नूरपुर। कांगड़ा जिला में नूरपुर के रैहन में एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया है। यहां पर एक बाइक पेड़ से टकरा गई। हादसे में बाइक चालक की मौत हो गई है। मृतक की पहचान अंकित कन्दौरिया (21) निवासी वट गांव तहसील फतेहपुर के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार सोमवार रात बाइक सवार अंकित ओवरस्पीड में कही जा रहा था। इसी दौरान रैहन पहुंचते ही बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई और सड़क से नीचे जा गिरी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि अंकित की मौके पर ही मौत हो गई। राहगीरों ने मामले की सूचना पुलिस को दी।
सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस प्रभारी ने अंकित के परिजनों को हादसे की सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए नूरपुर अस्पताल भेज दिया है। मंगलवार को पोस्टमार्टम होने के बाद ही शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
अंकित के पिता मोची का काम करते हैं और माता आंगनबाड़ी में कार्यरत हैं। बेटे की मौत की खबर सुनकर मां-बाप के पैरों तले जमीन घिसक गई। अंकित के घर में मातम पसर गया है। मामले की पुष्टि करते हुए नूरपुर पुलिस स्टेशन प्रभारी जसवाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने IPC की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ऋषि महाजन/नूरपुर। अब वह दिन दूर नहीं जब नूरपुर के अमरूद सब तरफ मशहूर होंगे और बागवान हर साल हजारों रुपए कमाएंगे। फलों के राजा आम के साथ लीची, किन्नू, गलगल तथा नींबू की पैदावार के लिए मशहूर नूरपुर को अब बागवानी विभाग के प्रयासों तथा बागवानों की मेहनत से अमरूद की खेती से नई पहचान मिलेगी।
विकास खंड नूरपुर के तहत पन्द्रेहड़ तथा लोहारपुरा पंचायतों में बागवानी विभाग द्वारा एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत अमरूद की दो उन्नत किस्मों के 3,334 पौधे लखनऊ से मंगवा कर बागवानों को उपलब्ध करवाए गए हैं। दोनों पंचायतों में अमरूद की वीएनआर तथा श्वेता किस्में 26-26 कनाल भूमि पर लगाकर नया और सफल प्रयोग किया है, जिसमें चार-चार बागवानों को बागवानी गतिविधियों से जोड़कर दो क्लस्टर बनाकर अमरूद के बगीचे तैयार किए गए हैं।
दोनों बगीचों की सोलर बाड़बंदी करने के साथ-साथ सिंचाई के लिए चेकडैम से लेकर एक-एक लाख लीटर के भंडारण टैंक तक पानी की सुविधा उपलब्ध है। जहां से हर पौधे तक दो-दो ड्रिप लगाकर सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इस बगीचे में दूसरे वर्ष में पैदावार शुरू हो गई है, लेकिन पौधों के विकास एवं बेहतर फसल को ध्यान में रखते हुए फलों को तोड़ दिया गया है।
इन बगीचों को पूरी तरह से आर्गेनिक तरीके से तैयार किया गया है। जहां बागवानों को इससे साल में दो फसलें मिलेंगी, वहीं वीएनआर किस्म से 300 से एक किलोग्राम जबकि श्वेता किस्म से 250 से 350 ग्राम साइज का अमरूद पैदा होगा। पांच वर्ष के बाद पौधे के पूरी तरह तैयार हो जाने पर हर बागवान को साल में एक कनाल से औसतन 50 हज़ार रुपए तक आमदन होगी।
विशेषकर ऑफ सीजन फसल यानि नवंबर से जनवरी के बीच बागवानों को बाजार में अच्छे दाम मिलने से काफी फायदा होगा। बागवानी विभाग के ऐसे प्रयास से जहां अन्य लोगों को बागवानी गतिविधियों से जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी, वहीं क्षेत्र को नई पहचान मिलने के साथ बागवान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खु किसानों-बागवानों तथा पशुपालकों की आय को बढ़ाने के साथ युवाओं को इन व्यवसायों से जोड़ने के प्रति प्रयासरत हैं, ताकि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के साथ आर्थिक तौर से मजबूत बनाया जा सके।
पन्द्रेहड़ पंचायत के बागवान हरबंस सिंह का कहना है कि बागवानी विभाग की प्रेरणा व सहयोग से अमरूद के बगीचे को लगाया है। विभाग के अधिकारी समय-समय पर बगीचे में आकर बागवानों को सभी तकनीकी जानकारियां उपलब्ध करवाते हैं। रेज्ड बेड पर जो अमरूद के पौधे लगाए हैं, उसके साथ खाली भूमि पर सरसों, मटर, प्याज तथा लहसुन उगाया गया है, जिसकी अच्छी फसल उगी है। इसकी खेती से भी हमें आने वाले समय में काफी फायदा होगा।
बागवानी विभाग के विषयवाद विशेषज्ञ डॉ. हितेंद्र पटियाल का कहना है कि एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत बागवानों को 75:25 स्कीम की मदद से अमरूद का बगीचा तैयार किया गया है। विभाग के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर बगीचे में जाकर बागवानों को पौधों की देखभाल करने संबंधी तकनीकी परामर्श भी दिया जाता है। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने भी नूरपुर प्रवास के दौरान बगीचे का भ्रमण कर विभाग तथा बागवानों के सामूहिक प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने बागवानी गतिविधियों को बढ़ाने के साथ अन्य लोगों को भी बागवानी से जुड़ने के प्रेरित करने के निर्देश दिए हैं।
ऋषि महाजन/नूरपुर। औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष बनने के बाद नूरपुर के राजा का बाग में पहुंचे विशाल चंबियाल का ब्लॉक कांग्रेस कमेटी नूरपुर की ओर से भव्य स्वागत किया गया। उनकी नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह का आभार जताया। इस अवसर पर पूर्व विधायक अजय महाजन ने विशाल को बधाई देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की टीम में युवाओं का जोश और वरिष्ठ नेताओं के होश का बहुत ही अच्छा संगम है। इससे प्रदेश के विकास को तेज गति प्रदान होगी।
विशाल चंबियाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने उन्हें बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है इस पर पूरी निष्ठा से कार्य करने का प्रयास किया जाएगा और सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ सामंजस्य बनाकर कार्य किया जायेगा। इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष कर्ण सिंह पठानिया, पूर्व सीपीएस नीरज भारती, कांग्रेस नेता पुनीत मल्लि, जिला उपाध्यक्ष योगेश महाजन, ब्लाक अध्यक्ष सुशील मिंटो सहित सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
ऋषि महाजन/ नूरपुर। हिमाचल के कांगड़ा जिला के नूरपुर ब्लॉक के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुखेड़ के छात्रों ने राज्य स्तरीय कला उत्सव में अपनी कला का प्रर्दशन किया। इसमें पाठशाला के एक छात्र ने पुराने जमाने में इस्तेमाल किए जाने वाली विभिन्न चीजों को तैयार कर अपना हुनर दिखाया औक राज्य स्तरीय कला उत्सव में द्वितीय पुरस्कार जीता। इस राज्य स्तरीय कला उत्सव में हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों से बच्चे अपनी अपनी कला का प्रदर्शन करने पहुंचे हुए थे।
पुरस्कार विजेता ईशान ने कहा कि वह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुखेड़ में नौवीं कक्षा का छात्र है और पुराने युग की विभिन्न इस्तेमाल होने वाली चीजें बनाई हैं। उन्हें यह शौक बचपन से है। स्कूल की तरफ से पहले ब्लॉक लेवल फिर जोनल लेवल और अब राज्यस्तरीय कला उत्सव प्रतियोगिता में भाग लिया है। ब्लॉक तथा जोनल में प्रथम स्थान पर रहा तथा राज्य स्तर पर द्वितीय स्तर रहा।
मन्नत ने कहा कि वह 12वीं की छात्रा हैं। उन्हें गायन का बचपन से शौक है। स्कूल की तरफ से पहले ब्लॉक लेवल फिर जोनल लेवल, फिर राज्य स्तरीय पर कला उत्सव में भाग लिया है। ब्लॉक लेवल, जोनल लेवल पर प्रथम रही हैं और राज्य स्तरीय कला उत्सव में द्वितीय स्थान पर रही हैं। दसवीं कक्षा की दिवांशी पठानिया ने कहा कि उन्होंने कला उत्सव प्रतियोगिता में सोलो डांस में भाग लिया। बचपन से शौक था कि एक्टिंग करुं। पहले ब्लॉक लेवल, फिर जोनल भाग लिया। इसमें प्रथम रही हैं और जिला स्तर में द्वितीय रही हैं। मेहनत करूंगी और नेशनल लेवल में जाकर जीत हासिल करुंगी।
स्कूल प्रधानाचार्य रमन रानी ने कहा कि छात्रों का प्रदर्शन बहुत बढ़िया रहा, जिसमें दिवांशी मन्नत धर्मशाला में दूसरे स्थान पर रही और ईशान जिला स्तर पर प्रथम स्थान पर रहा। ईशान की कला स्थानीय परंपरारिक खिलौने थी, जिसमें इसने बहुत ही बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके बाद इशान का चयन राज्यस्तरीय के लिए हुआ, जिसमें इशान ने कल्लू में राज्य स्तरीय कला उत्सव में भाग लिया तथा वहां द्वितीय स्थान हासिल किया। इस प्रतियोगिता में हिमाचल के 12 जिलों से बच्चों ने भाग लिया।