कुल्लू।हिमाचल के कुल्लू जिला में चिट्टा और चरस के साथ उत्तर प्रदेश, झारखंड और राजस्थान के युवकों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि पुलिस थाना मनाली की टीम ने गश्त पर थी।
वोल्वो बस स्टैंड के समीप दो युवकों चिराग जैन (22) पुत्र आनंद जैन निवासी सीतापुरी डबल फाटक दास सरांय मुरादाबाद उत्तर प्रदेश व संजय कुमार महतो (27) पुत्र सूर्यप्रसाद महतो निवासी 30D गांव लुकियां डाकघर उथसारा जिला बोकारो झारखंड की शक के आधार पर तलाशी ली गई। युवकों के पास से 9 ग्राम चिट्टा बरामद किया है ।
वहीं, कुल्लू पुलिस थाना के अंतर्गत आने वाली पुलिस चौकी मणिकर्ण में पुलिस टीम ने नाकाबंदी के दौरान ग्राहण रोड समीप कसोल में चरस बरामद की है। पुलिस टीम ने विराज सैनी (28) पुत्र स्वर्गीय कन्हैया लाल सैनी गांव व डाकघर गांधीचौक राजन देसर जिला चुरु राजस्थान के कब्जा से 216 ग्राम चरस पकड़ी।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के विरुद्ध थाना मनाली व कुल्लू में मादक पदार्थ अधीनियम के तहत अभियोग दर्ज करके गिरफ्तार किया गया है। मामले की आगामी जांच जारी है।
डरोह। हिमाचल पुलिस को 1093 जवान मिल गए हैं। रविवार को पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज डरोह जिला कांगड़ा में पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यातिथि रहे। मुख्यमंत्री ने सभी प्रशिक्षुओं को बधाई दी तथा आशा व्यक्त की कि वे अनुशासन के साथ सेवा प्रदान करेंगे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने 271 महिला प्रशिक्षुओं सहित 1093 प्रशिक्षु पुलिस आरक्षियों की परेड का निरीक्षण किया तथा भव्य मार्चपास्ट की सलामी ली।
प्रशिक्षुओं ने हथियारों को जोड़ने-खोलने, निशस्त्र युद्ध, कमांडों युद्ध, वैपन पीटी तथा मास पीटी की प्रस्तुति दी। प्रशिक्षुओं के प्रदर्शन से मौके पर मौजूद लोग भी दंग रह गए।
पीटीसी डरोह में मुख्यमंत्री सुक्खू ने दिया नियुक्ति पत्र
डरोह। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह जिला कांगड़ा के 22वें दस्ता मूलभूत आरक्षी प्रशिक्षण के दीक्षांत परेड समारोह में शिरकत की। इस दस्ते में कुल 1093 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया गया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिवंगत (IPS) एसआर राणा यानी साजू राम राणा के पुत्र साहिल राणा को पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर पद के लिए नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया।
साहिल राणा को करुणामूलक आधार पर ये नौकरी मिली है। जनवरी 2023 में धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की जन आभार रैली के दौरान आईपीएस साजू राम राणा की तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एसआर राणा धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में हुई इस जन आभार रैली के दौरान सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे थे। उनकी निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ था। साजू राम राणा मूल रूप से मंडी जिले के धर्मपुर के ध्वाली गांव के रहने वाले थे, उनके दो बच्चे बेटा और बेटी हैं।
जब उनका निधन हुआ तब वह जिला हमीरपुर की जंगलबैरी में चौथी बटालियन में कमांडेंट थे। उन्होंने किन्नौर और बिलासपुर जिला में एसपी के पद सेवाएं दी थीं।
एसआर राणा 1 सितंबर,1990 को पुलिस विभाग में बतौर निरीक्षक भर्ती हुए थे। जनवरी 2020 में वह आईपीएस कैडर में प्रमोशन हुआ था। एसआर राणा ने 31 मई 2024 को रिटायर होना था।
डरोह।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार की जिला कांगड़ा में पुलिस अकादमी स्थापित करने की योजना है। यह बात उन्होंने पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज (PTC) डरोह में पासिंग आउट परेड की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल में पुलिस बल के सशक्तिकरण के लिए पुलिस विभाग में आरक्षियों के 1226 पद भरने की स्वीकृति प्रदान की गई और कमांडो बल स्थापित करने के मामले पर विचार किया गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार पुलिस विभाग के आधुनिकीकरण के लिए कृत संकल्प है, जिसके लिए विभिन्न नई तकनीक शामिल की जाएंगी।
पुलिस बल को आवासीय सुविधाएं प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता है, जिसके लिए पर्याप्त बजट का प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस का आधुनिकीरण सरकार की प्राथमिकता है और सरकार बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और अधिक संसाधन उपलब्ध करवाने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
उन्होंने पास आउट प्रशिक्षुओं को सेवाओं में व्यावसायिकता तथा प्रतिबद्धता लाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए पुलिस के सामने नई चुनौतियां सामने आ रही हैं। मुख्यमंत्री ने सभी प्रशिक्षुओं को बधाई दी तथा आशा व्यक्त की कि वे अनुशासन के साथ सेवा प्रदान करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ने राज्य में मानसून के दौरान आई आपदा में सराहनीय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने प्रदेश में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल तथा राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ मिलकर बचाव तथा राहत कार्यों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने 271 महिला प्रशिक्षुओं सहित 1093 प्रशिक्षु पुलिस आरक्षियों की परेड का निरीक्षण किया तथा भव्य मार्चपास्ट की सलामी ली। प्रशिक्षुओं ने हथियारों को जोड़ने-खोलने, निशस्त्र युद्ध, कमांडों युद्ध, वैपन पीटी तथा मास पीटी की प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री ने 21 करोड़ रुपये की लागत से डरोह में निर्मित 12 टाइप-3 आवास, 320 प्रशिक्षुओं के बैरेक तथा बाढ़ एवं फ्लड एंड ड्राउनिंग सेंटर का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के मेधावी प्रशिक्षुओं तथा प्रशिक्षकों को पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने महाविद्यालय की मासिक पत्रिका के 33वें अंक का विमोचन भी किया।
डीआईजी संजय कुंडू ने स्वागत संबोधन में पुलिस विभाग में विभिन्न पद स्वीकृत करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि इस निर्णय से रिक्तियां भरने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस बैच के प्रशिक्षण में उच्च मानकों को अपनाया गया है।
यह महाविद्यालय राष्ट्रीय तथा उत्तर क्षेत्र स्तर पर प्रशिक्षण में सर्वश्रेष्ठ आंका गया है तथा अब उप-पुलिस अधीक्षक तथा उप-निरीक्षक प्रशिक्षण में भी सर्वोच्च रैकिंग प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह के प्रधानाचार्य विमल गुप्ता ने कॉलेज की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। राज्य कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष संजय सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री को आपदा राहत कोष के लिए 11 लाख रुपये का चेक भेंट किया।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत सजूराम राणा (आईपीएस) के पुत्र साहिल राणा को पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर पद के लिए नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया। बता दें कि जनवरी 2023 में धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की जन आभार रैली के दौरान आईपीएस साजू राम राणा की तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एसआर राणा धर्मशाला के जोरावर स्टेडियम में हुई इस जन आभार रैली के दौरान सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे थे। उनकी निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ था। साजू राम राणा मूल रूप से मंडी जिले के धर्मपुर के ध्वाली गांव के रहने वाले थे, उनके दो बच्चे हैं।
जब उनका निधन हुआ तब वह जिला हमीरपुर की जंगलबैरी में चौथी बटालियन में कमांडेंट थे। राणा 1 सितंबर,1990 को पुलिस विभाग में बतौर निरीक्षक भर्ती हुए थे। जनवरी 2020 में वह आईपीएस कैडर में प्रमोशन हुआ था। एसआर राणा ने 31 मई 2024 को रिटायर होना था।
डरोह।हिमाचल पुलिस को 1093 जवान मिल गए हैं। इनमें एमफिल, एलएलबी और एमएससी पढ़े जवान भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह जिला कांगड़ा के 22वें दस्ता मूलभूत आरक्षी प्रशिक्षण के दीक्षांत परेड समारोह में शिरकत की। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने परेड का निरीक्षण किया। साथ ही आरक्षियों को पुरस्कार भी वितरित किए।
इस दस्ते में कुल 1093 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया गया है, जिनमें 822 पुरुष आरक्षी एवं 271 महिला आरक्षी शामिल हैं। आरक्षी मूलभूत प्रशिक्षण का यह 22वां दस्ता हिमाचल पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह द्वारा प्रशिक्षित अभी तक के सबसे बड़े प्रशिक्षु दस्तों में से एक है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संबोधन ने कहा कि पास आउट होने वाले प्रशिक्षुओं को शुभकामनाएं दीं। कहा कि अपने सेवाकाल के दौरान आपको कई मौकों पर आलोचना और निंदा का सामना करना पड़ सकता है पर आप कर्तव्य और मानवता के पथ से विचलित न होकर कानून के अनुसार सही निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही 1200 जवानों की स्पेशल फोर्स की भर्ती करने जा रही है। रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस थानों का आधुनिकीकरण की दिशा में भी काम किया जा रहा है। सरकार पुलिस व्यवस्था में बदलाव की कोशिश भी जारी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में 7 जुलाई से आपदा आई है। ऐसी तबाही पहले कभी नहीं देखी गई है। इस आपदा में हिमाचल पुलिस कर्मियों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। वह इसके लिए पुलिस कर्मियों को धन्यवाद देते हैं।
शिमला।मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) के कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य आपदा मोचन बल को और सुदृढ़ एवं सशक्त करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इस बल को आधुनिक तकनीक एवं उपकरणों से सुसज्जित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने राज्य आपदा मोचन बल को आधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए लगभग 12 करोड़ 65 लाख 45 हजार रुपये की राशि जारी की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल आपदा संभावित क्षेत्रों में शामिल है और इस तरह के कदम आपदा के समय राहत एवं बचाव कार्यों में और तेजी लाने में सहायक होंगे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में एसडीआरएफ की तीन कम्पनी तैनात हैं। इस बल के जवानों को प्रशिक्षित करने एवं उनके क्षमता निर्माण के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ (SDRF) को अत्याधुनिक बनाने में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में आई आपदा से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने गत तीन माह में लगभग 750 करोड़ रुपये की राशि जारी की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हाल ही में बरसात के दौरान आई आपदा में एसडीआरएफ (SDRF) ने बेहतरीन कार्य करते हुए बहुमूल्य मानव जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की है। राजधानी शिमला के फागली तथा समरहिल में इस बल के सदस्यों ने फंसे हुए लोगों को निकालने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसके अतिरिक्त मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र के कुकलाह, पंडोह तथा हणोगी इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने में एसडीआरएफ जवानों के प्रयास अनुकरणीय रहे हैं। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ ने सेना और एनडीआरएफ के साथ मिलकर विभिन्न बचाव अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। इसके लिए सभी जवान बधाई के पात्र हैं।
प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चन्द शर्मा ने कहा कि प्रदेश में संभवतया आज तक की सबसे बड़ी त्रासदी से निपटने में मुख्यमंत्री ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया। उनके दिशा-निर्देशन में पुलिस, एसडीआरएफ (SDRF), एनडीआरएफ सहित स्थानीय लोगों ने भी राहत एवं बचाव कार्यों में अपना बहुमूल्य योगदान दिया।
इससे पहले पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और एसडीआरएफ को उपकरणों की खरीद के लिए समुचित राशि प्रदान करने पर उनका व प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस बार की आपदा से निपटने में प्रदेश सरकार और यहां के लोगों ने साहस एवं संवेदनशीलता का परिचय दिया है।
हिमाचल ने यह भी दिखाया कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में प्रदेश बचाव अभियानों के साथ त्वरित राहत पहुंचाने में सदैव प्रभावितों के साथ खड़ा है।
राज्य आपदा मोचन बल की पुलिस अधीक्षक इल्मा अफरोज़ ने शिमला के समरहिल व फागली सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में एसडीआरएफ द्वारा संचालित अभियानों पर आधारित एक प्रस्तुतिकरण दिया।
कार्यक्रम के दौरान एसडीआरएफ शिमला से कांस्टेबल विकास मोहन, मंडी से हेड कांस्टेबल देवेन्द्र कुमार, नवीन कुमार व बलविन्द्र सिंह, कांगड़ा से हेड कांस्टेबल पंकज, कांस्टेबल विशाल व रजत ने विभिन्न बचाव अभियानों के दौरान अपने अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर विधायक यादविन्द्र गोमा व अजय सोलंकी, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेन्द्र चौहान व उप-महापौर उमा कौशल, सचिव गृह अभिषेक जैन, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सतवंत अटवाल सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
शिमला। हिमाचल पुलिस के एएसआई (ASI) रंजीत सिंह ने 32वीं ऑल इंडिया जीवी मावलंकर शूटिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। उन्होंने ओपन श्रेणी में यह मेडल अपने नाम किया।