 6 गाय भी पाल रखी हैं,जिनसे प्रतिदिन 40-45 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है, जिसमें से 30 लीटर दूध की बिक्री कर रहे हैं, जबकि देसी खाद का अपने खेतों में प्रयोग कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त मांग पर पनीर व दहीं भी बेचते हैं। विवेक अपने व्यवसाय से सालाना चार से पाँच लाख रुपए तक आमदनी कमा रहे हैं।
क्या कहते हैं विवेक कुमार
प्रगतिशील किसान विवेक कुमार का कहना है कि वे खेतों में सीजन के अनुसार गेहूं, धान, मक्की, गन्ना के अतिरिक्त सब्जिओं में गोभी, टमाटर, भिंडी, बैंगन, मूली, शलगम, घीया, तोरी, पालक, धनिया , मटर, चुकंदर की खेती कर रहे हैं, जिससे सालाना 3 लाख रुपए तक कमाई कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमारे पुरखों ने गरीबी झेली है, लेकिन जमीने संभाल कर रखी, जिसकी वजह से हम नौकरी की इच्छा न करते हुए आज जमीन में ही अपना रोजगार चलाने के साथ 10 अन्य लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा रहे हैं। उनका मानना है कि अन्य लोगों को भी कृषि व पशुपालन व्यवसाय से जुड़कर अपनी आमदनी को बढ़ाना चाहिए।
कृषि विषयवाद विशेषज्ञ नगरोटा सूरियां डॉ. राज कुमार भारद्वाज का कहना है कि कृषि विभाग द्वारा किसानों को समय-समय पर बीज,कृषि उपकरण अनुदानित दरों पर उपलब्ध करवाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त खेतों में जाकर मिट्टी की जांच, किसानों की समस्याओं का समाधान करने सहित अन्य तकनीकी जानकारियां उपलब्ध करवाई जाती हैं। यदि किसान को खेत में काम करते हुए चोट लग जाती है तो उस स्थिति में उसे मुख्यमंत्री खेतीहर मजदूर सुरक्षा योजना के तहत 10 हजार से 3 लाख रुपए तक की सहायता भी प्रदान की जाती है। विभाग का प्रयास है कि अधिक से अधिक युवा कृषि व्यवसाय से जुड़ें तथा विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा कर अपनी आमदनी बढ़ाएं।
क्या कहते हैं कृषि मंत्री
कृषि व पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार का कहना है कि खेती हमारा पुश्तैनी व्यवसाय है। किसानों की समस्याओं का खेतों में हल करने एवं अधिक से अधिक लोगों को कृषि व्यवसाय से जोड़ने के लिए “चलो गांव की ओर” मुहिम शुरू की गई है। विभाग से जुड़े अधिकारी और वैज्ञानिक खेत खलिहान में जाकर किसानों की समस्याओं का निदान करें । उनका मानना है कि भूमि से अधिक ख्याति और समृद्धि हमें कोई नहीं दिला सकता।
प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खु की सरकार प्रदेश में कृषि तथा पशुपालन व्यवसाय को लाभकारी बनाने के लिए किसानों को संसाधन और व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार कर रही है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इन व्यवसायों से जोड़ कर ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ बनाया जा सके।
ऋषि महाजन/नूरपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला में नशा निवारण केंद्र में भर्ती एक युवक की हत्या का मामला सामने आया है। मामला पुलिस जिला नूरपुर के तहत पुलिस स्टेशन नूरपुर के तहत का है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर तीन लोगों को हिरासत में लिया है।
बता दें कि मामला शिकायतकर्ता बुआदिता पुत्र संसार सिंह निवासी गांव वारल तहसील नूरपुर जिला कांगड़ा की शिकायत पर दर्ज हुआ है। शिकायतकर्ता के अनुसार उसके बेटे रशपाल सिंह को उसने पिछले कल 2 मार्च को इलाज के लिए नशा निवारण केंद्र नूरपुर में भर्ती करवाया था। आज 03 मार्च को नशा निवारण केंद्र से फोन पर बताया गया कि उसके बेटे रशपाल की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई है।
सूचना मिलने के बाद बुआदिता नशा निवारण केंद्र पहुंचे। उन्होंने अपने बेटे के शल को गहनता से चेक किया तो उसके शरीर पर चोटों के निशान पाए गए। इससे उन्हें प्रतीत हुआ कि उसके बेटे की मौत हार्ट अटैक से नहीं बल्कि नशा निवारण केंद्र के कर्मचारियों की पिटाई से हुई है।
मामले की सूचना नूरपुर पुलिस थाना में दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया और जांच शुरू की। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर तीन आरोपियों, जिसमें नशा निवारण केंद्र नूरपुर के कर्मचारी प्रशांत निवासी नूरपुर, सन्नी कुमार जोकि इलाज के लिए नशा निवारण केंद्र नूरपुर में ही था और एक अन्य आरोपी कुणाल निवासी नूरपुर को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी।