कब्जे के विरोध में 64वीं वर्षगांठ पर निकाला रोष मार्च
शिमला। तिब्बतियों के राष्ट्र विद्रोह की 64वीं वर्षगांठ की याद में आज क्षेत्रीय तिब्बतियन युवा कांग्रेस ने शिमला में चीन की दमनकारी नीतियों के खिलाफ शेर ए पंजाब से डीसी कार्यालय तक रोष मार्च निकाला। इस दौरान तिब्बती समुदाय के लोगों ने चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और तिब्बत की आजादी की मांग की।
इस मौके क्षेत्रीय तिब्बती युवा कांग्रेस का सदस्य दोरजे तेलसिन ने कहा कि आज के दिन चीन ने तिब्बत पर कब्जा किया था। वर्ष 1959 में दलाई लामा को तिब्बत के धार्मिक व आध्यात्मिक नेता को अपने सरकारी मंत्रियों की परिषद के साथ भारत में पलायन होने को मजबूर होना पड़ा था।
चीन तिब्बत में लगातार अत्याचार कर रहा है जिसके खिलाफ आज देश और दुनिया भर में तिब्बती समुदाय के लोग विरोध जाहिर कर रहे हैं। तिब्बती समुदाय के लोग देश की आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा है जिसमें भारत सरकार और आम लोगों से भी साथ देने का आह्वान किया जा रहा है।
ऋषि महाजन/नूरपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर अडानी मुद्दे को लेकर कांग्रेस देशभर में धरना प्रदर्शन कर रही है। कांगड़ा जिला के नूरपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने LIC ऑफिस के बाहर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व विधायक अजय महाजन ने किया।
अजय महाजन ने कहा कि अभी कांग्रेस ब्लॉक स्तर पर केंद्र सरकार को जगाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही है। यदि आवश्यकता पड़ी तो कांग्रेस इसे जन आंदोलन बनाने से गुरेज नहीं करेगी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार आमजन के लिए न होकर औद्योगिक घरानों की सरकार बन कर रह गई है। जनता का पैसा अडानी व अंबानी जैसे उद्योगपति के जेब में डाले जा रहे हैं। भाजपा सरकार सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। लोगों का पैसा अडानी व अंबानी पर लुटाया जा रहा। केंद्र की भाजपा सरकार सीबीआई एवं ईडी का दुरुपयोग कर रही है।
पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने सुक्खू सरकार पर साधा निशाना
शिमला। हिमाचल की सुक्खू के संस्थानों को डिनोटिफाई करने के एक्शन से भाजपा उग्र है। भाजपा हस्ताक्षर अभियान के बाद अब जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन कर रही है। इसी कड़ी में शिमला में भाजपा ने डीसी ऑफिस के बाहर धरना दिया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश भारद्वाज ने सुक्खू सरकार की तुलना पाकिस्तान सरकार से कर डाली।
पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पाकिस्तान की सरकार से मिलती-जुलती सरकार चल रही है। सरकार को सलाहकार, सीपीएस या कोई और चला रहा है, यह मालूम नहीं हो रहा है। भाजपा सरकार ने प्रदेश हित में संस्थान खोले, जिन्हें बिना वजह के बंद किया गया है। शिमला में भी कई संस्थान बंद किए गए हैं। ऐसा पूर्व में भी कभी नहीं हुआ। भाजपा की पूर्व सरकार ने वीरभद्र के समय की गई घोषणाओं को बंद नहीं किया, बल्कि संस्थानों को आगे बढ़ाया।
कांग्रेस सरकार पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सरकार के समय की परंपराओं को तोड़ने का काम कर रही है। बजट के प्रावधान के बाद ही सभी संस्थान खुले थे। अब सरकार कर्ज व आर्थिक बोझ का बहाना बता रही है। कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में कर्ज लेने की शुरुआत की थी और जब 2017 में जयराम सरकार आई तो 48 हजार करोड़ का कर्ज उन्हें भी विरासत में मिला। बीजेपी मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाते हुए सदन व सदन से बाहर जनता की आवाज उठाती रहेगी।
ऊना। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में शुक्रवार शाम को मैहतपुर में चंडीगढ़-धर्मशाला मुख्य मार्ग पर भारी जाम लगा रहा। ये जाम लगाया उस परिवार ने जिनका 39 साल का बेटा अस्पताल में जान गंवा बैठा था। नाक के ऑपरेशन के बाद देवेंद्र कुमार की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने मैहतपुर में निजी अस्पताल के सामने शव रख प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने एनएच पर चक्का जाम कर डॉक्टर को गिरफ्तार करने की मांग उठाई। पुलिस अधिकारियों के समझाने पर भी प्रदर्शनकारी नहीं माने और अड़े रहे। ग्रामीणों ने शाम सात बजे संपर्क मार्ग जाम कर दिए इससे स्थिति और बिगड़ गई।
परिजनों समेत ग्रामीणों का कहना है कि जब तक अस्पताल संचालक डॉक्टर और ईएनटी सर्जन को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। ग्रामीणों ने कहा कि शुक्रवार सुबह ही डॉ. कोमल मलिक ने उन्हें समझौते का ऑफर दिया और अपनी प्राथमिकी वापस करने की मांग की। उन्होंने ये भी कहा कि वह मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा देने को तैयार हैं।
शुक्रवार को करीब तीन बजे देवेंद्र कुमार का शव टांडा मेडिकल कॉलेज से मैहतपुर पहुंचा तो सनोली समेत अन्य आसपास के गांवों से आए लोगों ने अस्पताल के सामने धरना शुरू कर दिया। धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण धीमान, डीएसपी मुख्यालय अंकित शर्मा, मैहतपुर पुलिस थाना इंचार्ज रूप सिंह मौके पर पहुंचे और माहौल शांत करने का प्रयास किया। भड़के ग्रामीणों ने एक न सुनी और प्रदर्शन जारी रखा।
एसपी अर्जित सेन ठाकुर भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने उनकी एक न सुनी जिसके चलते उनको बैरंग लौटना पड़ा। वहीं, प्रदर्शन की सूचना मिलते आनंद राज मलिक अस्पताल के संचालक डॉ. कोमल मलिक और अन्य स्टाफ सदस्य अस्पताल में ताला लगाकर चले गए।
देवेंद्र विदेश में नौकरी करता था और कुछ दिन पहले ही छुट्टी लेकर घर आया था। देवेंद्र कुमार की पत्नी मोनिका ने बताया कि वह पति का नाक का माइनर ऑपरेशन करने मलिक अस्पताल आई थीं। तमाम रिपोर्ट डॉक्टरों द्वारा ली गई जो सही पाई गई।
बुधवार शाम 4:45 पति को ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया और 6:15 बजे तक ऑपरेशन करने के बाद जब पति की अचानक तबीयत बिगड़ गई तो उन्हें मोहाली शिफ्ट करने को कहा गया। देवेंद्र के घरवालों का आरोप है कि पति की मैहतपुर में ही मौत हो चुकी थी।
उधर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। टांडा मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
शिमला। हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सरकार सत्ता में आते ही एक्शन मोड में है। सरकार ने बीजेपी सरकार के 1 अप्रैल 2022 के बाद लिए के निर्णयों पर अपना चाबुक चला दिया है। सरकार ने स्वास्थ्य, राजस्व, वन, लोक निर्माण और कृषि विभाग के कई कार्यालयों को इस बात का हवाला देते हुए बंद कर दिया हैं कि यह चुनावी फायदे के लिए बिना बजट के खोले गए हैं, जबकि भाजपा इसे बदले की राजनीति बता रही है।
भाजपा ने सड़कों पर उतरकर इसका विरोध शुरू कर दिया है। भाजपा जिला शिमला इकाई ने आज इसके विरोध में उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाजपा ने उपायुक्त शिमला के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा।
भाजपा के जिला अध्यक्ष रवि मेहता ने कहा कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी को जनमत दिया। बावजूद इसके सरकार जनता के विरोध में कार्य कर रही है। जनता हितैषी कार्य करने के बजाय कांग्रेस सरकार जयराम सरकार द्वारा जनता के हित में लिए गए निर्णयों को डि-नोटिफाई कर रहे है। कैबिनेट का गठन अभी तक नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 307 से अधिक कार्यालयों को बंद कर दिया है। विपक्ष इसे बर्दाश्त करने वाला नहीं है। बीजेपी पूरे प्रदेश में आज धरना प्रदर्शन व ज्ञापन दे रही है। यह एक सांकेतिक धरना है, आने वाले समय में एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
शिमला।पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने चुनावी वादे पूरे करने के लिए हमारी सरकार द्वारा जनता की मांग पर खोले गए या अपग्रेड किए गए संस्थान को बंद कर रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, कतई न्यायसंगत नहीं है।
हिमाचल जैसे राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाएं जितनी ज्यादा और जितनी नजदीक मिलें, उतनी ही अच्छी बात है। मगर जनता को घर के पास अच्छी सुविधाएं मिलना कांग्रेस को रास नहीं आ रहा।
उन्होंने कहा हिमाचल में हाल ही में बनी कांग्रेस सरकार ने बदले की भावना से काम करने के आज के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, जिसके लिए प्रदेश की जनता इन्हें कभी माफ़ नहीं करेगी। जल्द भाजपा प्रदेश हित में जनता के साथ सड़कों पर उतर कर कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन करेगी और अगर ज़रूरत पड़ी तो न्यायालय में भी इस विषय को मज़बूती से उठाएगी।
बता दें कि सुक्खू सरकार ने पूर्व जयराम सरकार में खोले गए कई दफ्तर और स्वास्थ्य संस्थान डि नोटिफाई कर दिए हैं। इसमें बिजली बोर्ड, पीडब्ल्यूडी और हेल्थ विभाग आदि के कार्यालय शामिल हैं। सुक्खू सरकार ने 1 अप्रैल 2022 के बाद की घोषणाओं पर रिव्यू करने की बात कही है। ऐसे में करीब 150 ऑफिस बंद होंगे।