राजगढ़। सिरमौर जिला के राजगढ़ उपमंडल में नेहरपाब पंचायत के जुब्बल चंदेश में स्थित शिरगुल महाराज के मंदिर में आग लग गई। मंगलवार दोपहर को ये अग्निकांड हुआ है।
इस अग्निकांड में मंदिर में रखी मूर्तियां, सोने-चांदी के आभूषण व नकदी आदि जलकर राख हो गए हैं। इसमें करीब 25 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। गनीमत ये रही कि जिस समय आग लगी आसपास कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था इसलिए किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है।
जुब्बल गांव के जगजीत ठाकुर देवा उर्फ काकू ने बताया कि ये अग्निकांड मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे हुआ। मंदिर के पुजारी (घणीता) राजिंदर देवा सुबह करीब 10.30 बजे पूजा-अर्चना करने के बाद यहां से निकल गए। जाते समय उन्होंने मंदिर के गेट पर ताला लगाया और किसी काम से राजगढ़ निकल गए।
करीब 12 बजे अचानक मंदिर में से आग की लपटें और धुआं उठने लगा। गांव के लोगों ने जैसे ही ये नजारा देखा तो तुरंत वहां इकट्ठे हुए और आग बुझाने जुट गए। हालांकि आग तेजी से भड़की और मंदिर में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया।
जुब्बल चंदेश के आराध्य देव शिरगुल महाराज के इस मंदिर का हाल ही में जीर्णोद्धार किया गया था। दो मंजिला मंदिर की चिनाई पत्थरों से की गई थी और दूसरी मंजिल में देवदार की लकड़ी से बनी थी जिस पर नक्काशी की गई थी।
इस मंदिर में अष्टधातु की 7 बड़ी मूर्तियां, तीन पाप की मूर्तियां, तीन नेवी की मूर्तियां, छत्र, करीब दो किलो चांदी, पीतल व सोने का सामान रखा था। ये सारा सामान आग में जलकर राख हो गया है।
आकलन के अनुसार करीब 25 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शिमला। हिमाचल में आज ब्लैक सोमवार रहा है। विभिन्न सड़क हादसों में 12 लोगों की जान गई है और 12 ही लोग घायल हुए हैं। शिमला जिला में 7 की मौत और 8 घायल हुए हैं। सिरमौर में दो की जान गई और दो ही घायल हुए हैं। मंडी जिला में तीन की मौत हुई है और दो घायल हुए हैं। सभी हादसों में खाई में गिरने से जानें गई हैं और लोग घायल हुए हैं।
सिरमौर जिले के ददाहू-संगड़ाह सड़क
पर कालथ के समीप एक टिप्पर गहरी खाई में गिर गया। हादसे में अस्पताल ले जाते दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसा सोमवार देर शाम हुआ।
टिप्पर संगड़ाह से रजाना की ओर जा रहा था। कालथ के पास चालक बैंक करते वाहन से नियंत्रण खो बैठा और करीब 300 फीट गहरी खाई में जा गिरा। हादसे में कुलदीप (32) निवासी गनोह और जगदीश (45) निवासी घाटो की मौत हो गई। वहीं, राजेंद्र (46) निवासी रजाना व रविंद्र (32) भूतमडी निवासी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को ददाहू अस्पताल ले जाया गया। राजेंद्र की हालत गंभीर होने पर इसे मेडिकल कॉलेज नाहन रेफर कर दिया गया। चालक रविंद्र की हालत स्थिर बनी हुई है। सूचना मिलने पर संगड़ाह पुलिस स्टेशन से टीम मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई।
उधर, शिमला जिला के कुमारसैन उपमंडल के तहत बटवाड़ा के पास एक कार गहरी खाई में गिर गई। हादसे में व्यक्ति की मौत हो गई। दो लोग घायल हो हुए हैं। दयाल सिंह पुत्र रूप चंद निवासी गांव शाथला डाकघर वीरगढ़ तहसील कुमारसैन की जान गई है। गोवर्धन उर्फ सोनू पुत्र पूर्ण चंद और रामपाल पुत्र देवीशरण निवासी गांव मंढोली डाकघर व तहसील कुमारसैन घायल हुए हैं।
उक्त लोग एस्टीलो कार में सवार होकर कुमारसैन से शरंभल की ओर जा रहे थे। लिंक रोड शरंभल कैंप के पास बटवाड़ा के पास कार 300 मीटर खाई में जा गिरी। हादसे के बाद तीनों घायलों को अस्पताल ले जाया गया। दयाल सिंह को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
शिमला जिला में सुन्नी के कढारघाट में आज सुबह सड़क हादसा हुआ है जिसमें 6 लोगों की मौत हुई है जबकि 6 लोग घायल हुए हैं। घायलों को सुन्नी अस्पताल ले जाया गया। यहां प्राथमिक उपचार देने के बाद सभी को IGMC शिमला रेफर किया गया है।
हादसा शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के तहत सुन्नी के पास किंगल-बसंतपुर सड़क मार्ग पर डुमैहर पंचायत के कढारघाट के पास हुआ है। जानकारी के अनुसार सुबह पिकअप नंबर HP 63A 0231 कढ़ारघाट से सुन्नी की तरफ जा रही थी।
कढारघाट के पास चालक पिकअप से नियंत्रण खो बैठा और गाड़ी करीब 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में तीन लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था वहीं एक ने सुन्नी अस्पताल और दो ने IGMC में दम तोड़ा।
मृतकों की पहचान गुलाम असन गोरसी उम्र 43 वर्ष पुत्र जल्लालुदीन गोरसी गांव कुण्डवाल्टींगुनाई डा. बारीपुरा कुण्ड तह. देवसर जिला गुलग्राम (जम्मू कश्मीर), शबीर अहमद उम्र 19 वर्ष पुत्र बशीर अहमद गांव कुण्डवाल्टींगुनाड़ डा. बारीपुरा कुण्ड तह. देवसर जिला गुलग्राम (जम्मू कश्मीर), फरीद दीदड़ उम्र 24 पुत्र गुल्ला दीदड़ गांव कुण्डवाल्टींगुनाड़ डा. बारीपुरा कुण्ड तह. देवसर जिला गुलग्राम जम्मू कश्मीर, तालीब उम्र 23 वर्ष पुत्र शफी गांव कुण्डवाल्टीगुनाड़ डा. बारीपुरा कुण्ड तह. देवसर जिला गुलग्राम जम्मू कश्मीर, गुलजार उम्र 30 वर्ष पुत्र बशीर दिदड़ गाव ब्लटेंगुनाड़ डा0 कायलू तह. व जिला कुलगाम जम्मू कश्मीर और मुस्ताक उम्र 30 वर्ष पुत्र गुलाम गांव ब्लटैगुनाड़ डा0 कायलू तहरी व जिला कुलगाम (जम्मू कश्मीर) के रूप में हुई है।
हादसे में 6 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। वहीं, घायलों में रणजीत कंवर पुत्र प्रताप सिंह गांव शेठवी डा0 बसंतपुर तहरी सूची जिला शिमला व उम्र 21 साल (चालक), असलम उम्र 18 वर्ष चैंची पुत्र स्माईल गांव व डा०, तह० बेरीनाग जिला अनंतनाग जम्मू कश्मीर, तालीब हुसैन उम्र 21 वर्ष पुत्र अब्दुल गनी दिदड़ गांव ब्लटेंगुनाड डा० तह) व जिला कुलगाम जम्मू कश्मीर, आकाश कुमार उम्र 16 वर्ष पुत्र ज्वाला सिंह गांव काल गन्दरसु डा० व तहरी विकासनगर जिला देहरादून उत्तराखण्ड, अजय ठाकुर उम्र 26 वर्ष पुत्र तिलक राज गांव देवी डा0 कांगू तहरी सुंदरनगर जिला मंडी और मंजूर उम्र 17 वर्ष अहमद पुत्र बशीर अहमद गांव ब्लटेगुनाह डा० काचंलू नहरी व जिला कुलगाम जम्मू कश्मीर शामिल हैं।
घायलों का इलाज IGMC शिमला में चल रहा है। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई।
एएसपी हेड क्वार्टर शिमला सुनील नेगी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पिकअप में कश्मीरी मजदूर सवार थे। स्थानीय लोगों ने इस हादसे की सूचना पुलिस को दी और ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने सभी घायलों को सुन्नी अस्पताल पहुंचाया। पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है।
वहीं, हिमाचल के मंडी जिला के जंजैहली के मगरू गला में सोमवार को बड़ा सड़क हादसा पेश आया है। यहां पर एक कार गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में महिला सहित तीन लोगों की मौत हुई है वहीं दो लोग घायल हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी शादी अटैंड कर लौट रहे थे।
मृतकों की पहचान मदन लाल (68) पुत्र देवी राम निवासी गांव गडौन डा. संगलवाड़ा तह. थुनाग (मंडी), जयवंती (67) पत्नी मदन लाल निवासी गांव गडौन डा. संगलवाड़ा तह. थुनाग (मंडी) और भीम सिंह पुत्र धर्म सिंह निवासी गांव चिमटी डा. लंबाथाच तह, थुनाग (मंडी) के रूप में हुई है।
वहीं, मुरारी लाल (39) पुत्र भोप सिंह निवासी गांव थाच, डा. थुनाग (मंडी), कुशमा देवी (44) पत्नी लुहेंद्र निवासी गांव धार डा. जरोल, डा. थुनाग (मंडी) घायल हुए हैं।
जानकारी के अनुसार ये पांचों लोग कार में सवार होकर शादी से लौट रहे थे। मगरू गला में कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर तीन लोगों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यज्ञ दत्त शर्मा/राजगढ़। हिमाचल के सिरमौर जिला के राजगढ़ से बथाऊ धार रूट पर HRTC बस के समय पर न चलने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
यह बस सोलन से आती है, लेकिन कभी बस 6 बजे तो कभी इससे लेट राजगढ़ पहुंचती है। बस के समय पर न चलने से सर्दियों में लोगों खासकर महिलाओं और स्कूली छात्रों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है।
बता दें कि राजगढ़ बस अड्डे से बथाऊ धार के लिए HRTC बस चलने का समय शाम करीब 5 बजकर 20 मिनट है। पर बस रोज लेट राजगढ़ से बथाऊ धार के लिए चलती है। बथाऊ धार राजगढ़ से करीब 29 किलोमीटर दूर है।
लोगों को अंधेरे में अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ता है। इससे महिलाओं और स्कूली छात्रों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अगर कहीं रास्ते में बस खराब आदि हो जाए तो मुश्किलें और बढ़ जाती हैं।
लोगों ने बस को समय पर चलाने की मांग को लेकर एसडीएम को भी पत्र लिखा है। साथ ही परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी अवगत करवाया है। इससे बावजूद लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है।
लोगों का कहना है कि राजगढ़ में तीन चार साल पहले HRTC का सब डिपो खुला था। यहां पर न तो अतिरिक्त बसें हैं और न ही स्टाफ पूरा है।
अगर डिपो को अतिरिक्त बसें मिल जाएं तो समस्या का समाधान हो सकता है। साथ ही राजगढ़ सब डिपो में गंदगी का भी आलम है। लोगों ने मांग की है कि राजगढ़-बथाऊ धार बस राजगढ़ से रोज शाम पांच बजे रवाना हो।
एचआरटीसी के आरएम सोलन सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि कई बार सोलन से लेट पहुंचने पर बस समय पर नहीं चल पाती है। जल्द ही समस्या का हल कर दिया जाएगा। इस पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य जारी है।
शिमला। सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र में रहने वाले हाटी समुदाय को जनजातीय (ST) दर्जा देने का मामला फिर तूल पकड़ गया है। शनिवार को राज्य सचिवालय में जनजातीय विकास विभाग के मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में खूब हंगामा हुआ।
केंद्रीय हाटी समिति के पदाधिकारियों ने पहले बैठक में विरोध कर नारेबाजी करना शुरू कर दिया। इसके बाद सचिवालय के अंदर व बाहर जमकर नारेबाजी की।
दरअसल, सरकार ने सभी पक्षों की राय सुनने के लिए उन्हें बैठक में बुलाया था। ओबीसी वर्ग ने अपना पक्ष बैठक में रखा। एससी वर्ग के लोगों ने भी अपना पक्ष बैठक में रखा।
एससी समुदाय के लोगों की तरफ से दिए गए तर्क पर हाटी समुदाय के लोगों ने आपत्ति जताई। इसको लेकर पहले बैठक में तनातनी हो गई बाद में केंद्रीय हाटी समुदाय के लोगों ने नारेबाजी करना शुरू कर दिया। विरोध स्वरूप वह बैठक का बहिष्कार कर बाहर चले गए। उन्होंने सचिवालय परिसर के अंदर व बाहर जमकर नारेबाजी की।
हाटी विकास मंच शिमला इकाई के अध्यक्ष प्रदीप सिंगटा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने गिरिपार हाटी समुदाय के लाखों लोगों को 70 साल बाद हक दिया है, लेकिन यह बहुत दुर्भाग्य पूर्ण है कि प्रदेश सरकार में कुछ षड्यंत्रकारी लोग बैठे हैं जो इस मुद्दे को बार-बार लटकाने, अटकाने और भटकाने का काम कर रहे हैं।
सरकार कानून को लागू करने में कतई गंभीर नहीं है। बैठक में उन लोगों को भी बुलाया गया था जो हितधारक है ही नहीं। इनकी वजह से बैठक में हंगामा हुआ। केंद्रीय हाटी समिति समाज को जोड़ने में भरोसा रखती है न कि तोड़ने में।
वहीं, केंद्रीय हाटी समुदाय के अध्यक्ष डॉ. अमीचंद कमल ने कहा कि गिरिपार में बसने वाले हाटी समुदाय के लोगों का सब्र का बांध टूटने लगा है। कानून लागू न होने से इस समुदाय में आक्रोश और बढ़ गया है।
जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि राज्य सरकार ने हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के मसले पर केंद्र सरकार से कुछ बिंदुओं पर क्लेरिफिकेशन मांगी है। सितंबर महीने में इसको लेकर केंद्र को पत्र लिखा गया था। अभी तक इसका जवाब नहीं आया। अब दोबारा केंद्र को रिमाइंडर भेजा गया है।
केंद्र जब इस पर क्लेरिफिकेशन देगा तब इस पर सरकार आगामी निर्णय लेगा। जहां तक हाटी समुदाय के लोगों को जनजातीय सर्टिफिकेट देने की बात है उस पर लॉ विभाग से भी राय मांगी है। कुछ लोगों ने बैठक का बायकॉट किया। केंद्र से जवाब आने के बाद सरकार इस दिशा में आगामी निर्णय लेगी।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि जनजातीय विकास विभाग के मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। उन्होंने सांसद सुरेश कश्यप से व्यक्तिगत तौर पर बात की थी कि वह भी इस बैठक में आए। एससी वर्ग के लोगों ने जब अपनी बात रखी तो हाटी समुदाय के लोग बैठक से उठकर बाहर चले गए।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि वह गिरीपार के सभी लोगों को आश्वासन दिलाना चाहता हैं कि इसका जल्द समाधान निकाला जाएगा। केंद्रीय कानून मंत्री से समय लेंगे और उनसे इस पर जल्द स्थिति स्पष्ट करने की मांग करेंगे ताकि यह विवाद न हो। सरकार किसी भी तरह का टकराव नहीं चाहती। हम शांतिपूर्ण तरीके से इस मामले को सुलझाना चाहते हैं।
नाहन। रोजगार तलाश रहे युवाओं के लिए बढ़िया खबर है। सिरमौर जिला के कालाअंब स्थित मैसर्ज एजे इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विभिन्न श्रेणियों के 34 पदों पर भर्ती की जानी है।
इसके लिए 5 दिसंबर, 2023 को जिला रोजगार कार्यालय नाहन में भर्ती शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इच्छुक पात्र अभ्यर्थी निर्धारित तिथि एवं स्थल पर सुबह 10 बजे पहुंचें।
जिला रोजगार अधिकारी सिरमौर जगदीश कुमार ने यह जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि कंपनी द्वारा 6 पद क्वालिटी कंट्रोल में भरे जाने हैं।
इसके लिए शैक्षिक योग्यता पॉलिटेक्निक डिप्लोमा (मैकेनिकल) रखी गई है। इसके लिए प्रार्थी की आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। चयनित अभ्यर्थियों को न्यूनतम 13500 रुपए प्रतिमाह वेतन प्रदान किया जाएगा।
इसी प्रकार कंपनी द्वारा 28 पद प्रोडक्शन मैंटीनेंस में भरे जाने हैं जिसकी शैक्षिक योग्यता आईटीआई (फिटर, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर) तथा आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। चयनित अभ्यर्थी को 11250 रुपए न्यूनतम वेतन दिया जाएगा।
जिला रोजगार अधिकारी ने कहा कि इच्छुक पात्र अभ्यर्थी विभाग के पोर्टल eemis.hp.nic.in पर ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भर्ती शिविर ने आने वाले अभ्यर्थी अपने साथ पासपोर्ट साइज फोटो व मूल प्रमाण पत्र एवं अपने बायोडाटा की कॉपी तथा अनुभव प्रमाण पत्र साथ लेकर आएं।
अधिक जानकारी के लिए जिला रोजगार कार्यालय नाहन के दूरभाष नंबर 01702-ं222274 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
शिमला। शिरगुल महाराज की तपोस्थली चूड़धार चोटी पर बुधवार को पहली बार हेलीकॉप्टर की सफल लैंडिंग हुई। कालाबाग में हेलीपैड का निर्माण कार्य किया गया है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद आज सुबह ट्रायल के लिए शिमला से एक हेलीकॉप्टर चूड़धार पहुंचा।
कालाबाग में बने नए हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर की सफल लैंडिग हुई। हालांकि, कुछ वर्ष पहले हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया गया है, लेकिन लैंडिंग नहीं हुई थी।
शिमला प्रशासन के प्रयासों से ये ट्रायल सफल रहा। लैंडिंग से पहले चूड़धार में विराजमान शिरगुल महाराज से भी अनुमति ली गई।
शिमला हेलीपोर्ट से उड़ान भरने के बाद हेलीकॉप्टर चूड़धार चोटी के कालाबाग में करीब 12 से 15 मिनट में लैंड हो गया। सुबह नौ बजे के आसपास टेक ऑफ किया गया था। मंदिर में करीब दो घंटे बिताने के बाद प्रशासन वापस शिमला लौटा था।
कांग्रेस के संगठन मंत्री रजनीश खिमटा ने एक निजी कंपनी का चौपर हायर किया था। शिमला से चूड़धार की उड़ान में डीसी आदित्य नेगी, चौपाल के एसडीएम नारायण सिंह चौहान, कांग्रेस के संगठन महामंत्री रजनीश खिमटा व डीएफओ भी शामिल थे। छह सीटर चौपर का ट्रायल सफल हुआ है।
ट्रायल के सफल होने के बाद प्रशासन जल्द ही श्रद्धालुओं के लिए भी चौपर सुविधा उपलब्ध करवाने की तैयारी में जुट सकता है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो अगले सीजन से श्रद्धालुओं को हवाई यात्रा रियायती दरों पर उपलब्ध हो सकती हैं।
इसके लिए दो बिंदुओं पर कार्य हो रहा है। पहला प्रयास ये है कि छह-छह सीटर दो चौपर को लैंड करने की व्यवस्था हो। दूसरी कोशिश ये है कि बड़े हेलीकॉप्टर को उतारा जा सके।
चूड़धार चोटी तक पहुंचने के लिए दो मुख्य पैदल रास्ते हैं। सिरमौर के नौहराधार से करीब 16 किलोमीटर की पैदल चढ़ाई से चूड़धार पहुंचा जा सकता है।
वहीं, दूसरी तरफ चौपाल के सरांह से भी 8-10 किलोमीटर की पैदल चढ़ाई है। सरांह से पुलबाहल तक सड़क के निर्माण से पैदल दूरी काफी घट भी गई है। तकरीबन 11 से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर चूड़धार में स्थित शिरगुल महाराज के प्राचीन मंदिर को जीर्णोद्धार के बाद नया स्वरूप प्रदान करने का कार्य भी पूरा हो चुका है।
पांवटा साहिब। सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में छठ पर्व पर दुखद हादसा पेश आया है। छठ पूजा के लिए पहुंचा एक युवक यमुना नदी में डूब गया। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। गोताखोर नदी में डूबे हुए युवक की तलाश की जा रही है।
जानकारी के अनुसार 18 वर्षीय मनीष कुमार पुत्र उदेश शर्मा निवासी मंगनमा जिला सहरसा बिहार सोमवार सुबह छठ पूजा करने यमुना नदी के पास पहुंचा था। सूर्य को अर्घ्य देने से पहले मनीष नदी में नहाने के लिए उतर गया। देखते ही देखते मनीष गहरे पानी में चला गया और डूब गया।
जब मनीष काफी देर तक पानी से बाहर नहीं निकला तो मौके पर अन्य लोग उसकी तलाश करने लग गए। उसका कोई पता नहीं चला तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। प्रशासन ने युवक की तलाश के लिए स्थानीय गोताखोरों को बुलाया और गोताखोर युवक की नदी में तलाश में जुट गई। खबर लिखे जाने तक युवक का कोई पता नहीं चल पाया है।
बताया जा रहा है कि युवक पांवटा साहिब के रामपुर घाट में स्थित जियोन लाइफ साइंस फार्मा में काम करता था। पांवटा साहिब के डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि स्थानीय गोताखोरों की मदद से युवक को नदी में ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है।
उप प्रधान अजय शर्मा ने किया शुभारंभ, दिए 11000 रुपए
सिरमौर। सिरमौर जिला के उपमंडल राजगढ़ के पझौता क्षेत्र की ग्राम पंचायत नेहरटी भगोट के गांव शाड़ पजेवगा (लोजला) में कबड्डी प्रतियोगिता का तीन दिवसीय आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता का शुभारंभ ग्राम पंचायत उप प्रधान अजय शर्मा द्वारा किया गया। ये ग्रामीण स्तर की कबड्डी प्रतियोगिता 16 नवंबर तक चलेगी।
पंचायत उपप्रधान अजय शर्मा ने कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं, कांग्रेस के पदाधिकारियों, इस प्रतियोगिता में भाग ले रही टीमों के खिलाड़ियों व इस मेले में उपस्थित जनता का स्वागत व धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि ये मेला लोजला मां काली के लिए हर वर्ष मनाया जाता है। इससे हम सभी को मां काली दुर्गा का भरपूर आशीर्वाद प्राप्त होता है।
उन्होंने अपनी ऐच्छिक निधि से मेला कमेटी को 11000 रुपए की राशि प्रदान की। इस कबड्डी प्रतियोगिता में विजेता टीम को 25 हजार व उपविजेता टीम को 11 हजार की राशि व ट्रॉफी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि हमारे लिए गर्व की बात है 16 नवंबर को पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान व वर्तमान में ऊना पुलिस में डीएसपी के पद पर विराजमान अजय ठाकुर इस प्रतियोगिता की शोभा बढ़ाने लोजला आ रहे हैं।
इस प्रतियोगिता का समापन करने हिमाचल कांग्रेस की सचिव दयाल प्यारी भी पधार रही हैं। अजय शर्मा ने पंचायत की जनता को आश्वासन दिया कि वह इस पंचायत के चहुंमुखी विकास करने हेतु दृढ़ संकल्प हैं।
इस दौरान उनके साथ कांग्रेस महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष गीता ठाकुर, हिमाचल प्रदेश युवा महासचिव विकास ठाकुर, मंडल सचिव संदीप शर्मा, पच्छाद मीडिया प्रभारी सुनील जालटा, बूथ अध्यक्ष रिंकू हाबी, ग्राम पंचायत कोटला बंगी उप प्रधान पृथ्वीराज शर्मा उपस्थित रहे।
राजगढ़। हिमाचल के सिरमौर जिला के राजगढ़ उपमंडल के पझौता क्षेत्र की नेहरटी भगोट पंचायत के गांव भगोट में दिवाली के तीसरे दिन सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार मंगलवार को पड़ेई का आयोजन किया गया। पझौता के भगोट गांव में जातर की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
पड़ेई के दिन सभी गांववासी जिसमें सभी पुरूष, महिलाएं व बच्चे भी शामिल होते हैं मिलकर गांव से अपनी देवी मां काली, कुलईष्ट पालु देवता, शिर्गुल महाराज के जयकारा लगाते हुए अपने मंदिर जाते हैं।
इसको स्थानीय भाषा में लिम्बर कहा जाता है। मंदिर में गांव के पुरोहित हच्चड़ गांव के पंडितों द्वारा विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाती है।
इस दौरान माता के पुजारी जिन्हें माता की खेल (हवा) आती है (स्थानीय भाषा में उन्हें घणिता कहा जाता है) माता की खेल आने पर जलते अंगारों के बीच अपनी शक्ति का परिचय देते हैं।
इस दौरान पूरा पंडाल जोर-जोर से जय माता के जयकारों से गूंज उठता है। माता की खेल आए घणितों के समक्ष सभी ग्रामीण अपनी समस्या रखते हैं व उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
पड़ेई में सभी गांववासी अपनी कुल देवी मां काली मंदिर के पास भोज बनाकर ग्रहण करते हैं। गांव वालों का मानना है कि इससे देवी मां की कृपा से उनके परिवार में सुख समृद्धि रहती है और आपस में भाईचारा बना रहता है।
भगोट गांव के निवासी इस परंपरा को आगे भी हमेशा के लिए बरकरार रखेंगे। दुर्गा स्वरूपणी भगोट की काली माँ की सदा ही जय🙏
शिमला। हिमाचल के सिरमौर जिला के लोक नृत्य कलाकार जोगिंदर सिंह हाब्बी ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जोगिंदर सिंह हाब्बी और चुरेश्वर लोक नृत्य सांस्कृतिक मंडल, आसरा संस्था के कलाकारों को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन में मान्यता मिली है।
जोगिंदर सिंह हाब्बी को उनके नेतृत्व और निर्देशन में लगातार 10 वर्ष तक समूह लोक नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीतने के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन में शामिल किया गया है। इसके लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि सिरमौर जिले की लोक नृत्य प्रतियोगिताओं में एक दशक तक लगातार अग्रणी रहने की उनकी असाधारण उपलब्धि उनके समर्पण और उल्लेखनीय प्रतिभा का सच्चा प्रतिबिंब है। उन्होंने भविष्य के प्रयासों में उनकी निरंतर सफलता के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
बता दें कि जोगिंदर हाब्बी ने लुप्त हो रही लोक संस्कृति के पुनरुद्धार के लिए तीन दशक से जुटे हैं। उन्होंने 1998 में एक सांस्कृतिक समूह की स्थापना की। उन्होंने न केवल इन नृत्यों को पुनर्जीवित किया, बल्कि उन्होंने इन शैलियों से जुड़ी वेशभूषा और मुखौटों को भी सावधानीपूर्वक डिजाइन किया।