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प्रत्येक राउंड के रुझान तुरंत ऑनलाइन होंगे
हमीरपुर। हिमाचल विधानसभा चुनाव की मतगणना के ताजा रुझान जानने के लिए इस बार आम लोगों को मतगणना केंद्रों पर जमावड़ा लगाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। चुनाव परिणाम एवं रुझान तुरंत आम लोगों तक पहुंचाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने विशेष व्यवस्था की है।
8 दिसंबर को मतों की गिनती शुरू होने के बाद प्रत्येक राउंड के रुझान तुरंत ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। हर राउंड के बाद मतगणना के रुझान तुरंत ऑनलाइन कर दिए जाएंगे और चंद मिनटों में ही आम लोग भारत निर्वाचन आयोग के वेब पोर्टल पर या वोटर हेल्पलाइन ऐप पर इन्हें जान सकेंगे।
डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी देबश्वेता बनिक ने बताया कि 8 दिसंबर को मतगणना के परिणाम एवं रुझान भारत निर्वाचन आयोग के वेब पोर्टल results.eci.gov.in/ रिजल्ट्स.ईसीआई.जीओवी.इन पर उपलब्ध होंगे। इसके अलावा वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से भी परिणाम एवं रुझानों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
पोस्टल बैलेट की गिनती के लिए पांच अलग टेबल
नूरपुर। निर्वाचन अधिकारी व एसडीएम नूरपुर अनिल भारद्वाज की अध्यक्षता में आज शनिवार को स्थानीय मिनी सचिवालय में मतगणना कार्य की अंतिम तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि विधानसभा निर्वाचन-2022 के लिए 8 दिसंबर को सम्पन्न होने वाली मतगणना के लिए प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं। विधानसभा क्षेत्र के लिए कुल नौ राउंड में मतगणना की प्रक्रिया पूरी होगी।
12 नवंबर को सम्पन्न हुए मतदान में ईवीएम में दर्ज 69,628 मतों की प्रत्येक राउंड की गणना के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त डाक मत पत्रों (पोस्टल बैलेट) की गिनती के लिए पांच अलग टेबल लगाए गए हैं। अनिल भारद्वाज ने बताया कि ईवीएम के लिए स्थापित प्रत्येक टेबल पर एक-एक माइक्रो ऑब्जर्वर, मतगणना पर्यवेक्षक और मतगणना सहायक नियुक्त किए गए हैं।
वहीं पोस्टल बैलेट की गिनती के लिए स्थापित प्रत्येक टेबल में एक-एक माइक्रो ऑब्जर्वर और मतगणना पर्यवेक्षक तथा दो मतगणना सहायक तैनात रहेंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक मतगणना टेबल पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार का एक एजेंट भी मौजूद रहेगा। मतगणना केंद्र पर मोबाइल फोन ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान निर्वाचन कानूनगो संजय शर्मा सहित अन्य अधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे।
मतगणना ड्यूटी स्टाफ को दी जा रही ट्रेनिंग
शिमला। हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को हुई वोटिंग के बाद 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे। मतगणना के लिए सभी जिलों में तैयारियां जोर शोर से चली हैं। मतगणना के लिए कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। शिमला जिले की आठ विधानसभा सीटों की मतगणना सही व शांतिपूर्ण ढंग से करवाने के लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए जा रहे हैं। मतगणना को लेकर जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों के केंद्र में आज कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई। बर्फबारी से निपटने के लिए संबंधित विभागों को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं।
जिला निर्वाचन अधिकारी आदित्य नेगी ने बताया कि मतगणना के लिए तैनात कर्मचारियों को ईवीएम पर ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि मतगणना के दिन किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। जिला में 380 कर्मचारियों की ड्यूटी मतगणना में लगाई गई है। 20 प्रतिशत कर्मचारी को रिजर्व रखा गया है। सभी मतगणना केंद्रों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा रहेगी। मौसम खराब होने की स्थिति में अगर बर्फबारी होती है तो उससे निपटने के लिए सभी विभागों को इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी केंद्रों पर जनरेटर की व्यवस्था होगी, ताकि बिजली न होने पर भी मतगणना में रुकावट पैदा न हो।
उधर, कांगड़ा के पॉलिटेक्निक संस्थान में मतगणना रिहर्सल का आयोजन किया गया। इसमें डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कर्मचारियों को जानकारी दी।
फॉर्म-18 पर आवेदन करना होगा
हमीरपुर/धर्मशाला। हिमाचल विधानसभा चुनाव मतगणना के लिए सभी प्रत्याशी मतगणना से तीन दिन पहले तक अपने एजेंटों की नियुक्ति कर सकते हैं। मतगणना एजेंटों को फार्म-18 पर आवेदन करना होगा तथा उन्हें निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में ही इस फार्म पर हस्ताक्षर करने होंगे।
डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी देबश्वेता बनिक ने बताया कि हमीरपुर जिला के पांचों विधानसभा क्षेत्रों में 8 दिसंबर को होने वाली मतगणना के लिए सभी प्रत्याशी मतगणना से तीन दिन पहले तक अपने एजेंटों की नियुक्ति कर सकते हैं। वीरवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतगणना एजेंटों को फार्म-18 पर आवेदन करना होगा तथा उन्हें निर्वाचन अधिकारी की उपस्थिति में ही इस फार्म पर हस्ताक्षर करने होंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक मतगणना टेबल के लिए एक-एक एजेंट की नियुक्ति के अलावा निर्वाचन अधिकारी के टेबल के लिए भी एक एजेंट की नियुक्ति की जा सकती है। किन्हीं कारणों से एजेंट की नियुक्ति में बदलाव के लिए फॉर्म-19 पर आवेदन करना होगा। उन्होंने बताया कि पांचों विधानसभा क्षेत्रों में मतों की गिनती सुबह आठ बजे आरंभ कर दी जाएगी।
मतगणना हॉल में उपस्थित सभी एजेंटों को लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 128 के तहत सभी नियमों और गोपनीयता का पालन करना होगा। इनका उल्लंघन करने वाले व्यक्ति को निर्वाचन अधिकारी नियम-53 (4) मतगणना केंद्र से बाहर निकाल सकते हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि निर्वाचन अधिकारी और पर्यवेक्षक के अलावा कोई भी अन्य व्यक्ति मतगणना हॉल के अंदर मोबाइल नहीं ले जा सकेगा। बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को पोस्टल बैलेट पेपर्स एवं ईटीबीपीएस की प्राप्ति तथा मतगणना से संबंधित अन्य नियमों से भी अवगत करवाया।
उधर, जिला निर्वाचन अधिकारी और डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने भी आज राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और मतगणना के बारे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजनीतिक दल और प्रत्याशी हर टेबल पर अपना एक-एक एजेंट नियुक्त कर सकता है।
प्रतिभा सिंह ने साफ कहा-हाईकमान करेगा फैसला
शिमला। हिमाचल का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। आठ दिसंबर को नतीजों के बाद इसकी तस्वीर कुछ हद तक साफ हो पाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के निधन के बाद कांग्रेस में इस बार मुख्यमंत्री पद का नया चेहरा होगा। वहीं, भाजपा में काफी हद तक स्थिति साफ है। अगर कांग्रेस सत्ता में लौटती है तो हिमाचल का मुख्यमंत्री नया चेहरा होगा और भाजपा रिवाज बदलने में कामयाब रहती है तो जयराम ठाकुर दूसरी बार शपथ ले सकते हैं।
बता दें कि हिमाचल में विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को वोटिंग हुई है। अब 8 दिसंबर को नजीते निकलने हैं। अभी नतीजों को सात दिन का समय बचा है। कांग्रेस में अगर मुख्यमंत्री चेहरे की बात करें तो अभी तक स्थिति पूरी तरह साफ नहीं है। हालांकि, मुकेश अग्निहोत्री, सुखविंदर सिंह सुक्खू, कौल सिंह ठाकुर आदि नेता इस दौड़ में शामिल माने जा सकते हैं। वहीं, इस बार हॉली लॉज का क्या रोल रहेगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा। पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने बुधवार को दिल्ली से लौटने के बाद हॉली लॉज में पत्रकारों ने हॉली लॉज के मुख्यमंत्री दौड़ में कितना आगे होने के बारे सवाल पूछा तो उन्होंने साफ कहा है कि हमने न तो सीएम पद के लिए दौड़ लगाई है और न किसी और पद के लिए। हम विश्वास करते हैं लोगों की सेवा पर।
प्रतिभा सिंह ने कहा कि पहले 60 साल स्वर्गीय वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने निष्ठा और ईमानदारी से हिमाचल के लोगों की सेवा की है। इसलिए बार बार लोग उनको चुनते थे। हमने भी जो उनसे सीखा है, उसी भक्तिभाव और श्रद्धा से लोगों की सेवा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के लिए चुनकर आने वाले विधायकों से भी राय ली जाती है। क्या उनका कहना होगा और क्या वे चाहते हैं इस बात को हाईकमान एहमियत देगा। आखिर में फैसला हाईकमान पर छोड़ा जाएगा कि आप फैसला करें, लोग क्या चाहते हैं, लोग किसको चाहते हैं कि किसे हिमाचल की बागडोर को सौंपा जाए।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हम कभी भी किसी पद के पीछे नहीं हैं। न ही हम दौड़ लगाने में विश्वास रखते हैं। हमारे परिवार को जब भी कोई जिम्मेदारी दी है और चुनाव लड़ने के लिए कहा है तो पार्टी के लिए हर चुनौती को स्वीकार किया है। उसे कभी भी किसी पद की लालसा से स्वीकार नहीं किया है। पार्टी को मजबूत करने के लिए स्वीकार किया है। हम पद को एक जरिया देखते हैं लोगों की सेवा करने के लिए।
प्रतिभा और विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश आने का किया आग्रह
शिमला। हिमाचल में विधानसभा चुनाव के लिए 8 दिसंबर को मतगणना होनी है, लेकिन कांग्रेस सरकार बनाने को लेकर पूरी आश्वस्त नजर आ रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए विक्रमादित्य और प्रतिभा सिंह ने राहुल गांधी को नई सरकार के शपथ समारोह में शामिल होने का न्योता तक दे दिया है।
बता दें कि हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बाद शिमला पहुंचे। बुधवार को विक्रमादित्य ने होलीलॉज में कहा कि राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई भारत जोड़ो यात्रा में वे शामिल हुए और इस दौरान दस किलोमीटर तक राहुल गांधी के साथ पद यात्रा की। राहुल गांधी ने हिमाचल में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर फीडबैक लिया और उन्हें इसको लेकर आश्वसत करवाया गया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन रही हैं।
उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के चलते राहुल गांधी विधानसभा चुनाव के दौरान हिमाचल नहीं आ पाए, लेकिन हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने पर शपथ समारोह में उन्हें शामिल होने का न्योता दिया है। उनसे आग्रह किया है कि नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में जरूर आएं।
वहीं, विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उन्हें पद की कोई लालसा नहीं है। आज तक जो भी जिम्मेवारी दी गई उसे बखूबी निभाया गया है और वह किसी पद के पीछे नहीं दौड़ रहे हैं, बल्कि पार्टी की मजबूती और लोगो के हित के लिए काम किया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा कांग्रेस नेताओं के दिल्ली दौड़ को लेकर की गई टिप्पणी पर विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर पूरी तरह से बौखला गए हैं ओर जल्द ही उनके नाम के आगे पूर्व मुख्यमंत्री लगने वाला है। मुख्यमंत्री धर्य रखे प्रदेश की जनता ने अपना निर्णय ले लिया है। प्रदेश में कांग्रेस की बहुमत की सरकार बनने जा रही है।