शिमला। पहाड़ी सड़कों पर सफर किसी जोखिम से कम नहीं होता है। हिमाचल में कुछ जगह ऐसी सड़कें हैं, जहां पर गाड़ी चलाना कम दिल वालों के बस की बात नहीं है, लेकिन ऐसी सड़कों पर एचआरटीसी के चालक बसों को सरपट दौड़ाते हैं।
एक ऐसा ही वीडियो एचआरटीसी के 50वें साल पर आयोजित वीडियो स्पर्धा में पहुंचा है। इस वीडियो को पहला स्थान मिला है। वीडियो डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा किया है। जानकारी देते हुए डिप्टी सीएम ने लिखा है कि दुर्गम पहाड़ी इलाकों में जोखिम भरी परिस्थितियों में आपकी सेवा में HRTC।
बता दें कि एचआरटीसी के 50वें साल पर फोटो और वीडियो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसके तहत एचआरटीसी बसों और बस अड्डों के वीडियो और फोटो मांगें गए थे। वीडियो और फोटो आने के बाद इनकी छंटनी की गई और अव्वल वीडियो और फोटो को पहला और दूसरा इनाम दिया गया। दुर्गम क्षेत्र में एचआरटीसी बस का यह वीडियो पहले स्थान पर आया है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में हुई मीटिंग
शिमला। एचआरटीसी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर (BOD) की बैठक डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। बीओडी के फैसलों की जानकारी मीडिया को देते हुए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि हिमाचल में दर्शन सेवा को योजनाबद्ध तरीके से शुरू करने का निर्णय लिया है।
इसके तहत 175 रूट पर बसें चलाई जाएंगी। इसको लेकर डाक्यूमेंट तैयार कर लिया है। इसमें 45 बसों तो हरिद्वार के लिए ही चलेंगी। साथ ही वृंदावन, ब्यास आदि के लिए भी बसें चलाई जाएंगी।
अयोध्या के लिए भी 6 बसें चलाने का फैसला लिया है। इसको लेकर यूपी सरकार से बातचीत जारी है। एचआरटीसी की टीम भी अयोध्या गई है। टीम देखेगी कि कहां-कहां ढाबों आदि में बसें रोकी जाएंगी।
बीओडी की बैठक में फैसला लिया गया कि अगले चार साल में 1900 के करीब इलेक्ट्रिक बसें एचआरटीसी के बेड़े में शामिल की जाएंगी। अभी 327 इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का फैसला किया है। साथ ही वोल्वो बसें भी बेड़े में शामिल होंगी। इलेक्ट्रिक बस में सामान रखने की सुविधा भी होगी, जोकि पहले वाली बसों में नहीं है।
उन्होंने कहा कि एचआरटीसी में इस साल 902 लोगों को रोजगार दिया है। कंडक्टर की भर्ती प्रक्रिया शुरू है। चालकों की भर्ती भी तत्काल शुरू करने जा रहे हैं। प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है।
करुणामूलक आधार पर 76 को रोजगार देने का फैसला लिया है। इन्हें जल्द नौकरी देने जा रहे हैं। इसके अलावा शेष बचे 100 के करीब पीस मील वर्कर को भी नौकरियां दी जाएंगी।
साथ ही नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड को शुरू करने का फैसला लिया है। एनसीएमसी सुविधा देने वाला हिमाचल पहला राज्य बन जाएगा। यह कार्ड एचआरटीसी बसों में ही बल्कि देश में कहीं भी चल सकेगा। जैसे की मेट्रो, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन आदि में।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि यह कैशलेस प्रणाली का अहम हिस्सा है। इसके अलावा फैसला लिया गया कि एचआरटीसी अपनी पासिंग सुविधा स्थापित करे। इसके लिए एमडी को एक कमेटी बनाने के लिए कहा है। कमेटी तीन हफ्ते में रिपोर्ट देगी। कमेटी पासिंग सुविधा और स्क्रैप स्टेशन की संभावनाओं को तलाशेगी।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि अक्टूबर और नवंबर 2023 में एचआरटीसी की आय में साढ़े सात करोड़ की बढ़ोतरी हुई है। साथ ही लगेज पॉलिसी से निगम ने 30 लाख की इनकम प्राप्त की है। ढाबा नीति में संशोधन के बाद एचआरटीसी की आय में 5 लाख रुपए की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा अक्टूबर और नवंबर माह में प्रति किलोमीटर आय में भी बढ़ोतरी हुई है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि अगस्त से नवंबर 2023 तक डेड माइलेज एक लाख 33 हजार 709 किलोमीटर कम हुआ है। आगे भी डेड माइलेज पर काम जारी है। डेड माइलेज का मतलब कि बस को अंतिम स्टॉप के बाद खड़ी करने के लिए तय की जाने वाली दूरी होता है।
उदाहरण के तौर पर अगर कोई बस शिमला से धर्मशाला जा रही है तो बस को धर्मशाला पहुंचने के बाद वर्कशॉप या अन्य जगह खड़ी करने के लिए ले जाया जाता है। डिप्टी सीएम ने बताया कि इस साल 437 कर्मचारियों को पक्का किया गया है।
शिमला। हिमाचल में आने वाले समय में सभी प्रकार के वाहनों की पासिंग मैनुअल नहीं होगी। पासिंग स्वचालित परीक्षण केंद्र (ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन) के माध्यम से होगी। दो बार से अधिक कसौटी पर खरा न उतरने वाली गाड़ी कबाड़ में जाएगी। इस सुविधा को शुरू करने के लिए हिमाचल ट्रांसपोर्ट विभाग ने 1 अक्टूबर 2024 की डेडलाइन निर्धारित की है। यह जानकारी शिमला में मीडिया से बातचीत में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने दी।
उन्होंने कहा कि वाहनों की पासिंग मैनुअल नहीं होगी और इसके लिए किसी अधिकारी का विशेष अधिकार नहीं रहेगा। 1 अक्टूबर 2024 से सभी वाहनों की पासिंग ATS के माध्यम से होगी। इसमें देखा जाएगा कि गाड़ी प्रदूषण के मापदंड में पर खरा उतरती या गाड़ी रोड़ पर चलाने के योग्य है या नहीं। गाड़ी में किसी प्रकार की कोई खराबी तो नहीं है।
पहली बार फिटनेस में फेल होने पर वाहन चालक को कमियां दुरुस्त करने के बाद दूसरा मौका दिया जाएगा। अगर दो बार से अधिक गाड़ी फिटनेस मे फेल होती है तो वाहन स्क्रैप में जाएगा। इससे हादसों में कमी आएगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि 2024 में वाहन स्क्रैपिंग की सुविधा शुरू की जाएगी। 15 साल पूरा कर चुकी सरकारी गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन रद्द कर दी गई है। 6 स्क्रैप केंद्र खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो लोग वाहन स्क्रैपिंग स्टेशन लगाना चाह रहे हैं, उनसे आवेदन मांगे गए हैं।
हिमाचल में ई चालान की सुविधा 31 मार्च 2024 तक शुरू कर दी जाएगी। सभी परिवहन बैरियर पर सीसीटीवी प्रणाली लगाई जाएगी। सीट बेल्ट न लगाने वाले और अन्य प्रकार के यातायात नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के ऑनलाइन चालान किए जाएंगे। पहले तीन महीने लोगों को जागरूक किया जाएगा, उसके बाद चालान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ट्रांसपोर्ट विभाग 15 जनवरी से 14 फरवरी तक जागरूकता अभियान चलाने जा रहा है। प्रदेश में औसतन 50 प्रतिशत दुर्घटनाएं एनएच पर होती हैं। हादसों को कम करने के लिए जागरूकता अभियान स्कूलों में भी चलाया जाएगा। लाइसेंस बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वर्ष 2023 में 881 लोग दुर्घटनाओं में काल का ग्रास बने, जबकि 2022 में ये आंकड़ा 1032 था। 13 प्रतिशत कमी के बावजूद हादसों को कम करने के लिए ब्लैक स्पॉट चयनित किए जा रहे हैं। दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को पांच हजार इनाम दिया जाएगा, उससे कोई पूछताछ नहीं होगी, ऐसा प्रावधान किया गया है। ब्लैक स्पॉट को चयनित करने के आदेश दिए गए हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जब सरकार आई तो 500 करोड़ का राजस्व ट्रांसपोर्ट का था, जिसे हम बढ़ाने का काम कर रहे हैं, जिसके बाद अभी 800 करोड़ रुपए अर्जित किए जा रहे हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश में 22,43,524 गाड़ियां हैं, जिनमें 19,25,593 गाड़ियां निजी हैं। वहीं, व्यावसायिक वाहन 3179711 है। हिमाचल में 2811 इलेक्ट्रिक गाड़ियां हैं, जिनमें निजी 2412 और व्यवसायिक 399 हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार ई टैक्सी की व्यवस्था कर जा रही है, जिसमें 500 गाड़ियां पर पचास प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए अभी 521 आवेदन आए हैं। अग्निहोत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाए जा रहे हैं। अभी तक 17 पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर दिए हैं, जो फरवरी तक शुरू हो जाएंगे। और भी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एचआरटीसी ने 234 नए रूट पर आवेदन मांगे थे, अभी तक 1263 आवेदन मिले हैं। 50 रूट पर लोगों ने रुझान नहीं दिखाया है।
उन्हों कहा कि जो लोग टैक्स जमा नहीं करवा रहे हैं, वे 31 मार्च तक 10 प्रतिशत जुर्माने के साथ टैक्स जमा करवा दें, उनसे कोई अतिरिक्त पैसा नहीं लिया जाएगा। इसमें 50 लाख जमा हो गए हैं। उन्होंने बताया कि विभाग ने 3155 फैंसी नंबर अलॉट कर 11 करोड़ की आय अर्जित कर ली है।
ऊना। हिमाचल के ऊना जिला के हरोली से शिमला वाया नंगल कीरतपुर – एम्स बिलासपुर, भराड़ीघाट, दाड़लाघाट, शालाघाट नई एचआरटीसी बस सेवा शुरू हो गई है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बस को हरी झंडी दिखाई। यह बस हरोली से सुबह 6 बजे और ऊना से सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर चलेगी। शिमला से हरोली के लिए दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर चलेगी।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली से शिमला वाया कीरतपुर फोरलेन एम्स बिलासपुर होकर जाने वाली पहली बस सेवा है, जोकि प्रदेश के दो जिला मुख्यालयों को जोड़ने का काम करेगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह बस सेवा जिला ऊना के साथ-साथ सीमावर्ती राज्य पंजाब के लोगों को भी एम्स बिलासपुर तक जाने के लिए कारगर साबित होगी। इसके अलावा एचआरटीसी की यह बस सेवा बिलासपुर व शिमला में ऊना व पंजाब के कर्मचारी वर्ग, उद्यमियों व कारोबारियों के लिए उपयोगी साबित होगी।
उन्होंने कहा कि शालाघाट से अर्की जाने के लिए भी एक नया छोटा वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। इस बस सेवा में हरोली से शिमला का बस किराया 325 प्रति व्यक्ति तथा ऊना से शिमला के लिए 314 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बुधवार को हरोली विधानसभा क्षेत्र के तहत लगभग 22 करोड़ रुपए के विभिन्न विकासात्मक कार्यों के लोकार्पण और 3.22 करोड़ रुपए की लागत से जल शक्ति विभाग के सर्कल कार्यालय भवन की आधारशिला रखी।
धर्मशाला। भक्त अब घर बैठे ही कांगड़ा जिला के मंदिरों में वर्चुअल पूजा कर पाएंगे। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज राज्य की पहली ऑनलाइन पूजा प्रणाली ‘दिव्य पूजा प्रणाली’ का शुभारंभ किया। इसके माध्यम से भक्तों को घर बैठे ही ऑनलाइन पूजा की सुविधा उपलब्ध होगी।
कांगड़ा जिला के माता ब्रजेश्वरी मंदिर, माता चामुंडा मंदिर और माता ज्वालामुखी मंदिर में वेबसाइट http://kangratemples.hp.gov.in के माध्यम से वर्चुअल पूजा की सुविधा प्रदान की गई है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस वेबसाइट के माध्यम से श्रद्धालु किसी भी स्थान से ऑनलाइन पूजा और मंदिरों के लिए दर्शन पर्ची प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रणाली के माध्यम से भक्तों के लिए दान प्रक्रिया को सुव्यवस्थित किया गया है। दान की गई राशि की ऑनलाइन रसीद की सुविधा उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि वेबसाइट पर विशेष अवसरों के लिए ई-पूजा बुकिंग, सराय बुकिंग, ऑनलाइन प्रसाद प्राप्त करने, ऑनलाइन दान करने के साथ-साथ मूर्तियों तथा पुस्तकों सहित धार्मिक वस्तुओं की खरीद की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। जिला प्रशासन ने भक्तों के घर-द्वार तक इन वस्तुओं की निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करने के लिए भारतीय डाक विभाग के साथ समन्वय किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चामुंडा नंदिकेश्वर मंदिर ट्रस्ट का वर्ष 2024 का कैलेंडर भी जारी किया। कांगड़ा के उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने ऑनलाइन पूजा प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, कैबिनेट मंत्री यादवेंद्र गोमा, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रघुबीर सिंह बाली, मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल और संजय अवस्थी, विधायक केवल सिंह पठानिया, संजय रतन, सुदर्शन बबलू, विनोद सुल्तानपुरी, आईडी लखनपाल, चैतन्य शर्मा, मलेंद्र राजन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
धर्मशाला। सिरमौर जिला के रेणुकाजी से विधायक विनय कुमार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में डिप्टी स्पीकर बनाया गया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्पीकर की अनुमति के बाद विनय कुमार डिप्टी स्पीकर बनाने को लेकर पहला प्रस्ताव सदन में रखा, जिसका डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने भी समर्थन किया।
मुख्यमंत्री की ओर से प्रस्तुत प्रस्ताव को सदन ने ध्वनिमत से पारित किया गया। कांग्रेस के टिकट पर तीसरी बार विधायक बनकर आए विनय कुमार की नियुक्ति से सिरमौर जिला कांग्रेस में भी खुशी की लहर है।
विनय कुमार राजनीति पिता से विरासत में मिली है। उनके पिता स्व. डॉ. प्रेम सिंह भी 6 बार विधायक रह चुके हैं हालांकि वह कभी मंत्री नहीं बन पाए थे। 12 मार्च, 1978 को रेणुका जी के माइना बाग में जन्मे विनय कुमार साल 2022 के हुए विधानसभा चुनाव में तीसरी बार विधायक बने हैं। भाजपा प्रत्याशी नारायण सिंह को हराकर क्षेत्र की जनता ने उन्हें लगातार तीसरी बार विधायक की कुर्सी सौंपी।
बता दें कि विनय कुमार ने जमा दो तक की शिक्षा ग्रहण की है। उनका विवाह सीमा भूषण के साथ हुआ है। विनय कुमार के पास एक बेटा और एक बेटी है। श्री रेणुका जी विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों में शुमार है। इससे पहले, वर्ष 2017 के चुनाव में भी कांग्रेस के विनय कुमार ने 22028 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी।
वहीं, 2012 के चुनाव में वह पहली बार 21332 वोट हासिल कर विधायक बने थे और उन्हें सीपीएस का पद सौंपा गया। अब सुक्खू सरकार में उन्हें डिप्टी स्पीकर की नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। वर्तमान में विनय कुमार प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर भी तैनात हैं। विनय कुमार पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र परिवार के करीबी माने जाते हैं।
शिमला/जालंधर। हिमाचल प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने रविवार को जालंधर में एक कार्यक्रम के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान के साथ मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रदेश के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान के साथ दोनों प्रदेशों से जुड़े महत्वपूर्ण मसलों पर चर्चा की। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ सार्थक चर्चा विभिन्न विषयों पर हुई है।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस पर आने वाले समय में सार्थक काम होगा, जिससे दोनों प्रदेशों को लाभ होगा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पंजाब व हिमाचल धार्मिक व पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है ,पंजाब के लाखों श्रद्धालु हिमाचल में पर्यटन व धार्मिक निष्ठा आस्था से आते हैं, उनको हम बेहतर से बेहतर यातायात की सुविधा दें इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान के साथ धार्मिक पर्यटन को लेकर परिवहन निगम व पंजाब रोडवेज की बस सेवा का आदान-प्रदान अधिक हो, धार्मिक व पर्यटन व ऐतिहासिक महत्व के स्थान यातायात सेवा से जुड़े, इसको लेकर सार्थक बात की गई है।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इसका लाभ जहां पंजाब के लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा में मिलेगा। वहीं, हिमाचल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंजाब के अनेक धार्मिक ऐतिहासिक महत्व के स्थलों पर जाते हैं, ऐसे में हिमाचल के श्रद्धालुओं को भी यातायात की सुविधा का लाभ मिलेगा।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वर्तमान समय में हमारी मुख्य चिंता बढ़ता नशा है जो हिमाचल की देवभूमि को अपनी चपेट में ले रहा है, पंजाब से नशा तस्कर बड़ी संख्या में आते है, हिमाचल की सीमाएं पंजाब के साथ लगती हैं और पंजाब भी नशे की समस्या से जूझ रहा है, ऐसे में दोनों प्रदेशों को नशे के विरुद्ध सख्ती के साथ कार्रवाई करनी होगी, हमने हिमाचल की चिंताओं के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवान सिंह मान को अवगत करवाया है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने भी इस चिंता को बाजिब मानते हुए इस समस्या के हल के लिए सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, यह नौजवान पीढ़ी को बचाने का एक बेहतर प्रयास करने की आवश्यकता दोनों प्रदेशों के लिए है, इससे दोनों प्रदेशों के हर नागरिक का हित जुड़ा हुआ है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ अवैध खनन के मामले को भी उठाया गया है। उन्होंने कहा कि खनन माफिया का बढ़ना चिंता का विषय है, इसलिए अवैध खनन पर रोक के लिए पंजाब भी जिम्मेदारी के साथ कार्रवाई करें तो निश्चित रूप से इस पर अंकुश लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी हिमाचल की चिताओं को समझा है, गंभीरता से लिया है, ऐसे में आने वाले समय में निश्चित रूप से संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए नतीजे पर पहुंचा जाएगा और जितनी बार भी हमें पंजाब से यह मामले उठाने पड़े, हम लगातार उठाते रहेंगे, ताकि सार्थक परिणाम सामने आए।
केलांग।डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री लाहौल स्पीति जिला के दौरे पर हैं। शुक्रवार सुबह उन्होंने उदयपुर स्थित माता श्री मृकुला देवी जी के मंदिर में माथा टेका। यह जानकारी डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर खुद सांझा की है।
पौराणिक मान्यता है कि मंदिर द्वापर युग में भगवान विश्वकर्मा जी द्वारा बनाया गया है, जो काष्ठ कला का अनूठा नमूना है। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मंदिर के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए प्रयास किए जाएंगे। माता रानी सभी प्रदेशवासियों पर खुशियां बनाए रखें यही कामना करते हैं।
बता दें कि डिप्टी सीएम लाहौल स्पीति के दो दिवसीय दौरे पर हैं। वीरवार को उन्होंने सिस्सु में अयोजित मोटर स्पोर्ट्स रैली ऑफ हिमालयाज को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
ग्राम पंचायत गोंदला में 5.50 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली दो सिंचाई योजनाओं का शिलान्यास किया था। इसके अलावा अटल टनल रोहतांग में बीआरओ अधिकारियों से चर्चा भी की थी। रात को उदयपुर पहुंचे थे।
धर्मशाला। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि राज्य में मूसलाधार बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई अधोसंरचना की बहाली के लिए राज्य के सभी उपायुक्तों और संबंधित विभागों आवश्यक धनराशि उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मरम्मत एवं रखरखाव कार्यों तथा प्रभावितों को राहत पहुंचाने के लिए धन की कोई कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है।
मंगलवार को स्कूल शिक्षा बोर्ड के सभागार में डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने जिला स्तरीय राहत एवं पुनर्वास समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जिला कांगड़ा में आपदा प्रभावितों को 4 करोड़ 10 लाख 47 हजार 959 रुपए की आर्थिक सहायता अभी तक उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिले में 863 तरपाल और 15 टेंट प्रशासन द्वारा वितरित किए गए। उन्होंने बताया कि 240 प्रभावित परिवारों को राशन किट्स और खाद्य सामग्री दी गई।
डिप्टी सीएम ने बताया कि आपदा के दौरान लोगों की जान को बचाना सरकार की पहली प्राथमिकता थी। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में आपदा प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रशासन दिन-रात कार्यरत रहा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों ब्यास में बढ़ते जलस्तर के चलते पौंग के बहाव क्षेत्र में आने वाले गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
उन्होंने बताया कि इस दौरान सरकार के निर्देशों पर जिला प्रशासन ने अब तक का सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देते हुए 2923 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि केंद्रीय और राज्य बचाव दलों के सहयोग से इंदौरा में 1787, फतेहपुर में 422, धीरा में 144, ज्वालाजी में 179, देहरा में 200, जयसिंहपुर में 39 और नूरपुर में 152 लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाकर उनकी जान को बचाया गया।
उन्होंने बताया कि आपदा से जिले में 9 लोगों की मौत भी हुई, जिसमें नदी और खड्डों में बहने से 5 लोग, मलबे में दबने और उंचाई से गिरने से एक-एक तथा सर्पदंश से दो लोगों की जान चली गई। वहीं भारी बारिश से आई आपदा के चलते 66 मवेशियों की भी जान गई।
डिप्टी सीएम ने बताया कि जिले में आपदा प्रभावितों के लिए सरकार द्वारा 17 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। जिनमें धीरा में 6, ज्वालाजी में 7 तथा जयसिंहपुर, नूरपुर, देहरा और जवाली में एक-एक राहत शिविर फिलहाल चल रहा है। उन्होंने बताया कि इन राहत शिविरों में अभी प्रभावित परिवारों के 500 के करीब लोग रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन राहत शिविरों में लोागों के रहने और खाने की व्यवस्था सरकार और सामाजिक संस्थाओं द्वारा की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त पौंग बांध क्षेत्र में रेस्क्यू के दौरान इंदौरा और फतेहपुर में भी 5 राहत शिविर लगाए गए थे। जहां लगभग एक हजार लोगों के रहने-खाने के साथ स्वास्थ्य जांच तथा गर्भवती महिलाओं और बच्चें के लिए टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध करवाई गई थी।
उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में भारी बरसात के कारण सरकार के विभिन्न विभागों को लगभग 685 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले में लोक निर्माण विभाग को कुल 281.98 करोड़ का नुकसान हुआ। उन्होंने बताया पीडब्ल्यूडी की 353 बाधित हुई सड़कों में से 262 रिस्टोर कर दिया गया है। जल शक्ति विभाग का कुल 303.49 करोड़ का नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि जिले में विभाग की 841 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई थीं, जिनमें में से 513 को रिस्टोर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि बिजली बोर्ड को 48.58 करोड़ का नुकसान हुआ तथा विद्युत सप्लाई की अधिकतम सेवाओं को रिस्टोर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान कृषि विभाग को 37.11 करोड़, उद्यान विभाग को लगभग 2 करोड़, स्वास्थ्य विभाग को 8 करोड़ तथा शिक्षा विभाग को 3.5 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
डिप्टी सीएम ने बताया कि पिछले दो महीनों में हुई बरसात में सार्वजनिक संपत्ति और सुविधाओं को सर्वाधिक क्षति पहुंची है। उन्होंने बताया कि यहां पर जन-जीवन को पटरी में लाने के लिए सार्वजनिक सुविधाओं को रिस्टोर करने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक सुविधाओं को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के लिए निर्देश विभागों को दिए गए हैं।
मंडी। चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे 5 पर चक्की मोड़ के पास लगातार लैंडस्लाइड हो रहा है। शनिवार को चंडीगढ़ से शिमला जाते समय डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री चक्की मोड़ के पास रुके और सड़क का निरीक्षण किया।
मुकेश अग्निहोत्री ने अपना काफिला काफी पीछे रुकवाया और वहां से मोटरसाइकिल पर बैठकर ढही सड़क के आसपास का निरीक्षण किया।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने परवाणू से कैथलीघाट तक बने फोरलेन के निर्माण में लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पत्थरों के लालच में पहाड़ों की अवैज्ञानिक कटिंग की गई है जिसकी वजह से भारी भूस्खलन हो रहा है।
अग्निहोत्री ने कहा कि नेशनल हाईवे पर लोगों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। फोरलेन निर्माण कंपनी ने डंगे के निर्माण और सुरक्षा दीवारें, पत्थर, रेत और बजरी बचाने के लिए सही मानकों के साथ नहीं बनाई।
उन्होंने कहा कि जब वे उद्योग मंत्री थे तो उन्होंने कंपनियों को चेताया था कि पहाड़ों से आप पत्थर निकालकर बाहरी राज्यों में भी बेच रहे हैं और सड़क के निर्माण पर भी लगा रहे हैं। इससे सड़क तो बन जाएगी, लेकिन हिमाचल का बहुत नुकसान होगा और आज वही हो रहा है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में सबसे अधिक नुकसान राष्ट्रीय राजमार्गों का हुआ है क्योंकि इनके निर्माण में कोताही बरती गई है।
चंडीगढ़-शिमला नेशनल हाईवे 5 जब फोरलेन नहीं था तब तक वह कभी बंद नहीं हुआ है। यह मार्ग हिमाचल की लाइफ लाइन है। इस मार्ग पर 10 से 12 ऐसे स्पॉट हैं जो कभी भी गिर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि चक्कीमोड़ में स्थिति बेहद गंभीर है। उन्होंने NHAI के अधिकारियों से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि चक्कीमोड़ पर नए सिरे से सड़क का निर्माण किया जाएगा। मौसम खुलने के बाद काम शुरू होगा। उसके 30 से 45 दिन में सड़क का निर्माण पूरा होगा।