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शिमला। हिमाचल में लाखों राशन कार्ड उपभोक्ताओं को त्योहारी सीजन में बड़ा झटका लगने वाला है। उचित मूल्य की दुकान यानी राशन डिपो में मिलने वाले तेल और दालों के रेट में बदलाव किया गया है।
रिफाइंड तेल की कीमत बढ़ गई है, वहीं एपीएल और बीपीएल के लिए दालों की कीमतों में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। कीमतों में कितना बदलाव आया है आपको बताते हैं विस्तार से ….
राशन डिपो में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बीपीएल परिवारों को दी जाने वाली माश की दाल अब चार रुपए महंगी हो गई है। इन उपभोक्ताओं को डिपो में ये दाल 63 रुपए प्रति किलो मिलेगी।
इससे पहले यह दाल 59 रुपए प्रतिकिलो दी जा रही थी। वहीं, एपीएल उपभोक्ताओं को मलका दाल 64 के बजाय अब 73 रुपए प्रति किलो की दर से मिलेगी। इसमें 9 रुपए की बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि बीपीएल को मलका दाल पहले की अपेक्षा एक रुपए सस्ती दी जाएगी। 64 रुपए प्रतिकिलो के बजाय अब यह दाल 63 रुपए किलो मिलेगी। चने की दाल के दाम कोई बदलाव नहीं किया गया है।
यह एपीएल को 48 और बीपीएल को 38 रुपए प्रति किलो ही दी जाएगी। मूंग दाल के दाम बढ़े हैं इसलिए सरकार ने इस दाल को शेड्यूल से हटा दिया है। इसके बदले में उपभोक्ताओं को दो किलो दाल चना दी जाएगी।
वहीं, तेल की बात करें तो डिपो में रिफाइंड तेल की कीमत में भी दस रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है। बीपीएल और एपीएल दोनों को ही तेल बढ़ी हुई कीमत पर ही मिलेगा। रिफाइंड तेल पहले 104 रुपए प्रति लीटर मिलता था जो कि अब 114 रुपए में मिलेगा।
शिमला। अगर आप मकान बनाने या पुराने को रिपेयर करने आदि की सोच रहे तो यह खबर जरूर पढ़ें। अब आपको सीमेंट के लिए और जेब ढीली करनी पड़ सकती है। क्योंकि कंपनियों ने हिमाचल में सीमेंट के दाम फिर बढ़ा दिए हैं। अब पांच रुपए प्रति बैग दाम बढ़ाए गए हैं। बढ़ी कीमतें लागू हो गई हैं।
हिमाचल में एसीसी, अल्ट्राटेक और अंबुजा कंपनी ने सीमेंट के दामों में एक महीने में दूसरी बार बढ़ोतरी की है। पहले 10 रुपये दाम बढ़ाए थे। पांच रुपए दाम बढ़ाने से सामान्य सीमेंट का बैग अब 445 और गोल्ड सीमेंट का 485 रुपये में मिलेगा।
सीमेंट के दाम बढ़ने से लोगों पर बोझ पड़ेगा। हालांकि, बरसात में जिन लोगों के मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें सरकारी रेट पर सीमेंट उपलब्ध करवाने का दावा सरकार ने किया है, लेकिन बरसात के चलते कुछ लोगों के घरों आदि को नुकसान पहुंचा है।
ऐसे में लोगों ने छोटे मोटे मरम्मत के कार्य करवाने है। इसके चलते बड़ी संख्या में लोग इस फैसले से प्रभावित होंगे। रेत और बजरी आदि के लिए लोगों को पहले ही परेशानी उठानी पड़ रही है और अब सीमेंट अधिक जेब ढीली करेगा।
पहले भी सीमेंट के दाम बढ़ाने का मुद्दा सुर्खियों में रहा था। इस बार भी मामला गरमा सकता है। हिमाचल के लोगों में हमेशा रोष रहता है कि जहां सीमेंट की फैक्ट्री हैं, वहां के लोगों को सीमेंट महंगा मिलता है और बाहरी राज्यों में सस्ता है।
शिमला। एचआरटीसी (HRTC) बसों में कैशलेस प्रणाली शुरू होगी। बस में सफर करने के लिए यात्री कैश पर ही निर्भर नहीं रह सकेंगे। वे डेबिट/क्रेडिट कार्ड आदि अन्य माध्यमों से भी किराया अदा कर सकेंगे।
तीन माह के अंदर एचआरटीसी बसों में यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी। यह जानकारी एचआरटीसी बीओडी की बैठक के बाद डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने दी।
उन्होंने कहा कि बैठक में कैशलेस प्रणाली को लेकर भी चर्चा की गई। कैशलेस प्रणाली तीन माह के अंदर लागू कर दी जाएगी। डिप्टी सीएम ने कहा कि वहीं बुकिंग की व्यवस्था भी मजबूत की जा रही है।
हवाई अड्डों की तरह बस कब आएगी या कब आई या फिर लेट है आदि की जानकारी भी यात्रियों को मिलेगी। हिमाचल के 6 बस अड्डों में इस शुरू किया जाएगा।
एचआरटीसी हेल्पलाइन भी शुरू कर दी गई है। 1100 नंबर को एचआरटीसी के साथ लिंक किया गया है। बस की ट्रेकिंग के लिए जीपीएस की सुविधा भी हर जगह सुनिश्चित की जा रही है।
HRTC द्वारा चिन्हित ढाबों को लेकर कई बार यात्रियों की शिकायत रहती है कि खाना अच्छा नहीं मिलता या बैठने को जगह नहीं है। इसको लेकर भी बीओडी में चर्चा हुई है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि 99 फीसदी जगह एचआरटीसी ने चिन्हित की हैं, जिन ढाबों पर बसें खड़ी होनी हैं। इससे एचआरटीसी को आय होती है।
यह प्रणाली भी पहले से चली आ रही है। पर कई बार खाना अच्छा न मिलने की शिकायत मिलती रही हैं। इसके लिए फूड कमेटी समय समय पर ढाबों की जांच करेंगी। यह देखेगी कि ढाबे में खाना कैसा मिल रहा है। बैठने के लिए जगह है, शौचालयों की व्यवस्था है या नहीं है।
नई दिल्ली। रिलायंस रिटेल के जियो मार्ट ने भारतीय क्रिकेट आइकन महेंद्र सिंह धोनी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। इसके साथ ही जियो मार्ट ने अपने फेस्टिव कैंपेन का नाम बदल कर ‘जियो उत्सव, सेलिब्रेशन ऑफ इंडिया’ कर दिया है। यह फेस्टिव कैंपेन सेल 8 अक्टूबर, 2023 से शुरू होगी।
क्रिकेट के दीवानों में माही के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, “भारत अपनी जीवंत संस्कृति, लोगों और त्योहारों के लिए जाना जाता है, जियो मार्ट का ‘जियो उत्सव कैंपेन’ भारत और उसके लोगों के उत्सव का एक प्रतीक है। मैं जियो मार्ट के साथ जुड़ने और लाखों भारतीयों की खरीदारी यात्रा का हिस्सा बनने पर बेहद उत्साहित हूं।”
धोनी का ब्रांड एंबेसडर के तौर पर स्वागत करते हुए जियो मार्ट के सीईओ, संदीप वरागंती ने कहा, “ब्रांड एंबेसडर के रूप में एमएस धोनी एकदम सटीक पसंद हैं, उनका व्यक्तित्व जियो मार्ट की तरह ही विश्वसनीय है।
धोनी ने देश को जश्न मनाने के कई मौके दिए हैं, और अब ग्राहकों को जियो मार्ट पर जश्न मनाने का एक और मौका मिल रहा है और ‘शॉपिंग’ इस जश्न का एक अभिन्न अंग है।”
इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर फैशन और सौंदर्य से लेकर घरेलू सजावट के सामान जैसे लाखों उत्पाद जियो मार्ट पर उपलब्ध है। जियो मार्ट प्लेटफॉर्म पर अर्बन लैडर, रिलायंस ट्रेंड्स, रिलायंस ज्वेल्स, हैमलेज सहित रिलायंस के स्वामित्व वाले ब्रांडों के उत्पाद शामिल हैं।
जियो मार्ट के ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर वर्तमान में 1000 से अधिक कारीगरों के करीब 1.5 लाख उत्पाद बेचे जा रहे हैं। इस कैंपेन की शूटिंग के हिस्से के रूप में, जियो मार्ट के सीईओ वरागंती ने धोनी को बिहार की कारीगर अंबिका देवी द्वारा बनाई गई एक मधुबनी पेंटिंग भेंट की। ब्रांड एंबेसडर के तौर पर धोनी 45 सेकंड की फिल्म में नजर आएंगे ।
शिमला। हिमाचल में एपीएल राशनकार्ड धारकों के लिए बढ़िया खबर है। सरकार ने एपीएल परिवारों के चावल के कोटे में बढ़ोतरी कर दी है। अक्तूबर महीने में एपीएल राशनकार्ड धारकों को पांच की जगह छह किलोग्राम चावल का कोटा मिलने वाला है।
बीते छह महीने से उपभोक्ताओं को 5 किलोग्राम प्रति राशनकार्ड चावल उपलब्ध कराया जा रहा था। खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने उपभोक्ताओं को अतिरिक्त चावल का कोटा देने के जिला खाद्य नियंत्रक अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
वहीं, खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ने भी सभी डिपो होल्डरों को जारी अलॉटमेंट के अनुसार चावल देने के निर्देश दे दिए हैं। इसमें 12.50 लाख एपीएल परिवार जबकि अन्य बीपीएल और अंत्योदय परिवार हैं।
एपीएल राशनकार्ड उपभोक्ताओं को प्रति राशन कार्ड 6 किलो चावल, 10 रुपए प्रति किलो के हिसाब से दिए जाएंगे, वहीं बीपीएल और अंत्योदय परिवार को पहले से ही नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत 15 किलो चावल निशुल्क दिए जाते हैं।
उधर, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक सोलन नरेंद्र धीमान ने कहा कि एपीएल राशन उपभोक्ताओं को उपभोक्ताओं को अक्तूबर से प्रति राशन कार्ड 6 किलोग्राम चावल का कोटा मिलेगा। सभी डिपो होल्डरों को इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। इससे प्रदेश के 12.50 लाख उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
इसके अलावा राशन डिपो में उपभोक्ताओं को अब मूंग दाल के बदले में सरकार ने काला चना देने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार की एजेंसी एनसीसीएफ से दालों की सप्लाई होगी। माश और मलका का ऑर्डर सरकार को मिल गया है।
अब दो दालों के ऑर्डर आने बाकी हैं। डिपो में चार दालों की सप्लाई होगी। इसमें से उपभोक्ता पसंद की तीन दालें ले सकेंगे। प्रदेश सरकार केंद्र की सरकारी एजेंसी एनसीसीएफ दालों की राशि का भुगतान करेगी। वर्तमान हिमाचल सरकार प्रति राशनकार्ड पर उपभोक्ताओं को मलका, माश, दाल चना और काला चना में से पसंद की तीन दालें दे रही है।
इसके अलावा दो लीटर तेल (रिफाइंड और सरसों) चीनी और एक किलो नमक भी सरकार की ओर से सब्सिडी पर दिया जा रहा है। हर महीने आटा और चावल केंद्र सरकार हिमाचल के उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर उपलब्ध करा रही है। खाद्य आपूर्ति निगम के प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से दालें उपलब्ध कराने के ऑर्डर पहुंच गए हैं।