शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में मैहली-शोघी बाईपास पर सोमवार देर रात एक दर्दनाक हादसा पेश आया है। यहा पर एक कार गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि एक घायल हुआ है। मरने वालों में दो किशोर भी शामिल हैं। एक मृतक जिला लुधियाना व दो जिला रूपनगर (रोपड़) के रहने वाले थे। सोमवार रात करीब 8 बजे शोघी के पास यह हादसा पेश आया है।
मृतकों की पहचान कृष्ण (30) पुत्र चादिया निवासी गांव भांघल, नंगल, अमर (18) पुत्र जैल सिंह निवासी गांव भांघल और राजवीर (16) पुत्र एतवारी मच्छीवाड़ा, लुधियाना पंजाब निवासी के तौर पर हुई हैं। वहीं, घायल लखन (31) पुत्र बालका निवासी गांव भांघल नंगल के तौर पर हुई है। यह लोग कबाड़ का काम करते थे।
जानकारी के मुताबिक पंजाब नंबर की मैहली से सोलन की तरफ जा रही थी। आनंदपुर पंचायत के बनोग गांव के पास कार अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। कार करीब 900 मीटर गहरी खाई में जा लुढ़की। करीब दो घंटे तक पुलिस ने अग्निशमन और स्थानीय लोगों की मदद से बचाव अभियान चलाया। हादसे में दो किशोरों सहित चार लोग सवार थे। इसमें टेंपो चालक कृष्ण की मौके पर की मौत हो गई।
तीन घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही दो किशोरों ने दम तोड़ दिया। तीसरे युवक का IGMC में उपचार चल रहा है। बालूगंज थाना पुलिस ने मृतकों के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी हैं। एएसपी सुनील नेगी ने बताया कि मंगलवार को मृतकों का पोस्टमार्टम किया जाएगा। इसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
शिमला। ‘पराक्रम दिवस’ के अवसर पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंडमान-निकोबार के 21 अनाम द्वीपों का नामकरण 21 परमवीर चक्र से सम्मानित योद्धाओं के नाम पर किया है। इसमें हिमाचल के चार जांबाज शामिल हैं। यह देवभूमि और वीर भूमि हिमाचल के लिए किसी गौरव से कम नहीं है। इसमें प्रथम परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा, परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा, सूबेदार मेजर संजय कुमार और धन सिंह थापा के नाम पर अंडमान-निकोबार के तीन द्वीपों का नामकरण किया है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि परमवीरों के नाम पर द्वीपों का यह नामकरण पूरे देश को हर्षित करने का अवसर है। वीरधरा हिमाचल के वीरों ने भी जब जब जरूरत पड़ी अपने पराक्रम से भारत भूमि की आन-बान-शान को बढ़ाया है। मेजर सोमनाथ शर्मा, कैप्टन विक्रम बत्रा, सूबेदार मेजर संजय कुमार और धन सिंह थापा के नामों पर द्वीपों का नामकरण हर हिमाचली के लिए गौरव का विषय है।
मेजर सोमनाथ शर्मा भारतीय सेना की कुमाऊं रेजिमेंट की चौथी बटालियन की डेल्टा कंपनी के कंपनी-कमांडर थे। जिन्होंने अक्टूबर-नवम्बर 1947 के भारत-पाक संघर्ष में हिस्सा लिया था। उन्हें भारत सरकार ने मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया था। वह परमवीर चक्र पाने वाले वे प्रथम व्यक्ति हैं। सोमनाथ शर्मा जी का जन्म 31 जनवरी 1923 को हिमाचल के कांगड़ा जिला में हुआ था।
कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म हिमाचल के पालमपुर निवासी जीएल बत्रा और कमलकांता बत्रा के घर 9 सितंबर 1974 को हुआ था। दो बेटियों के बाद दो जुड़वां बच्चों का जन्म हुआ। विज्ञान विषय में स्नातक करने के बाद विक्रम का चयन सीडीएस के जरिए सेना में हो गया। जुलाई 1996 में उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में प्रवेश लिया।
दिसंबर 1997 में प्रशिक्षण समाप्त होने पर उन्हें 6 दिसम्बर 1997 को जम्मू के सोपोर नामक स्थान पर सेना की 13 जम्मू-कश्मीर राइफल्स में लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्ति मिली। उन्होंने 1999 में कमांडो ट्रेनिंग के साथ कई प्रशिक्षण भी लिए। पहली जून 1999 को उनकी टुकड़ी को कारगिल युद्ध में भेजा गया। हम्प व राकी नाब स्थानों को जीतने के बाद विक्रम को कैप्टन बना दिया गया।
कारगिल युद्ध में चोटी 4875 पर कब्जे की जिम्मेदारी कैप्टन विक्रम और उनकी टुकड़ी को सौंपी गई। कैप्टन विक्रम बत्रा ने एक संर्कीण पठार के पास से शत्रु के ठिकानों पर आक्रमण करने का निर्णय लिया। युद्ध में नजदीक से पांच शत्रु सैनिकों को मार गिराया। इस दौरान वह गंभीर घायल हो गए। कई पाकिस्तानी सैनिकों को मौत के घाट उतारने के बाद वीरगति को प्राप्त हुए।
वहीं, सूबेदार संजय कुमार का जन्म 3 मार्च 1976 को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के कलोल गांव में हुआ। जिन्होंने कारगिल युद्ध में एरिया फ्लैट टॉप पर कब्ज़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी इस बहादुरी के लिए उन्हें 1999 में परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। संजय कुमार चार व पांच जुलाई को कारगिल में मस्को वैली प्वाइंट पर फ्लैट टॉप पर 11 साथियों के साथ तैनात थे। यहां दुश्मन ऊपर पहाड़ी से हमला कर रहा था। इस टीम में 11 साथियों में से दो शहीद हो चुके थे, जबकि आठ गंभीर रूप से घायल थे।
संजय कुमार अपनी राइफल के साथ दुश्मनों से कड़ा मुकाबला कर रहे थे। उन्होंने कुछ पाकिस्तान सैनिकों को मार गिराया। अचानक हुए हमले को देखते हुए पाकिस्तानी सैनिक भाग खड़े हुए। संजय कुमार को भी तीन गोलियां लगी, इनमें दो उनकी टांगों में और एक गोली पीठ में लगी। घायल संजय कुमार को तत्काल सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जिस तरह बहादुरी के साथ युद्ध भूमि में लड़े वैसे ही अस्पताल में मौत को हराकर ठीक होकर फिर सेना में सेवाएं देने लगे। बाद में उन्हें राइफलमैन से सूबेदार के पद पर पदोन्नति दी। परमवीर चक्र पुरस्कार विजेता संजय कुमार को एनडीए में प्रशिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है।
धन सिंह थापा का जन्म 10 अप्रैल 1928 को हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुआ था। उनके पिता पदम सिंह थापा क्षेत्री थे। थापा को 8 गोरखा राइफल्स की पहली बटालियन में 28 अगस्त 1949 को शामिल किया गया था। मेजर धनसिंह थापा को 1962 में परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
1962 में शुरू हुए चीन-भारतीय युद्ध के दौरान चीन ने पैनगॉन्ग झील के उत्तर में सिरिजैप और यूल पर कब्ज़ा करने के उद्देश्य से घुसपैठ शुरू की थी। सिरिजैप 1, पांगॉन्ग झील के उत्तरी किनारे पर 8 गोरखा राइफल्स की प्रथम बटालियन द्वारा स्थापित एक पोस्ट थी जो मेजर धन सिंह थापा की कमान में थी। जल्द ही यह पोस्ट चीनी सेनाओं द्वारा घेर लिया गया था। मेजर थापा और उनके सैनिकों ने इस पोस्ट पर होने वाले तीन आक्रमणों को असफल कर दिया।
थापा सहित बचे लोगों को युद्ध के कैदियों के रूप में कैद कर लिया गया था। हालांकि, युद्ध की समाप्ति पर उन्हें मुक्त भी कर दिया गया था। देश के लिए अपने महान कार्यों और अपने सैनिकों को युद्ध के दौरान प्रेरित करने के उनके प्रयासों के कारण उन्हें भारत सरकार द्वारा वर्ष 1962 में मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया, किन्तु वर्ष 1963 में उनके जीवित वापस आ जाने पर, आवश्यक संशोधन किये गए।
शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में एक दुखद हादसा पेश आया है। रविवार देर रात पर्यटकों से भरी तेज रफ्तार बेकाबू जिप्सी ने सड़क पर चल रहे व्यक्ति को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। गाड़ी में सवार 6 लोगों को भी गंभीर चोटें आई हैं। घायलों को इलाज के लिए IGMC शिमला में भर्ती किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, चंडीगढ़ नंबर CH01CF 9736) की जिप्सी कुफरी से शिमला की ओर आ रही थी। शिमला के उपनगर संजौली चलौंठी बाइपास वर्कशॉप के पास वह अचानक अनियंत्रित हो गई। पहले जिप्सी पैराफिट से टकराई। उसके बाद सड़क पर चल रहे एक व्यक्ति के ऊपर चढ़ गई, फिर रोड पर पलट गई।
घायल व्यक्ति को स्थानीय लोगों ने अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान पवन के तौर पर हुई है, जो पेशे से मैकेनिक था और अपनी दुकान बंद कर करके सड़क पार खड़ी स्कूटी के पास जा रहा था तभी पीछे से आ रही जिप्सी ने टक्कर मार दी।
इस हादसे में कुल 6 लोग घायल हुए हैं, जिनमें हर्ष 22 साल, पुरुषोत्तम 27 साल, अमन वर्मा 21 साल, प्रवीण 27 साल, ममता 35 साल और ज्योति 26 साल शामिल हैं। सभी घायलों की हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मुबारकपुर। हिमाचल के ऊना जिला में भरवाईं-मुबारकपुर रोड पर सड़क किनारे युवती का शव बरामद किया गया है। शव मुबारकपुर से भरवाईं की तरफ मुबारकपुर से करीब एक किलोमीटर आगे सड़क किनारे नीचे झाड़ियों में पड़ा मिला है।
मामले की सूचना मिलने के बाद अंब पुलिस थाना की टीम मौके पर पहुंची है और शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। खबर लिखे जाने तक युवती की पहचान नहीं हो पाई है।
प्रारंभिक जांच में युवती की उम्र 26 से 30 साल के बीच प्रतीत होती लग रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि युवती को मार कर फेंका गया है। लेकिन पुलिस की जांच में ही सारी बात का खुलासा हो पाएगा।
नई दिल्ली। देश के लिए जान न्योछार करने वाले 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर अंडमान-निकोबार के 21 द्वीपों का नाम रखा गया है। इन परमवीरों में कारगिल जंग के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा, मनोज कुमार पांडेय, भारत-चीन जंग में पैर से मशीनगन चलाने वाले मेजर शैतान सिंह आदि के नाम पर द्वीपों के नाम रखे गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस प्रोग्राम से जुड़े। पीएम मोदी ने कहा कि अंडमान की धरती पर ही सबसे पहले तिरंगा लहराया गया था। आजाद भारत की पहली सरकार यहीं बनी थी। आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिवस भी है। इस दिन को हम पराक्रम दिवस के तौर पर मना रहे हैं।
इन 21 द्वीपों के नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर…
1. INAN 198- नायक जदुनाथ सिंह (भारत-पाक युद्ध 1947)
2. INAN 474- मेजर राम राघोबा राणे (भारत-पाक युद्ध 1947)
3. INAN 308- ऑनरेरी कैप्टन करम सिंह (भारत-पाक युद्ध 1947)
4. INAN 370- मेजर सोमनाथ शर्मा (भारत-पाक युद्ध 1947)
5. INAN 414- सूबेदार जोगिंदर सिंह (भारत-चीन युद्ध 1962)
6. INAN 646- लेफ्टिनेंट कर्नल धन सिंह थापा (भारत-चीन युद्ध 1962)
7. INAN 419- कैप्टन गुरबचन सिंह (भारत-चीन युद्ध 1962)
8. INAN 374- कम्पनी हवलदार मेजर पीरू सिंह (भारत-पाक युद्ध 1947)
9. INAN 376- लांस नायक अलबर्ट एक्का (भारत-पाक युद्ध 1971)
10. INAN 565- लेफ्टिनेंट कर्नल अर्देशिर तारापोर (भारत-चीन युद्ध 1962)
11. INAN 571- हवलदार अब्दुल हमीद हवलदार अब्दुल हमीद (भारत-पाक युद्ध 1965)
12. INAN 255- मेजर शैतान सिंह (भारत-चीन युद्ध 1962)
13. INAN 421- मेजर रामास्वामी परमेश्वरन (श्रीलंका में भारतीय शांति सेना के शहीद 1987)
14. INAN 377- फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों (भारत-पाक युद्ध 1971)
15. INAN 297- सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल (भारत-पाक युद्ध 1971)
16. INAN 287- मेजर होशियार सिंह (भारत-पाक युद्ध 1971)
17. INAN 306- कैप्टन मनोज पांडेय (कारगिल युद्ध 1999)
18. INAN 417- कैप्टन विक्रम बत्रा (कारगिल युद्ध 1999)
19. INAN 293- नायक सूबेदार बाना सिंह (सियाचिन में पाकिस्तान से पोस्ट छीनी 1987)
20. INAN 193- कैप्टन योगेंद्र सिंह यादव (कारगिल युद्ध 1999)
21. INAN 536- सूबेदार मेजर संजय कुमार (कारगिल युद्ध 1999)
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “देश की आजादी के लिए लड़ने वाले वीर सावरकर और कई अन्य सेनानी अंडमान की धरती पर आए। जब मैं 4-5 साल पहले यहां आया था, तब मैंने 3 मुख्य द्वीपों को भारतीय नाम दिए थे। 21 द्वीपों के नाम आज बदले गए हैं। इसमें कई संदेश छिपे हैं। सबसे बड़ा संदेश है एक भारत-श्रेष्ठ भारत। यह हमारी सेनाओं की बहादुरी का संदेश है।’
इन 21 परमवीरों के लिए एक ही नारा था… देश पहले, कंट्री फर्स्ट। आज 21 द्वीपों का नाम उनके नाम पर रखने से उनका यह निश्चय अमर हो गए है। अंडमान में बहुत संभावनाएं हैं। 8 साल से हम इसी दिशा में काम कर रहे हैं।’
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के सांसद कुलदीप राय शर्मा ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा- मुझे खुशी है कि सरकार ने हमारे वीर सैनिकों के सम्मान में अंडमान और निकोबार के 21 द्वीपों का नामकरण उनके नाम पर करने का फैसला लिया है। कुलदीप ने सरकार से अपील की है कि इस बारे में स्कूलों बच्चों के लिए एक किताब भी प्रकाशित करें, जिससे बच्चे भी अपने देश के जवानों के बलिदान के बारे में जान सकें।
शिमला। हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सुक्खू सरकार ने डिपुओं में लाखों उपभोक्ताओं को मिलने वाले सरसों के तेल के दाम बढ़ा दिए हैं। डिपुओं में अब सरसों का तेल 9 रुपए महंगा मिलेगा। इस माह से खाद्य आपूर्ति विभाग ने बढ़ी हुई कीमतों को लागू कर दिया है।
अब डिपुओं में एपीएल परिवारों को सरसों का तेल 142 और एनएफएसए के अधीन आने वाले उपभोक्ताओं को 132 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से मिलेगा। लोगों का कहना है कि इससे महंगाई की मार पड़ेगी। सरकार को आय के साधन बढ़ाने के लिए अन्य रिसोर्स तैयार करने चाहिए, जिससे गरीब जनता पर बोझ न पड़े।
बता दें कि सुक्खू सरकार ने अभी हाल ही में डीजल पर वैट बढ़ाया है। तीन रुपए वैट में बढ़ोतरी की है। हिमाचल में डीजल महंगा हुआ है। 13 जनवरी को शिमला में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा था कि पिछली जयराम सरकार ने चुनाव के वक्त डीजल पर 9 रुपए वैट कम किया था। हमने सिर्फ 3 रुपए बढ़ाया है और पुरानी पेंशन स्कीम का इंतजाम किया है। अभी तो डीजल पर ही वैट बढ़ाया है। आगे कुछ और भी कदम उठाए जा सकते हैं।
इंदौरा। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा के हिमाचल प्रदेश के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के मानसर में प्रवेश पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कैबिनेट के सदस्यों और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री, राजीव शुक्ला और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने राहुल गांधी को हिमाचल की टोपी और शॉल से सम्मानित किया।
हिमाचल के सीमावर्ती गांव घटोटा में हिमाचल प्रदेश आगमन पर राहुल गांधी की उपस्थिति में पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष राजा वारिंग ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह को तिरंगा सौंपा। भारत जोड़ो यात्रा कांगड़ा जिला के इंदौरा क्षेत्र के मानसर टॉल प्लाजा से मलोट गांव तक लगभग 24 किलोमीटर पैदल यात्रा तय कर 19 जनवरी, 2023 को जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी। हजारों लोगों एवं समर्थकों ने राहुल गांधी का प्रदेश में पहुंचने पर स्वागत किया और यात्रा में पूरे उत्साह एवं जोश से भाग लिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस 3570 किलोमीटर की यात्रा का नेतृत्व कर पार्टी कार्यकर्ताओं और आमजन में उमंग एवं नया जोश भर रहे हैं। यह यात्रा 7 सितम्बर, 2022 को तमिलनाडू के कन्याकुमारी से आरंभ हुई और 30 जनवरी, 2023 को श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वजारोहण के साथ संपन्न होगी।
इस अवसर पर राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा आरंभ करने का उद्देश्य देश में एकता और सौहार्द का संदेश देना है। उन्होंने कहा कि लगभग चार माह पूर्व कन्याकुमारी से शुरू की गई यह यात्रा भाजपा व आरएसएस की नफरत वाली विचारधारा के विरुद्ध है। इसके साथ-साथ यात्रा के माध्यम से सरकार को बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के प्रति आगाह भी किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपनी सारी नीतियां कुछ उद्योगपति मित्रों को खुश करने के लिए बना रही है। चाहे नोटबंदी हो या फिर जीएसटी, केंद्र सरकार के फैसले मजदूर, गरीब व आम आदमी के हित में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हर मंच पर विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। विपक्ष के नेताओं को संसद में बोलने का अवसर नहीं दिया जाता।
राहुल गांधी ने कहा कि पहले भारत जोड़ो यात्रा हिमाचल प्रदेश में प्रस्तावित नहीं थी, लेकिन हिमाचलवासियों के स्नेह के कारण यात्रा रूट में बदलाव किया गया। पूरा रूट ही बदल दिया। कम समय दिया यह बात तो है। हिमाचल को सिर्फ एक दिन मिला और समय देना चाहिए था। पर हमारा प्लान है कि 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रीनगर में यात्रा का समान्न करें। इसलिए सिर्फ एक दिन दे पाए।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा को पूरे देश में भरपूर समर्थन प्राप्त हुआ है तथा उन्हें भी काफी कुछ सीखने को मिला है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस की भारी जीत भ्रष्टाचार पर सच्चाई की जीत है और इसका श्रेय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के समर्पण और दृढ़ प्रयासों को जाता है। उन्होंने कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के माध्यम से समस्त हिमाचल कांग्रेस पार्टी द्वारा दिखाए गए एकता और अखंडता के मार्ग का अनुसरण करेगा।
मुख्यमंत्री ने भारत जोड़ो यात्रा में हिमाचल प्रदेश को शामिल करने के लिए राहुल गांधी का आभार व्यक्त किया और देवभूमि पधारने पर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सच को विचलित किया जा सकता है, लेकिन उसे पराजित नहीं किया जा सकता। अंत में जीत सच्चाई की होती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से लोगों में देश की वास्तविक समस्याओं पर चर्चा शुरू हुई है।
कांग्रेस पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पार्टी के प्रतिज्ञा पत्र में दी गई गारंटियों को पूरा करने की शुरुआत कर दी है। प्रदेश मंत्रिमंडल ने अपनी पहली ही बैठक में ओपीएस बहाल करने को मंजूरी दे दी है। महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह तथा अन्य वायदों को पूरा करने की दिशा में भी सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश के लोगों से किया हर वादा निभाएगी।
इस अवसर पर कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, सह-प्रभारी संजय दत्त, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. कर्नल धनी राम शांडिल, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायकगण, पंजाब कांग्रेस के नेता, भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता तथा अन्य लोग उपस्थित थे।
बता दें कि फागू के पास नहोल में हरियाणा नंबर की एक कार करीब 150/200 मीटर नीचे खाई में गिर गई। कार में चार लोग सवार थे। हादसे में सूरत राम (57) पुत्र भोलर गांव शेरवत तहसील राजगढ़ सिरमौर की जान गई है। वहीं, प्रमोद कुमार पुत्र जिद्दू राम गांव काटू राजगढ़ सिरमौर और सुनील कुमार निवासी नहोल घायल हुए हैं। घायलों को सिविल अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया।
मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी।
कुरुक्षेत्र। हिमाचल के मनाली में जन्मदिन मनाने जा रहे एक युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई है। वहीं, तीन दोस्त घायल हैं। हादसा हरियाणा के कुरुक्षेत्र में नेशनल हाईवे पर शाहाबाद में साहा पुल के ऊपर हुआ है। युवक की पहचान दिल्ली निवासी सुमित कुमार के रूप में हुई थी। सुमित का कल बर्थ डे था।
बता दें कि सुमित और उसके तीन दोस्तों ने हिमाचल के कुल्लू जिला के मनाली की हसीन वादियों और बर्फ के बीच बर्थ डे सेलिब्रेट करने का प्लान बनाया। चारों दोस्त खुशी खुशी कार में मनाली के लिए निकल पड़े। पर शायद उन्हें मालूम न था कि रास्ते में मौत उऩका इंतजार कर रही है।
कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में साहा पुल के ऊपर हादसा हो गया। ट्रक चालक की लापरवाही की वजह से हादसा हुआ। प्रारंभिक जांच में पता चला कि पुल पर ट्रक चालक ने अचानक से ब्रेक लगा दी। पीछे आ रही युवकों की कार ट्रक से जा टकरा। कार का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में सुमित कुमार की मौके पर मौत हो गई। अन्य तीन दोस्त घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने ट्रक के कब्जे में ले लिया है।
शिमला। जिला शिमला के ठियोग में सैंज-लुहरी मार्ग पर दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया है। यहां पर एक गाड़ी खाई में गिर गई जिसमें सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि अन्य दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को कुमारसैन अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया। दोनों की हालत अभी स्थिर बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने बताया कि ठियोग में सैंज-लुहरी सड़क मार्ग NH-305 पर सैंज नाला के पास गाड़ी (HP26B -2777) खाई में जा गिरी। आसपास के लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
हादसे में जोगिंद्र सिंह पुत्र विजय सिंह गांव शगारचा निचार, किन्नौर की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दो अन्य लोग जितेंद्र कुमार और ईश्वर सिंह घायल हुए हैं। घायलों का इलाज कुमारसैन अस्पताल में चल रहा है। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। हादसे का कारण तेज रफ्तार माना जा रहा है। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है।