सुबह हरिपुर से चलेगी, शाम को धर्मशाला से होगी रवाना
धर्मशाला। धर्मशाला से हरिपुर वाया बनखंडी टांडा इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल सफल रहा है। जल्द ही इस रूट पर बस दौड़ेगी। बस सुबह हरिपुर से निकलेगी और टांडा होते हुए धर्मशाला जाएगी। धर्मशाला से शाम को वाया टांडा हरिपुर जाएगी। रात को बस हरिपुर रुकेगी। टाइमिंग अभी निर्धारित होनी है।
बता दें कि हाल ही में हरिपुर में इलेक्ट्रिक बस का ट्रायल हुआ है। धर्मशाला वाया टांडा हरिपुर रूट पर इलेक्ट्रिक बस दौड़ी है। ट्रायल सफल रहा है। अब जल्द ही हरिपुर के लोगों को इलेक्ट्रिक बस की सुविधा मिलेगी।
क्षेत्रीय प्रबंधक धर्मशाला (अतिरिक्त कार्यभार) पंकज चड्डा ने कहा कि जल्द ही हरिपुर टांडा रूट पर बस शुरू की जाएगी। ट्रायल के बाद बाकी औपचारिकताएं पूरी की जा रही है। टाइमिंग भी अभी निर्धारित होनी है। पर बस सुबह हरिपुर से चलेगी और टांडा होते हुए धर्मशाला आएगी। धर्मशाला से शाम को टांडा होते हरिपुर जाएगी।
रिकांगपिओ। हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की किन्नौर जिला के टापरी से चंडीगढ़ के लिए वोल्वो बस सेवा का शुरू हो गई है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज टापरी बस स्टैंड से बस का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि यह जिला के लोगों के लिए हर्ष का विषय है, क्योंकि जिला में पहली बार वोल्वो बस सेवा आरंभ की जा रही है, जो जिलावासियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में प्रदेश सरकार की पहल है।
यह बस कनेक्टिंग सेवा के साथ उपलब्ध करवाई जा रही है, जो टैंपो ट्रेवलर के माध्यम से जिला मुख्यालय रिकांगपिओ से करवाई जाएगी। यह बस शाम 5 बजे टापरी से चंडीगढ़ के लिए रवाना होगी तथा चंडीगढ़ से टापरी के लिए इसका समय सुबह 5 बजे होगा।
इसके अतिरिक्त टापरी से चंडीगढ़ का किराया 1,218 रुपये निर्धारित किया गया है। यात्रियों को रिकांगपिओ से चंडीगढ़ तथा चंडीगढ़ से रिकांगपिओ के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों बुकिंग की व्यवस्था की गई है।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने अपने 11 दिवसीय किन्नौर जिला के प्रवास के दौरान आज जिला के कल्पा उपमंडल के राष्ट्रीय राजमार्ग-5 चोलिंग में 1 करोड़ 10 लाख रुपये की राशि से निर्मित होने वाले संपर्क सड़क मार्ग चोलिंग से रांगले का शिलान्यास किया। इसके उपरांत जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने 4 दिवसीय ग्रीष्माकालीन महोत्सव टापरी का शुभारंभ किया।
शिमला। राज्य सरकार ने हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के चालकों और परिचालकों को ओवरटाइम और रात्रि भत्ते के भुगतान के लिए 4.50 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं। यह बात मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले लगभग तीन वर्ष से HRTC के चालकों और परिचालकों को उनके भत्तों का भुगतान नहीं किया गया था। वर्तमान प्रदेश सरकार ने यह राशि आवंटित कर अपने वादों को पूरा करने की प्रतिबद्धता निभाई है।
अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि HRTC के विभिन्न कर्मचारी संघों के प्रतिनिधियों ने पिछले माह उनसे भेंट कर उनकी मांगों, विशेष रूप से ओवरटाइम और रात्रि भत्ते के भुगतान पर चर्चा की थी। सरकार ने अपना वादा निभाते हुए इन भत्तों के भुगतान के लिए राशि जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि वित्तीय चुनौतियों के बावजूद राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों के कल्याण के लिए अनेक महत्वाकांक्षी निर्णय लिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने मंत्रिमण्डल की पहली ही बैठक में लगभग डेढ़ लाख कर्मचारियों को लाभान्वित करते हुए पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके अतिरिक्त सरकारी कर्मचारियों के लिए तीन प्रतिशत महंगाई भत्ते की किश्त भी जारी की गई है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार कर्मचारियों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार के साथ ही प्रदेश सरकार कर्मचारियों के कल्याण के दृष्टिगत हर संभव प्रयास करेगी।
टैक्स को 675 करोड़ से बढ़ाकर 850 करोड़ करने का लक्ष्य
शिमला। प्रदेश में 1,350 करोड़ के घाटे के तले दबे हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (HRTC) को उबारने के लिए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कई कदम उठाने की बात कही है। एचआरटीसी (HRTC) को घाटे से उबारने के लिए इस बार टैक्स को 675 करोड़ से बढ़ाकर 850 करोड़ करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अलावा अवैध वोल्वो बसों पर नकेल कसने के लिए कानून लाया जा रहा है, जिससे सरकार को सालाना दस करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा।
शिमला में सड़क सुरक्षा और परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक के बाद डिप्टी सीएम मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 21 लाख 50 हजार वाहन पंजीकृत हैं, जिनमें से 18 लाख 45 हजार नॉन ट्रांसपोर्ट के हैं, जबकि 3 लाख 8 हजार ट्रांसपोर्ट के हैं। हिमाचल के 15 लाख 12 हजार लोगों के पास वाहन लाइसेंस हैं। सिर्फ 1 लाख 12 हजार महिलाएं लाइसेंस धारक हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि अवैध रूप से चलने वाली वोल्वो बसों से टैक्स के रूप में 10 करोड़ राजस्व प्राप्ति होगी।
हिमाचल में बिना नंबर के कोई भी गाड़ी नहीं चलेगी। HRTC में दलाली भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे, जो अधिकारी अच्छा काम करेंगे उनका सम्मान किया जाएगा। प्रदेश में 15 साल पुरानी गाड़ियां नहीं चलेंगी, उसके लिए स्क्रैप नीति बनाई जाएगी। प्राइवेट गाड़ियों के नंबर प्लेट में लिखे फालतू चीजों को हटाने के निर्देश दे दिए गए हैं। हादसों को कम करने के लिए ब्लैक स्पॉट चयनित करके उनको दुरूस्त किया जाएगा। हिमाचल में हर दिन तीन व्यक्तियों की मौत सड़क हादसों में हो जाती है।
शिमला। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के चालकों और परिचालकों के ओवरटाइम और रात्रि भत्ते की देनदारी के भुगतान की घोषणा की। उन्होंने कहा कि चालकों व परिचालकों का 11 करोड़ रुपये देय हैं जोकि दो किस्तों में दो माह के भीतर अदा किया जाएगा।
वह आज यहां एचआरटीसी आईएनटीयूसी, एचआरटीसी भारतीय मजदूर संघ, एचआरटीसी चालक संघ और एचआरटीसी परिचालक संघ की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने HRTC के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को तीन प्रतिशत महंगाई भत्ता जारी करने के साथ-साथ कर्मचारियों और पेंशनरों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिलों का शीघ्र भुगतान करने की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि राज्य की वित्तीय स्थिति खराब है लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार कर्मचारियों का कल्याण सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार HRTC को वित्तीय घाटे से उबारने के लिए पूरा सहयोग करेगी, लेकिन इसके लिए कर्मचारियों का सहयोग भी जरूरी है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार राजस्व संसाधनों को जुटाने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है जिसके फलस्वरूप सरकार एचआरटीसी की सभी वित्तीय देनदारियों को धीरे-धीरे समाप्त कर देगी।
इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने एचआरटीसी यूनियनों की मांगों को स्वीकार करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का एचआरटीसी कर्मचारियों को संगठन के साथ भावनात्मक लगाव है जिस कारण कर्मचारियों को ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से अधिक उम्मीदें हैं।
कर्मचारी संघों ने एचआरटीसी के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने सहित उनकी विभिन्न मांगों को स्वीकार करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। विधायक राजेश धर्माणी, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार, एचआरटीसी कर्मचारी संघों के प्रतिनिधि व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में उपस्थित थे।
कांगड़ा। पंजाब के लुधियाना शहर को कपड़ों की मार्केट का हब माना जाता है। लुधियाना में कई बड़ी होलसेल मार्केट हैं। यहां सस्ते और लेटेस्ट डिजाइन कपड़े आदि खरीदने को मिलते हैं। कांगड़ा जिला की दुकानों में व्यापारी लुधियाना की फैक्ट्रियों में तैयार कपड़े बेचते हैं। अगर आप भी शादी या अन्य आयोजनों को लेकर शॉपिंग करने की या फिर लुधियाना में अपने किसी रिश्तेदार के यहां जाने की सोच रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।
साथ ही पंजाब के लुधियाना, फगवाड़ा, होशियारपुर और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए कांगड़ा जिला के पर्यटक स्थलों में तपती गर्मी से निजात पाने और मां चिंतपूर्णी, माता ज्वालाजी, मां बज्रेश्वरी कांगड़ा, माता चामुंडा और शिव मंदिर बैजनाथ के दर्शन को आने और जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी बस किफायती और फायदेमंद रहेगी। गर्मियों का सीजन देखते हुए में भी बस आरामदायक है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं जोगिंद्रनगर से लुधियाना एचआरटीसी हिमधारा एसी बस की। इस HRTC बस का रूट कटवाली से लुधियाना है। बस कटवाली, जोगिंद्रनगर से बैजनाथ, पालमपुर, कांगड़ा, बनखंडी, देहरा, मुबारिकपुर, गगरेट, होशियार, फगवाड़ा रूट पर चलती है। वोल्वो से कम किराए और साधारण बसों से कुछ ज्यादा किराए के साथ आपको बस में आरामदायक सफर की सुविधा मिलेगी।
बस की टाइमिंग की बात करें तो जोगिंद्रनगर डिपो की यह बस जोगिंद्रनगर से सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर चलती है। बैजनाथ से साढ़े 10, पालमपुर से 11 बजकर 12 मिनट, कांगड़ा से 12 बजकर 48 मिनट, देहरा से दोपहर 1 बजकर 20 मिनट, भरवाईं से 1 बजकर 45 मिनट, गगरेट से 2 बजकर 20 मिनट, होशियारपुर से शाम 4 बजे, फगवाड़ा से 5 बजे, फलौर से 6 बजे चलकर शाम करीब करीब 6 बजकर 30 मिनट पर लुधियाना पहुंचती है।
कटवाली से बस सुबह साढ़े 8 बजे चलती है। लुधियाना से बस सुबह 4 बजकर 15 मिनट पर चलती है। होशियारपुर से सुबह करीब साढ़े 6 बजे, मुबारकपुर से करीब सुबह साढ़े 8 बजे, भरवाईं से करीब सुबह 9 बजे, देहरा करीब पौने 10 , बनखंडी से करीब 10 बजे, कांगड़ा से सुबह करीब साढ़े 10, पालमपुर से करीब साढ़े 11 बजे, बैजनाथ से करीब साढ़े 12 बजे चलकर करीब 1 बजकर 30 मिनट पर जोगिंद्रनगर पहुंचती है।
किराए की बात करें तो जोगिंद्रनगर से लुधियाना करीब 583, बैजनाथ से करीब 527, पालमपुर से करीब 484, कांगड़ा से 382 रुपए और देहरा से 300 रुपए के करीब किराया लगता है। HRTC द्वारा तय टाइमिंग और किराया ही मान्य होगा। उक्त टाइमिंग और किराया अनुमानित है।
शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) 1,355 करोड़ के घाटे में चल रहा है। निगम की मासिक आय 65 करोड़ है, जबकि खर्च 144 करोड़ रुपये होते हैं। HRTC के 4,100 से ज्यादा रूट चल रहे हैं।
HRTC की 1,199 बस अपना जीवन पूरा कर चुकी हैं, जिनमें से 369 बसों को बेड़े से हटाया जा रहा है। उनके स्थान पर 600 नई बसें खरीदी जाएंगी। HRTC के बेड़े में 196 नई बसें शामिल की गई हैं। 75 ई सिटी बस का ऑर्डर दे दिया गया है। 225 और नई इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी।
यह बात डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने बताया कि नई बसें आने से HRTC के बेड़े 300 इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी। इसके साथ डीजल बसें भी रखनी पड़ेंगी।
कर्मचरियों को हर माह 7 तारीख को वेतन दे दिया जाएगा। 7,700 पेंशनरों को पेंशन देने में देरी हो रही है। सरकार 9 करोड़ पेंशन के लिए दे रही है। 39 माह का रात्रि भत्ता लंबित पड़ा है, उसका भी प्रावधान किया जा रहा है।
एचआरटीसी में ओपीएस लागू करने का फैसला लिया गया है। एचआरटीसी को घाटे से निकालने के लिए आने वाले समय में कड़े नियम बनाए जाएंगे। घाटे के रूटों को बंद करने सहित रियायतें देने वाले फैसलों पर विचार किया जाएगा।
राजनीतिक आधार पर लगी शून्य आय की बसों को रिव्यू किया जाएगा। जिन ढाबों में सस्ती व अच्छी रोटी मिलेगी, वहां HRTC बसें खड़ी होंगी। उन्होंने कहा कि 69 करोड़ यदि हर माह सरकार HRTC को दे देगी, तो कर्मियों के वेतन व पेंशन की समस्या खत्म हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अवैध वोल्वो बस माफिया पर नकेल कसने के लिए कैबिनेट बैठक में फैसला ले लिया है। उनसे अब 5 हजार प्रति दिन के हिसाब से टैक्स वसूला जाएगा। इससे 9 लाख सालाना आय होगी।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने परिवहन विभाग की मीटिंग में दी जानकारी
शिमला।मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) को वित्तीय घाटे से उबाारने के लिए राज्य सरकार इसमें व्यापक सुधार लाएगी। वे बुधवार देर सायं यहां परिवहन विभाग की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन सुधारों से निगम को आत्मनिर्भर बनाने और बेहतर वित्तीय संसाधन उपलब्ध करवाने, कर्मचारियों और पेंशनरों को समय पर वेतन और पेंशन का भुगतान सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सुधार प्रक्रिया के तहत राज्य सरकार निगम (HRTC) में चालकों और परिचालकों के रिक्त पद भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी, जिसके माध्यम से राज्य के लोगों को सुगम और बेहतर परिवहन सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निगम (HRTC) में चरणबद्ध तरीके से डीजल बसों को इलेक्ट्रिक बसों (ई-बसों) में बदला जा रहा है। वर्तमान में निगम के बेड़े में पहले से ही 95 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं और निकट भविष्य में इनकी संख्या में और वृद्धि की जाएगी। उन्होंने कहा कि टाइप-1 की 75 ई-बसें खरीदने की योजना पर काम चल रहा है, जिसकी निविदाएं पहले ही जारी कर दी गई हैं।
इसके लिए लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) अगले माह तक जारी होने की उम्मीद है। इन 75 ई-बसों के लिए मार्गों की पहचान कर ली गई है और चार्जिंग स्टेशनों सहित आवश्यक बुनियादी ढांचा विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा, निगम ने 225 डीजल बसों को टाइप-2 ई-बसों से बदलने के लिए मार्गों की पहचान की है।
बैठक के दौरान हमीरपुर में प्रस्तावित बस पोर्ट की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश बस स्टैंड प्रबंधन एवं विकास प्राधिकरण (एचपीबीएसएमडीए) द्वारा अगले दो वर्ष के भीतर इसे तैयार किया जाएगा। इसके अतिरिक्त हमीरपुर जिले के नादौन में ई-बस डिपो के निर्माण के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने निगम की सामाजिक जिम्मेदारियों को पूरा करने की प्रतिबद्धता जताते हुए परिवहन क्षेत्र में किए गए सुधारों के लिए समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने निगम की कार्यप्रणाली में सुधार की दिशा में बहुमूल्य सुझाव भी दिए।
शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) के कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगें पूरी करने को लेकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। इस बीच हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रतिनिधिमंडल को मुलाकात करने के लिए राज्य सचिवालय में बुलाया।
बैठक में हिमाचल परिवहन इंटक के सदस्यों ने हिस्सा लिया। यह बैठक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और निगम प्रबंधन के साथ हुई बैठक में HRTC कर्मचारियों के सभी समस्याओं का चरणबद्ध तरीके से समाधान करने की बात कही गई है।
हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ बैठक के बाद हिमाचल परिवहन इंटक के अध्यक्ष उमेश कुमार शर्मा ने कहा कि सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को सुना है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कर्मचारी ओवर टाइम न मिलने की वजह से परेशान है। इसके अलावा कर्मचारियों की तनख्वाह भी समय पर नहीं आ रही है। ऐसे में ड्राइवर-कंडक्टर को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आश्वासन दिया है कि सरकार जल्द से जल्द इनकी मांगों को पूरा करेगी। इसके अलावा कर्मचारियों की तनख्वाह और रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन भी 7 तारीख से पहले आ जाएगी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार जल्द ही अपने बेड़े में 75 नई बसों को भी शामिल करने जा रही है। इसके अलावा जगह-जगह खड़ी बसों को भी एक जगह लाकर खड़ा करने की बात कही गई है, ताकि बसों का निष्पादन सही तरीके से हो सके।
चंबा। कोरोना महामारी के समय बंद चंबा-धर्मपुर वाया मेडिकल कॉलेज टांडा बस रूट फिर से बहाल कर दिया गया है। रूट पर चंबा डिपो की बस शुरू हो गई है। पहले धर्मपुर डिपो की HRTC बस इस रूट पर चलती थी।
बस चंबा से वाया जोत, चुवाड़ी, नूरपुर, कांगड़ा, मेडिकल कॉलेज टांडा, पालमपुर होकर धर्मपुर चलती है। पर अभी तक बस चंबा से पालमपुर तक चल रही है। यह HRTC बस शुरू होने से चंबा, जोत, चुवाड़ी आदि क्षेत्रों से मेडिकल कॉलेज टांडा आने और जाने वाले लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी।
टाइमिंग की बात करें तो बस चंबा से सुबह साढ़े 7 बजे निकलेगी। करीब 10 बजकर 15 मिनट पर चुवाड़ी, साढ़े 10 बजे लाहड़ू, 11 बजकर 25 मिनट पर नूरपुर, दोपहर करीब 1 बजकर 40 मिनट पर कांगड़ा, करीब दो बजे टांडा और 3 बजकर 20 मिनट पर पालमपुर पहुंचेगी।
पालमपुर से सुबह 10 बजकर 04 मिनट, टांडा से करीब सवा 11 बजे, कांगड़ा से सुबह 11 बजकर 32 मिनट पर चंबा के लिए रवाना होगी। धर्मपुर से सुबह साढ़े पांच बजे चंबा के लिए रवाना होने का टाइम है।
किराए की बात करें तो चंबा से कांगड़ा करीब 310 रुपए और चंबा से टांडा का किराया करीब 322 रुपए है। चंबा से पालमपुर किराए की बात करें करीब 400 रुपए किराया लगेगा। एचआरटीसी (HRTC) द्वारा तय किराया ही मान्य होगा। उक्त किराया अनुमानित है।