हरिपुर। देहरा की हरिपुर तहसील की पंचायत झकलेड़ के गांव छब्बड़ में 19 साल की युवती से दुराचार और आत्महत्या मामले में बड़ी अपडेट है। हरिपुर पुलिस ने आरोपी युवक फिर अपनी कस्टडी में लिया है। पुलिस ने अब आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले से पहले दर्ज 376 के मामले में जांच शुरू की है।
इसके चलते युवक को कस्टडी में लिया गया है। पुलिस ने युवक की कार को भी कब्जे में लिया है। इस कार में आरोपी युवक युवती को घुमाता था। साथ ही जहां-जहां आरोपी युवक, युवती को लेकर गया, उस जगह की भी निशानदेही करवाई है।
बता दें कि पूरा मामला 19 साल की युवती और 29 साल के युवक के प्रेम से शुरू हुआ। 31 जनवरी के आसपास युवती अचानक लापता हो जाती है। परिजनों के ढूंढने के बावजूद नहीं मिली तो परिजनों ने एक फरवरी को पुलिस स्टेशन हरिपुर में गुमशुदगी की शिकायत की, लेकिन उसी दिन परिजनों ने युवती को ढूंढ भी लिया।
युवती की माता ने उक्त युवक पर बेटी के शारीरिक शोषण का आरोप लगाया और शिकायत पुलिस स्टेशन हरिपुर में दी।
शिकायत मिलने के बाद हरिपुर पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाकर 376 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इससे पहले कि पुलिस मामले में आगे बढ़ पाती दो फरवरी को केस में नया मोड़ आ गया। आरोपी युवक ने युवती से शादी करने को हामी भर दी।
शादी का कोई प्रोपर तरीका नहीं अपनाया गया, बल्कि नोटरी हस्ताक्षर एफेडेविट बनाया गया। युवक के माता पिता ने कोई अच्छा मुहूर्त देखकर शादी करवाने की बात कही।
इसके बाद युवती के देहरा कोर्ट में बयान हुए। युवती ने बयान में कहा कि युवक ने उसके साथ शादी का फैसला लिया है। अब वह केस वापस लेना चाहते हैं। युवती के बयान के बाद केस बंद हो गया और युवक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार भी हट गई।
सबको ऐसा लगा कि मियां बीबी राजी हो गए, अब सब ठीक हो गया। लेकिन यह किसी को पता नहीं था कि युवती की परेशानियां दूर नहीं हुई हैं। युवक के माता-पिता ने युवती को बहू के रूप में अपनाने से मना कर दिया।
शादी के बाद भी युवती मायके से विदा न हो सकी और मायके में रही। कुछ दिन बाद युवक शायद किसी दबाव में युवती को मायके से ले गया और अपनी बुआ के घर रहने लगे।
एक दिन युवक बुआ के घर से अचानक गायब हो गया और युवती वहीं पर रही। इसके बाद युवक की दादी और अन्य रिश्तेदार युवती को मायके छोड़ गए। युवती घर में नहीं छोड़ी, बल्कि बाहर छोड़कर चले गए।
इसके बाद से युवक, युवती का फोन तक नहीं उठा रहा था। न ही उसका कोई अता पता चल रहा था कि कहां है। युवती परेशान हो गई। 19 फरवरी के आसपास परेशान युवती धर्मशाला में एसपी शालिनी अग्निहोत्री के समक्ष पेश हो गई।
युवती ने एसपी को बताया कि युवक कुछ से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा है। युवक के परिजन भी कुछ नहीं बता रहे हैं। वह बहुत परेशान है और समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे। मेरी मदद करें।
युवती ने एसपी को एफेडेविट भी दिखाया, लेकिन मात्र उस एफेडेविट को शादी का वैद्य दस्तावेज नहीं माना जा सकता है। एसपी ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में दर्ज करवाने का फैसला लिया और इसके बाद आगामी कार्रवाई होनी थी। पर किसी कारणवश बयान करवाने में कुछ देरी हो गई।
इसके बाद युवती का एक-एक दिन भारी गुजरने लगा। युवक का कोई अता पता नहीं था। शायद युवती को भी आभास हो चुका होगा कि उसके साथ धोखा हुआ है। शादी का मात्र ड्रामा था। युवती की हिम्मत टूटी और उसे जीवन में अंधेरा दिखा।
23 फरवरी, 2024 की सुबह छब्बड़ की यह बेटी उठी तो जरूर, लेकिन दोबारा कभी न उठ पाने के लिए सो गई। सुबह करीब आठ बजे युवती ने मायके में कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने युवक, उसके माता-पिता सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। पहले युवक और फिर मां आदि को गिरफ्तार किया गया। मां को तो जमानत मिल गई थी, लेकिन युवक न्यायिक हिरासत में था। इसी बीच पुलिस ने पहले दर्ज धारा 376 का मामला भी रिओपन कर दिया।
अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है। दो तीन पहले युवक को कोर्ट में पेश कर धारा 376 के मामले में पुलिस कस्टडी मांगी थी। कोर्ट से कस्टडी मिलने के बाद पुलिस ने युवक को फिर गिरफ्तार कर लिया। आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला अभी कोर्ट में चल रहा है।
हरिपुर। देहरा की हरिपुर तहसील की झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव में 19 साल की युवती के मामले में अभी मां और बेटा गिरफ्तार हैं। दोनों मां और बेटे को आज देहरा में जज के सामने पेश किया गया।
कोर्ट से उन्हें तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है। सोमवार को दोनों को दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा। बाकी लोगों की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
बता दें कि झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव में 19 वर्षीय युवती ने 23 फरवरी को आत्महत्या कर ली। पूरा मामला 19 साल की युवती और 29 साल के युवक के प्रेम से शुरू हुआ था।
31 जनवरी के आसपास युवती अचानक लापता हो गई थी। परिजनों ने एक फरवरी को पुलिस स्टेशन हरिपुर में गुमशुदगी की शिकायत की, लेकिन उसी दिन परिजनों ने युवती को ढूंढ भी लिया।
युवती की माता ने उक्त युवक पर बेटी के शारीरिक शोषण का आरोप लगाया और शिकायत पुलिस स्टेशन हरिपुर में दी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाकर 376 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इससे पहले कि पुलिस मामले में आगे बढ़ पाती दो फरवरी को केस में नया मोड़ आ गया।
जिस युवक पर युवती की मां ने आरोप लगाए थे, उस युवक ने युवती से शादी करने को हामी भर दी। शादी का कोई प्रोपर तरीका नहीं अपनाया गया, बल्कि नोटरी हस्ताक्षर एफेडेविट बनाया गया। युवक के माता पिता ने कोई अच्छा मुहूर्त देखकर शादी करवाने की बात कही।
इसके बाद युवती के देहरा कोर्ट में बयान हुए। युवती ने बयान में कहा कि युवक ने उसके साथ शादी का फैसला लिया है। अब वह केस वापस लेना चाहते हैं। युवती के बयान के बाद केस बंद हो गया और युवक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार भी हट गई। इसके बाद युवक के माता-पिता ने युवती को बहू के रूप में अपनाने से मना कर दिया।
शादी के बाद भी युवती मायके में रही। कुछ दिन बाद युवक शायद किसी दबाव में युवती को मायके से ले गया और अपनी बुआ के घर रहने लगे। एक दिन युवक बुआ के घर से अचानक गायब हो गया और युवती वहीं पर रही। इसके बाद युवक के रिश्तेदार युवती को मायके छोड़ गए।
इसके बाद से युवक, युवती का फोन तक नहीं उठा रहा था। न ही उसका कोई अता पता चल रहा था कि कहां है। युवती परेशान हो गई।
19 फरवरी के आसपास परेशान युवती धर्मशाला में एसपी शालिनी अग्निहोत्री के समक्ष पेश हो गई।
युवती ने एसपी को बताया कि युवक कुछ से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा है। युवक के परिजन भी कुछ नहीं बता रहे हैं। वह बहुत परेशान है और समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे। मेरी मदद करें।
युवती ने एसपी को एफेडेविट भी दिखाया, लेकिन मात्र उस एफेडेविट को शादी का वैध दस्तावेज नहीं माना जा सकता है। एसपी ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में दर्ज करवाने का फैसला लिया और इसके बाद आगामी कार्रवाई होनी थी। पर बयान करवाने में कुछ देरी हो गई।
23 फरवरी की सुबह करीब आठ बजे युवती ने मायके में कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती की आत्महत्या करने के बाद पुलिस भी एक्शन मोड़ में आ गई। पुलिस ने आत्महत्या के कुछ घंटों बाद युवक को ढूंढ निकाला, जोकि कहीं छिपा बैठा था।
धारा 306 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज है। साथ ही धारा 376 मामला भी रिओपन कर दिया है, जो कि पहले दर्ज था।
पुलिस को युवती की डायरी मिली है। जिसमें उसने उसके साथ क्या क्या और कब कब हुआ सब लिखा है। पुलिस इसे अहम सुबूत मानकर चल रही है।
हरिपुर। कांगड़ा जिला के देहरा विधानसभा क्षेत्र की हरिपुर तहसील की झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव में 19 वर्षीय युवती ने आत्महत्या कर ली। युवती ने आज सुबह मायके में नए बनाए कमरे में पंखे से दुपट्टे का फंदा लगाकर जान दे दी। युवक के प्यार में पड़ी युवती का ऐसा अंत देखकर रुह कांप जा रही है।
पूरा मामला 19 साल की युवती और 29 साल के युवक के प्रेम से शुरू हुआ। उस वक्त शायद युवती ने भी सोचा न होगा कि इस प्यार का अंत ऐसा होगा। 31 जनवरी के आसपास युवती अचानक लापता हो जाती है।
परिजनों के ढूंढने के बावजूद नहीं मिली तो परिजनों ने एक फरवरी को पुलिस स्टेशन हरिपुर में गुमशुदगी की शिकायत की, लेकिन उसी दिन परिजनों ने युवती को ढूंढ भी लिया।
युवती की माता ने उक्त युवक पर बेटी के शारीरिक शोषण का आरोप लगाया और शिकायत पुलिस स्टेशन हरिपुर में दी।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाकर 376 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इससे पहले कि पुलिस मामले में आगे बढ़ पाती दो फरवरी को केस में नया मोड़ आ गया।
जिस युवक पर युवती की मां ने आरोप लगाए थे, उस युवक ने युवती से शादी करने को हामी भर दी।
शादी का कोई प्रोपर तरीका नहीं अपनाया गया, बल्कि नोटरी हस्ताक्षर एफेडेविट बनाया गया। युवक के माता पिता ने कोई अच्छा मुहूर्त देखकर शादी करवाने की बात कही।
इसके बाद युवती के देहरा कोर्ट में बयान हुए। युवती ने बयान में कहा कि युवक ने उसके साथ शादी का फैसला लिया है। अब वह केस वापस लेना चाहते हैं। युवती के बयान के बाद केस बंद हो गया और युवक पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार भी हट गई।
सबको ऐसा लगा कि मियां बीबी राजी हो गए, अब सब ठीक हो गया। लेकिन यह किसी को पता नहीं था कि युवती की परेशानियां दूर नहीं हुई हैं। युवक के माता-पिता ने युवती को बहू के रूप में अपनाने से मना कर दिया।
शादी के बाद भी युवती मायके से विदा न हो सकी और मायके में रही। कुछ दिन बाद युवक शायद किसी दबाव में युवती को मायके से ले गया और अपनी बुआ के घर रहने लगे।
एक दिन युवक बुआ के घर से अचानक गायब हो गया और युवती वहीं पर रही। इसके बाद युवक के रिश्तेदार युवती को मायके छोड़ गए। युवती घर में नहीं छोड़ी, बल्कि बाहर छोड़कर चले गए।
इसके बाद से युवक, युवती का फोन तक नहीं उठा रहा था। न ही उसका कोई अता पता चल रहा था कि कहां है। युवती परेशान हो गई।
19 फरवरी के आसपास परेशान युवती धर्मशाला में एसपी शालिनी अग्निहोत्री के समक्ष पेश हो गई।
युवती ने एसपी को बताया कि युवक कुछ से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा है। युवक के परिजन भी कुछ नहीं बता रहे हैं। वह बहुत परेशान है और समझ नहीं आ रहा है कि वह क्या करे। मेरी मदद करें।
युवती ने एसपी को एफेडेविट भी दिखाया, लेकिन मात्र उस एफेडेविट को शादी का वैद्य दस्तावेज नहीं माना जा सकता है। एसपी ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में दर्ज करवाने का फैसला लिया और इसके बाद आगामी कार्रवाई होनी थी। पर बयान करवाने में कुछ देरी हो गई।
इसके बाद युवती का एक-एक दिन भारी गुजरने लगा। युवक का कोई अता पता नहीं था। शायद युवती को भी आभास हो चुका होगा कि उसके साथ धोखा हुआ है। शादी का मात्र ड्रामा था।
युवती की हिम्मत टूटी और उसे जीवन में अंधेरा दिखा। 23 फरवरी, 2024 की सुबह छब्बड़ की यह बेटी उठी तो जरूर, लेकिन दोबारा कभी न उठ पाने के लिए सो गई।
सुबह करीब आठ बजे युवती ने मायके में कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस प्रकरण से पहले से दुखी माता-पिता पर दुखों का पहाड़ टूट गया।
युवती की आत्महत्या करने के बाद पुलिस भी एक्शन मोड़ में आ गई। युवती जो चाहती थी कि पुलिस युवक को ढूंढे, वैसे ही हुआ। पुलिस ने आत्महत्या के कुछ घंटों बाद युवक को ढूंढ निकाला, जोकि कहीं छिपा बैठा था। लेकिन युवती दुनिया को अलविदा कह गई थी।
तमाम घटनाक्रम से प्रतीत होता है कि एफेडेविट पर शादी मात्र युवती और उसके परिवार वालों का मुंह बंद करने को रचा ड्रामा था। युवक और युवक के परिवार वालों की मंशा कुछ और ही थी।
नोटरी हस्ताक्षर एफेडेविट का ऐसे कोई फायदा नहीं, इसके आगे भी लीगल औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती हैं, जोकि नहीं की, बल्कि युवक और उसके परिजन युवती से पल्ला छुड़ाते रहे।
युवक गायब हो गया, उसे ढूंढने की जगह युवक के परिजन युवती को घर छोड़ आए। यह अभागी बेटी ने तो मायके से ढंग से विदा हो पाई और न ही ससुराल से सही तरीके से मायके फेरा डाल सकी। युवक युवती को मायके से ले गया, उसे कहीं और रखा। बाद में युवक के परिजन उसे लावारिस की तरह रास्ते में छोड़ आए।
अपने भविष्य को लेकर ख्वाब देखने वाली अभागी बेटी ने दुनिया को अलविदा कहने का ही फैसला ले लिया। अच्छा मुहूर्त तो नहीं आया, लेकिन अभागा दिन जरूर आया। युवती ने शादी का ही तो सपना देखा था। क्या यह इतना बड़ा गुनाह था कि जिसकी यही सजा थी।
हरिपुर। देहरा की हरिपुर तहसील की पंचायत झकलेड़ के गांव छब्बड़ में 19 साल की युवती आत्महत्या मामले में डायरी अहम सुराग माना जा रहा है। पुलिस को युवती की डायरी मिली है।
डायरी में युवती ने सारे घटनाक्रम के बारे विस्तार से लिखा है कि कब कब क्या क्या हुआ। डायरी को पुलिस सुबूत के तौर पर इस्तेमाल करेगी। मामले में डायरी काफी मददगार साबित होगी।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री युवती की डायरी मिलने की पुष्टि की है उन्होंने कहा कि डायरी को सुबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। डायरी में युवती ने सारे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से लिखा है, जोकि केस में काफी मददगार साबित होगा।
बता दें कि झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव में 19 वर्षीय युवती आत्महत्या मामले में पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य की गिरफ्तारी होनी है। वहीं, युवती के शव का पोस्टमार्टम टांडा में करवाया जा रहा है।
युवती के पिता ने युवक अर्जित कुमार, उसके पिता, माता, बुआ और दादी पर आरोप लगाया है। वहीं, युवती करीब चार दिन पहले धर्मशाला में एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री से उनके ऑफिस में मिली थी।
युवती ने एसपी को बताया था कि युवक कुछ दिन से कहीं लापता है और उसका फोन तक नहीं उठा रहा। युवती इस बात से काफी परेशा थी और उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे।
युवक के परिजन भी उसके बारे में कुछ नहीं बता रहे थे। युवती ने एसपी को शादी के दस्तावेज भी दिखाए थे, लेकिन वह शादी के लिए वैध नहीं थे। मात्र एफिडेविट पर लिखा गया था।
एसपी ने युवती को लीगल प्रोसिजर के लिए कहा था। साथ ही एसपी ने सीआरपीसी 164 के तहत युवती के बयान कोर्ट में करवाने के निर्देश दिए थे। बयान से पहले युवती ने यह कदम उठा लिया। पुलिस ने 306 के तहत मामला दर्ज किया है इसी के साथ पुराना 376 का मामला भी रिओपन कर दिया है।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि युवती उनसे मिलने आई थी और उन्होंने उसे उचित कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था। पुलिस सीआरपीसी 164 के तहत कार्रवाई आगे बढ़ा रही थी।
आत्महत्या मामले में धारा 306 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज है। साथ ही धारा 376 मामला भी रिओपन कर दिया है, जोकि पहले दर्ज था। युवक को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी ने बताया कि सुबह जैसे ही पुलिस को युवती की खुदकुशी के बारे में पाता चला तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेते हुए टीम बनाई। टीम ने युवक की तलाश शुरू कर दी। युवक इलाके में ही कहीं छिपा हुआ था जिसे पुलिस ने ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया।
एसपी ने बताया कि युवती की डायरी मिली है जिसे सबूत के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। डायरी में युवती ने सारे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से लिखा है जो कि केस में काफी मददगार साबित होगा।